होली खेलना मेरे और अल्लाह के बीच का मामला:सहारनपुर में सांसद इमरान मसूद बोले- मुझे उलेमाओं के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं

होली खेलना मेरे और अल्लाह के बीच का मामला:सहारनपुर में सांसद इमरान मसूद बोले- मुझे उलेमाओं के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं

सहारनपुर में कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा- होली खेलना मेरे और अल्लाह के बीच का मामला है। इसमें मुझे किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। किसी को मुझसे व्यक्तिगत नाराजगी है तो बनी रहे। जो विरोध कर रहे हैं, वो ये बोल रहे हैं कि “ला इलाहा इल अल्लाह मोहम्मद रसूलल्लाह।” इसके बाद किसी को कुछ बताने की जरूरत नहीं है। ये अल्लाह का काम है। हम सियासत कर रहे हैं, सियासत की बात करेंगे। राजनीति में जो फैसले होंगे, वो मैं खुद लूंगा। जिसका जो काम है, वह अपना-अपना काम करे। दरअसल, इमरान मसूद ने 14 मार्च को होली खेली थी। इसके बाद देवबंदी उलेमाओं ने उनके होली खेलने पर आपत्ति जताई थी। उलेमाओं ने होली खेलने को शरीयत के खिलाफ बताया था। इस टिप्पणी के बाद रविवार को सांसद का बयान आया है। उलेमाओं ने क्या कहा था… मुसलमान को शरीयत के हिसाब से चलना चाहिए
इमरान मसूद के होली खेलने पर देवबंदी उलेमा कारी इसाक गोरा ने कहा था- उन्होंने बड़ा गुनाह किया है। इस्लाम में इस तरह की कोई छूट नहीं। मुसलमान को शरीयत के हिसाब से चलना चाहिए। इमरान मसूद ने शरीयत के खिलाफ काम किया है। भाईचारा बनाने के और भी कई तरीके हैं, लेकिन इस तरह के कार्य को इस्लाम कतई इजाजत नहीं देता। यह बहुत बड़ा गुनाह है। इसके लिए उन्हें माफ नहीं किया जा सकता। दारुल उलूम के ऑनलाइन फतवा विभाग के प्रमुख मुफ्ती अरशद फारूकी ने भी इसे इस्लाम विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि इस्लाम सभी धर्मों के सम्मान की बात करता है। लेकिन, शरीयत के खिलाफ जाकर किसी अन्य धर्म के अनुष्ठान में भाग लेना उचित नहीं है। होली खेलना शरीयत का उल्लंघन है। यह एक गलत परंपरा को बढ़ावा देने जैसा है। अब पढ़िए इमरान का पूरा बयान… अंबाला रोड स्थित अपने आवास पर मीडिया से इमरान मसूद ने कहा- जो लोग रंगों से राजनीति कर रहे हैं, उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने के लिए ही मैंने होली खेली है। आखिर रंगों से क्या भेदभाव? भाईचारा बढ़ाने के लिए होली खेली गई, इसमें गलत क्या है? इजराइल में आतंकवाद को खत्म करने के लिए उठाए गए कदमों पर बोलते हुए इमरान मसूद ने कहा- आतंकवादी कहीं भी हों। उन्हें मारना चाहिए। जो लोगों को मारते हैं, उन्हें जिंदा रहने का कोई हक नहीं है। मजहब की सियासत नहीं होनी चाहिए
कुछ लोग धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। अगर कोई मुसलमान गरीबों की मदद करे, अस्पताल बनाए या स्कूल खोले, तो क्या यह भाईचारा नहीं है? भाईचारे के नाम पर सिर्फ त्योहारों को निशाना बनाना गलत है। हमें सियासत करनी है, लेकिन धर्म को इसमें घसीटना सही नहीं। मुझे किसी मौलाना के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं कि मैं कैसा मुसलमान हूं। पहले भी विवादों में रहे हैं इमरान मसूद
यह पहली बार नहीं है, जब इमरान मसूद धार्मिक मुद्दों पर विवादों से घिरे हों। इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान वह भगवान श्रीराम का गुणगान करते नजर आए थे। मां शाकुंभरी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना भी की थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित बयान दिया था। लेकिन, अब उनके बदले हुए रुख को पश्चिम उत्तर प्रदेश में सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। 40 साल बाद कांग्रेस को जीत दिलाई
सहारनपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस को 40 साल बाद जीत मिली थी। इमरान मसूद खुद 2024 में 12 साल बाद चुनाव जीते थे। इससे पहले उन्होंने 2007 में मुजफ्फराबाद विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव जीता था। ………………….. ये खबर भी पढ़ें- शमी की बेटी ने होली खेली, मौलाना नाराज:कहा- ये शरीयत के खिलाफ और नाजायज; क्रिकेटर को रोकना चाहिए था क्रिकेटर मोहम्मद शमी के बाद अब उनकी बेटी आयरा से मौलाना नाराज हो गए हैं। शमी की बेटी का होली खेलते हुए फोटो सामने आने के बाद बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा- रंग खेलना शरीयत के खिलाफ और नाजायज है। मौलाना ने कहा- वह छोटी बच्ची है, ना-समझी में होली खेल गई तो यह गुनाह नहीं है। अगर वह समझदार है। इसके बाद भी होली खेलती है तो यह शरीयत के खिलाफ माना जाएगा। पढ़ें पूरी खबर सहारनपुर में कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा- होली खेलना मेरे और अल्लाह के बीच का मामला है। इसमें मुझे किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। किसी को मुझसे व्यक्तिगत नाराजगी है तो बनी रहे। जो विरोध कर रहे हैं, वो ये बोल रहे हैं कि “ला इलाहा इल अल्लाह मोहम्मद रसूलल्लाह।” इसके बाद किसी को कुछ बताने की जरूरत नहीं है। ये अल्लाह का काम है। हम सियासत कर रहे हैं, सियासत की बात करेंगे। राजनीति में जो फैसले होंगे, वो मैं खुद लूंगा। जिसका जो काम है, वह अपना-अपना काम करे। दरअसल, इमरान मसूद ने 14 मार्च को होली खेली थी। इसके बाद देवबंदी उलेमाओं ने उनके होली खेलने पर आपत्ति जताई थी। उलेमाओं ने होली खेलने को शरीयत के खिलाफ बताया था। इस टिप्पणी के बाद रविवार को सांसद का बयान आया है। उलेमाओं ने क्या कहा था… मुसलमान को शरीयत के हिसाब से चलना चाहिए
इमरान मसूद के होली खेलने पर देवबंदी उलेमा कारी इसाक गोरा ने कहा था- उन्होंने बड़ा गुनाह किया है। इस्लाम में इस तरह की कोई छूट नहीं। मुसलमान को शरीयत के हिसाब से चलना चाहिए। इमरान मसूद ने शरीयत के खिलाफ काम किया है। भाईचारा बनाने के और भी कई तरीके हैं, लेकिन इस तरह के कार्य को इस्लाम कतई इजाजत नहीं देता। यह बहुत बड़ा गुनाह है। इसके लिए उन्हें माफ नहीं किया जा सकता। दारुल उलूम के ऑनलाइन फतवा विभाग के प्रमुख मुफ्ती अरशद फारूकी ने भी इसे इस्लाम विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि इस्लाम सभी धर्मों के सम्मान की बात करता है। लेकिन, शरीयत के खिलाफ जाकर किसी अन्य धर्म के अनुष्ठान में भाग लेना उचित नहीं है। होली खेलना शरीयत का उल्लंघन है। यह एक गलत परंपरा को बढ़ावा देने जैसा है। अब पढ़िए इमरान का पूरा बयान… अंबाला रोड स्थित अपने आवास पर मीडिया से इमरान मसूद ने कहा- जो लोग रंगों से राजनीति कर रहे हैं, उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने के लिए ही मैंने होली खेली है। आखिर रंगों से क्या भेदभाव? भाईचारा बढ़ाने के लिए होली खेली गई, इसमें गलत क्या है? इजराइल में आतंकवाद को खत्म करने के लिए उठाए गए कदमों पर बोलते हुए इमरान मसूद ने कहा- आतंकवादी कहीं भी हों। उन्हें मारना चाहिए। जो लोगों को मारते हैं, उन्हें जिंदा रहने का कोई हक नहीं है। मजहब की सियासत नहीं होनी चाहिए
कुछ लोग धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। अगर कोई मुसलमान गरीबों की मदद करे, अस्पताल बनाए या स्कूल खोले, तो क्या यह भाईचारा नहीं है? भाईचारे के नाम पर सिर्फ त्योहारों को निशाना बनाना गलत है। हमें सियासत करनी है, लेकिन धर्म को इसमें घसीटना सही नहीं। मुझे किसी मौलाना के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं कि मैं कैसा मुसलमान हूं। पहले भी विवादों में रहे हैं इमरान मसूद
यह पहली बार नहीं है, जब इमरान मसूद धार्मिक मुद्दों पर विवादों से घिरे हों। इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान वह भगवान श्रीराम का गुणगान करते नजर आए थे। मां शाकुंभरी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना भी की थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित बयान दिया था। लेकिन, अब उनके बदले हुए रुख को पश्चिम उत्तर प्रदेश में सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। 40 साल बाद कांग्रेस को जीत दिलाई
सहारनपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस को 40 साल बाद जीत मिली थी। इमरान मसूद खुद 2024 में 12 साल बाद चुनाव जीते थे। इससे पहले उन्होंने 2007 में मुजफ्फराबाद विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव जीता था। ………………….. ये खबर भी पढ़ें- शमी की बेटी ने होली खेली, मौलाना नाराज:कहा- ये शरीयत के खिलाफ और नाजायज; क्रिकेटर को रोकना चाहिए था क्रिकेटर मोहम्मद शमी के बाद अब उनकी बेटी आयरा से मौलाना नाराज हो गए हैं। शमी की बेटी का होली खेलते हुए फोटो सामने आने के बाद बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा- रंग खेलना शरीयत के खिलाफ और नाजायज है। मौलाना ने कहा- वह छोटी बच्ची है, ना-समझी में होली खेल गई तो यह गुनाह नहीं है। अगर वह समझदार है। इसके बाद भी होली खेलती है तो यह शरीयत के खिलाफ माना जाएगा। पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर