उत्तराखंड में चल रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों में हिमाचल के सावन बरवाल ने इतिहास 5000 मीटर दौड़ के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। सावन बरवाल ने गोल्ड मेडल जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया है। एथलीट सावन ने 5000 मीटर की दौड़ को मात्र 13 मिनट 45 सेकेंड में पूरा कर किया। इससे पहले महाराष्ट्र के धावक लक्ष्मण ने 10 साल पहले 13 मिनट 58 सेकेंड में 5000 मीटर दौड़ को पूरा किया था। मंडी जिले के जोगिंद्रनगर निवासी सावन बरवाल का अगला टारगेट अब ओलिंपिक और कॉमनवेल्थ गेम पर है। इससे पहले सावन बरवाल 10 हजार मीटर दौड़ भी 27 मिनट 49 सेकेंड में पूरी कर गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। सावन बरवाल अभी भारतीय सेना में कार्यरत है। कोच गोपाल ठाकुर के अनुसार, सावन राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। सावन ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने खेल प्रशिक्षकों को दिया है। जयराम-कंगना ने दी बधाई पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सावन को ‘देश का गोल्डन बॉय’ कहा है। मंडी की सांसद कंगना रनोट ने भी उपलब्धि के लिए सावन को बधाई दी है। उत्तराखंड में चल रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों में हिमाचल के सावन बरवाल ने इतिहास 5000 मीटर दौड़ के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। सावन बरवाल ने गोल्ड मेडल जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया है। एथलीट सावन ने 5000 मीटर की दौड़ को मात्र 13 मिनट 45 सेकेंड में पूरा कर किया। इससे पहले महाराष्ट्र के धावक लक्ष्मण ने 10 साल पहले 13 मिनट 58 सेकेंड में 5000 मीटर दौड़ को पूरा किया था। मंडी जिले के जोगिंद्रनगर निवासी सावन बरवाल का अगला टारगेट अब ओलिंपिक और कॉमनवेल्थ गेम पर है। इससे पहले सावन बरवाल 10 हजार मीटर दौड़ भी 27 मिनट 49 सेकेंड में पूरी कर गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। सावन बरवाल अभी भारतीय सेना में कार्यरत है। कोच गोपाल ठाकुर के अनुसार, सावन राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। सावन ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने खेल प्रशिक्षकों को दिया है। जयराम-कंगना ने दी बधाई पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सावन को ‘देश का गोल्डन बॉय’ कहा है। मंडी की सांसद कंगना रनोट ने भी उपलब्धि के लिए सावन को बधाई दी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
