हरियाणा में BJP सांसद गिफ्टों से परेशान:कहा- मुझे कोई उपहार न दें, इस संस्कृति को रोकना जरूरी, निर्विरोध चुनाव जीत चुकीं

हरियाणा में BJP सांसद गिफ्टों से परेशान:कहा- मुझे कोई उपहार न दें, इस संस्कृति को रोकना जरूरी, निर्विरोध चुनाव जीत चुकीं

हरियाणा की राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा इन दिनों तोहफों से काफी परेशान हैं। दरअसल, रेखा शर्मा हाल ही में हरियाणा से राज्यसभा सांसद बनी हैं। पंचकूला में राजनीतिक रूप से सक्रिय रेखा शर्मा इससे पहले राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। राज्यसभा सांसद बनने के बाद वह दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा में भी काफी सक्रिय हैं। इस दौरान लोग उनसे मिल रहे हैं, और उन्हें महंगे गुलदस्ते और तोहफे दे रहे हैं। वह इन तोहफों से काफी असहज हैं राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा- “मैं अपने सभी शुभचिंतकों से अपील करती हूं कि वे मुझे किसी भी अवसर पर कोई फूल या उपहार न दें। क्योंकि मैं नहीं चाहती कि कोई मुझ पर पैसा खर्च करे। किसी को इस संस्कृति को रोकना होगा। अगर कोई मुझे कुछ उपहार देना चाहता है, तो कृपया मेरे नाम पर एक पेड़ लगाएं। रेखा शर्मा की सोशल मीडिया पोस्ट.. निर्विरोध सांसद चुनी गई हैं रेखा शर्मा
भाजपा नेता रेखा शर्मा हरियाणा से निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुनी गई हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस या किसी अन्य पार्टी के किसी उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया। नामांकन वापस लेने के अंतिम दिन 13 दिसंबर को उन्हें जीत का प्रमाण पत्र दिया गया हरियाणा की 15वीं विधानसभा में पानीपत जिले के इसराना निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीतने के बाद कृष्ण लाल पंवार ने राज्यसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। अब रेखा शर्मा इस सीट से राज्यसभा सांसद बन गई हैं। रेखा शर्मा का हरियाणा से राज्यसभा सदस्य के तौर पर कार्यकाल पूरे छह साल नहीं बल्कि करीब साढ़े तीन साल यानी 1 अगस्त 2028 तक होगा। महिला आयोग से रेखा शर्मा पहुंचीं राज्यसभा
1964 में जन्मीं रेखा शर्मा ने उत्तराखंड से राजनीति विज्ञान में डिग्री लेने के बाद मार्केटिंग और एडवरटाइजिंग में डिप्लोमा किया। हालांकि इसके बाद उनका करियर सीधे राजनीति की ओर बढ़ गया। वह हरियाणा में पंचकूला बीजेपी की जिला सचिव थीं। वह मीडिया विभाग भी संभालती थीं। इसमें उनकी एडवरटाइजिंग की पढ़ाई काफी काम आई। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद साल 2015 में उन्हें राष्ट्रीय महिला आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। जिसके बाद 2018 में उनका कार्यकाल फिर से बढ़ा दिया गया। रेखा शर्मा करीब 9 साल तक राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकी हैं। हरियाणा की राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा इन दिनों तोहफों से काफी परेशान हैं। दरअसल, रेखा शर्मा हाल ही में हरियाणा से राज्यसभा सांसद बनी हैं। पंचकूला में राजनीतिक रूप से सक्रिय रेखा शर्मा इससे पहले राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। राज्यसभा सांसद बनने के बाद वह दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा में भी काफी सक्रिय हैं। इस दौरान लोग उनसे मिल रहे हैं, और उन्हें महंगे गुलदस्ते और तोहफे दे रहे हैं। वह इन तोहफों से काफी असहज हैं राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा- “मैं अपने सभी शुभचिंतकों से अपील करती हूं कि वे मुझे किसी भी अवसर पर कोई फूल या उपहार न दें। क्योंकि मैं नहीं चाहती कि कोई मुझ पर पैसा खर्च करे। किसी को इस संस्कृति को रोकना होगा। अगर कोई मुझे कुछ उपहार देना चाहता है, तो कृपया मेरे नाम पर एक पेड़ लगाएं। रेखा शर्मा की सोशल मीडिया पोस्ट.. निर्विरोध सांसद चुनी गई हैं रेखा शर्मा
भाजपा नेता रेखा शर्मा हरियाणा से निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुनी गई हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस या किसी अन्य पार्टी के किसी उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया। नामांकन वापस लेने के अंतिम दिन 13 दिसंबर को उन्हें जीत का प्रमाण पत्र दिया गया हरियाणा की 15वीं विधानसभा में पानीपत जिले के इसराना निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीतने के बाद कृष्ण लाल पंवार ने राज्यसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। अब रेखा शर्मा इस सीट से राज्यसभा सांसद बन गई हैं। रेखा शर्मा का हरियाणा से राज्यसभा सदस्य के तौर पर कार्यकाल पूरे छह साल नहीं बल्कि करीब साढ़े तीन साल यानी 1 अगस्त 2028 तक होगा। महिला आयोग से रेखा शर्मा पहुंचीं राज्यसभा
1964 में जन्मीं रेखा शर्मा ने उत्तराखंड से राजनीति विज्ञान में डिग्री लेने के बाद मार्केटिंग और एडवरटाइजिंग में डिप्लोमा किया। हालांकि इसके बाद उनका करियर सीधे राजनीति की ओर बढ़ गया। वह हरियाणा में पंचकूला बीजेपी की जिला सचिव थीं। वह मीडिया विभाग भी संभालती थीं। इसमें उनकी एडवरटाइजिंग की पढ़ाई काफी काम आई। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद साल 2015 में उन्हें राष्ट्रीय महिला आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। जिसके बाद 2018 में उनका कार्यकाल फिर से बढ़ा दिया गया। रेखा शर्मा करीब 9 साल तक राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकी हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर