हिमाचल प्रदेश में मानसून कमजोर पड़ा हुआ है। मगर मानसून सीजन के दौरान 103 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य आपदा प्रबंधन के अनुसार, इनमें 54 लोगों की जान सड़क दुर्घटनाओं में गई है, जबकि 49 लोगों की मौत अन्य कारणों से हुई है। भारी बारिश के बाद फ्लैश फ्लड में सिरमौर जिला में एक व्यक्ति की मौत हुई है। पानी में डूबने से 15 लोगों की मौत, सांप के काटने से 7, करंट लगने से 6, पेड़ व ऊंचाई से गिरने से 18 तथा 2 की मौत अन्य कारणों से हुई है। कांगड़ा जिला में सबसे ज्यादा 19 लोगों की जान गई है। मंडी में 13, सिरमौर व ऊना जिला में 9-9 की मौत हो चुकी है। इस दौरान 177 लोग घायल और तीन लापता हुए है। पूरे मानसून सीजन के दौरान प्रदेश में 14 लोगों के घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए है, जबकि 74 घरों को आंशिक नुकसान हुआ है। प्रदेश में अब तक 389 करोड़ रुपए की सरकारी व गैर सरकारी संपत्ति को भी बरसात में नुकसान पहुंचा है। 6 दिन तक एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी वहीं मौसम विभाग की माने तो अगले छह दिन तक प्रदेश के कुछेक स्थानों पर ही भारी बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। ज्यादातर इलाकों में बारिश का पूर्वानुमान नहीं है। आज चंबा, कांगड़ा व सिरमौर जिला में एक-दो स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। अन्य स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। कांगड़ा जिला में छह दिनों के दौरान अच्छी बारिश प्रदेश में फिलहाल मानसून धीमा पड़ा हुआ है। इस सीजन में अब तक नॉर्मल से 38 प्रतिशत कम बारिश हुई है। प्रदेश का एक भी जिला ऐसा नहीं है, जहां नॉर्मल से ज्यादा बारिश हुई हो। कांगड़ा जिला में भी पूरे मानसून सीजन में नॉर्मल से कम बारिश हुई है। मगर कांगड़ा में बीते पांच-छह दिनों के दौरान अच्छी बारिश हुई है। प्रदेश में 47 सड़कें बंद राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक प्रदेश में 47 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद पड़ी है। इनमें 20 सड़कें हमीरपुर जोन, 14 सड़कें मंडी जोन, 10 सड़कें 10 कांगड़ा जोन और शिमला जोन में 3 सड़कें बंद है। हिमाचल प्रदेश में मानसून कमजोर पड़ा हुआ है। मगर मानसून सीजन के दौरान 103 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य आपदा प्रबंधन के अनुसार, इनमें 54 लोगों की जान सड़क दुर्घटनाओं में गई है, जबकि 49 लोगों की मौत अन्य कारणों से हुई है। भारी बारिश के बाद फ्लैश फ्लड में सिरमौर जिला में एक व्यक्ति की मौत हुई है। पानी में डूबने से 15 लोगों की मौत, सांप के काटने से 7, करंट लगने से 6, पेड़ व ऊंचाई से गिरने से 18 तथा 2 की मौत अन्य कारणों से हुई है। कांगड़ा जिला में सबसे ज्यादा 19 लोगों की जान गई है। मंडी में 13, सिरमौर व ऊना जिला में 9-9 की मौत हो चुकी है। इस दौरान 177 लोग घायल और तीन लापता हुए है। पूरे मानसून सीजन के दौरान प्रदेश में 14 लोगों के घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए है, जबकि 74 घरों को आंशिक नुकसान हुआ है। प्रदेश में अब तक 389 करोड़ रुपए की सरकारी व गैर सरकारी संपत्ति को भी बरसात में नुकसान पहुंचा है। 6 दिन तक एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी वहीं मौसम विभाग की माने तो अगले छह दिन तक प्रदेश के कुछेक स्थानों पर ही भारी बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। ज्यादातर इलाकों में बारिश का पूर्वानुमान नहीं है। आज चंबा, कांगड़ा व सिरमौर जिला में एक-दो स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। अन्य स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। कांगड़ा जिला में छह दिनों के दौरान अच्छी बारिश प्रदेश में फिलहाल मानसून धीमा पड़ा हुआ है। इस सीजन में अब तक नॉर्मल से 38 प्रतिशत कम बारिश हुई है। प्रदेश का एक भी जिला ऐसा नहीं है, जहां नॉर्मल से ज्यादा बारिश हुई हो। कांगड़ा जिला में भी पूरे मानसून सीजन में नॉर्मल से कम बारिश हुई है। मगर कांगड़ा में बीते पांच-छह दिनों के दौरान अच्छी बारिश हुई है। प्रदेश में 47 सड़कें बंद राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक प्रदेश में 47 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद पड़ी है। इनमें 20 सड़कें हमीरपुर जोन, 14 सड़कें मंडी जोन, 10 सड़कें 10 कांगड़ा जोन और शिमला जोन में 3 सड़कें बंद है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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