हरियाणा के हिसार में गांधी चौक- दिल्ली गेट के बीच में सीएम फ्लाइंग और खाद्य सुरक्षा विभाग की संयुक्त टीम ने दो देसी घी की दुकानों पर रेड की है। इस दौरान टीम को एक्सपायरी डेट का घी बरामद हुआ। पुलिस ने करीब 19 किलो पुराने और बदबूदार घी को नष्ट करा दिया है। इतना ही नहीं टीम ने दुकानों पर बेचे जा रहे घी के सैंपल भी लिए हैं। यह कार्रवाई उप निरीक्षक साधु राम मुख्यमंत्री उड़नदस्ता और डा. पवन चहल खाद्य सुरक्षा अधिकारी की संयुक्त टीम ने की है। दुकान संचालक सतीश कुमार नागपाल निवासी संत नगर हिसार दुकान पर मौजूद मिला। दुकान में रखे घी के दस्तावेज मांगने पर वह कोई वैध दस्तावेज पेश नहीं कर सका। निरीक्षण के दौरान दुकान में 62 किलोग्राम खुला घी, 12 किलोग्राम घी प्लास्टिक थैली, 5 डिब्बे मधु मार्का देसी घी ( 2.5 किलोग्राम), 20 लीटर घी नमस्ते इंडिया मार्का, 8 लीटर घी डेयरी लैक मार्का, किंग रिफाइंड एक टिन (15 किलोग्राम), 25 लीटर घी वीटा मार्का और वनस्पति 5 टिन (15 किलोग्राम प्रति टिन) मिले। कई दुकानों पर वैधता खत्म हुआ घी मिला इसी प्रकार गोयल देसी घी स्टोर दिल्ली गेट हिसार का निरीक्षण किया गया। दुकान संचालक सुरेंद्र कुमार निवासी वार्ड नंबर 5. मोहल्ला डाकौत, हिसार मौके पर मिला। दुकान में रखे घी के दस्तावेज मांगने पर दुकान संचालक ने दुकान का लाइसेंस प्रस्तुत किया, लेकिन दुकान में रखा घी लाइसेंस के मुताबिक सही नहीं पाया गया, जो 22 जनवरी 2027 तक वैध पाया गया। निरीक्षण के दौरान दुकान में 60 किलो ग्राम खुला घी, 35 लीटर घी वीटा मार्का, 15 लीटर घी अमूल मार्का, 15 लीटर घी पतंजलि मार्का, 10 लीटर घी पारस मार्का, 22.50 लीटर घी मधु मार्का, 48 लीटर बिना मार्का, 40 लीटर बिना मार्का, 11 लीटर घी महान मार्का, 12 लीटर घी सुपर हरियाणा मार्का, 1.50 किलोग्राम घी हैटसन मार्का, 18 टिन घी अवसर वनस्पति मार्का (प्रति टीन 15 किलोग्राम), 18 टीन रिफाइंड सोया तेल (प्रति टीन 15 किलोग्राम) तथा 4 किलोग्राम घी वैधता खत्म हुआ पाया गया। हरियाणा के हिसार में गांधी चौक- दिल्ली गेट के बीच में सीएम फ्लाइंग और खाद्य सुरक्षा विभाग की संयुक्त टीम ने दो देसी घी की दुकानों पर रेड की है। इस दौरान टीम को एक्सपायरी डेट का घी बरामद हुआ। पुलिस ने करीब 19 किलो पुराने और बदबूदार घी को नष्ट करा दिया है। इतना ही नहीं टीम ने दुकानों पर बेचे जा रहे घी के सैंपल भी लिए हैं। यह कार्रवाई उप निरीक्षक साधु राम मुख्यमंत्री उड़नदस्ता और डा. पवन चहल खाद्य सुरक्षा अधिकारी की संयुक्त टीम ने की है। दुकान संचालक सतीश कुमार नागपाल निवासी संत नगर हिसार दुकान पर मौजूद मिला। दुकान में रखे घी के दस्तावेज मांगने पर वह कोई वैध दस्तावेज पेश नहीं कर सका। निरीक्षण के दौरान दुकान में 62 किलोग्राम खुला घी, 12 किलोग्राम घी प्लास्टिक थैली, 5 डिब्बे मधु मार्का देसी घी ( 2.5 किलोग्राम), 20 लीटर घी नमस्ते इंडिया मार्का, 8 लीटर घी डेयरी लैक मार्का, किंग रिफाइंड एक टिन (15 किलोग्राम), 25 लीटर घी वीटा मार्का और वनस्पति 5 टिन (15 किलोग्राम प्रति टिन) मिले। कई दुकानों पर वैधता खत्म हुआ घी मिला इसी प्रकार गोयल देसी घी स्टोर दिल्ली गेट हिसार का निरीक्षण किया गया। दुकान संचालक सुरेंद्र कुमार निवासी वार्ड नंबर 5. मोहल्ला डाकौत, हिसार मौके पर मिला। दुकान में रखे घी के दस्तावेज मांगने पर दुकान संचालक ने दुकान का लाइसेंस प्रस्तुत किया, लेकिन दुकान में रखा घी लाइसेंस के मुताबिक सही नहीं पाया गया, जो 22 जनवरी 2027 तक वैध पाया गया। निरीक्षण के दौरान दुकान में 60 किलो ग्राम खुला घी, 35 लीटर घी वीटा मार्का, 15 लीटर घी अमूल मार्का, 15 लीटर घी पतंजलि मार्का, 10 लीटर घी पारस मार्का, 22.50 लीटर घी मधु मार्का, 48 लीटर बिना मार्का, 40 लीटर बिना मार्का, 11 लीटर घी महान मार्का, 12 लीटर घी सुपर हरियाणा मार्का, 1.50 किलोग्राम घी हैटसन मार्का, 18 टिन घी अवसर वनस्पति मार्का (प्रति टीन 15 किलोग्राम), 18 टीन रिफाइंड सोया तेल (प्रति टीन 15 किलोग्राम) तथा 4 किलोग्राम घी वैधता खत्म हुआ पाया गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री बोले- कांग्रेस ओवर कॉन्फिडेंस में थी:भाजपा ने जमीन पर काम किया; सुभाष बत्रा ने EVM की बैटरी का भी जिक्र किया
हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री बोले- कांग्रेस ओवर कॉन्फिडेंस में थी:भाजपा ने जमीन पर काम किया; सुभाष बत्रा ने EVM की बैटरी का भी जिक्र किया हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व गृहमंत्री सुभाष बत्तरा ने हार के कारणों का जिक्र करते हुए कहा कि ओवर कांफिडेंट में गलती हुई। कांग्रेस ओवर कांफिडेंस में रही और भाजपा ग्राउंड पर काम करती रही। वहीं भाजपा सोशल इंजीनियरिंग में सफल रही और कांग्रेस इस ओर ध्यान नहीं दे पाई। उन्होंने कांग्रेस हाई कमान पर भी सवाल उठाए। सीट बंटवारे पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि ठीक से बंटवारा नहीं हुआ। सीटिंग विधायकों को टिकट देने के निर्णय को भी गलत बताया और कहा कि जहां सरकार के खिलाफ एंटी इंकंबेंसी होती है, तो विधायकों के खिलाफ भी होती है। पूर्व गृह मंत्री एवं कांग्रेसी वरिष्ठ नेता सुभाष बत्तरा से बातचीत प्रश्न : हार का क्या कारण मानते हैं?
सुभाष बत्तरा : पहली बात तो यह कि मैं इस चुनाव को निष्पक्ष चुनाव भी नहीं मानता। साढ़े 9 बजे तक जब तक बैलेट पेपर की काउंटिंग हो रही थी, तो हम 73-74 पर लीड कर रहे थे। जैसे ही ईवीएम की गिनती शुरू हुई तो पासा एक दम पलट गया। मेरा मानना है कि 20-30 विधानसभा में, जहां जीटी बेल्ट के हल्के जिनमें ईवीएम में 99 प्रतिशत बैटरी चार्ज थी। वहां-वहां एक तरफा बीजेपी की जीत दिखाई। जहां 60-65 प्रतिशत बैटरी थी, वहां कांग्रेस है। दूसरा, सोशल इंजीनियरिंग में भाजपा कामयाब रही है। हम थोड़ा-सा ओवर कांफिडेंस में थे, हमने इस पर गौर नहीं किया और वर्किंग नहीं की। ओबीसी व एससी कार्ड को अपने पक्ष में करने में भाजपा कामयाब रही। उन्होंने कुमारी सैलजा के नाम को भी कैच करने की कोशिश की। हम थोड़ा-सा ओवर कांफिडेंस में रहे और भाजपा ग्राउंड लेवल पर काम करती रही। यह भाजपा को भी उम्मीद नहीं थी कि इतनी सीटें उनकी आ जाएंगी। उन्होंने कहा कि जो जाट मतदाता है, उन्होंने तो कई इलाकों में बहुत कम प्रतिशत वोट पोल की। सोनीपत जाट बहुल्य एरिया है, वहां 6 में से 5 सीट हम हमने हारी है। बहादुरगढ़ की सीट बड़े मार्जन से हारी है। इसका मतलब है कि कहीं ना कहीं, यह कहने में कोई हानि नहीं कि (राहुल जी ने भी यह कहा कि ऐसा लगता है कि) पार्टी हित से ज्यादा अपने निजी हितों को साधा गया है। कांग्रेस लीडरशिप को इस पर मंथन करना पड़ेगा। प्रश्न : टिकट बंटवारे को लेकर काफी चर्चा थी कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने चहेतों को भी टिकट दिलाई है? सुभाष बत्तरा : मैं एक बात से बिल्कुल स्पष्ट हूं कि अगर 5 साल किसी राज हो तो हम उसे भी एंटी इनकंबेंसी करते हैं। कोई भी सरकार व पार्टी लोगों उम्मीदों पर 100 प्रतिशत काम नहीं कर पाती। इसी तरह से जो एमएलए 2 बार बन गया, उसकी भी एंटी इनकंबेंसी होती है। आपने सर्वेयर किस लिए रखे और सीटिंग गेटिंग (सीटिंग विधायकों को टिकट देना) का मतलब क्या रहा। सर्वे रिपोर्ट को फेंक दें। जो 2-3 बार विधायक बना है और लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा है तो उसका सीटिंग का क्या मतलब। यह बहुत गलत निर्णय था। कांग्रेस की टिकट मिलने वाले सीटिंग विधायकों में से आधे से ज्यादा हारे हैं। यह फार्मूला गलत था और पार्टी आलाकमान को मंथन करना पड़ेगा और सोचना पड़ेगा। गलत लोगों को टिकट दी गई, इसके पीछे कारण क्या रहे। प्रश्न : चुनाव के दौरान भाजपा ने कुमारी सैलजा के मुद्दे को उठाया, वह चाहे उनके खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने का मामला हो या फिर सीएम बनाने का। इसका कितना असर पड़ा है? सुभाष बत्तरा : भाजपा एससी वोटबैंक को कैच करने में सफल रही। हम उस मुद्दे को डैमेज कंट्रोल नहीं कर पाए। सैलजा बहनजी ने तो यह बयान दिया था कि “मेरे पिताजी भी तिरंगे में गए और मैं भी तिरंगे में जाऊंगी”। उन्होंने स्पष्टीकरण भी दिए। लेकिन देर हो चुकी थी। इसलिए एससी वोटबैंक वह डायवर्सिफाई हो गया था। बीजेपी इस मुद्दे को कैच करने में कामयाब रही। प्रश्न : हरियाणा में पहली दफा ऐसा हुआ है कि कोई भी पार्टी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने में सफल रही और भाजपा की जीत का कारण क्या मानते हैं? सुभाष बत्तरा : इसका कारण पर तो क्या कह सकता हैं। प्रजातंत्र है और लोगों का जनमत है। जो जीता वह सिकंदर। अब हम कुछ भी कहते रहे, लेकिन जो खामिया हैं, उनको ढूंढना पड़ेगा। असली हार तो कार्यकर्ता की हुई है। जो जमीनी व बूथ लेवल पर लड़ता है। यह मंथन का विषय है। प्रश्न : रिजल्ट से पहले हर कोई कह रहा था कि कांग्रेस बहुमत से आ रही है और तैयारियां भी उसी तरह से चल रही थी। क्या कारण रहा कि रिजल्ट में इतना फेरबदल हुआ? सुभाष बत्तरा : भाजपा वाले भी 30 से ऊपर सीट नहीं मान रहे थे। यह तो आश्चर्यचकित नतीजे हैं। कुछ-ना-कुछ इन्होंने 20-30 सीटों पर ईवीएम को सेट व हैक किया है। इसके लिए कांग्रेस पार्टी तैयारी में हैं। मैं भी इस पर विधि वक्ताओं से सलाह कर रहा हूं। प्रश्न : जातिगत बात करें तो सबसे बड़ा वोट बैंक जाटों का माना जाता है, उसको भी साधने में क्यों सफल नहीं रहे? सुभाष बत्तरा : सीटिंग गेटिंग का फार्मूला। कर्ण दलाल 25 हजार से ज्यादा से हार आए, इसका मतलब क्या है। बहादुरगढ़ की सीट पर तीन बार के विधायक राजेंद्र जून 40 हजार से अधिक मार्जन कैसे हो गया। गन्नौर की सीट पर क्या हाल हुआ। उन्होंने राज्यसभा सांसद किरण चौधरी का जिक्र करते हुए कहा कि किरण चौधरी को निपटाने के लिए पता नहीं क्या-क्या व्यूह रचना की। किरण चौधरी के जाने से भिवानी की सभी सीटों पर क्या हाल हुआ। उस पर मंथन की जरूरत है। हरियाणा एक छोटा राज्य जरूर है, लेकिन इसका असर पूरे देश में हैं। एक माह के बाद महाराष्ट्र के चुनाव हैं, वहां भी इसका असर पड़ेगा। उत्तर प्रदेश साथ लगता राज्य हैं, वहां भी उपचुनाव में इसका असर पड़ेगा। पंजाब राज्य की भी सीमा लगती है। दिल्ली भी बॉर्डर स्टेट है, उसके भी दो माह बाद चुनाव हैं। इसलिए आज पार्टी लीडरशिप आज तिलमिला रही है और गुस्से में है कि पार्टी हित से ज्यादा निजी हितों को तवज्जो दी। यह पहले समझ नहीं आ रही थी। लोकसभा में टिकटों का बंटवारा कैसे किया। खुद कर रहे हैं कि 90 में से 72 सीटें एक सिस्टम के तहत दी, आपको उस समय सोचने का मौका नहीं थी। क्यों विचार नहीं किया। उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस के सच्चे सिपाही है और इस हार से दुखी है। आलाकमान को पहले भी समझाने की कोशिश की, लेकिन उनके समझ में नहीं आई। हम भी हताश होकर बैठ गए।
हरियाणा में रिश्ते शर्मशार करने पर 20 साल कैद:नाबालिग बहन से दुष्कर्म कर भाई ने किया था गर्भवती, अदालत ने सुनाई सजा
हरियाणा में रिश्ते शर्मशार करने पर 20 साल कैद:नाबालिग बहन से दुष्कर्म कर भाई ने किया था गर्भवती, अदालत ने सुनाई सजा हरियाणा के हिसार में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश विवेक सिंघल की कोर्ट ने 4 साल पहले किशोरी के साथ बलात्कार करने के दोषी भाई को 20 साल की सजा सुनाई। दोषी को एक लाख रुपए जुर्माना भी लगाया है। किशोरी की मां ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि 13 फरवरी की रात को उसकी साढ़े 16 वर्षीय बेटी को अचानक पेट में दर्द हुआ। इसके बाद वह बेटी को शहर के सिविल अस्पताल लेकर पहुंची। वहां उसकी बेटी ने एक बच्चे को जन्म दिया। जिसके बाद उसने अपनी बेटी से इस बारे में पूछा तो उसकी बेटी ने उसे बताया कि उसकी दोस्ती उसके भाई के दोस्त से है। उसकी बेटी ने उसे बताया कि आरोपित से उसकी 2 साल से दोस्ती थी। मजिस्ट्रेट के सामने नाबालिग के हुए थे बयान पुलिस ने पीड़ित नाबालिग के बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज करवाए थे। अपने दिए गए बयान में किशोरी ने बताया था कि जब परिवार वाले घर से बाहर चले जाते थे तो आरोपित वहां आता था और उसके साथ जबरदस्ती गलत काम करता था। पीड़िता ने अपनी मां को बताया कि आरोपित पिछले 2 साल से उससे गलत काम करता आ रहा है। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि आरोपित ने उसे इस बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी। पोक्सो एक्ट में हुआ था केस दर्ज इसके बाद पुलिस ने किशोरी की मां की शिकायत पर किशोरी के भाई के दोस्त पर पोक्सो एक्ट के तहत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद पुलिस ने सबूत जुटाने शुरू किए तो मामला कुछ ही निकला। पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि किशोरी से उसके भाई के दोस्त ने नहीं, बल्कि खुद उसके भाई ने ही दुष्कर्म किया था। इसके बाद किशोरी के भाई से पूछताछ की तो उसने सारी सच्चाई बता दी। इसके बाद 4 साल केस कोर्ट में चला।
गोहाना में आज PM मोदी की रैली:3 जिलों के 22 हलकों को साधेंगे; BJP ने 25 एकड़ में लगाया पंडाल
गोहाना में आज PM मोदी की रैली:3 जिलों के 22 हलकों को साधेंगे; BJP ने 25 एकड़ में लगाया पंडाल हरियाणा के सोनीपत के गोहाना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (25 सितंबर) भाजपा की चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। इसके लिए करीब 25 एकड़ में पंडाल लगाया गया है। लोगों के लिए 22 हजार कुर्सियों की व्यवस्था की गई है। पीएम की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए एसपीजी ने एक दिन पहले ही पूरे क्षेत्र को अपने कब्जे में ले लिया है। प्रधानमंत्री के साथ रैली में भाजपा के कई बड़े नेता भी शामिल होंगे। भाजपा को उम्मीद है कि मोदी विधानसभा चुनाव में उनके लिए संजीवनी साबित होंगे। हरियाणा विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह दूसरी रैली है। इससे पहले वे 14 सितंबर को कुरुक्षेत्र में आ चुके हैं। हिसार और पलवल में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली प्रस्तावित है। आज गोहाना रैली में मोदी 3 जिलों रोहतक, सोनीपत व पानीपत की 22 विधानसभा सीटों से आने वाले वर्करों को संबोधित करेंगे। मोदी की लोकसभा चुनाव में 4 महीने पहले भी गोहाना में रैली हो चुकी है। देखें रैली को लेकर की गई तैयारी के PHOTOS… रैली को लेकर तैयारी पूरी
मोदी की रैली गोहाना में पानीपत-रोहतक स्टेट हाईवे पर सेक्टर 13-14 के ग्राउंड पर होगी। भाजपा ने प्रधानमंत्री की रैली को लेकर तैयारी पूरी कर ली है। रैली में लोगों के बैठने के लिए आठ ब्लॉक बनाए गए हैं। इनमें 22 हजार कुर्सियां लगाई गई हैं। महिलाओं व पुरुषों के बैठने की व्यवस्था अलग अलग की गई है। डीजीपी शत्रुजीत कपूर व अन्य पुलिस अधिकारियों ने रैली को लेकर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है। यहां पर 3 हेलिकॉप्टर के उतने की व्यवस्था की गई है। पूरे क्षेत्र को पुलिस छावनी में बदल दया गया है।