हिमाचल हाईकोर्ट के फैसले के बाद सभी मुख्य संसदीय सचिवों (CPS) की गाड़ी, बंगला, दफ्तर और स्टाफ जैसी सुख-सुविधाएं छीनने के सरकार ने आदेश जारी कर दिए हैं। इनसे स्टाफ और गाड़ियां वापस ले ली गई हैं। अब दफ्तर और बंगले भी खाली करने होंगे। कोर्ट के आदेशों पर बीती शाम को ही मुख्य सचिव ने भी इन सुविधाएं वापस लेने के आदेश जारी कर दिए हैं। मुख्य सचिव के आदेशों दफ्तर और सरकारी बंगले भी खाली किए जा सकते हैं। सरकार ने इन्हें सचिवालय में दफ्तर और रहने के लिए आलीशान कोठियां दे रखी हैं। फॉर्चुनर गाड़ी जीएडी को हेंड-ओवर करनी होगी CPS को सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) ने फॉर्चुनर गाड़ियां दे रखी थी। इन्हें आज GAD को हेंड-ओवर करना होगा। जो सीपीएस बीते कल शिमला में थे, उन्होंने अपनी गाड़ियां GAD को दे दी है। प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों में सीपीएस के साथ गई आज GAD को सौंपी जाएगी। हालांकि सीपीएस ने गाड़ियों का इस्तेमाल बीती शाम से ही बंद कर दिया है। अब 2.20 लाख सैलरी नहीं सीपीएस के साथ अटैच स्टाफ वापस करने के भी बीती शाम को ही आदेश कर दिए गए हैं। हाईकोर्ट द्वारा राज्य का 2006 का CPS एक्ट निरस्त करने के बाद अब इन विधायकों को प्रति माह 2.20 लाख रुपए सेलरी और भत्ते भी नहीं मिलेंगे। किस सीपीएस को कौन सा विभाग पूर्व CPS मोहन लाल ब्राक्टा विधि विभाग और बागवानी, रामकुमार नगर नियोजन, उद्योग और राजस्व, आशीष बुटेल शहरी विकास विभाग के साथ शिक्षा विभाग में मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के साथ अटैच थे। वहीं, सीपीएस किशोरी लाल पशुपालन विभाग व ग्रामीण विकास और संजय अवस्थी स्वास्थ्य जनसंपर्क और लोक निर्माण विभाग की जिम्मा देख रहे थे। CPS के होकर जाती रही फाइलें सीपीएस को बेशक मंत्रियों के बराबर सुख सुविधाएं मिल रही थी। मगर इन्हें फाइल पर साइन करने की शक्तियां नहीं थी। फिर भी संबंधित विभागों की फाइन मंत्रियों को सीपीएस के थ्रू जाती थी। हिमाचल हाईकोर्ट के फैसले के बाद सभी मुख्य संसदीय सचिवों (CPS) की गाड़ी, बंगला, दफ्तर और स्टाफ जैसी सुख-सुविधाएं छीनने के सरकार ने आदेश जारी कर दिए हैं। इनसे स्टाफ और गाड़ियां वापस ले ली गई हैं। अब दफ्तर और बंगले भी खाली करने होंगे। कोर्ट के आदेशों पर बीती शाम को ही मुख्य सचिव ने भी इन सुविधाएं वापस लेने के आदेश जारी कर दिए हैं। मुख्य सचिव के आदेशों दफ्तर और सरकारी बंगले भी खाली किए जा सकते हैं। सरकार ने इन्हें सचिवालय में दफ्तर और रहने के लिए आलीशान कोठियां दे रखी हैं। फॉर्चुनर गाड़ी जीएडी को हेंड-ओवर करनी होगी CPS को सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) ने फॉर्चुनर गाड़ियां दे रखी थी। इन्हें आज GAD को हेंड-ओवर करना होगा। जो सीपीएस बीते कल शिमला में थे, उन्होंने अपनी गाड़ियां GAD को दे दी है। प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों में सीपीएस के साथ गई आज GAD को सौंपी जाएगी। हालांकि सीपीएस ने गाड़ियों का इस्तेमाल बीती शाम से ही बंद कर दिया है। अब 2.20 लाख सैलरी नहीं सीपीएस के साथ अटैच स्टाफ वापस करने के भी बीती शाम को ही आदेश कर दिए गए हैं। हाईकोर्ट द्वारा राज्य का 2006 का CPS एक्ट निरस्त करने के बाद अब इन विधायकों को प्रति माह 2.20 लाख रुपए सेलरी और भत्ते भी नहीं मिलेंगे। किस सीपीएस को कौन सा विभाग पूर्व CPS मोहन लाल ब्राक्टा विधि विभाग और बागवानी, रामकुमार नगर नियोजन, उद्योग और राजस्व, आशीष बुटेल शहरी विकास विभाग के साथ शिक्षा विभाग में मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के साथ अटैच थे। वहीं, सीपीएस किशोरी लाल पशुपालन विभाग व ग्रामीण विकास और संजय अवस्थी स्वास्थ्य जनसंपर्क और लोक निर्माण विभाग की जिम्मा देख रहे थे। CPS के होकर जाती रही फाइलें सीपीएस को बेशक मंत्रियों के बराबर सुख सुविधाएं मिल रही थी। मगर इन्हें फाइल पर साइन करने की शक्तियां नहीं थी। फिर भी संबंधित विभागों की फाइन मंत्रियों को सीपीएस के थ्रू जाती थी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
मंडी में पुलिस चौकी को लेकर ग्रामीण लामबंद:निकाली जाएगी बाइक रैली, सीएम सुक्खू दे चुके हैं आश्वासन, बड़े आंदोलन की चेतावनी
मंडी में पुलिस चौकी को लेकर ग्रामीण लामबंद:निकाली जाएगी बाइक रैली, सीएम सुक्खू दे चुके हैं आश्वासन, बड़े आंदोलन की चेतावनी हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के द्रंग में वर्षों पुराने पुलिस थाने को पधर शिफ्ट करने बाद द्रंग में पुलिस चौकी स्थापित न किए जाने से आधा दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों के लोग प्रदेश सरकार के खिलाफ मुखर हुए हैं। ग्रामीणों ने अब प्रदेश सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। पुलिस चौकी स्थापित किए जाने की मांग को लेकर स्थानीय युवा रविवार को बाइक रैली निकाल कर आवाज बुलंद करेंगे। इस धरना- प्रदर्शन में क्षेत्र के युवक मंडल, महिला मंडल, जनप्रतिनिधि और ग्रामीण भी शामिल होंगे। बाइक रैली पुलिस थाने के पुराने भवन से ग्राम पंचायत टांडू, मैगल, शाढला, तरयांबलि होते हुए सिलग पंचायत तक निकाली जाएगी। ग्राम पंचायत टांडू के प्रधान शुभम शर्मा ने कहा कि द्रंग से पुलिस थाना पधर शिफ्ट किए जाने के बाद द्रंग क्षेत्र में चोरी और अन्य वारदातें लगातार बढ़ रही हैं। गत दो माह में ही दो दर्जन से अधिक चोरी की वारदातें हो चुकी हैं। जिससे ग्रामीण दहशत में है। उन्होंने कहा कि द्रंग से पुलिस थाना पधर शिफ्ट होने के बाद चोरों के हौसले बुलंद हैं। सीएम सुक्खू ने दिया था आश्वासन जिसके चलते स्थानीय प्रतिनिधियों और समाज सेवी संगठनों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह से द्रंग में पुराने थाना के खाली भवन में चौकी स्थापित करने की मांग उठाई। लोकसभा चुनाव से पहले एक प्रतिनिधि मंडल विधायक पूर्ण चंद के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से शिमला में मिला था। उस समय सीएम ने आचार संहिता हटते ही चौकी स्थापित किए जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक कदम सरकार द्वारा नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने मांग उठाई कि प्रदेश सरकार अति शीघ्र यहां पुलिस चौकी स्थापित करे। जब तक पुलिस चौकी की अधिसूचना जारी नहीं होती। अस्थाई चौकी यहां स्थापित की जाए। जिससे अपराधों में कमी आए। अन्यथा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और ग्रामीण प्रदेश सरकार के खिलाफ मुखर होंगे। जिसकी शुरुआत बाइक रैली से की जाएगी। इसके बाद भी सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। एक साल पहले शिफ्ट किया गया था थाना उल्लेखनीय है कि ठीक एक साल पहले अगस्त 2023 में वर्षों से द्रंग में चल रहे पुलिस थाना भवन को पधर शिफ्ट किया है। जिसके बाद से ही स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीण द्रंग में पुलिस चौकी स्थापित करने की मांग उठाते आए हैं। लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक कार्रवाई इस बारे नहीं हो पाई है। ऐसे में ग्रामीण लामबंद हुए है। हालांकि थाना पधर में भी तहसील कार्यालय के पुराने भवन में ही चल रहा है। यहां थाने के निर्माणाधीन नए भवन का कार्य धीमी गति से चल रहा है।
हिमाचल में पंचायत उप चुनाव का ऐलान:29 सितंबर को 141 सीटों के लिए वोटिंग; सीसू और बगैरा में जिला परिषद का बड़ा इलेक्शन
हिमाचल में पंचायत उप चुनाव का ऐलान:29 सितंबर को 141 सीटों के लिए वोटिंग; सीसू और बगैरा में जिला परिषद का बड़ा इलेक्शन हिमाचल प्रदेश में राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायती राज संस्थाओं के उप चुनाव की घोषणा कर दी है। राज्य चुनाव आयुक्त अनिल खाची ने इसकी अधिसूचना जारी की। इसी के साथ संबंधित क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। स्टेट इलेक्शन कमीशन की अधिसूचना के मुताबिक, 29 सितंबर को 141 सीटों के लिए उप चुनाव होंगे। इनमें लाहौल स्पीति के सीसू वार्ड और हमीरपुर में सुजानपुर के बगैरा जिला परिषद सदस्य का बड़ा उप चुनाव भी शामिल है। पंचायत उप चुनाव चुनाव का शैड्यूल जिला परिषद चुनाव इस वजह से
सीसू वार्ड से पूर्व जिला परिषद सदस्य अनुराधा राणा विधानसभा उप चुनाव जीतकर विधायक चुनी गई हैं। बगैरा से कैप्टन रणजीत सिंह राणा भी कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा उप चुनाव जीते हैं। इस वजह से जिला परिषद की ये दोनों सीटें खाली है और उप उप चुनाव तय है। 8 प्रधान और 18 उप प्रधान पदों को भी चुनाव
इसी तरह विभिन्न कारणों से खाली पड़े पंचायत प्रधानों के 8 पदों, उप प्रधान के 18 पदों, पंचायत समिति सदस्य (BDC) के 1 तथा पंचायत वार्ड मेंबर के 112 पदों के लिए भी उप चुनाव होना है। इनमें कुछ पद पूर्व पदाधिकारियों की मृत्यु होने, कुछ के नौकरी लगने, कुछ के रिजाइन करने तथा कुछ के भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद सस्पेंड करने जैसे कारणों से खाली पड़े हैं। लिहाजा स्टेट इलेक्शन कमीशन को छह महीने के भीतर उन सीटों पर उप चुनाव कराने होते हैं। संबंधित वार्ड में आचार संहिता
इलेक्शन कमीशन की अधिसूचना के अनुसार, जिस वार्ड में उप चुनाव हो रहे हैं, वहां आदर्श आचार संहिता लागू की गई है। वहां पर ऐसी कोई भी घोषणा नहीं की जा सकेगी, जिससे वोटर प्रभावित हो।
हिमाचल के कुल्लू में भूकंप के झटके:रिएक्टर स्केल पर 3 आंकी गई तीव्रता; तीन बार महसूस किए गए
हिमाचल के कुल्लू में भूकंप के झटके:रिएक्टर स्केल पर 3 आंकी गई तीव्रता; तीन बार महसूस किए गए हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में बीती रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3 मापी गई। इससे किसी भी प्रकार के जान व माल को नुकसान की सूचना नहीं है। जिन लोगों ने झटके महसूस किए वह रात में ही अपने घरों से बाहर निकल आए। यह झटके वीरवार रात 3 बजकर 39 मिनट पर महसूस किए गए। जानिए भूकंप क्यों आता है? धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है और इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है। भूकंप की दृष्टि से कुल्लू जिला अति संवेदनशील जोन 5 में आते हैं। यहां बार बार भूकंप आता रहता है।