हिमाचल सरकार की DGP-SP पर कार्रवाई की तैयारी:सीएम ने 3 घंटे ली मीटिंग, शिमला एसपी हो सकते हैं सस्पेंड, ACS से भी सुक्खू नाराज

हिमाचल सरकार की DGP-SP पर कार्रवाई की तैयारी:सीएम ने 3 घंटे ली मीटिंग, शिमला एसपी हो सकते हैं सस्पेंड, ACS से भी सुक्खू नाराज

हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी मौत मामले में सुक्खू सरकार पुलिस महानिदेशक (DGP) और पुलिस अधीक्षक (SP) शिमला पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। दोनों अफसरों को सरकार लंबी छुट्टी पर भेज सकती है। सूत्र बताते हैं कि SP शिमला संजीव गांधी को सस्पेंड भी किया जा सकता है। इसे लेकर अभी आदेश होने बाकी हैं। यह फैसला मंगलवार शाम को सचिवालय में पौने तीन घंटे चली मीटिंग में लिया गया। यह मीटिंग सीएम सुखविंदर सुक्खू की अध्यक्षता में हुई। इसमें मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, सीएम के सचिव राकेश कंवर, एडवोकेट जनरल अनूप रत्न और लॉ सेक्रेटरी मौजूद रहे। DGP अतुल वर्मा को छुट्टी पर भेज सकती है। हालांकि चार दिन बाद यानी 31 मई को अतुल वर्मा रिटायर होने जा रहे हैं। मगर उन्हें रिटायरमेंट से पहले ही पद से हटाया जा सकता है। ACS ओंकार से भी CM नाराज सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) ओंकार शर्मा की रिपोर्ट पर भी आपत्ति जताई है, क्योंकि उन्होंने एडवोकेट जनरल ऑफिस की वेटिंग के बगैर ही हाईकोर्ट में स्टेट्स रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट तैयार करने के लिए सीएम ने ओंकार की प्रशंसा भी की है। ओंकार से नाराजगी वेटिंग नहीं करवाने की वजह से है। विमल नेगी मौत मामले से हिमाचल सरकार की किरकिरी हुई है। इस मामले में ACS, DGP और SP ने हाईकोर्ट में स्टेट्स रिपोर्ट दायर की थी। तीनों की रिपोर्ट अलग अलग थी। इस पर हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया। हिमाचल के DGP अतुल वर्मा ने शिमला पुलिस की SIT जांच पर ही सवाल खड़े किए। हाईकोर्ट ने DGP और ACS की रिपोर्ट को आधार बनाते हुए शिमला पुलिस की एसआईटी से केस CBI को देने के आदेश दिए। SP ने DGP के खिलाफ खोला मोर्चा हाईकोर्ट में सुनवाई के दूसरे दिन SP शिमला संजीव गांधी ने अपने ही मुखिया DGP के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में डीजीपी द्वारा विमल नेगी मौत मामले में हाईकोर्ट में दायर एफिडेविट को गैर जिम्मेदाराना बताया। साथ ही डीजीपी ऑफिस के कर्मचारियों पर चिट्टा तस्करी को लेकर संगीन आरोप लगाए। यही नहीं एसपी ने मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना पर भी एक केस की जांच प्रभावित करने की बात कहीं। पूर्व डीजीपी संजय कुंडू पर भी एसपी शिमला ने गंभीर आरोप लगाएं। उन्होंने धर्मशाला से भाजपा विधायक सुधीर शर्मा को भी विधायक खरीद मामले का मास्टरमाइंड बताया। हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी मौत मामले में सुक्खू सरकार पुलिस महानिदेशक (DGP) और पुलिस अधीक्षक (SP) शिमला पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। दोनों अफसरों को सरकार लंबी छुट्टी पर भेज सकती है। सूत्र बताते हैं कि SP शिमला संजीव गांधी को सस्पेंड भी किया जा सकता है। इसे लेकर अभी आदेश होने बाकी हैं। यह फैसला मंगलवार शाम को सचिवालय में पौने तीन घंटे चली मीटिंग में लिया गया। यह मीटिंग सीएम सुखविंदर सुक्खू की अध्यक्षता में हुई। इसमें मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, सीएम के सचिव राकेश कंवर, एडवोकेट जनरल अनूप रत्न और लॉ सेक्रेटरी मौजूद रहे। DGP अतुल वर्मा को छुट्टी पर भेज सकती है। हालांकि चार दिन बाद यानी 31 मई को अतुल वर्मा रिटायर होने जा रहे हैं। मगर उन्हें रिटायरमेंट से पहले ही पद से हटाया जा सकता है। ACS ओंकार से भी CM नाराज सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) ओंकार शर्मा की रिपोर्ट पर भी आपत्ति जताई है, क्योंकि उन्होंने एडवोकेट जनरल ऑफिस की वेटिंग के बगैर ही हाईकोर्ट में स्टेट्स रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट तैयार करने के लिए सीएम ने ओंकार की प्रशंसा भी की है। ओंकार से नाराजगी वेटिंग नहीं करवाने की वजह से है। विमल नेगी मौत मामले से हिमाचल सरकार की किरकिरी हुई है। इस मामले में ACS, DGP और SP ने हाईकोर्ट में स्टेट्स रिपोर्ट दायर की थी। तीनों की रिपोर्ट अलग अलग थी। इस पर हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया। हिमाचल के DGP अतुल वर्मा ने शिमला पुलिस की SIT जांच पर ही सवाल खड़े किए। हाईकोर्ट ने DGP और ACS की रिपोर्ट को आधार बनाते हुए शिमला पुलिस की एसआईटी से केस CBI को देने के आदेश दिए। SP ने DGP के खिलाफ खोला मोर्चा हाईकोर्ट में सुनवाई के दूसरे दिन SP शिमला संजीव गांधी ने अपने ही मुखिया DGP के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में डीजीपी द्वारा विमल नेगी मौत मामले में हाईकोर्ट में दायर एफिडेविट को गैर जिम्मेदाराना बताया। साथ ही डीजीपी ऑफिस के कर्मचारियों पर चिट्टा तस्करी को लेकर संगीन आरोप लगाए। यही नहीं एसपी ने मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना पर भी एक केस की जांच प्रभावित करने की बात कहीं। पूर्व डीजीपी संजय कुंडू पर भी एसपी शिमला ने गंभीर आरोप लगाएं। उन्होंने धर्मशाला से भाजपा विधायक सुधीर शर्मा को भी विधायक खरीद मामले का मास्टरमाइंड बताया।   हिमाचल | दैनिक भास्कर