हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अगले कल हल्की बारिश-बर्फबारी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, 29 अक्टूबर को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो सकता है। इससे चंबा, कांगड़ा और लाहौल स्पीति के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में हल्की बारिश व बर्फबारी हो सकती है। प्रदेश के अन्य 9 जिलों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। परसो यानी 30 अक्टूबर को मौसम फिर साफ हो जाएगा। आज भी प्रदेशभर में मौसम साफ रहेगा। प्रदेश में इस बार पोस्ट मानसून सीजन यानी अक्टूबर माह में नाम मात्र बारिश हुई है। एक से 28 अक्टूबर तक सामान्य से 97 प्रतिशत कम बादल बरसे है। 6 जिलों में पानी की बूंद तक नहीं बरसी छह जिले बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, सोलन, सिरमौर व कुल्लू में पानी की एक बूंद तक नहीं बरसी। कांगड़ा में भी मात्र 1.5 मिलीमीटर बारिश, किन्नौर में 0.4 मिलीमीटर, लाहौल स्पीति में 0.1 मिलीमीटर, मंडी में 3.4 मिलीमीटर, शिमला में 0.2 मिलीमीटर, और ऊना में 8.6 मिलीमीटर बारिश हुई है। ड्राइ स्पेल से तापमान में उछाल प्रदेश में लंबे ड्राइ स्पेल की वजह से तापमान सामान्य से ज्यादा चल रहा है। इससे अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में भी सर्दी का एहसास नहीं हो पा रहा। कई शहरों का पारा सामान्य से 6 डिग्री तक ज्यादा है। मौसम विभाग के अनुसार, कल्पा के तापमान में सामान्य की तुलना में सबसे ज्यादा 6.3 डिग्री का उछाल आया है। इससे कल्पा का अधिकतम तापमान 23.2 डिग्री पहुंच गया है। शिमला का तापमान सामान्य से 3.3 डिग्री ज्यादा शिमला का अधिकतम तापमान भी नॉर्मल की तुलना में 3.7 डिग्री के उछाल के बाद 23.3 डिग्री सेल्सियस हो गया है। भुंतर का पारा भी नॉर्मल से 3.4 डिग्री ज्यादा के साथ 29.9 डिग्री, सोलन का 3.3 डिग्री के उछाल के साथ 29.3 डिग्री, मनाली का अधिकतम तापमान सामान्य से 2.9 डिग्री के उछाल के साथ 22.8 डिग्री सेल्सियस हो गया है। हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अगले कल हल्की बारिश-बर्फबारी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, 29 अक्टूबर को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो सकता है। इससे चंबा, कांगड़ा और लाहौल स्पीति के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में हल्की बारिश व बर्फबारी हो सकती है। प्रदेश के अन्य 9 जिलों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। परसो यानी 30 अक्टूबर को मौसम फिर साफ हो जाएगा। आज भी प्रदेशभर में मौसम साफ रहेगा। प्रदेश में इस बार पोस्ट मानसून सीजन यानी अक्टूबर माह में नाम मात्र बारिश हुई है। एक से 28 अक्टूबर तक सामान्य से 97 प्रतिशत कम बादल बरसे है। 6 जिलों में पानी की बूंद तक नहीं बरसी छह जिले बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, सोलन, सिरमौर व कुल्लू में पानी की एक बूंद तक नहीं बरसी। कांगड़ा में भी मात्र 1.5 मिलीमीटर बारिश, किन्नौर में 0.4 मिलीमीटर, लाहौल स्पीति में 0.1 मिलीमीटर, मंडी में 3.4 मिलीमीटर, शिमला में 0.2 मिलीमीटर, और ऊना में 8.6 मिलीमीटर बारिश हुई है। ड्राइ स्पेल से तापमान में उछाल प्रदेश में लंबे ड्राइ स्पेल की वजह से तापमान सामान्य से ज्यादा चल रहा है। इससे अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में भी सर्दी का एहसास नहीं हो पा रहा। कई शहरों का पारा सामान्य से 6 डिग्री तक ज्यादा है। मौसम विभाग के अनुसार, कल्पा के तापमान में सामान्य की तुलना में सबसे ज्यादा 6.3 डिग्री का उछाल आया है। इससे कल्पा का अधिकतम तापमान 23.2 डिग्री पहुंच गया है। शिमला का तापमान सामान्य से 3.3 डिग्री ज्यादा शिमला का अधिकतम तापमान भी नॉर्मल की तुलना में 3.7 डिग्री के उछाल के बाद 23.3 डिग्री सेल्सियस हो गया है। भुंतर का पारा भी नॉर्मल से 3.4 डिग्री ज्यादा के साथ 29.9 डिग्री, सोलन का 3.3 डिग्री के उछाल के साथ 29.3 डिग्री, मनाली का अधिकतम तापमान सामान्य से 2.9 डिग्री के उछाल के साथ 22.8 डिग्री सेल्सियस हो गया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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खराब मौसम के कारण चंबा नहीं पहुंचे सीएम:अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला में पहली बार विधायक बने मुख्यातिथि; शिमला में रुके रहे सुक्खू मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शिमला चंबा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला में नहीं पहुंचे। यह पहला मौका रहा जब अंतरराष्ट्रीय का दर्जा मिलने के बाद किसी विधायक के हाथ मेला संपन्न हुआ। मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में मुख्यमंत्री को बतौर मुख्यातिथि शामिल होना था। लेकिन खराब मौसम के कारण मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर ने उड़ना नहीं भरपाई।दोपहर तक मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया शिमला के पहाड़ों में छाई धुंध के छंटने का इंतजार इस उम्मीद में करते रहे कि मौसम अपने मिजाज में कुछ तो नरमी दिखाएगा। विधायक नीरज नायर बने मुख्य अतिथि सीएम का दौरा रद्द होने के बाद समारोह की शोभायात्रा की अगुवाई बतौर मुख्य अतिथि चंबा विधायक नीरज नायर ने की। अखंड चंडी पैलेस से मिंजर मेला समापन शोभा यात्रा रवि नदी के लिए धूमधाम के साथ निकाली गई। जिसमें पारंपरिक वाद्य यंत्रों पर लोक नृत्य करते हुए लोक कलाकारों के समूह शामिल हुए। बारगाह में मंजरी गार्डन पहुंचकर मुख्य अतिथि ने पूजा अर्चना के बाद मिंजर को रावी नदी में प्रवाहित किया, इसके साथ ही यह आठ दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला धूमधाम से संपन्न हो गया। बारिश के बीच फंसे रहे सीएम चंबा सदर विधायक नीरज नैयर और मिंजर मेला आयोजन समिति शिमला में बार-बार संपर्क बना कर यह जानकारी लेते रहें कि मुख्यमंत्री कब चंबा को उड़ान भरेंगे। हर बार यही जानकारी मिली की मुख्यमंत्री व विधानसभा अध्यक्ष आगमन के लिए तैयार हैं। जैसे ही धुंध छटती है, तो मुख्यमंत्री का हेलिकॉप्टर उड़न भरेगा। शिमला के पहाडों से धुंध नहीं छटी और धर्मशाला में जमकर बारिश होती रही। दोपहर करीब दो बजे तक उम्मीदें बनी रहीं। हर कोई चाह रहा था कि सीएम चंबा जरूर आएं। क्योंकि जब भी कोई मुख्यमंत्री मिंजर मेला का मुख्यातिथि बनकर चंबा आता है, तो चंबा को विकास के नये तोहफे मिलते है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। लिहाजा अब की बार मिंजर के नाम दो रिकार्ड दर्ज हुए हैं। पहला की इस ऐतिहासिक अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला के अंतिम दिन ऑनलाइन शिलान्यास व लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसे मुख्यमंत्री ने शिमला से शामिल हुए। दूसरा यह कि पहली बार स्थानीय चंबा विधायक अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला समाचार कार्यक्रम के मुख्यातिथि बने।
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हिमाचल के पेंशनभोगियों की दिवाली:75 साल से अधिक उम्र के रिटायरियों को पूरा एरियर; क्लास-4 को 20% एरियर, नोटिफिकेशन जारी हिमाचल सरकार ने दिवाली से पेंशनभोगियों और क्लास-4 श्रेणी कर्मचारियों को दिवाली का तोहफा दिया है। वित्त सचिव ने 75 साल से अधिक आयु के सभी पेंशनर के बकाया एरियर और चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को 20 प्रतिशत एरियर के भुगतान की अधिसूचना जारी कर दी है। इसके अनुसार, सभी पेंशन भोगियों को 28 अक्टूबर की सैलरी के साथ बकाया एरियर और DA मिल जाएगा। इसी तरह चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को भी 20 प्रतिशत एरियर का भुगतान अक्टूबर की सैलरी के साथ कर दिया जाएगा। राज्य सरकार के इस फैसले से लगभग 15 हजार पेंशनर और लगभग 60 हजार चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को फायदा मिलेगा। 28 अक्टूबर के बाद पेंशन धारकों का पे स्केल का एरियर जीरो हो जाएगा, जबकि महंगाई भत्ते का एरियर ड्यू रहेगा। 1 जनवरी 2016 से पेंडिंग है एरियर हिमाचल की पूर्व सरकार ने 2021-22 में अपने सभी कर्मचारियों व पेंशनर को 1 जनवरी 2016 से नए वेतनमान के लाभ दे दिए थे। मगर पूर्व की सरकार ने एरियर का भुगतान नहीं किया। इस वजह से कर्मचारी और पेंशन एक-जनवरी 2016 से ड्यू एरियर की मांग कर रहे हैं। सीएम ने 15 अगस्त को की थी घोषणा हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 15 अगस्त को 75 साल से अधिक आयु के सभी पेंशन धारकों के एरियर के भुगतान की घोषणा की थी। अब इस घोषणा को अमलीजामा पहना दिया गया है। DA की अधिसूचना भी जारी इसी तरह एक जनवरी 2023 से 1 अक्टूबर 2024 तक के DA के भुगतान की अधिसूचना जारी कर दी गई है। इन पेंशनधारकों को अक्टूबर महीने की सैलरी व एरियर के साथ DA की किश्त भी दे दी जाएगी। राज्य सरकार ने इनका DA मौजूदा दर 38% से बढ़ाकर 42% किया है।
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हिमाचल में दिवाली से पहले खराब होने लगी हवा:5 शहरों का AQI लेवल 100 पार; धूल व पड़ोसी राज्यों की पराली की मार दिवाली से एक दिन पहले हिमाचल में हवा खराब होने लगी है। इससे एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बिगड़ रहा है। प्रदेश के 5 शहरों का AQI 100 माइक्रो ग्राम के स्तर को पार कर गया है। इसकी बड़ी वजह धूल और पड़ोसी राज्यों में जलाई जा रही पराली बताई जा रही है। बद्दी का AQI लेवल 177 माइक्रो ग्राम के साथ सबसे खराब हुआ है। हालांकि बीते 25 अक्टूबर को बद्दी में AQI 233 माइक्रो ग्राम पहुंच गया था। मगर तब राज्य के अन्य सभी शहरों में AQI लेवल 100 माइक्रो ग्राम से नीचे था। बीते 28 अक्टूबर को ऊना, पांवटा साहिब और बद्दी में तीन शहरों का AQI 100 पार पहुंचा था। 2 दिन पहले शानदार थी हिमाचल की हवा वहीं दो दिन पहले शिमला, धर्मशाला, मनाली की हवा बिल्कुल साफ सुथरी और इन तीनों शहरों का AQI लेवल 50 माइक्रो ग्राम से कम था। अब तीनों जगह AQI लेवल 50 माइक्रो ग्राम को पार कर गया है। कार्बन क्रेडिट स्टेट हिमाचल में एक साथ 5 शहरों का AQI लेवल 100 पार करना चिंताजनक है। मनाली का AQI 28 से बढ़कर 89 हुआ 2 दिन पहले शिमला का AQI 32 माइक्रो ग्राम था। बीते 24 घंटे में यह बढ़कर 52 माइक्रो ग्राम हो गया। इसी तरह 28 अक्टूबर को मनाली का AQI 28 माइक्रो ग्राम था जो अब 89 माइक्रो ग्राम, धर्मशाला का AQI दो दिन पहले 45 माइक्रो ग्राम से बढ़कर 67 हो गया है। यह दर्शाता है कि प्रदेश के सभी शहरों में हवा का स्तर बिगड़ने लगा है। राहत की बात यह है कि प्रदेश के किसी भी शहर में अभी 200 पार का लेवल नहीं हुआ, जो कि काफी खराब माना जाता है। ड्राइ स्पेल के कारण उड़ रही धूल प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में एक महीने से बारिश नहीं हुई। इससे चौतरफा धूल के गुबार उड़ रहे हैं। इसी तरह पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की वजह से उड़ रहे धुएं से भी प्रदेश की हवा खराब हो रही है। क्या होता है AQI AQI वायुमंडल में घुलने वाली खतरनाक गैस को मापने का जरिया है। यह हवा के जरिए गले, श्वास नली और फेफड़ों तक पहुंच जाता है। इससे अस्थमा व सांस के रोगों की शुरुआत होने का भय रहता है। धूल के कारण चर्म रोग और आंखों में भी जलन होती है। दिल्ली में इस कारण आपात जैसे हालात है।