हिमाचल में BJP के संगठनात्मक मंडलों की संख्या डबल होगी:78 से 150 करने की तैयारी; आज कार्यशाला में लगेगी मुहर, नेताओं की शक्तियों डिसेंट्रलाइजेशन मकसद

हिमाचल में BJP के संगठनात्मक मंडलों की संख्या डबल होगी:78 से 150 करने की तैयारी; आज कार्यशाला में लगेगी मुहर, नेताओं की शक्तियों डिसेंट्रलाइजेशन मकसद

हिमाचल में भारतीय जनता पार्टी के संगठनात्मक मंडलों की संख्या डबल हो सकती है। प्रदेश में भाजपा के संगठनात्मक मंडल अभी 78 है। इनकी संख्या 150 से ज्यादा करने की तैयारी है। इस पर प्रदेश भाजपा की कार्यशाला में आज मुहर लग सकती है। कार्यशाला में इस पर आज चर्चा के बाद फैसला हो सकता है। पार्टी सूत्रों की माने तो बीजेपी ने लोकसभा वाइज बीते कल ही नए मंडल बनाने के लिए प्रस्ताव मांग लिए है। अब इन पर चर्चा के बाद फैसला होना बाकी है। प्रदेश के पड़ोसी राज्य हरियाणा और उत्तराखंड में पहले से ही प्रत्येक विधानसभा से तीन से चार मंडल है। हिमाचल की विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए प्रदेश में इसकी जरूरत महसूस होने लगी है। नेताओं की शक्तियों का डिसेंट्रलाइजेशन मकसद सूत्र बताते हैं कि बेहतर चुनावी रणनीति और नेताओं की शक्तियों के विकेंद्रीयकरण करने के मकसद से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कम से कम दो और अधिकतम तीन मंडल बनाए जा सकते हैं। प्रत्येक मंडल में कम से कम 40 बूथ और अधिकतम 60 बूथ रखे जाएंगे। इसलिए बढ़ाई जा रही मंडलों की संख्या दरअसल, कई बार जब कोई मंडल अध्यक्ष या बड़ा नेता पार्टी से बगावत करता है तो इससे पूरे विधानसभा क्षेत्र में पार्टी का स्ट्रक्चर तहस-नहस हो जाता है। साल 2021 में जुब्बल कोटखाई विधानसभा के उप चुनाव में बीजेपी ऐसी बगावत झेल चुकी है। पूर्व विधायक नरेंद्र बरागटा के निधन के बाद पार्टी हाईकमान ने परिवारवाद का नारा देते हुए चेतन बरागटा का टिकट काट दिया था। तब चेतन बरागटा के समर्थन में भाजपा और भाजयुमो मंडल ने इस्तीफे दे दिए थे। इससे जुब्बल कोटखाई में संगठन का ढांचा बुरी तरह चरमरा गया और बीजेपी को कई बूथ में अपने पोलिंग एजेंट तक मिले थे। भविष्य में ऐसा न हो और सत्ता मंडल में एक नेता के पास न रहे। इसके लिए प्रत्येक विधानसभा में दो से तीन मंडल बनाए जा सकते हैं। नए साल में बीजेपी को नया अध्यक्ष पार्टी द्वारा मंडल के पुनर्गठन का ड्रॉफ्ट जारी करते ही मंडल चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। बताया जा रहा नया मंडल चुनने के लिए 15 दिसंबर तक का वक्त दिया जा सकता है। इसके बाद 31 दिसंबर तक नए जिला अध्यक्ष चुने जा सकते है। नए साल में हिमाचल बीजेपी को नया अध्यक्ष मिल सकता है। प्रदेश प्रभारी मीटिंग में मौजूद रहेंगे आज की मीटिंग में प्रदेश भाजपा प्रभारी श्रीकांत शर्मा विशेष तौर पर उपस्थित रहेंगे। इसी तरह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर समेत प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी के तमाम नेता मौजूद रहेंगे। हिमाचल में भारतीय जनता पार्टी के संगठनात्मक मंडलों की संख्या डबल हो सकती है। प्रदेश में भाजपा के संगठनात्मक मंडल अभी 78 है। इनकी संख्या 150 से ज्यादा करने की तैयारी है। इस पर प्रदेश भाजपा की कार्यशाला में आज मुहर लग सकती है। कार्यशाला में इस पर आज चर्चा के बाद फैसला हो सकता है। पार्टी सूत्रों की माने तो बीजेपी ने लोकसभा वाइज बीते कल ही नए मंडल बनाने के लिए प्रस्ताव मांग लिए है। अब इन पर चर्चा के बाद फैसला होना बाकी है। प्रदेश के पड़ोसी राज्य हरियाणा और उत्तराखंड में पहले से ही प्रत्येक विधानसभा से तीन से चार मंडल है। हिमाचल की विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए प्रदेश में इसकी जरूरत महसूस होने लगी है। नेताओं की शक्तियों का डिसेंट्रलाइजेशन मकसद सूत्र बताते हैं कि बेहतर चुनावी रणनीति और नेताओं की शक्तियों के विकेंद्रीयकरण करने के मकसद से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कम से कम दो और अधिकतम तीन मंडल बनाए जा सकते हैं। प्रत्येक मंडल में कम से कम 40 बूथ और अधिकतम 60 बूथ रखे जाएंगे। इसलिए बढ़ाई जा रही मंडलों की संख्या दरअसल, कई बार जब कोई मंडल अध्यक्ष या बड़ा नेता पार्टी से बगावत करता है तो इससे पूरे विधानसभा क्षेत्र में पार्टी का स्ट्रक्चर तहस-नहस हो जाता है। साल 2021 में जुब्बल कोटखाई विधानसभा के उप चुनाव में बीजेपी ऐसी बगावत झेल चुकी है। पूर्व विधायक नरेंद्र बरागटा के निधन के बाद पार्टी हाईकमान ने परिवारवाद का नारा देते हुए चेतन बरागटा का टिकट काट दिया था। तब चेतन बरागटा के समर्थन में भाजपा और भाजयुमो मंडल ने इस्तीफे दे दिए थे। इससे जुब्बल कोटखाई में संगठन का ढांचा बुरी तरह चरमरा गया और बीजेपी को कई बूथ में अपने पोलिंग एजेंट तक मिले थे। भविष्य में ऐसा न हो और सत्ता मंडल में एक नेता के पास न रहे। इसके लिए प्रत्येक विधानसभा में दो से तीन मंडल बनाए जा सकते हैं। नए साल में बीजेपी को नया अध्यक्ष पार्टी द्वारा मंडल के पुनर्गठन का ड्रॉफ्ट जारी करते ही मंडल चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। बताया जा रहा नया मंडल चुनने के लिए 15 दिसंबर तक का वक्त दिया जा सकता है। इसके बाद 31 दिसंबर तक नए जिला अध्यक्ष चुने जा सकते है। नए साल में हिमाचल बीजेपी को नया अध्यक्ष मिल सकता है। प्रदेश प्रभारी मीटिंग में मौजूद रहेंगे आज की मीटिंग में प्रदेश भाजपा प्रभारी श्रीकांत शर्मा विशेष तौर पर उपस्थित रहेंगे। इसी तरह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर समेत प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी के तमाम नेता मौजूद रहेंगे।   हिमाचल | दैनिक भास्कर