हरियाणा के हिसार जिले के बास क्षेत्र में पुट्ठी माइनर में एक महिला का शव बोरी में बंधा मिला। महिला का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस महिला की पहचान कराने में कोशिश कर रही है लेकिन अभी तक उसकी पहचान नहीं हुई है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा है। मृतका की उम्र करीब 35 वर्ष बताई जा रही है। बास थाना पुलिस छानबीन कर रही है। जानकारी के अनुसार गांव बड़छप्पर के पास मालवी स्मैण माइनर में ग्रामीणों को एक बोरी पड़ी हुई मिली। उसमें से बदबू आ रही थी। ग्रामीणों ने इसकी सूचना तुरंत बास पुलिस को दी। बास थाना प्रभारी पवित्र कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बोरी को माइनर से बाहर निकलवाया। कयास हैं कि महिला की हत्या कर शव को बोरी में डालकर फेंका गया है। पुलिस हा पहलु को ध्यान में रख कर जांच कर रही है। पुलिस ने बोरी को खोला तो उसमें से महिला का शव निकाला। थाना प्रभारी पवित्र कुमार ने इसकी सूचना नारनौंद के डीएसपी राज सिंह को दी। इसके बाद डीएसपी राज सिंह भी मौके पर पहुंचे। महिला का शव 4 से 5 दिन पुराना लग रहा है। उसके दाएं हाथ पर एक टैटू बना हुआ है और पवन नाम लिखा हुआ है। वहीं पुलिस ने एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुलाया और एफएसएल की टीम ने मौके से जरूरी साक्ष्य जुटाए। गुमशुदा मामलों की खंगाल रहे रिपोर्ट थाना प्रभारी पवित्र कुमार ने बताया कि मृतका की पहचान के लिए आसपास के सभी जिलों में उसकी तस्वीर भेजी गई है। साथ ही जिले के सभी थानों व ग्रुपों में गुमशुदा की शिकायत पर नजर बनाए रखने के लिए भी कहा गया है। जैसे ही कोई सुराग मिलेगा पुलिस उस पर त्वरित कार्रवाई करेगी। हरियाणा के हिसार जिले के बास क्षेत्र में पुट्ठी माइनर में एक महिला का शव बोरी में बंधा मिला। महिला का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस महिला की पहचान कराने में कोशिश कर रही है लेकिन अभी तक उसकी पहचान नहीं हुई है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा है। मृतका की उम्र करीब 35 वर्ष बताई जा रही है। बास थाना पुलिस छानबीन कर रही है। जानकारी के अनुसार गांव बड़छप्पर के पास मालवी स्मैण माइनर में ग्रामीणों को एक बोरी पड़ी हुई मिली। उसमें से बदबू आ रही थी। ग्रामीणों ने इसकी सूचना तुरंत बास पुलिस को दी। बास थाना प्रभारी पवित्र कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बोरी को माइनर से बाहर निकलवाया। कयास हैं कि महिला की हत्या कर शव को बोरी में डालकर फेंका गया है। पुलिस हा पहलु को ध्यान में रख कर जांच कर रही है। पुलिस ने बोरी को खोला तो उसमें से महिला का शव निकाला। थाना प्रभारी पवित्र कुमार ने इसकी सूचना नारनौंद के डीएसपी राज सिंह को दी। इसके बाद डीएसपी राज सिंह भी मौके पर पहुंचे। महिला का शव 4 से 5 दिन पुराना लग रहा है। उसके दाएं हाथ पर एक टैटू बना हुआ है और पवन नाम लिखा हुआ है। वहीं पुलिस ने एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुलाया और एफएसएल की टीम ने मौके से जरूरी साक्ष्य जुटाए। गुमशुदा मामलों की खंगाल रहे रिपोर्ट थाना प्रभारी पवित्र कुमार ने बताया कि मृतका की पहचान के लिए आसपास के सभी जिलों में उसकी तस्वीर भेजी गई है। साथ ही जिले के सभी थानों व ग्रुपों में गुमशुदा की शिकायत पर नजर बनाए रखने के लिए भी कहा गया है। जैसे ही कोई सुराग मिलेगा पुलिस उस पर त्वरित कार्रवाई करेगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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विनेश फोगाट के सिल्वर मेडल पर फैसला आज:IOA ने वजन बढ़ने पर खिलाड़ी-कोच जिम्मेदार ठहराए; 100 ग्राम ज्यादा पर हुई थीं अयोग्य
विनेश फोगाट के सिल्वर मेडल पर फैसला आज:IOA ने वजन बढ़ने पर खिलाड़ी-कोच जिम्मेदार ठहराए; 100 ग्राम ज्यादा पर हुई थीं अयोग्य हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट को ओलिंपिक में सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं, इसका आज फैसला हो जाएगा। खेल कोर्ट यानी कोर्ट ऑफ आर्बिटरेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) आज अपना फैसला सुना सकता है। 10 अगस्त को कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखकर 13 अगस्त को फैसला सुनने की बात कही थी। आज डॉ. एनाबेले बेनेट फैसला सुनाएंगी। विनेश के पक्ष में दलीलें दी गईं कि रेसलर ने कोई फ्रॉड नहीं किया। फाइनल में पहुंचने के बाद सिल्वर मेडल की वह कन्फर्म दावेदार थीं। इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) के प्रेसिडेंट थॉमस बाक ने कहा था कि वह CAS के फैसले का पालन करेंगे। बता दें कि विनेश फोगाट ने ओलिंपिक में 50 kg वेट कैटेगरी में कुश्ती लड़ी थी। एक दिन में जापान की ओलिंपिक चैंपियन समेत 3 पहलवानों को पटखनी देकर वह फाइनल में पहुंची। हालांकि अगले दिन फाइनल मुकाबले से पहले उसका वेट 100 ग्राम ज्यादा निकल आया। जिस वजह से उसे अयोग्य करार दे दिया गया। इसी को लेकर विनेश ने खेल कोर्ट में अपील दायर की। जिस पर सुनवाई हुई। उधर, इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा- ”वजन का मैनेजमेंट करना खिलाड़ी और कोच की जिम्मेदारी है। खासकर कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, बॉक्सिंग और जूडो जैसे खेलों में। इनमें एथलीटों के वजन मैनेजमेंट की जिम्मेदारी प्रत्येक एथलीट और उसके कोच की है, न कि IOA द्वारा नियुक्त चीफ मेडिकल अफसर डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम की।” विनेश के पक्ष में यह दलीलें भी रखी गईं
खेल कोर्ट में विनेश के पक्ष में कहा गया कि 100 ग्राम वजन बहुत कम है। यह एथलीट के वजन के 0.1% से 0.2% से ज्यादा नहीं है। यह गर्मी के मौसम में इंसान के शरीर के फूलने से भी आसानी से बढ़ सकता है क्योंकि गर्मी के कारण इंसान की जीवित रहने की जरूरत की वजह से शरीर में ज्यादा पानी जमा होता है। इसके अलावा विनेश को एक ही दिन में 3 कॉम्पिटिशन लड़ने पड़े। इस दौरान एनर्जी को मेंटेन करने के लिए भी उन्हें खाना पड़ा। इसके अलावा भारतीय पक्ष ने कहा कि खेल गांव और ओलिंपिक गेम्स के एरीना के बीच की दूरी और पहले दिन फाइट के टाइट शेड्यूल की वजह से विनेश को वजन घटाने का पर्याप्त टाइम नहीं मिला। विनेश का वजन पहले दिन की 3 कुश्तियां लड़ने के बाद 52.7 किलो पहुंच चुका था। भारतीय पक्ष ने यह भी कहा कि विनेश को 100 ग्राम वजन बढ़ने से दूसरे रेसलर के मुकाबले कोई फायदा नहीं होना था। यह सिर्फ जरूरी रिकवरी प्रोसेस का परिणाम था। एक दिन में लगातार 3 मुकाबले लड़ने के बाद उसके शरीर को डाइट की भी जरूरत थी। भारतीय पक्ष ने यह भी दलील दी कि विनेश फोगाट के मामले में कोई धोखाधड़ी या हेराफेरी जैसी बात नहीं है। न ही कोई डोपिंग जैसा कोई इश्यू है। पहले सारे मुकाबले सही लड़ने और फाइनल में अयोग्य होने की वजह से विनेश को कड़ी मेहनत के बावजूद सिल्वर मेडल से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या- हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक में 1 दिन में 3 पहलवानों को हराया
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। 2. डाइट से वजन बढ़ा, पूरी रात कोशिश बेकार गई
सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के दौरान उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना-पानी दिया गया। जिससे उनका वजन 52.700 kg तक बढ़ गया। भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन 100 ग्राम ज्यादा मिला, वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट थे
बुधवार सुबह नियम के अनुसार दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। उनका वजन ज्यादा निकला। उन्हें 15 मिनट मिले लेकिन आखिरी बार वजन में भी वह 100 ग्राम अधिक निकलीं। जिसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। 4. विनेश ने अयोग्य करार देने के खिलाफ अपील की
इसके बाद विनेश ने अयोग्य करार देने पर खेल कोर्ट (CAS) में अपील की। जिसमें विनेश ने फाइनल मुकाबला खेलने देने की अपील की। यह संभव नहीं था तो विनेश ने अपील बदलकर कहा कि सेमीफाइनल तक उसका वजन नियमों के अनुरूप था। उसे संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। 5. विनेश ने संन्यास का ऐलान किया
विनेश फोगाट ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया पोस्ट लिखी। विनेश ने लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।”।
फरीदाबाद में नाबालिग छात्रा से रेप:पीड़िता के पिता ने किया आत्महत्या का प्रयास, गंभीर हालत में इलाज जारी
फरीदाबाद में नाबालिग छात्रा से रेप:पीड़िता के पिता ने किया आत्महत्या का प्रयास, गंभीर हालत में इलाज जारी हरियाणा के फरीदाबाद जिले के एक गांव में नाबालिग किशोरी के साथ पड़ोसी द्वारा रेप मामले में पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी न होने और आरोपी परिवार द्वारा पिता को देखकर हंसने से परेशान किशोरी के पिता ने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। गनीमत रही कि समय रहते उसकी पत्नी ने उसे देख लिया और उसके शोर मचाने पर उसे फांसी से उतार लिया गया। फिलहाल किशोरी के पिता का फरीदाबाद के ईएसआई अस्पताल में इलाज चल रहा है। जहां पर उसकी हालत काफी नाजुक बनी हुई है। पीड़ित पिता लगाई फांसी घटना के बाद पीड़िता के पिता को गली में आता जाता देख आरोपी के परिवार वाले हंसते थे और उल्टी सीधी बातें करते थे। इसके चलते मानसिक रूप से परेशान होकर उनके भाई ने बीते 9 तारीख की रात को घर में जान देने की नीयत से फांसी का फंदा लगा लिया। फिलहाल उनके भाई का फरीदाबाद के 3 नंबर से ईएसआई अस्पताल में इलाज चल रहा है। जहां पर उसका भाई जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। पुलिस पर लगाए आरोप वहीं पीड़ित के भाई का आरोप है कि पुलिस ने पूरे मामले में लापरवाही बरती है। यदि समय रहते आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाता तो उनके भाई की मान सम्मान को ठेस नहीं पहुंचती। जिसके चलते उनका भाई आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठाता। इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही साफ नजर आ रही है। वह चाहते हैं कि रेप की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करते हुए उन्हें जल्द गिरफ्तार करे। महिला थाना प्रभारी ने कही ये बात वहीं इस मामले को लेकर महिला थाना इंस्पेक्टर सुनीता का कहना है की बीते 2 जुलाई को आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। लेकिन आरोपी फरार थे। काफी प्रयासों के बाद 2 आरोपियों को अभी गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य तीसरे आरोपी की भी गिरफ्तारी जल्द हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जायेगा। ये है पूरा मामला किशोरी के ताऊ ने बताया कि उनके भाई की बेटी जो 10वीं कक्षा में पढ़ती है। बीते 1 जुलाई को उसके पड़ोस में रहने वाले मनोज नाम के युवक ने उसे बहाने से अपने घर बुलाया और उसे अपने घर की बैठक में ले गया जहां पर पहले से नरेश पुत्र महेंद्र और महेंद्र के मामा का लड़का पहले से अंदर बैठे हुए थे। जिन्होंने उनकी बेटी को अंदर ले जाने के बाद बैठक का दरवाजा बंद कर लिया और नरेश के मामा के लड़के ने उनकी बेटी के साथ रेप किया। काफी देर तक जब उनके भाई की बेटी नजर नहीं आई तब उनके बेटों ने उसे खोजने की कोशिश की। उनका सामने रह रहे पड़ोसी मनोज के घर पर शक गया। उन्होंने मनोज के घर का दरवाजा खटखटाया और देखा की बैठक में तीनों लड़के उनके भाई की बेटी के साथ गलत हरकत कर रहे थे। जिसे देखकर तीनों मौके से भाग गए। कोल्ड ड्रिंक लाने के बहाने से बुलाया इसके बाद जब उन्होंने भाई की बेटी से पूछा तो उसने बताया कि मनोज ने पेप्सी लाने के बहाने से बुलाया था और जबरदस्ती बैठक में ले गया। जहां पर आरोपियों ने उसके साथ रेप किया। घटना के बाद जब उन्होंने मनोज के माता-पिता से इस बारे में शिकायत की, तो उन्होंने और उनके बड़े बेटे ने उनसे झगड़ा शुरू कर दिया। साथ ही आरोपियों ने धमकी दी कि जो करना है, वह कर लो। पुलिस उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकती। इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत थाना छन्यासा में की जहां से उनका केस बल्लभगढ़ महिला थाना भेज दिया गया। पीड़ित पिता ने किया जान देने का प्रयास बीते 2 जुलाई को दुष्कर्म के मामले में बीएनएस की धाराओं के तहत उनके भाई की पत्नी की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया। इसके बाद उनकी भाई की बेटी का मेडिकल परीक्षण की पुलिस ने कराया था। लेकिन 2 तारीख के बाद से पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया और जब उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई।
रेवाड़ी एनसीबी टीम ने 16.50 किलोग्राम चुरा पोस्त पकड़ा:महेंद्रगढ़ से हुई तस्कर की गिरफ्तार, हिमाचल के ऊना का रहने वाला
रेवाड़ी एनसीबी टीम ने 16.50 किलोग्राम चुरा पोस्त पकड़ा:महेंद्रगढ़ से हुई तस्कर की गिरफ्तार, हिमाचल के ऊना का रहने वाला हरियाणा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की रेवाड़ी इकाई ने महेंद्रगढ़ जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक नशा तस्कर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 16.50 किलोग्राम चूरापोस्त बरामद किया है। आरोपी तस्कर वीर सिंह तिहारा हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के भदुरी गांव का रहने वाला है। वह प्लास्टिक के थैले में नशीला पदार्थ भरकर महेंद्रगढ़ में सप्लाई करने आया था। एचएनसीबी की रेवाड़ी इकाई के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर बलवंत सिंह ने बताया कि वह अपनी टीम के साथ महेंद्रगढ़ जिले के बुड़वाल नए बस स्टैंड पर मौजूद थे। तभी मुखबिर ने उन्हें सूचना दी कि वीर सिंह तिहारा नशीला पदार्थ चूरापोस्त सप्लाई करने का काम करता है और इस समय बुढ़वाल पुराने बस स्टैंड के पास भारत पेट्रोल पंप पर ट्रक नंबर एचआर-12के-6497 में बैठा है। ट्रक के कैबिन में रखा हुआ था चुरा पोस्त इस ट्रक के केबिन में नशीला पदार्थ चुरा पोस्त मौजूद है। यदि तुरंत छापेमारी की जाए तो आरोपी को नशीले पदार्थ चुरा पोस्त के साथ गिरफ्तार किया जा सकता है। सूचना के तुरंत बाद पुलिस टीम ने छापेमारी कर आरोपी वीर सिंह तिहारा को गिरफ्तार कर लिया। नारनौल आबकारी विभाग के एईटीओ ड्यूटी मजिस्ट्रेट राजेंद्र सिंह नैन को तुरंत मौके पर सूचना दी गई। उनकी मौजूदगी में जब वीर सिंह तिहारा व उसके ट्रक की तलाशी ली गई तो 16 किलो 560 ग्राम चुरा पोस्त बरामद हुआ। अन्य आरोपियों की तलाश जारी आरोपी वीर सिंह तिहारा के खिलाफ एचएनसीबी की टीम ने नांगल चौधरी थाना में NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज कराकर उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। आरोपी वीर सिंह से मिली जानकारी के आधार पर अन्य तस्करों को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है।