हरियाणा के हिसार जिले की नारनौंद अनाज मंडी में मंगलवार को हुई एक जनसभा के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सैनी के सामने ही रामकुमार गौतम ने प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दुष्यंत चौटाला के बारे में बोलते हुए कहा कि खोपर मुझे सीढ़ी (पेड़ी) बनाकर खुद ऊपर चढ़ गया और मैं तो बिना बात का लांडा बूचा एमएलए बनकर रह गया। दुष्यंत देवीलाल के नक्शे कदम पर चलेगा मैंने सोचा था कि यह लड़का (दुष्यंत चौटाला) देवी लाल के नक्शे कदम पर चलेगा और देवीलाल का असली वारिस होगा। अगर वह मेरी मानता, तो मैं उसको देवीलाल के नक्शे कदम पर चलाता, लेकिन उसकी मनसा ठीक नहीं थी। उचाना में पूर्व सांसद बिजेंद्र सिंह की माता प्रेमलता ने उसको 48 हजार वोटों से हराया था। उसके बाद मैंने व मेरे आदमियों ने उसकी मदद कर उसको उचाना से जिताया, लेकिन मैं बिना बात का एमएलए बनकर रह गया। अभिमन्यु को जीता कर मेरा उलाहना उतार देना रामकुमार गौतम ने कहा कि हमारे समाज में जात-पात व भ्रष्टाचार देश के लिए कलंक है, इसको जड़ से खत्म करना चाहिए। मैं मानता हूं कि मैं नारनौंद में विकास के कार्य इतने नहीं करवा पाया, क्योंकि मेरे से पहले चौधरी वीरेंद्र सिंह 1977 व 1987 में मुख्यमंत्री के बराबर की ताकत लेकर मंत्री बना था। उसके बाद पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु एक ताकतवर मंत्री बना। उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सैनी को भी एक ईमानदार व सबसे मिलनसार मुख्यमंत्री बताया। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मुझे कहा कि इस बार नारनौंद से कैप्टन अभिमन्यु को जीता कर मेरा उलाहना उतार देना। दोनों बार चाबी का किया जिक्र नारनौंद विधानसभा क्षेत्र के लोग मानते हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले विधानसभा चुनाव में दो बार जनसभा को संबोधित किया। जहां पर मंच से उन्होंने दोनों बार चाबी का जिक्र किया था। जिसकी बदौलत थी, नारनौंद से 2019 का चुनाव कैप्टन अभिमन्यु हार गए थे। इसी बात को लेकर आज पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की चुनावी रैली से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का फोटो गायब था। हरियाणा के हिसार जिले की नारनौंद अनाज मंडी में मंगलवार को हुई एक जनसभा के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सैनी के सामने ही रामकुमार गौतम ने प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दुष्यंत चौटाला के बारे में बोलते हुए कहा कि खोपर मुझे सीढ़ी (पेड़ी) बनाकर खुद ऊपर चढ़ गया और मैं तो बिना बात का लांडा बूचा एमएलए बनकर रह गया। दुष्यंत देवीलाल के नक्शे कदम पर चलेगा मैंने सोचा था कि यह लड़का (दुष्यंत चौटाला) देवी लाल के नक्शे कदम पर चलेगा और देवीलाल का असली वारिस होगा। अगर वह मेरी मानता, तो मैं उसको देवीलाल के नक्शे कदम पर चलाता, लेकिन उसकी मनसा ठीक नहीं थी। उचाना में पूर्व सांसद बिजेंद्र सिंह की माता प्रेमलता ने उसको 48 हजार वोटों से हराया था। उसके बाद मैंने व मेरे आदमियों ने उसकी मदद कर उसको उचाना से जिताया, लेकिन मैं बिना बात का एमएलए बनकर रह गया। अभिमन्यु को जीता कर मेरा उलाहना उतार देना रामकुमार गौतम ने कहा कि हमारे समाज में जात-पात व भ्रष्टाचार देश के लिए कलंक है, इसको जड़ से खत्म करना चाहिए। मैं मानता हूं कि मैं नारनौंद में विकास के कार्य इतने नहीं करवा पाया, क्योंकि मेरे से पहले चौधरी वीरेंद्र सिंह 1977 व 1987 में मुख्यमंत्री के बराबर की ताकत लेकर मंत्री बना था। उसके बाद पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु एक ताकतवर मंत्री बना। उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सैनी को भी एक ईमानदार व सबसे मिलनसार मुख्यमंत्री बताया। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मुझे कहा कि इस बार नारनौंद से कैप्टन अभिमन्यु को जीता कर मेरा उलाहना उतार देना। दोनों बार चाबी का किया जिक्र नारनौंद विधानसभा क्षेत्र के लोग मानते हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले विधानसभा चुनाव में दो बार जनसभा को संबोधित किया। जहां पर मंच से उन्होंने दोनों बार चाबी का जिक्र किया था। जिसकी बदौलत थी, नारनौंद से 2019 का चुनाव कैप्टन अभिमन्यु हार गए थे। इसी बात को लेकर आज पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की चुनावी रैली से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का फोटो गायब था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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यमुनानगर में स्वास्थ्य विभाग ने मारी रेड:क्लिनिक को किया सील, फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार, लाइसेंस-दवाई स्टॉक का नहीं मिला बिल हरियाणा के यमुनानगर जिले के बलौली गांव में सरपंच श्याम लाल ने गांव के एक क्लिनिक पर नशे की प्रतिबंधित दवाइयों के शक की प्रशासन को जानकारी दी। जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्लिनिक में रखी दवाइयों की जांच की, तो वहां नशे की दवाई तो नहीं मिली, लेकिन जो डॉक्टर क्लिनिक चला रहा था, उसके पास ना ही डिग्री थी, ना ही लाइसेंस और ना ही दवाई बेचने के स्टॉक का बिल। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और उसके क्लिनिक को सील भी कर दिया है। सरपंच ने दी पुलिस को शिकायत क्लिनिक पर नशा बेचने के शक में सरपंच श्याम लाल ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। इसके बाद छछरौली थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दी। दुकान का शटर खोल कर जब दवाइयों की चेकिंग की गई तो दुकान से एक भी प्रतिबंध दवाई बरामद नहीं हुई, लेकिन मोहित डॉक्टर का खुलासा तब हुआ जब ड्रग इंस्पेक्टर बिंदु धीमान ने उनसे क्लिनिक चलाने का लाइसेंस मांगा। टीम देख पूरा गांव हुआ इकट्ठा वह जवाब नहीं दे पाया। जब उनसे दवाइयों के स्टॉक का बिल मांगा, तो वह इधर-उधर की बात करने लगा। गांव में पुलिस की दस्तक और स्वास्थ्य विभाग की टीम को देखकर पूरा गांव वहां इकट्ठा हो गया। करीब 2 घंटे की चेकिंग और पूछताछ के बाद मोहित नाम के इस झोलाछाप डॉक्टर को पुलिस अपने साथ ले गई और स्वास्थ्य विभाग ने उसके क्लिनिक को भी सील कर दिया। प्रतिबंधित दवाइयां नहीं हुई बरामद ड्रग इंस्पेक्टर बिंदु धीमान ने कहा कि गांव के सरपंच ने हमें शिकायत दी थी कि एक युवक को नशे की गोलियों के साथ पकड़ा है। जिसके बाद हमने एक टीम का गठन किया और मौके पर पहुंचे। जब हमने दवाइयों की चेकिंग की, तो प्रतिबंधित दवाइयां तो बरामद नहीं हुई, लेकिन डॉक्टर ना तो डिग्री दिखा पाया, ना ही लाइसेंस और ना ही दवाइयों के स्टॉक का बिल।
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यौन शोषण में घिरे हरियाणा के SDM को जमानत:2 महीने पहले सस्पेंड-गिरफ्तार हुआ; गन पॉइंट पर कर्मचारी से मसाज कराता था हरियाणा में हिसार की अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनुदीप कौर की अदालत ने HCS अफसर हांसी के पूर्व SDM कुलभूषण बंसल को यौन शोषण मामले में जमानत दे दी है। बंसल पर एक चपरासी ने यौन शोषण और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। पीड़ित कर्मचारी ने अनुसूचित जाति आयोग, मानव अधिकार आयोग, DGP समेत कई उच्च अधिकारियों को शिकायत की थी। मामले में पीड़ित ने आरोप लगाया था कि SDM बंसल ने उसे पिस्तौल दिखाकर यौन शोषण के लिए मजबूर किया। शिकायत के साथ एक वीडियो क्लिप भी सबूत के तौर पर भेजी गई थी। 7 नवंबर को मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस ने DSP हरेंद्र के नेतृत्व में जांच शुरू की। पुलिस ने SDM को गिरफ्तार कर एक दिन की रिमांड पर लिया और फिर 10 नवंबर को जेल भेज दिया था। सिविल लाइन थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर SDM के खिलाफ यौन उत्पीड़न, जान से मारने की धमकी के साथ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। 2 महीने की जेल के बाद अब आरोपी SDM को अदालत से जमानत मिल गई है। कर्मचारी के यौन शोषण का वीडियो वायरल हो गया था… 7 नवंबर को ही सस्पेंड हो गया था आरोपी
वीडियो वायरल होने के बाद सरकार ने हांसी में SDM पद पर तैनात कुलभूषण बंसल को 7 नवंबर को सस्पेंड कर दिया गया था। साथ ही हिसार के सिविल लाइन थाने में उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया था। इसके बाद हांसी के SDM को 9 नवंबर को हिसार से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उसे एक दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंपा था। पुलिस रिमांड के दौरान अब तक पिस्तौल बरामद नहीं कर पाई। पीड़ित की ओर से भेजी गई थी चिट्ठी… लेटर की 3 बड़ी बातें… 1- 200 रुपए में करवाता था मसाज
शिकायत में फतेहाबाद जिले के रहने वाले दलित समुदाय के व्यक्ति ने कहा- 2020 से मसाज का काम कर रहा हूं। अधिकारी मुझे 200 रुपए के हिसाब से मसाज के लिए बुलाता था। 2- विरोध करने पर दिखाई पिस्तौल
करीब 6 महीने पहले अधिकारी ने मुझे मसाज के लिए बुलाया। पहले उसने मसाज करवाई। इसके बाद उसने कहा कि मेरे प्राइवेट पार्ट में खुजली हो रही है। उसने मुझे खुजली करने को भी कहा। जब मैंने मना किया तो उसने पिस्तौल निकालकर मुझे नौकरी से निकालने और जान से मारने की धमकी दी। 3- आत्महत्या की नौबत आ चुकी
अधिकारी की इन हरकतों से मैं काफी परेशान हो चुका हूं। इज्जत बचाने के लिए मेरे सामने आत्महत्या की नौबत आ चुकी है। आरोपी अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। पीड़ित बोला- प्राइवेट पार्ट में करवाई मसाज
पीड़ित ने दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में कहा था- SDM ने मुझसे प्राइवेट पार्ट पर मसाज करवाई। उसके बाद मेरा शोषण शुरू कर दिया। मैं कानून से मांग करता हूं कि इसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। इतने बड़े पद पर होते हुए इसने ऐसा गंदा काम किया है। इसे शर्म आनी चाहिए। मैं पब्लिक हेल्थ में स्वीपर के तौर पर काम करता हूं। चूंकि, इसी ने मुझे नौकरी पर लगाया था, इसलिए वह पिस्तौल दिखाकर मुझे नौकरी से हटवाने की धमकी देता था। अधिकारी मुझ पर बना रहे दबाव
पीड़ित ने बताया था कि जो वीडियो है वह करीब डेढ़ महीने पहले का है। उसके बाद मैं एक बार और गया था। उसके बाद मैंने जाना बंद कर दिया। मैंने समाज के लोगों को वीडियो दिखाई। अब कानूनी कार्रवाई चाहता हूं। मैंने कई अधिकारियों से शिकायत की है। मैं मुख्यमंत्री के पास भी जाऊंगा, अनिल विज के पास भी जाऊंगा। अब कई अधिकारी मुझ पर दबाव भी बना रहे हैं। अधिकारी कह रह हैं कि इस मामले से विभाग की बेइज्जती हो रही है। मेरी जान पर भी खतरा बना हुआ है। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या करूं और कहां जाऊं।