हिमाचल प्रदेश में कल और परसो दो दिन वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव रहेगा। इससे 15 नवंबर को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और लाहौल स्पीति की अधिक ऊंची चोटियों पर हिमपात और बारिश हो सकती है। वहीं 16 नवंबर को लाहौल स्पीति और चंबा में हल्के हिमपात का पूर्वानुमान है। अन्य जिलों में मौसम साफ रहेगा। मौसम विभाग (IMD) ने अगले चार दिन के लिए घनी धुंध छाने का येलो अलर्ट जारी किया है। आज के लिए ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और मंडी में धुंध का अलर्ट है, जबकि कल से अगले तीन दिन के लिए मंडी और बिलासपुर जिले में अलर्ट जारी किया गया है। IMD के अनुसार जब तक अच्छी बारिश और बर्फबारी नहीं होती तब तक मैदानी इलाकों में धुंध लोगों को परेशान करती रहेगी। खासकर सुबह के वक्त इससे विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिर जाएगी। इसे देखते हुए वाहनों चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। IMD की माने तो कल एक्टिव हो रहा WD ज्यादा स्ट्रॉन्ग नहीं है। इसलिए हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना है। 44 दिन से नहीं हुई बारिश प्रदेश में 44 दिन से बारिश नहीं हो रही। इससे सूखे जैसे हालात बन गए है। 6 जिले चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में तो पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी। अन्य जिलों में भी नाममात्र बूंदाबांदी हुई है। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ रही है। 90 प्रतिशत जमीन पर गेंहू की बुआई नहीं कर पाए किसान किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पा रहा। कृषि विभाग के अनुसार, इसकी बुआई के लिए मैदानी इलाकों में अब आज दिन शेष बचा है। मध्यम और पर्वतीय इलाकों में 15 दिन पहले बुवाई का समय बीत गया है। मगर इस बार सूखे की वजह से 90 प्रतिशत जमीन पर किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पाया। हिमाचल प्रदेश में कल और परसो दो दिन वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव रहेगा। इससे 15 नवंबर को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और लाहौल स्पीति की अधिक ऊंची चोटियों पर हिमपात और बारिश हो सकती है। वहीं 16 नवंबर को लाहौल स्पीति और चंबा में हल्के हिमपात का पूर्वानुमान है। अन्य जिलों में मौसम साफ रहेगा। मौसम विभाग (IMD) ने अगले चार दिन के लिए घनी धुंध छाने का येलो अलर्ट जारी किया है। आज के लिए ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और मंडी में धुंध का अलर्ट है, जबकि कल से अगले तीन दिन के लिए मंडी और बिलासपुर जिले में अलर्ट जारी किया गया है। IMD के अनुसार जब तक अच्छी बारिश और बर्फबारी नहीं होती तब तक मैदानी इलाकों में धुंध लोगों को परेशान करती रहेगी। खासकर सुबह के वक्त इससे विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिर जाएगी। इसे देखते हुए वाहनों चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। IMD की माने तो कल एक्टिव हो रहा WD ज्यादा स्ट्रॉन्ग नहीं है। इसलिए हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना है। 44 दिन से नहीं हुई बारिश प्रदेश में 44 दिन से बारिश नहीं हो रही। इससे सूखे जैसे हालात बन गए है। 6 जिले चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में तो पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी। अन्य जिलों में भी नाममात्र बूंदाबांदी हुई है। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ रही है। 90 प्रतिशत जमीन पर गेंहू की बुआई नहीं कर पाए किसान किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पा रहा। कृषि विभाग के अनुसार, इसकी बुआई के लिए मैदानी इलाकों में अब आज दिन शेष बचा है। मध्यम और पर्वतीय इलाकों में 15 दिन पहले बुवाई का समय बीत गया है। मगर इस बार सूखे की वजह से 90 प्रतिशत जमीन पर किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पाया। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल में कार दुर्घटनाग्रस्त, पति-पत्नी समेत 3 की मौत:एक गंभीर रूप से घायल; 200 मीटर गहरी खाई में गिरी कार
हिमाचल में कार दुर्घटनाग्रस्त, पति-पत्नी समेत 3 की मौत:एक गंभीर रूप से घायल; 200 मीटर गहरी खाई में गिरी कार हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के रामपुर में बीती शाम को एक गाड़ी दुर्घाटनाग्रस्त हो गई। इमसें सवार पत्नी पत्नी समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य कार सवार गंभीर रूप से घायल है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, यह हादसा सोमवार शाम के वक्त रामपुर के भद्राश में पेश आया। दो मृतकों के शव रात 8 बजे तक बरामद कर दिए गए, जबकि तीसरे मृतक का शव रात 11 बजे तक खाई से निकाला जा सका। रात में अंधेरा होने की वजह से तीसरे मृतक के शव को खोजने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। मृतक की पहचान मिंटू चौहान (27) पुत्र यशपाल बजेटली ननखड़ी, शीतल पत्नी मिंटू और आलोक शर्मा (24 साल) पुत्र राम कुमार ननखड़ी के तौर पर हुई है। वहीं अरुण चौहान (23) इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए है। घायल का सिविल हॉस्पिटल खनेरी में उपचार चल रहा है। पुलिस के अनुसार, HP 06-B-5069) नंबर की गाड़ी में ननखड़ी के बजेटली गांव के चार लोग ननखड़ी की तरफ जा रहे थे। इनकी गाड़ी भद्राश से करीब दो किलोमीटर दूर दुर्घटनाग्रस्त हो गई और करीब 200 गहरी खाई में जा गिरी। मृतकों के शवों का आज खनेरी अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। इसके बाद तीनों के शव परिजनों को सौंपे जाएंगे।
सोलन में हिंदू संगठनों ने निकाली आक्रोश रैली:नायब तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन, बांग्लादेश के खिलाफ की नारेबाजी
सोलन में हिंदू संगठनों ने निकाली आक्रोश रैली:नायब तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन, बांग्लादेश के खिलाफ की नारेबाजी हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला के कुनिहार में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के साथ हो रही हिंसा व निर्मम अत्याचार की घटनाओं के विरोध में राष्ट्रीय हिंदू संगठन व समाज के लोगों ने संगठन जिला अध्यक्ष सुभाष शर्मा की अगुवाई में विशाल आक्रोश रैली निकाली। प्रधानमंत्री को भेजा जाएगा ज्ञापन इस आक्रोश रैली के लिए सैंकड़ों हिंदू समाज के महिला पुरुष न्यू बस स्टैंड कुनिहार इकट्ठा हुए और वहां से नारेबाजी करते हुए कुनिहार बाजार होते हुए यह रैली उप तहसील कार्यालय तालाब कुनिहार पहुंची, जहां हिंदू समाज के लोगों ने नायब तहसील दार ललित कुमार को एक ज्ञापन सौंपा। जिनके माध्यम से यह ज्ञापन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा जाएगा। रैली में उपस्थित हिंदू समाज के लोगों ने आक्रोश स्वरूप बांग्लादेश के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। हमलों को देखकर हर हिंदू आहत ज्ञापन के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भारत सरकार से आग्रह किया गया है कि बांग्लादेश में हिंदुओं व उनकी संपत्तियों, धार्मिक स्थलों पर हो रहे बर्बरता पूर्ण हमलों को देखकर हर हिंदू आहत हैं। यह स्थिति अत्यंत चिंता जनक व पीड़ा दायक है। भारत सरकार से आग्रह किया गया कि इस विषय को समय रहते गंभीरता से लेकर शीघ्र उचित कदम उठाए जाए, जिससे हिंदू सुरक्षित रह सके। साथ ही बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल में अवैध रूप से रह रहे मुस्लिम समुदाय के लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की गई है।
हिमाचल उपचुनाव में भाजपा को भितरघात की आशंका:देहरा-नालागढ़ में खुलकर सामने आई नाराजगी, धवाला- हरप्रीत के रवैये से टेंशन में भाजपा
हिमाचल उपचुनाव में भाजपा को भितरघात की आशंका:देहरा-नालागढ़ में खुलकर सामने आई नाराजगी, धवाला- हरप्रीत के रवैये से टेंशन में भाजपा हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को भितरघात की आशंका है। भाजपा ने तीनों सीटों पर निर्दलीय पूर्व विधायकों को टिकट दिया है। इससे 2022 के विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों के साथ-साथ भावी टिकट के दावेदार भी पार्टी से नाराज हैं। भाजपा को देहरा और नालागढ़ सीट पर भितरघात की आशंका ज्यादा है। देहरा में पूर्व मंत्री रमेश चंद धवाला ने खुलेआम ऐलान कर दिया है कि वह पार्टी प्रत्याशी होशियार सिंह के लिए वोट नहीं मांगेंगे। उनकी नाराजगी सिर्फ होशियार सिंह से ही नहीं बल्कि भाजपा हाईकमान के बड़े नेताओं से भी है। नाराज धवाला ने कहा है कि भेड़ की खाल में भेड़िये ने उनके साथ जो किया है, उसकी पाई-पाई वह लेंगे। भाजपा के कई नेताओं ने धवाला को मनाने की कोशिश की। लेकिन वह नहीं माने। इसलिए उपचुनाव में उनकी नाराजगी भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। नालागढ़ में बागी हरप्रीत BJP के लिए चुनौती उधर, नालागढ़ सीट पर भी भाजपा के सह-मीडिया प्रभारी हरप्रीत सिंह पार्टी से बगावत करके निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उनके चुनाव लड़ने से भी भाजपा को यहां भी भीतरघात का डर है। हरप्रीत सिंह को भाजपा हल्के में नहीं ले रही, क्योंकि वह तीन बार के BJP के पूर्व विधायक एवं दिग्गज नेता हरि नारायण सैणी के भतीजे हैं। हरप्रीत के चुनाव लड़ने से कांग्रेस को उम्मीदें हरप्रीत सिंह के चुनाव लड़ने से कांग्रेस को बहुत ज्यादा उम्मीद है। ऐसे में बीजेपी अगर नालागढ़ में अपने कॉडर को एकजुट नहीं रख पाई तो यहां पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसी तरह 2022 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी लखविंदर राणा का इशारा भी बीजेपी की जीत-हार की पटकथा लिखेगा। हालांकि बीजेपी नाराज लखविंदर राणा को मनाने में कामयाब रही है। मगर उनके समर्थकों में नाराजगी है। हमीरपुर में भी अंदरखाते भाजपा नेताओं में नाराजगी हमीरपुर में भी बीजेपी को भीतरघात का डर है। निर्दलीय एवं पूर्व विधायक आशीष शर्मा को टिकट देने से बीजेपी के कई नेता अंदरखाते नाराज है। आशीष शर्मा यदि बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतते हैं तो पूर्व विधायक नरेंद्र ठाकुर समेत युवा भाजपा नेताओं के कई साल तक चुनाव लड़ने के सपने पर पानी फिर सकता है। इससे पार्टी को यहां भी भीतरघात का डर है। कांग्रेस को तीनों सीटों पर लंबे समय से जीत नहीं लगी हाथ वहीं सत्तारूढ़ कांग्रेस को भीतरघात का ज्यादा डर नहीं है। मगर तीनों सीटों पर कांग्रेस को कई सालों से सत्ता नहीं मिल पाई है। देहरा में तो कांग्रेस एक बार भी चुनाव नहीं जीती। हमीरपुर सीट पर आखिरी बार 2007 में कांग्रेस जीती थी। इसके बाद लगातार तीन चुनाव में कांग्रेस की हार हुई है। हालांकि नालागढ़ सीट पर 2017 में कांग्रेस के लखविंदर राणा जरूर जीते थे। मगर 2022 में वह भी भाजपा में शामिल हो गए। इससे नालागढ़ में कांग्रेस की राह भी आसान नहीं है।