हरियाणा में BJP ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में 21 उम्मीदवार घोषित किए गए हैं। इस लिस्ट में भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष मोहन बड़ौली के अलावा 2 मंत्रियों समेत 5 विधायकों के टिकट काटे हैं। एक सीट से उम्मीदवार बदल दिया है। पिछला चुनाव हारे 2 पूर्व मंत्रियों को फिर से टिकट दिया गया है। 2 मुस्लिम चेहरों को चुनाव में उतारा गया है। भाजपा ने पहली लिस्ट में 67 उम्मीदवारों की घोषणा की थी। भाजपा अब तक 90 में से 87 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है। अब महेंद्रगढ़, सिरसा और फरीदाबाद NIT से उम्मीदवार की घोषणा बाकी है। भाजपा की दूसरी लिस्ट की खास बातें… उम्मीदवारों की लिस्ट… ये खबरें भी पढ़ें…. हरियाणा में BJP की पहली लिस्ट जारी, 67 नाम: CM लाडवा से लड़ेंगे; 25 नए चेहरे, 8 मंत्री रिपीट, 2 मंत्री-9 विधायकों का टिकट कटा हरियाणा में BJP ने बुधवार, 4 सितंबर को 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। इनमें 8 मंत्रियों को दोबारा टिकट मिला है। 25 नए चेहरे हैं। 7 विधायकों का टिकट काटा गया है। लिस्ट में 8 महिलाएं हैं। CM नायब सैनी करनाल की जगह कुरुक्षेत्र की लाडवा सीट से चुनाव लड़ेंगे। अनिल विज को अंबाला कैंट से ही टिकट दिया गया है। (पूरी खबर पढ़ें) भाजपा के 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का पूरा एनालिसिस, परिवारवाद-दलबदलुओं से परहेज नहीं; एंटी इनकंबेंसी से बचने को टिकट काटे, नए चेहरे उतारे हरियाणा में सरकार की हैट्रिक के लिए BJP ने 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में जीत के सारे दांव-पेंच खेल दिए हैं। कांग्रेस से पहले लिस्ट जारी कर भाजपा ने मनोवैज्ञानिक बढ़त पाने की कोशिश की है। वहीं जिस परिवारवाद को लेकर भाजपा लगातार विरोधी दलों को निशाना बनाती रही, उसी से खुद परहेज नहीं किया। जीत पक्की करने के लिए खुलकर नेताओं के बेटी-बेटों और पत्नी को टिकट दी गई। यह भाजपा की विधानसभा में जीत के लिए बड़े नेताओं से भी जोर लगवाने की प्लानिंग का हिस्सा है। (पूरी खबर पढ़ें) भाजपा की पहली लिस्ट के 67 उम्मीदवारों की डिटेल्ड प्रोफाइल:पहली लिस्ट में 5 हारे चेहरों पर दांव, 10 दलबदलुओं को भी टिकट दी हरियाणा में भाजपा ने 67 नामों की जो पहली लिस्ट जारी की है, उसमें 25 नए चेहरे हैं। इस लिस्ट में 5 टिकट उन नेताओं को मिले हैं, जो पिछली बार हारे थे। CM समेत 4 विधायकों की सीट बदली गई है। 8 विधायकों की टिकट काटी गई है। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा में BJP ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में 21 उम्मीदवार घोषित किए गए हैं। इस लिस्ट में भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष मोहन बड़ौली के अलावा 2 मंत्रियों समेत 5 विधायकों के टिकट काटे हैं। एक सीट से उम्मीदवार बदल दिया है। पिछला चुनाव हारे 2 पूर्व मंत्रियों को फिर से टिकट दिया गया है। 2 मुस्लिम चेहरों को चुनाव में उतारा गया है। भाजपा ने पहली लिस्ट में 67 उम्मीदवारों की घोषणा की थी। भाजपा अब तक 90 में से 87 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है। अब महेंद्रगढ़, सिरसा और फरीदाबाद NIT से उम्मीदवार की घोषणा बाकी है। भाजपा की दूसरी लिस्ट की खास बातें… उम्मीदवारों की लिस्ट… ये खबरें भी पढ़ें…. हरियाणा में BJP की पहली लिस्ट जारी, 67 नाम: CM लाडवा से लड़ेंगे; 25 नए चेहरे, 8 मंत्री रिपीट, 2 मंत्री-9 विधायकों का टिकट कटा हरियाणा में BJP ने बुधवार, 4 सितंबर को 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। इनमें 8 मंत्रियों को दोबारा टिकट मिला है। 25 नए चेहरे हैं। 7 विधायकों का टिकट काटा गया है। लिस्ट में 8 महिलाएं हैं। CM नायब सैनी करनाल की जगह कुरुक्षेत्र की लाडवा सीट से चुनाव लड़ेंगे। अनिल विज को अंबाला कैंट से ही टिकट दिया गया है। (पूरी खबर पढ़ें) भाजपा के 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का पूरा एनालिसिस, परिवारवाद-दलबदलुओं से परहेज नहीं; एंटी इनकंबेंसी से बचने को टिकट काटे, नए चेहरे उतारे हरियाणा में सरकार की हैट्रिक के लिए BJP ने 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में जीत के सारे दांव-पेंच खेल दिए हैं। कांग्रेस से पहले लिस्ट जारी कर भाजपा ने मनोवैज्ञानिक बढ़त पाने की कोशिश की है। वहीं जिस परिवारवाद को लेकर भाजपा लगातार विरोधी दलों को निशाना बनाती रही, उसी से खुद परहेज नहीं किया। जीत पक्की करने के लिए खुलकर नेताओं के बेटी-बेटों और पत्नी को टिकट दी गई। यह भाजपा की विधानसभा में जीत के लिए बड़े नेताओं से भी जोर लगवाने की प्लानिंग का हिस्सा है। (पूरी खबर पढ़ें) भाजपा की पहली लिस्ट के 67 उम्मीदवारों की डिटेल्ड प्रोफाइल:पहली लिस्ट में 5 हारे चेहरों पर दांव, 10 दलबदलुओं को भी टिकट दी हरियाणा में भाजपा ने 67 नामों की जो पहली लिस्ट जारी की है, उसमें 25 नए चेहरे हैं। इस लिस्ट में 5 टिकट उन नेताओं को मिले हैं, जो पिछली बार हारे थे। CM समेत 4 विधायकों की सीट बदली गई है। 8 विधायकों की टिकट काटी गई है। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में 24 घंटे में 4 विधायकों ने JJP छोड़ी:इस्तीफा देने वालों में 2 पूर्व मंत्री; 1 BJP-3 कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं
हरियाणा में 24 घंटे में 4 विधायकों ने JJP छोड़ी:इस्तीफा देने वालों में 2 पूर्व मंत्री; 1 BJP-3 कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं हरियाणा में विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद से जननायक जनता पार्टी (JJP) में घमसान मचा है। पूर्व श्रम मंत्री अनूप धानक के इस्तीफे के बाद शनिवार को शाहबाद से विधायक रामकरण काला, गुहला चीका से विधायक ईश्वर सिंह और टोहाना से विधायक देवेंद्र बबली ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। डॉ. अजय सिंह चौटाला को लिखे लेटर में विधायक ईश्वर सिंह और रामकरण काला ने इस्तीफे के पीछे निजी कारण लिखे हैं। देवेंद्र बबली ने कहा, ‘5 साल पहले जब वह कांग्रेस में थे तो परिस्थितियां अलग थीं। तब जनता और साथ चलने वाले लोगों की राय पर वह जजपा में आए। अब 5 साल बाद परिस्थितियां बदल चुकी हैं, इसलिए वे इस्तीफा दे रहे हैं। उनके साथी और कमेटी आगे का फैसला करेगी। विधायक व मंत्री के रूप में टोहाना व हरियाणा को आगे बढ़ाया, लेकिन अब परिस्थितियां बदल चुकी हैं।’ विधायकों के करीबियों के मुताबिक, रामकरण काला, ईश्वर सिंह और देवेंद्र बबली कांग्रेस जॉइन कर सकते हैं। वहीं पूर्व मंत्री अनूप धानक के BJP में शामिल होने की चर्चा है। दिग्विजय चौटाला बोले- फर्क नहीं पड़ता JJP के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि कई लोगों ने हमें धोखा दिया है। किसी के आने और जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता। विधानसभा चुनाव के लिए JJP पूरी तरह तैयार है। हम पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएंगे। पार्टी सचिव बोले- पहले हमने नोटिस भी दिए थे लगातार 4 विधायकों के इस्तीफे के बाद JJP के प्रदेश कार्यालय सचिव रणधीर सिंह ने कहा कि जब पार्टी बनी तो ये दूसरी पार्टियों से आए थे। चुनाव होने के बाद ये विधायक बन गए। अब इन्होंने पार्टी छोड़ दी। हमने इन विधायकों को पार्टी के खिलाफ काम करने पर नोटिस भी दिए थे। रामकरण काला का 2 बार जवाब भी आया था। उन्होंने बताया था कि मैं किसी पार्टी के साथ नहीं हूं। हमने लोकसभा चुनाव के दौरान रामनिवास सुरजाखेड़ा और जोगीराम सिहाग के खिलाफ याचिका दायर की थी। वह चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों के कार्यक्रम में पहुंचे थे। गठबंधन टूटने के बाद विधायकों में टूट शुरू हुई 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में JJP ने 10 सीट जीती थी। बहुमत से चूकी BJP ने JJP के साथ मिलकर सरकार बनाई। उस दौरान मनोहर लाल मुख्यमंत्री और दुष्यंत चौटाला को डिप्टी सीएम बनाया गया। JJP कोटे से अनूप धानक श्रम एंव रोजगार राज्यमंत्री और देवेंद्र बबली पंचायत मंत्री बने। 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों का गठबंधन टूट गया। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह भी इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो गए। JJP विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा और विधायक जोगीराम सिहाग भी भाजपा के कार्यक्रमों में नजर आए। इसके बाद JJP ने दोनों विधायकों को नोटिस जारी किया। साथ ही सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के पास याचिका लगाई। अभी याचिका पर फैसला नहीं आया है। JJP के साथ सिर्फ 3 विधायक 4 विधायकों के पार्टी से इस्तीफे के बाद जजपा के साथ अब 6 विधायक हैं। इनमें से 3 रामनिवास सुरजाखेड़ा, जोगीराम सिहाग और रामकुमार गौतम भी जजपा से दूरी बनाए हुए हैं। फिलहाल JJP के साथ उचाना से विधायक दुष्यंत चौटाला, बाढड़ा से विधायक उनकी मां नैना चौटाला और जुलाना से विधायक अमरजीत ढांडा ही साथ हैं। बबली लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ दिखे देवेंद्र बबली ने वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में टोहाना विधानसभा से कांग्रेस की टिकट न मिलने के बाद जजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। उस दौरान एक लाख से भी ज्यादा वोट पाकर उन्होंने तत्कालीन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को करारी शिकस्त दी थी। बाद में जजपा कोटे से उन्हें दिसंबर 2021 में विकास एवं पंचायत मंत्री बनाया गया। लोकसभा चुनाव के दौरान देवेंद्र बबली ने सिरसा से कांग्रेस की उम्मीदवार कुमारी सैलजा को समर्थन दिया था। अनूप धानक दुष्यंत चौटाला के करीबियों में रहे अनूप धानक 2 बार उकलाना से विधायक चुने गए हैं। एक बार वह इनेलो से जीते और दूसरी बार उन्होंने जजपा से टिकट लेकर चुनाव लड़ा और जीता। इस बार भी वह उकलाना से जजपा के उम्मीदवार के तौर पर देखे जा रहे थे, लेकिन उससे पहले ही उन्होंने पार्टी को छोड़ दिया। अनूप धानक की गिनती दुष्यंत चौटाला के करीबियों में होती थी। गठबंधन सरकार बनने के बाद दुष्यंत ने ही उन्हें राज्यमंत्री बनवाया था। ईश्वर सिंह का बेटा पहले ही कांग्रेस में, पिछले साल बाढ़ में झेल चुके विरोध
जननायक जनता पार्टी छोड़ने वाले गुहला के विधायक और पूर्व राज्यसभा मेंबर ईश्वर सिंह के बेटे रणधीर सिंह पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। वह लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के मंचों पर खुलकर नजर आए थे। पिछले साल मानसून सीजन के दौरान गुहला-चीका इलाके में घग्गर नदी की वजह से बाढ़ आ गई थी। तब लोगों ने विधायक ईश्वर सिंह का खूब विरोध किया था। ईश्वर सिंह 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर जेजेपी में शामिल हुए थे और पार्टी में आते ही दुष्यंत चौटाला ने उन्हें गुहला से टिकट दे दिया था।
अंबाला में डीजे नाइट में फायरिंग:युवक को लगे छर्रे, मची भगदड़; साथी बोले- सभी झूम रहे थे, अचानक धमाका हुआ
अंबाला में डीजे नाइट में फायरिंग:युवक को लगे छर्रे, मची भगदड़; साथी बोले- सभी झूम रहे थे, अचानक धमाका हुआ हरियाणा के अंबाला जिले में डीजे नाइट के दौरान हवाई फायरिंग होने का मामला सामने आया है। मामला 12 जुलाई की रात को खाडूखेड़ा गांव का है, जिसमें छर्रे लगने के कारण नगला जट्टान गांव निवासी मंजीत को चोट आई है। युवक को खून से लथपथ हालत में अंबाला कैंट के सिविल हॉस्पिटल लाया गया था, जहां से डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद उसे चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया था। अभी वहां उसका इलाज चल रहा है। घायल मंजीत के साथियों ने बताया कि मंजीत डीजे का काम करता है। वह किसी की डीजे नाइट पार्टी में डीजे वालों के संग गया था। गीतों पर सभी झूम रहे थे कि तभी धमाके की आवाज आई और कुछ छर्रे अचानक बाजू में आकर लगे। देखते ही देखते डीजे नाइट में हलचल मच गई। बयान दर्ज करके आगामी कार्रवाई करेगी पुलिस साहा थाना प्रभारी जितेंद्र ने बताया कि अस्पताल से रूक्का मिला था। घायल के बयान दर्ज करने के लिए पुलिस मुलाजिम चंडीगढ़ भी गए थे, लेकिन युवक अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है। सोमवार को एक बार फिर जाकर बयान दर्ज किए जाएंगे। उसी के बाद स्थिति स्पष्ट होगी कि आखिर क्या हुआ था। आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
फरीदाबाद में विवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत:उधार के 50 हजार रुपए को लेकर पति-पत्नी में था विवाद; फंदे पर लटकी मिली
फरीदाबाद में विवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत:उधार के 50 हजार रुपए को लेकर पति-पत्नी में था विवाद; फंदे पर लटकी मिली हरियाणा के फरीदाबाद में एक विवाहित महिला की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। पति-पत्नी में उधार लिए 50 हजार रुपए को लेकर विवाद था। मृतका के भाई ने जीजा पर उसकी बहन की फंदे पर लटका कर हत्या करने के आरोप लगाए हैं। प्रारंभिक जांच में महिला की मौत को आत्महत्या मान रही है। छानबीन जारी है। शव को पोस्टमार्टम के बाद वारिसों को सौंप दिया गया है। कोमल पांचाल ने बताया कि उसकी बहन मनीषा की शादी वर्ष 2013 में फरीदाबाद के इंदिरा नगर के रहने वाले जतिन से हुई थी। वह उत्तर प्रदेश के जिला बागपत गांव फतेहपुर पुट्टी के रहने वाले हैं। शादी के बाद से सब कुछ ठीक चल रहा था। इस दौरान उसकी बहन मनीषा ने 3 बच्चों को जन्म दिया। फिलहाल जतिन- मनीषा और अपने बच्चों के साथ बल्लभगढ़ की तिरखा कॉलोनी में किराए के मकान में रह रहे थे। कोमल पांचाल ने दावा किया कि उन्हें बीते कल देर शाम 6:00 बजे उनके जीजा जतिन ने फोन करके बताया कि तुम्हारी बहन मनीषा ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। जब वह लोग फरीदाबाद में आए तो मनीषा का शव बादशाह खान सिविल अस्पताल को मोर्चरी में रखा हुआ था। उसके शरीर पर चोट के निशान भी थे। उन्हें शक है कि उनके जीजा मनीष ने उसकी बहन की गला घोंट कर हत्या की है। कोमल पांचाल ने बताया कि उनकी बुआ की बेटी के देवर बाबी से उनके जीजा जतिन ने 50 हजार रुपए उधार लिए हुए थे। जिन्हें वह लंबे समय से लौटा नहीं रहा था। उन्हीं रुपयों को लौटाने के लिए मनीषा और जतिन का आए दिन झगड़ा होता रहता था। मनीषा ने रुपए को लौटाने के लिए कल भी जतिन पर दबाव बनाया था। जतिन ने रुपए लौटाने की कहने पर पत्नी के साथ मारपीट कर दी और उसकी फंदा लगाकर हत्या कर दी। फरीदाबाद पुलिस की जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर स्वीटी ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची थी। तब तक पड़ोस की रहने वाली एक महिला ने उसके गले में पंखे से बंधी चुन्नी को काटकर नीचे उतार लिया था। दरवाजा अंदर से बंद था। महिला और उसके बच्चों ने भी यही बताया है। प्रथम दृष्टि यह आत्महत्या का मामला लग रहा है। फिर भी मामले की बारीकी से जांच की जा रही है।