हिमाचल प्रदेश के मंडी में पंजाब से आए पर्यटकों ने गुंडागर्दी की। पास को लेकर पंजाबियों की एक गाड़ी चालक के साथ बहस हो गई और पंजाबी युवक मारपीट पर उतर आए। इसके बाद स्थानीय लोगों ने मिलकर पंजाब से आए युवकों की धुनाई की। इसका वीडियो अब सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। मारपीट की इस घटना में एक पंजाबी युवक को सिर पर चोट भी आई है। मगर जब तक मौके पर पुलिस पहुंच पाती तब तक पंजाबी युवक मौके से फरार हो गए थे। पुलिस के अनुसार, युवक कुल्लू की साइड को भाग गए है। मारपीट करने वालों की पुलिस तलाश कर रही है। यह घटना आज दोपहर करीब 1:30 बजे की है। यह लड़ाई चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे में मंडी से करीब डेढ़ किलोमीटर सौलीखड्ड के पास हुई। मौके पर मौजूद लोग कह रहे थे कि पंजाब के युवकों के पास पिस्टल भी थी। मगर इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं है। पास को लेकर हुई लड़ाई बताया जा रहा है कि यह लड़ाई पास को लेकर हुई। इसके बाद स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच खूब लात-घूसे चले। इस दौरान हाईवे पर कुछ देर के लिए ट्रैफिक जाम लग गया। घटना की जांच में जुटी पुलिस एएसपी सागर चन्द्र ने बताया कि पुलिस लड़ाई के क्या कारण रहे? किसने मारपीट की शुरुआत की। इसका पता लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी आरोपी होगी उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभी पुलिस की टीम मामले की जांच कर रही है। पहले भी हो चुकी है घटनाएं इससे पहले भी मंडी में इस तरह की घटनाएं कई बार हो चुकी है। पंजाब और हिमाचल के टैक्सी ऑपरेटरों के बीच विवाद का यह लड़ाई भी बड़ा कारण है। हिमाचल प्रदेश के मंडी में पंजाब से आए पर्यटकों ने गुंडागर्दी की। पास को लेकर पंजाबियों की एक गाड़ी चालक के साथ बहस हो गई और पंजाबी युवक मारपीट पर उतर आए। इसके बाद स्थानीय लोगों ने मिलकर पंजाब से आए युवकों की धुनाई की। इसका वीडियो अब सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। मारपीट की इस घटना में एक पंजाबी युवक को सिर पर चोट भी आई है। मगर जब तक मौके पर पुलिस पहुंच पाती तब तक पंजाबी युवक मौके से फरार हो गए थे। पुलिस के अनुसार, युवक कुल्लू की साइड को भाग गए है। मारपीट करने वालों की पुलिस तलाश कर रही है। यह घटना आज दोपहर करीब 1:30 बजे की है। यह लड़ाई चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे में मंडी से करीब डेढ़ किलोमीटर सौलीखड्ड के पास हुई। मौके पर मौजूद लोग कह रहे थे कि पंजाब के युवकों के पास पिस्टल भी थी। मगर इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं है। पास को लेकर हुई लड़ाई बताया जा रहा है कि यह लड़ाई पास को लेकर हुई। इसके बाद स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच खूब लात-घूसे चले। इस दौरान हाईवे पर कुछ देर के लिए ट्रैफिक जाम लग गया। घटना की जांच में जुटी पुलिस एएसपी सागर चन्द्र ने बताया कि पुलिस लड़ाई के क्या कारण रहे? किसने मारपीट की शुरुआत की। इसका पता लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी आरोपी होगी उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभी पुलिस की टीम मामले की जांच कर रही है। पहले भी हो चुकी है घटनाएं इससे पहले भी मंडी में इस तरह की घटनाएं कई बार हो चुकी है। पंजाब और हिमाचल के टैक्सी ऑपरेटरों के बीच विवाद का यह लड़ाई भी बड़ा कारण है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला में सोमवार को भी डॉक्टरों की हड़ताल जारी:हॉस्पिटल में नहीं होगा इलाज, मरीजों को हो रही परेशानी, केवल इमरजेंसी सेवा चालू हिमाचल प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में सोमवार को भी डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। भारतीय चिकित्सा संघ के आह्वान पर हिमाचल प्रदेश में डॉक्टरों ने हड़ताल जारी रखने का ऐलान किया है। आज भी मरीजो को अस्पतालों में इलाज नहीं मिलेगा। शनिवार से शुरू हुई हड़ताल रविवार को छुट्टी होने के कारण आज तीसरे दिन में प्रवेश कर गई है। ऐसे में आज भी मरीजों को परेशानियां झेलनी पड़ेगी। रेजिडेंट डॉक्टर के बाद हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन (HMOA) भी हड़ताल पर है। जिससे प्रदेश में इससे स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतर गई है। अस्पतालों में केवल आपातकालीन सेवाएं चालू रही। पश्चिम बंगाल की घटना पर भड़के डॉक्टर पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर मामले में देशभर के डॉक्टर भड़क उठे हैं। इसी कड़ी में हिमाचल में भी रेजिडेंट डॉक्टर 14 अगस्त से हड़ताल पर है, और शनिवार से इसमें सीनियर डॉक्टर भी समर्थन में हड़ताल में उतर आए हैं। इससे स्वास्थ्य सेवाओं की गाड़ी पटरी से उतर गई है। हिमाचल प्रदेश में अकेले आईजीएमसी शिमला में रोजाना 3000 से ज्यादा मरीज ओपीडी में उपचार को पहुंचते है। इसी तरह प्रदेश के अन्य अस्पतालों में भी रोजाना बड़ी संख्या में मरीज आते है। जिन्हें डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। ओपीडी में इलाज, ऑपरेशन, सर्जरी कुछ नहीं होगा आज शनिवार को ओपीडी में डॉक्टरों के नहीं बैठने से मरीजों को बिना उपचार के लिए वापस लौटना पड़ा। आज भी डॉक्टर ओपीडी में नही बैठेंगे। डॉक्टरों की चल रही हड़ताल के कारण मरीजों का ओपीडी में नहीं इलाज होगा और नियमित ऑपरेशन भी नहीं होंगे। आपातकालीन सेवाओं को छोड़ कर बाकी सब सेवाएं ठप रहेगी। डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन आज भी जारी वहीं डॉक्टरों ने अलग-अलग जिलों और अस्पतालों में प्रदर्शन जारी रखने का ऐलान किया है। प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों हॉस्पिटल में आज भी डॉक्टर इलाज नही करेंगे। यदि मरीज दूरदराज क्षेत्रों से हॉस्पिटल पहुंचे तो शनिवार की तरह ही बिना इलाज के वापस लौटना पड़ सकता है। IMA का रेजिडेंट डॉक्टरों को समर्थन IMA के राष्ट्रीय इकाई के रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल को समर्थन के ऐलान के बाद हिमाचल डॉक्टर एसोसिएशन ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA), फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (FORDA) और फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FOAIA) ने सोमवार को भी हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया है। 14 अगस्त से हड़ताल पर रेजिडेंट डॉक्टर हिमाचल में 14 अगस्त रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल से केवल मेडिकल कॉलेज में ही स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ा था, क्योंकि 4 दिन तक रेजिडेंट डॉक्टरों ही हड़ताल पर थे। मगर शनिवार से कंसल्टेंट डॉक्टर भी हड़ताल कर रहे हैं। इससे मेडिकल कालेज के साथ साथ प्रदेश के अन्य अस्पतालों में भी स्वास्थ्य सेवाएं चरमाई है। कल रविवार होने के कारण मरीजों को इलाज नहीं मिला और आज डॉक्टरों ने हड़ताल जारी रखने का ऐलान किया है, तो आज भी मरीजों को इलाज नहीं मिलेगा।
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हिमाचल में तीन उप चुनाव:हमीरपुर से टिकट के दावेदार आशीष का दिल्ली में डेरा; नड्डा-अनुराग-सौदान से मुलाकात, केएल ठाकुर दिल्ली से नालागढ़ लौटें केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा हिमाचल में तीन उप चुनाव की तारीखों का ऐलान करते ही भारतीय जनता पार्टी में टिकट के तलबगार सक्रिय हो गए हैं। खासकर हमीरपुर से पूर्व एवं निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा ने दिल्ली में डेरा डाल दिया है। आशीष ने बीती शाम को दिल्ली में केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, पार्टी के प्रदेश प्रभारी सौदान सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की। सूत्रों की माने तो आशीष शर्मा को बीजेपी ने अपने वादे के मुताबिक टिकट देने का भरोसा दिया है, क्योंकि हमीरपुर से आशीष शर्मा, देहरा से होशियार सिंह और नालागढ़ से केएल ठाकुर तीनों निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी से टिकट मिलने की शर्त पर ही अपने पदों से इस्तीफा दिया था और बीते 23 मार्च को दिल्ली में भाजपा का दामन थामा। नालागढ़ से पूर्व एवं निर्दलीय MLA केएल ठाकुर दो दिन पहले ही दिल्ली से वापस लौटें हैं। हालांकि होशियार सिंह पिछले कुछ दिन से कनाडा टूर पर हैं। भाजपा के दूसरे नेता भी टिकट को लॉबिंग में जुटे केंद्रीय चुनाव आयोग ने दो दिन पहले ही इनकी तीनों सीटों पर उप चुनाव का ऐलान कर दिया है। लिहाजा भाजपा में शामिल तीनों निर्दलीय पूर्व MLA के अलावा दूसरे नेता भी टिकट के लिए लॉबिंग करने लगे हैं, क्योंकि 14 जून को चुनाव की नोटिफिकेशन के साथ ही नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। नालागढ़ में केएल और राणा टिकट के दावेदार नालागढ़ में केएल ठाकुर के अलावा पूर्व विधायक लखविंदर राणा भी टिकट के लिए दावेदारी जता रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि यदि बीजेपी राणा को टिकट नहीं देती और कांग्रेस टिकट ऑफर करती है तो लखविंदर राणा फिर से कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। लखविंदर राणा ने अक्तूबर 2022 में ही विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा और तब बीजेपी ने उन्हें टिकट भी दिया। मगर उस दौरान लखविंदर राणा निर्दलीय केएल ठाकुर से चुनाव हार गए। देहरा में होशियार को टिकट देने का भरोसा देहरा में भाजपा ने निर्दलीय एवं पूर्व विधायक होशियार सिंह को टिकट देने का भरोसा दे रखा है। मगर इस सीट पर अंदरखाते दिग्गज नेता रविंद्र रवि और रमेश धवाला टिकट के लिए लॉबिंग में जुट गए हैं। भाजपा अपना वादा निभाती है तो रवि और धवाला का टिकट कटना तय है। दरअसल, बीजेपी ने साल 2022 में इस सीट पर टिकट की अदला-बदली की थी। देहरा के पूर्व विधायक रविंद्र रवि को ज्वालाजी से टिकट दिया था और ज्वालाजी के पूर्व विधायक रमेश धवाला को देहरा से टिकट दिया था। हमीरपुर आशीष शर्मा की दावेदार मजबूत हमीरपुर सीट पर बीजेपी के टिकट के कई दावेदार है। साल 2022 में यहां से नरेंद्र ठाकुर ने चुनाव लड़ा। मगर तब वह तीसरे स्थान पर रहे और आशीष शर्मा ने 12 हजार से अधिक मतों के अंतर से चुनाव जीत लिया था।