नवनिर्वाचित हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) को जल्द ही नया अध्यक्ष मिल जाएगा। 8 नए मनोनीत सदस्यों पर सहमति बनने के बाद अब शपथ ग्रहण की प्रक्रिया दो दिन बाद शुरू की जाएगी, इसी दिन संभावना है कि कमेटी के नए अध्यक्ष का नाम भी ऐलान कर दिया जाए। हालांकि कमेटी में 9 सदस्यों को मनोनीत किया जाना था। पंचकूला में हुई बैठक में 9 नाम फाइनल हो गए। कमेटी के चुनाव में जीते 40 सदस्यों ने सदस्य मनोनीत किए हैं। अब संभावना है कि आने वाली 13 मई को पंचकूला में सभी 49 सदस्यों को शपथ दिलाई जा सकती है। इसी दिन कमेटी के अध्यक्ष का भी नाम फाइल होगा। नए मनोनीत मेंबरों में ये 9 नाम कमेटी में नए मनोनीत मेंबरों में अंबाला के बलकार सिंह, सिरसा के सेवा सिंह, पानीपत के भूपेंद्र सिंह, करनाल के सिमरनजीत कौर, करतार कौर, फतेहाबाद के गुरमेल सिंह, सिरसा के बलजीत सिंह और अंबाला के दिलबाग सिंह और यही से हरिंदर सिंह का नाम शामिल हैं। हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के चुनाव के लिए बनाए गए आयोग के अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस एस भल्ला की अध्यक्षता में हुई थी। बैठक में आयोग के मेंबर सेक्रेटरी ( HCS ) संदीप कुमार भी मौजूद रहे। 5 मेंबरी पैनल नहीं कर पाया था नाम फाइनल नवनिर्वाचित हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) में नौ अतिरिक्त सदस्यों को शामिल करने के लिए गठित पांच सदस्यीय पैनल आम सहमति बनाने में विफल रहा था। इस कारण अब जस्टिस एचएस भल्ला (रिटायर्ड) की अध्यक्षता वाले गुरुद्वारा चुनाव आयोग ने 11 मई को पंचकूला में पूर्ण सदन की बैठक बुलाई थी। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन अधिनियम, 2014 के तहत सह-चयन प्रक्रिया एक कानूनी आवश्यकता है, जिसके तहत दो सिख महिलाओं, अनुसूचित जाति या पिछड़े वर्ग के तीन सदस्यों, दो सिख बुद्धिजीवियों और पंजीकृत सिंह सभाओं के दो अध्यक्षों को शामिल करना अनिवार्य है। इन नौ सह-चयनित सदस्यों के बिना, 40 सदस्यीय HSGMC शपथ नहीं ले सकता है या आधिकारिक कार्य नहीं कर सकता है। 4 मई को गठित हुआ था पैनल 4 मई को गठित पांच सदस्यीय पैनल में पंथक दल (झिंडा) के नेता जगदीश सिंह झिंडा, अकाल पंथक मोर्चा के प्रकाश सिंह साहूवाला, सिख पंथक मोर्चा के बलदेव सिंह कैमपुर और निर्दलीय अंग्रेज सिंह रानिया और गुरबीर सिंह रादौर शामिल थे। हालांकि, गत बुधवार को दिल्ली में विचार-विमर्श के बावजूद वे सर्वसम्मति से निर्णय पर नहीं पहुंच सके। इसके बाद साहूवाला ने बताया, ‘हमने कोशिश की, लेकिन कोई आम सहमति नहीं बन पाई।’ इसे दोहराते हुए झिंडा ने कहा, ‘हमने प्रयास किए, लेकिन अब निर्णय पूरे सदन को लेना है। जनवरी चुनाव में 40 मेंबर चुने जा चुके 19 जनवरी, 2025 को हुए पहले चुनावों में, सिख समुदाय द्वारा सीधे तौर पर 40 सदस्य चुने गए: 22 निर्दलीय, पंथक दल (झिंडा) से नौ, शिअद से संबद्ध हरियाणा सिख पंथक दल से छह और दीदार सिंह नलवी की सिख समाज संस्था से तीन।बाद में, 19 निर्दलीय विधायकों ने अकाल पंथक मोर्चा का गठन किया, जिसने सिख पंथक दल के छह सदस्यों के साथ गठबंधन किया, जिससे 25 का बहुमत वाला ब्लॉक बना। हालांकि, कई दलबदलुओं ने तब से गठबंधन बदल दिया है। नवनिर्वाचित हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) को जल्द ही नया अध्यक्ष मिल जाएगा। 8 नए मनोनीत सदस्यों पर सहमति बनने के बाद अब शपथ ग्रहण की प्रक्रिया दो दिन बाद शुरू की जाएगी, इसी दिन संभावना है कि कमेटी के नए अध्यक्ष का नाम भी ऐलान कर दिया जाए। हालांकि कमेटी में 9 सदस्यों को मनोनीत किया जाना था। पंचकूला में हुई बैठक में 9 नाम फाइनल हो गए। कमेटी के चुनाव में जीते 40 सदस्यों ने सदस्य मनोनीत किए हैं। अब संभावना है कि आने वाली 13 मई को पंचकूला में सभी 49 सदस्यों को शपथ दिलाई जा सकती है। इसी दिन कमेटी के अध्यक्ष का भी नाम फाइल होगा। नए मनोनीत मेंबरों में ये 9 नाम कमेटी में नए मनोनीत मेंबरों में अंबाला के बलकार सिंह, सिरसा के सेवा सिंह, पानीपत के भूपेंद्र सिंह, करनाल के सिमरनजीत कौर, करतार कौर, फतेहाबाद के गुरमेल सिंह, सिरसा के बलजीत सिंह और अंबाला के दिलबाग सिंह और यही से हरिंदर सिंह का नाम शामिल हैं। हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के चुनाव के लिए बनाए गए आयोग के अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस एस भल्ला की अध्यक्षता में हुई थी। बैठक में आयोग के मेंबर सेक्रेटरी ( HCS ) संदीप कुमार भी मौजूद रहे। 5 मेंबरी पैनल नहीं कर पाया था नाम फाइनल नवनिर्वाचित हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) में नौ अतिरिक्त सदस्यों को शामिल करने के लिए गठित पांच सदस्यीय पैनल आम सहमति बनाने में विफल रहा था। इस कारण अब जस्टिस एचएस भल्ला (रिटायर्ड) की अध्यक्षता वाले गुरुद्वारा चुनाव आयोग ने 11 मई को पंचकूला में पूर्ण सदन की बैठक बुलाई थी। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन अधिनियम, 2014 के तहत सह-चयन प्रक्रिया एक कानूनी आवश्यकता है, जिसके तहत दो सिख महिलाओं, अनुसूचित जाति या पिछड़े वर्ग के तीन सदस्यों, दो सिख बुद्धिजीवियों और पंजीकृत सिंह सभाओं के दो अध्यक्षों को शामिल करना अनिवार्य है। इन नौ सह-चयनित सदस्यों के बिना, 40 सदस्यीय HSGMC शपथ नहीं ले सकता है या आधिकारिक कार्य नहीं कर सकता है। 4 मई को गठित हुआ था पैनल 4 मई को गठित पांच सदस्यीय पैनल में पंथक दल (झिंडा) के नेता जगदीश सिंह झिंडा, अकाल पंथक मोर्चा के प्रकाश सिंह साहूवाला, सिख पंथक मोर्चा के बलदेव सिंह कैमपुर और निर्दलीय अंग्रेज सिंह रानिया और गुरबीर सिंह रादौर शामिल थे। हालांकि, गत बुधवार को दिल्ली में विचार-विमर्श के बावजूद वे सर्वसम्मति से निर्णय पर नहीं पहुंच सके। इसके बाद साहूवाला ने बताया, ‘हमने कोशिश की, लेकिन कोई आम सहमति नहीं बन पाई।’ इसे दोहराते हुए झिंडा ने कहा, ‘हमने प्रयास किए, लेकिन अब निर्णय पूरे सदन को लेना है। जनवरी चुनाव में 40 मेंबर चुने जा चुके 19 जनवरी, 2025 को हुए पहले चुनावों में, सिख समुदाय द्वारा सीधे तौर पर 40 सदस्य चुने गए: 22 निर्दलीय, पंथक दल (झिंडा) से नौ, शिअद से संबद्ध हरियाणा सिख पंथक दल से छह और दीदार सिंह नलवी की सिख समाज संस्था से तीन।बाद में, 19 निर्दलीय विधायकों ने अकाल पंथक मोर्चा का गठन किया, जिसने सिख पंथक दल के छह सदस्यों के साथ गठबंधन किया, जिससे 25 का बहुमत वाला ब्लॉक बना। हालांकि, कई दलबदलुओं ने तब से गठबंधन बदल दिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
