1.9 लाख का बिजली बिल देखकर युवक ने किया सुसाइड:घर में एक पंखा, 2 बल्ब और टीवी; JE-SDO और इंजीनियर सस्पेंड, FIR भी होगी

1.9 लाख का बिजली बिल देखकर युवक ने किया सुसाइड:घर में एक पंखा, 2 बल्ब और टीवी; JE-SDO और इंजीनियर सस्पेंड, FIR भी होगी

उन्नाव में एक लाख 9 हजार का बिजली बिल आने पर युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। बिजली विभाग ने पहले एक लाख का बिल भेजा, फिर अगले महीने 8 हजार का बिल आ गया। युवक ने जैसे-तैसे 16 हजार रुपए जमा कर दिए। बाकी रुपयों का इंतजाम नहीं कर पा रहा था। युवक इस कदर मानसिक तनाव में आया कि वह फंदे से झूल गया। परिजनों का आरोप है कि बिजली विभाग के अधिकारियों ने बिल बढ़ाकर भेज दिया। शिकायत करने पर भी सुनवाई नहीं हुई। अब नगर विकास और ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने मामले का संज्ञान लिया। जांच हुई तो पता चला कि सिर्फ 150 रुपए का बिल बकाया था। मंत्री ने बिजली विभाग के तीन अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही उन पर FIR दर्ज करने का भी आदेश जारी किया है। अब विस्तार से पढ़िए… घर में दो बल्ब, एक पंखा और एक टीवी
मामला अचलगंज थाना क्षेत्र में कुशालपुर गांव का है। गांव में रहने वाला शुभम (25) मेहनत-मजदूरी करता था। उसने 2022 में 600 रुपए जमा करके बिजली का कनेक्शन लिया था। पिता महादेव ने बताया- घर में दो बल्ब, एक पंखा और एक टीवी है। इसके अलावा कोई अन्य बिजली का सामान नहीं है। विभाग ने 1 सितंबर, 2024 को शुभम को 1 लाख 9 हजार 221 रुपए का बिल भेज दिया। बिल देखकर शुभम परेशान हो गया। उसने विभाग से शिकायत की। काफी मशक्कत के बाद उसने 14 सितंबर को 16, 377 रुपए जमा कर दिए। लेकिन, बिजली विभाग की तरफ से 7 अक्टूबर को फिर से बिल बढ़ाकर 8,223 रुपए भेज दिया गया। समझ में नहीं आया कि इतना बिल कैसे आ गया? परिवार का दावा- मदद मांगने पर भी अधिकारियों ने नहीं सुनी
पिता ने कहा- मानसिक तनाव में आकर शुभम ने बुधवार को घर के कमरे में फांसी लगा ली। उसने कई बार अधिकारियों से मदद मांगी। लेकिन, कोई समाधान नहीं मिला। एक बार बिल में सुधार कर दिया गया, लेकिन अफसरों ने दोबारा गलती कर दी, जिसे वह सहन नहीं कर सका। अब वो बिल भी देखिए, जिसे बिजली विभाग ने भेजा था… कुल 150 रुपए निकला बिजली बिल
सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शुभम के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। बिजली विभाग के बढ़े बिल की भी जांच हुई। पता चला कि 8,223 का संशोधित बिल सिर्फ 150 रुपए ही निकला। मध्यांचल विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता रामप्रीत प्रसाद ने बताया- शुभम के यहां पहले जो एक लाख बिल आया था, उसे सही करा कर 16 हजार करवा दिया गया था। वो बिल जमा भी हो गया था। बकाया खत्म हो गया था। अक्टूबर का मीटर रीडिंग में जो बिल दर्शाया गया, उसे भी दुरुस्त करा दिया गया था। हर बिजली घर में यह व्यवस्था है कि बिल रिवाइज किया जाएगा। बिल ज्यादा आने की वजह से नहीं बल्कि आसपास के लोगों से पता चला कि पारिवारिक वजह से युवक द्वारा यह कदम उठाया गया है। शुभम ने 16 हजार रुपए जमा किए थे… मंत्री एके शर्मा ने इन अफसरों पर कार्रवाई की
मंत्री एके शर्मा ने बिजली विभाग के अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की है। उन्होंने एसडीओ रवि यादव, जेई आशीष सिंह और अधिशासी अभियंता सूर्योदय कुमार वर्मा के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। इन तीनों अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है, मामले की जांच की जा रही है। मंत्री ने कहा कि यदि जांच में कोई अन्य दोषी पाया गया, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। यह घटना दर्शाती है कि बिजली विभाग को उपभोक्ताओं की समस्याओं के प्रति अधिक संवेदनशील और जिम्मेदार होना चाहिए। मंत्री एके शर्मा ने कहा कि इस तरह की घटनाएं न केवल परिवारों को प्रभावित करती हैं, बल्कि समाज को भी एक कड़ा संदेश देती हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे उपभोक्ताओं की समस्याओं का गंभीरता से ध्यान रखें और उनके अधिकारों की रक्षा करें। घर का बड़ा बेटा था शुभम
शुभम घर में सबसे बड़ा था। छोटा भाई मुकेश मुंबई में रहकर मजदूरी करता है। छोटी बहन कोमल घर पर रहती है। 6 साल पहले शुभम की शादी हुई थी। उसके दो बच्चे भी हैं। परिवारीजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। यह भी पढ़ें:- कानपुर IIT की रिसर्च स्कॉलर ने किया सुसाइड:ऑनलाइन मंगाई थी रस्सी; नोट में लिखा- दोस्तों आपने बहुत सहयोग किया…थैंक्स कानपुर आईआईटी की रिसर्च स्कॉलर ने अपनी जान दे दी। गुरुवार को 26 साल की छात्रा का शव हॉस्टल में फंदे से लटका मिला। कल्याणपुर थाने की पुलिस और फोरेंसिक टीम ने जांच की। परिवार के लोग भी मौके पर पहुंचे। एक सुसाइड नोट मिला है। छात्रा ने लिखा- मैं अपनी मौत की खुद जिम्मेदार हूं। अपने दोस्तों के लिए लिखा- आप लोगों ने मुझे बहुत को-ऑपरेट किया, थैक्स…। नोट में किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया गया है। उसने जिस रस्सी से फंदा बनाया, उसे ऑनलाइन मंगवाया था। बतौर सबूत पुलिस ने उसे कब्जे में लिया है। पढ़ें पूरी खबर… उन्नाव में एक लाख 9 हजार का बिजली बिल आने पर युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। बिजली विभाग ने पहले एक लाख का बिल भेजा, फिर अगले महीने 8 हजार का बिल आ गया। युवक ने जैसे-तैसे 16 हजार रुपए जमा कर दिए। बाकी रुपयों का इंतजाम नहीं कर पा रहा था। युवक इस कदर मानसिक तनाव में आया कि वह फंदे से झूल गया। परिजनों का आरोप है कि बिजली विभाग के अधिकारियों ने बिल बढ़ाकर भेज दिया। शिकायत करने पर भी सुनवाई नहीं हुई। अब नगर विकास और ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने मामले का संज्ञान लिया। जांच हुई तो पता चला कि सिर्फ 150 रुपए का बिल बकाया था। मंत्री ने बिजली विभाग के तीन अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही उन पर FIR दर्ज करने का भी आदेश जारी किया है। अब विस्तार से पढ़िए… घर में दो बल्ब, एक पंखा और एक टीवी
मामला अचलगंज थाना क्षेत्र में कुशालपुर गांव का है। गांव में रहने वाला शुभम (25) मेहनत-मजदूरी करता था। उसने 2022 में 600 रुपए जमा करके बिजली का कनेक्शन लिया था। पिता महादेव ने बताया- घर में दो बल्ब, एक पंखा और एक टीवी है। इसके अलावा कोई अन्य बिजली का सामान नहीं है। विभाग ने 1 सितंबर, 2024 को शुभम को 1 लाख 9 हजार 221 रुपए का बिल भेज दिया। बिल देखकर शुभम परेशान हो गया। उसने विभाग से शिकायत की। काफी मशक्कत के बाद उसने 14 सितंबर को 16, 377 रुपए जमा कर दिए। लेकिन, बिजली विभाग की तरफ से 7 अक्टूबर को फिर से बिल बढ़ाकर 8,223 रुपए भेज दिया गया। समझ में नहीं आया कि इतना बिल कैसे आ गया? परिवार का दावा- मदद मांगने पर भी अधिकारियों ने नहीं सुनी
पिता ने कहा- मानसिक तनाव में आकर शुभम ने बुधवार को घर के कमरे में फांसी लगा ली। उसने कई बार अधिकारियों से मदद मांगी। लेकिन, कोई समाधान नहीं मिला। एक बार बिल में सुधार कर दिया गया, लेकिन अफसरों ने दोबारा गलती कर दी, जिसे वह सहन नहीं कर सका। अब वो बिल भी देखिए, जिसे बिजली विभाग ने भेजा था… कुल 150 रुपए निकला बिजली बिल
सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शुभम के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। बिजली विभाग के बढ़े बिल की भी जांच हुई। पता चला कि 8,223 का संशोधित बिल सिर्फ 150 रुपए ही निकला। मध्यांचल विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता रामप्रीत प्रसाद ने बताया- शुभम के यहां पहले जो एक लाख बिल आया था, उसे सही करा कर 16 हजार करवा दिया गया था। वो बिल जमा भी हो गया था। बकाया खत्म हो गया था। अक्टूबर का मीटर रीडिंग में जो बिल दर्शाया गया, उसे भी दुरुस्त करा दिया गया था। हर बिजली घर में यह व्यवस्था है कि बिल रिवाइज किया जाएगा। बिल ज्यादा आने की वजह से नहीं बल्कि आसपास के लोगों से पता चला कि पारिवारिक वजह से युवक द्वारा यह कदम उठाया गया है। शुभम ने 16 हजार रुपए जमा किए थे… मंत्री एके शर्मा ने इन अफसरों पर कार्रवाई की
मंत्री एके शर्मा ने बिजली विभाग के अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की है। उन्होंने एसडीओ रवि यादव, जेई आशीष सिंह और अधिशासी अभियंता सूर्योदय कुमार वर्मा के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। इन तीनों अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है, मामले की जांच की जा रही है। मंत्री ने कहा कि यदि जांच में कोई अन्य दोषी पाया गया, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। यह घटना दर्शाती है कि बिजली विभाग को उपभोक्ताओं की समस्याओं के प्रति अधिक संवेदनशील और जिम्मेदार होना चाहिए। मंत्री एके शर्मा ने कहा कि इस तरह की घटनाएं न केवल परिवारों को प्रभावित करती हैं, बल्कि समाज को भी एक कड़ा संदेश देती हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे उपभोक्ताओं की समस्याओं का गंभीरता से ध्यान रखें और उनके अधिकारों की रक्षा करें। घर का बड़ा बेटा था शुभम
शुभम घर में सबसे बड़ा था। छोटा भाई मुकेश मुंबई में रहकर मजदूरी करता है। छोटी बहन कोमल घर पर रहती है। 6 साल पहले शुभम की शादी हुई थी। उसके दो बच्चे भी हैं। परिवारीजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। यह भी पढ़ें:- कानपुर IIT की रिसर्च स्कॉलर ने किया सुसाइड:ऑनलाइन मंगाई थी रस्सी; नोट में लिखा- दोस्तों आपने बहुत सहयोग किया…थैंक्स कानपुर आईआईटी की रिसर्च स्कॉलर ने अपनी जान दे दी। गुरुवार को 26 साल की छात्रा का शव हॉस्टल में फंदे से लटका मिला। कल्याणपुर थाने की पुलिस और फोरेंसिक टीम ने जांच की। परिवार के लोग भी मौके पर पहुंचे। एक सुसाइड नोट मिला है। छात्रा ने लिखा- मैं अपनी मौत की खुद जिम्मेदार हूं। अपने दोस्तों के लिए लिखा- आप लोगों ने मुझे बहुत को-ऑपरेट किया, थैक्स…। नोट में किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया गया है। उसने जिस रस्सी से फंदा बनाया, उसे ऑनलाइन मंगवाया था। बतौर सबूत पुलिस ने उसे कब्जे में लिया है। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर