हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में बीती शाम और रात में भारी बारिश हुई। इससे 150 से ज्यादा सड़कें फिर से यातायात के लिए बंद हो गई है। मौसम विभाग ने आज भी 5 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और सिरमौर जिला को दी गई है। अन्य जिलों में आज मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। बीते एक सप्ताह के दौरान यानी 27 अगस्त से 2 सितंबर के बीच सामान्य से 3 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। इस अवधि में खासकर सिरमौर और शिमला जिला में 100 प्रतिशत से भी ज्यादा बारिश हुई है। सिरमौर में बीते सप्ताह में 128.5 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि इस अवधि में 61.8 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। वहीं शिमला में भी 65.5 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि 27 अगस्त से 3 सितंबर के बीच 32.3 मिलीमीटर बारिश होती है। कल से कमजोर पड़ेगा मानसून मौसम विभाग की माने तो कल से मानसून धीमा पड़ जाएगा। इससे आगामी 9 सितंबर तक प्रदेश के ज्यादातर भागों में मौसम साफ हो जाएगा। प्रदेश में इस मानसून सीजन में सामान्य से 22 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 1 जून से 3 सितंबर तक 630.2 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। मगर इस बार 491.1 मिलीमीटर बारिश हुई है। शिमला को छोड़कर कोई भी ऐसा जिला नहीं जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। शिमला में इस मानसून सीजन में अब तक 591.1 मिलीमीटर बादल बरस गए है, जबकि सामान्य बारिश 532.6 मिलीमीटर होती है, जो कि सामान्य से 11 प्रतिशत अधिक है। बारिश के बाद 50 सड़कें बंद प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान हुई बारिश से 150 से ज्यादा सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई है। अकेले शिमला जोन में सबसे ज्यादा 105 सड़कें अवरुद्ध पड़ी है।इससे सेब की ढुलाई पर बुरा असर पड़ा है। हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में बीती शाम और रात में भारी बारिश हुई। इससे 150 से ज्यादा सड़कें फिर से यातायात के लिए बंद हो गई है। मौसम विभाग ने आज भी 5 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और सिरमौर जिला को दी गई है। अन्य जिलों में आज मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। बीते एक सप्ताह के दौरान यानी 27 अगस्त से 2 सितंबर के बीच सामान्य से 3 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। इस अवधि में खासकर सिरमौर और शिमला जिला में 100 प्रतिशत से भी ज्यादा बारिश हुई है। सिरमौर में बीते सप्ताह में 128.5 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि इस अवधि में 61.8 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। वहीं शिमला में भी 65.5 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि 27 अगस्त से 3 सितंबर के बीच 32.3 मिलीमीटर बारिश होती है। कल से कमजोर पड़ेगा मानसून मौसम विभाग की माने तो कल से मानसून धीमा पड़ जाएगा। इससे आगामी 9 सितंबर तक प्रदेश के ज्यादातर भागों में मौसम साफ हो जाएगा। प्रदेश में इस मानसून सीजन में सामान्य से 22 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 1 जून से 3 सितंबर तक 630.2 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। मगर इस बार 491.1 मिलीमीटर बारिश हुई है। शिमला को छोड़कर कोई भी ऐसा जिला नहीं जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। शिमला में इस मानसून सीजन में अब तक 591.1 मिलीमीटर बादल बरस गए है, जबकि सामान्य बारिश 532.6 मिलीमीटर होती है, जो कि सामान्य से 11 प्रतिशत अधिक है। बारिश के बाद 50 सड़कें बंद प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान हुई बारिश से 150 से ज्यादा सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई है। अकेले शिमला जोन में सबसे ज्यादा 105 सड़कें अवरुद्ध पड़ी है।इससे सेब की ढुलाई पर बुरा असर पड़ा है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला में लवी मेले के समापन समारोह में पहुंचे सीएम:आपदा प्रभावित क्षेत्रों को राहत पैकेज की घोषणा, घर खोने वालों को मिलेगा 7 लाख शिमला जिला के रामपुर में चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय लवी मेले का गुरुवार को समापन समारोह आयोजित किया गया। जिसकी की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने लोगों को संबोधित किया। उन्होंने पिछले वर्ष प्राकृतिक आपदा के दौरान दिए गए राहत पैकेज की तर्ज पर इस वर्ष बरसात के मौसम में रामपुर क्षेत्र के आपदा प्रभावित समेज और बागीपुल क्षेत्रों के लिए विशेष राहत पैकेज की घोषणा की। बढ़ाई गई मुआवजे की राशि मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा में जिन परिवारों ने अपना पूरा घर खो दिया है, उन्हें पहले दी जाने वाली 1.5 लाख रुपए की राशि के बजाय 7 लाख रुपए प्रदान किए जाएंगे, जबकि आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों को 1 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा। इन और अन्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लापता हुए व्यक्तियों के परिवारों को राज्य सरकार की ओर से मृत्यु प्रमाण पत्र और वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। 4,500 करोड़ रुपए का विशेष आर्थिक पैकेज सीएम ने कहा कि वह एक आम परिवार से संबंध रखते हैं इसलिए आम लोगों के संघर्षों को अच्छी तरह समझते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले साल 23,000 प्रभावित परिवारों का पुनर्वास किया और केंद्र सरकार से किसी भी तरह की मदद के बिना 4,500 करोड़ रुपए का विशेष आर्थिक पैकेज दिया। मुख्यमंत्री ने जनता के धन की बर्बादी के लिए पूर्व भाजपा सरकार की आलोचना की और कहा कि वर्तमान राज्य सरकार अनेक वित्तीय खामियों को दूर कर रही है।
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कालका-शिमला टॉय ट्रेन में फस्टिवल भीड़:22 नवंबर तक नहीं कोई सीट खाली, लगातार बढ़ रही वेटिंग लिस्ट कालका-शिमला रेलमार्ग पर चलने वाली टॉय ट्रेनें इन दिनों यात्रियों की भारी भीड़ का सामना कर रही हैं। इस भीड़ का मुख्य कारण पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटकों की संख्या में इजाफा होना है, जिसके चलते अधिकांश ट्रेनों में 22 नवंबर तक की वेटिंग लिस्ट बन चुकी है। कालका स्टेशन अधीक्षक के अनुसार, कालका-शिमला शिवालिक डीलक्स एक्सप्रेस (52451/52452), कालका-शिमला एनजी एक्सप्रेस (52453/52454), कालका-शिमला हिमालयन क्वीन (52455) और अन्य विशेष ट्रेनों में अधिकतम प्रतीक्षा सूची 23 तक पहुंच चुकी है। ट्रेन के समय और सुविधाएं कालका-शिमला शिवालिक डीलक्स एक्सप्रेस (52451/52452) सुबह 5.45 बजे कालका से रवाना होकर 10.25 बजे शिमला पहुंचती है। वापसी में यह ट्रेन शाम 5.55 बजे शिमला से निकलकर रात 10.45 बजे कालका पहुंचती है। इस ट्रेन में सामान्य, आरक्षित स्लीपर और प्रथम श्रेणी की सीटें उपलब्ध हैं। सामान्य श्रेणी का किराया 70 रुपए प्रति यात्री है, जबकि प्रथम श्रेणी के लिए 510 रुपए प्रति यात्री निर्धारित है। अन्य ट्रेनें और उनका समय कालका-शिमला एनजी एक्सप्रेस (52453/52454) सुबह 6.20 बजे कालका से चल कर 11.50 बजे शिमला पहुंचती है और शाम 6.35 बजे शिमला से रवाना होकर रात 11.35 बजे कालका पहुंचती है। यह ट्रेन रास्ते में धरमपुर, कुमारहट्टी, सोलन, कंडाघाट, कैथलीघाट, शोघी और अन्य स्टेशनों पर रुकती है। कालका-शिमला हिमालयन क्वीन (52455) सुबह 11.55 बजे कालका से चल कर शाम 4.45 बजे शिमला पहुंचती है। वापसी की यात्रा में, यह शिमला से सुबह 10.40 बजे निकलती है और शाम 4.10 बजे कालका पहुंचती है। त्योहारी सीज़न के कारण इन ट्रेनों में सीटें जल्दी भर रही हैं, जिससे यात्रियों को अग्रिम बुकिंग कराने की सलाह दी जा रही है।