शिमला पुलिस ने इंटर स्टेट नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले ‘शर्मा गिरोह’ के सरगना को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी को गाजियाबाद के एक होटल में दबोचा और बीती शाम को शिमला लेकर आई। आरोपी अशोक खजूरिया उर्फ शर्मा उर्फ बिल्ला जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है। वह पंजाब, जम्मू-कश्मीर से हिमाचल प्रदेश में अलग अलग जगहों पर नशीले पदार्थों की तस्करी करता था। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। शिमला पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। शिमला पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (SIT) ने आरोपी को पकड़ने के लिए हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भेजी थी। सोमवार को पुलिस उसे पकड़ने में कामयाब हुई। नशे से कमाए पैसे से ड्रीम-11 में लगाता था सट्टा पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपी ड्रग्स से कमाए पैसे को हरियाणा के हिसार जिले के एक व्यक्ति के माध्यम से आईपीएल ड्रीम 11 में सट्टा लगाता था। सात साल जेल में रह चुका आरोपी के खिलाफ एसटीएफ मोहाली ने भी एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर रखा है। तब आरोपी के पास से 5 किलो चिट्टा/हेरोइन बरामद हुई थी और वह इसी मामले में लगभग सात साल जेल में रह चुका है। शिमला पुलिस की रडार में कैसे आया तस्कर दरअसल, शिमला पुलिस ने शर्मा गिरोह के एक तस्कर मोती शर्मा को 10 अप्रैल को 23.720 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि यह मोती शर्मा एक गिरोह से जुड़ा हुआ है, इसके बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो फिर गिरोह की परतें खुलने लगी और पुलिस को 19 अप्रैल इस मामले में बड़ी लीड हाथ लगी। पुलिस ने सरगना अशोक के भतीजे को जम्मू-कश्मीर से गिरफ्तार किया जो इसके काले कारोबार में संलिप्त था। इनके एक अन्य साथी संजय कुमार को हमीरपुर से 130 ग्राम चिट्टे के साथ पकड़ा। तब से पुलिस को इसकी तलाश थी। जम्मू कश्मीर भी भी गई थी पुलिस, तब नहीं मिला पुलिस इस सरगना को पकड़ने के लिए जम्मू कश्मीर भी गई, लेकिन यह पुलिस के हाथ नहीं चढ़ा। अब जाकर शिमला पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है। आज इसे कोर्ट में रिमांड के लिए पेश किया जाएगा। शिमला पुलिस ने इंटर स्टेट नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले ‘शर्मा गिरोह’ के सरगना को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी को गाजियाबाद के एक होटल में दबोचा और बीती शाम को शिमला लेकर आई। आरोपी अशोक खजूरिया उर्फ शर्मा उर्फ बिल्ला जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है। वह पंजाब, जम्मू-कश्मीर से हिमाचल प्रदेश में अलग अलग जगहों पर नशीले पदार्थों की तस्करी करता था। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। शिमला पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। शिमला पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (SIT) ने आरोपी को पकड़ने के लिए हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भेजी थी। सोमवार को पुलिस उसे पकड़ने में कामयाब हुई। नशे से कमाए पैसे से ड्रीम-11 में लगाता था सट्टा पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपी ड्रग्स से कमाए पैसे को हरियाणा के हिसार जिले के एक व्यक्ति के माध्यम से आईपीएल ड्रीम 11 में सट्टा लगाता था। सात साल जेल में रह चुका आरोपी के खिलाफ एसटीएफ मोहाली ने भी एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर रखा है। तब आरोपी के पास से 5 किलो चिट्टा/हेरोइन बरामद हुई थी और वह इसी मामले में लगभग सात साल जेल में रह चुका है। शिमला पुलिस की रडार में कैसे आया तस्कर दरअसल, शिमला पुलिस ने शर्मा गिरोह के एक तस्कर मोती शर्मा को 10 अप्रैल को 23.720 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि यह मोती शर्मा एक गिरोह से जुड़ा हुआ है, इसके बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो फिर गिरोह की परतें खुलने लगी और पुलिस को 19 अप्रैल इस मामले में बड़ी लीड हाथ लगी। पुलिस ने सरगना अशोक के भतीजे को जम्मू-कश्मीर से गिरफ्तार किया जो इसके काले कारोबार में संलिप्त था। इनके एक अन्य साथी संजय कुमार को हमीरपुर से 130 ग्राम चिट्टे के साथ पकड़ा। तब से पुलिस को इसकी तलाश थी। जम्मू कश्मीर भी भी गई थी पुलिस, तब नहीं मिला पुलिस इस सरगना को पकड़ने के लिए जम्मू कश्मीर भी गई, लेकिन यह पुलिस के हाथ नहीं चढ़ा। अब जाकर शिमला पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है। आज इसे कोर्ट में रिमांड के लिए पेश किया जाएगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
