अर्की में राज्य स्तरीय सायरोत्सव के आयोजन को लेकर शनिवार को एसडीएम कार्यालय बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता एसडीएम यादविंदर पॉल ने की। उन्होंने कहा कि इस साल अर्की का ऐतिहासिक राज्य स्तरीय सायरोत्सव 16,17 और 18 सितंबर को मनाया जाएगा। इस मौके पर मेला कमेटी ने 16 सितंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू,17 सितंबर को सीपीएस संजय अवस्थी और 18 सितंबर को प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मेले को आकर्षक बनाने के लिए विभिन्न तरह की गतिविधियां आयोजित होगी, जिसके आयोजन को लेकर समितियां गठित कर दी गई है। पॉल ने कहा कि मेले में हर वर्ग के लोगों के लिए खेल की गतिविधियां करवाई जाएगी। इसके जरिए वह अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित कर सकेंगे। इस बार मेले में पहली बार महिला कबड्डी भी होगी। इसके अलावा रस्साकशी, बैडमिंटन, शतरंज और कुश्ती भी होगी। सांस्कृतिक संध्याओं में बॉलीवुड गायक, पंजाबी गायक, हिमाचली गायक और स्थानीय कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे। अर्की में राज्य स्तरीय सायरोत्सव के आयोजन को लेकर शनिवार को एसडीएम कार्यालय बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता एसडीएम यादविंदर पॉल ने की। उन्होंने कहा कि इस साल अर्की का ऐतिहासिक राज्य स्तरीय सायरोत्सव 16,17 और 18 सितंबर को मनाया जाएगा। इस मौके पर मेला कमेटी ने 16 सितंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू,17 सितंबर को सीपीएस संजय अवस्थी और 18 सितंबर को प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मेले को आकर्षक बनाने के लिए विभिन्न तरह की गतिविधियां आयोजित होगी, जिसके आयोजन को लेकर समितियां गठित कर दी गई है। पॉल ने कहा कि मेले में हर वर्ग के लोगों के लिए खेल की गतिविधियां करवाई जाएगी। इसके जरिए वह अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित कर सकेंगे। इस बार मेले में पहली बार महिला कबड्डी भी होगी। इसके अलावा रस्साकशी, बैडमिंटन, शतरंज और कुश्ती भी होगी। सांस्कृतिक संध्याओं में बॉलीवुड गायक, पंजाबी गायक, हिमाचली गायक और स्थानीय कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल के 12 लाख बेरोजगारों से धोखा:रेगुलर के बजाय आउटसोर्स नौकरी; टांडा में ठेकेदारी प्रथा से भरेंगे 458 पद, आंदोलन की तैयारी में युवा
हिमाचल के 12 लाख बेरोजगारों से धोखा:रेगुलर के बजाय आउटसोर्स नौकरी; टांडा में ठेकेदारी प्रथा से भरेंगे 458 पद, आंदोलन की तैयारी में युवा हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने हर साल एक लाख नौकरी देने के वादा किया था। इस गारंटी के साथ कांग्रेस सत्ता में आई। मगर अब रेगुलर नौकरी के बजाय ऑउटसोर्स भर्ती करके युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। बीते 8 अगस्त की कैबिनेट ने कांगड़ा के टांडा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में विभिन्न श्रेणियों के 458 पद सृजित किए। इसके बाद बेरोजगार युवा परीक्षाओं की तैयारी में जुट गए। मगर उनके पांव तले तब जमीन खिसक गई, जब स्वास्थ्य सचिव ने इन पदों को भरने के लिए नोटिफिकेशन जारी की, जिसमें साफ किया गया कि टांडा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में इन पदों को आउटसोर्स आधार पर भरा जाएगा। इस तरह की अस्थाई भर्ती युवाओं के साथ धोखा है। आउटसोर्स पर किया जाता है शोषण प्रदेश में पहले भी 18 सालों से आउटसोर्स भर्तियां की जाती रही है। नाम मात्र मानदेय पर बेरोजगारों का शोषण किया जाता है। सत्ता बदलने पर इन्हें सरकारें अपनी-अपनी सुविधानुसार बाहर कर देती है। सत्तारूढ़ कांग्रेस ने भी इन बेरोजगारों के साथ यही किया है। स्वास्थ्य विभाग में कोरोना काल में भर्ती आउटसोर्स कर्मियों को सुक्खू सरकार ने बाहर किया। अब फिर से कांग्रेस सरकार आउटसोर्स भर्तियां करने जा रही है। टांडा में आउटसोर्स से भरेंगे ये पद स्वास्थ्य सचिव द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, टांडा मेडिकल कालेज में विभिन्न श्रेणी के 458 पद भरे जाने है। इनमें स्टाफ नर्स के 300 पद, रेडियोग्राफर के 2, वॉर्ड-बॉय के 47, ऑपरेशन थियेटर असिस्टेंट के 12 पद, ट्रांसप्लांट को-ऑर्डिनेटर के 2 पद, डाटा एंट्री ऑपरेटर के 10, क्लास-4 के 5, सफाई कर्मचारी के 50 और सिक्योरिटी गार्ड के 30 पद आउटसोर्स पर भरे जाने है। विपक्ष में आउटसोर्स भर्ती का विरोध करती रही कांग्रेस कांग्रेस जब विपक्ष में थी, तो पांच साल तक आउटसोर्स भर्तियों का विरोध करती रही। मगर सत्ता मिलते ही कांग्रेस खुद भी इसी राह पर चल पड़ी है। इससे पहले शिक्षा विभाग में भी जनवरी माह में टैंपरेरी नौकरी करने की तैयारी कर ली थी। मगर तब बेरोजगार सड़कों पर उतरे और सीएम सुक्खू को यह निर्णय आनन-फानन में वापस लेना पड़ा था। कई अन्य विभागों में इस तरह की अस्थाई भर्तियां कांग्रेस सरकार कर चुकी है। हर साल 1 लाख नौकरी का वादा साल 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी ने हर साल 1 लाख और 5 साल में 5 लाख बेरोजगारों को नौकरी देने का वादा किया था। सत्ता में आए कांग्रेस सरकार को 20 महीने हो गए। मगर 20 महीने में 2000 को भी पक्की नौकरी नहीं दे पाए। लगभग 1000 युवाओं को पक्की नौकरी जरूर दी गई। मगर इनमें ज्यादातर पदों को भरने की प्रक्रिया पूर्व सरकार के कार्यकाल में जारी थी। इससे प्रदेश के 12 लाख से ज्यादा बेरोजगार युवाओं के सब्र का बांध टूटता जा रहा है और सड़कों पर उतरने की तैयारी कर रही है। शिमला में बनाएंगे आंदोलन की रणनीति : घनश्याम हिमाचल के प्रशिक्षित बेरोजगार संघ के अध्यक्ष घनश्याम नेहटू ने बताया कि अगले सप्ताह शिमला में बेरोजगारों की मीटिंग बुलाई जा रही है। इसमें आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। पढ़ा-लिखा युवा लाइब्रेरी में पढ़ते हुए बूढ़ा हो रहा है। मगर सरकार की नींद नहीं टूट रही। उन्होंने बताया कि सरकार एक साल बाद भी राज्य चयन आयोग को फंक्शनल नहीं कर पाई। जब तक इसे फंक्शनल नहीं किया जाता, तब तक नौकरी संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि मौजूदा सरकार ने एक भी पक्की नौकरी नहीं दी। पूर्व सरकार के कार्यकाल की भर्तियों के कुछ रिजल्ट जरूर निकाले गए हैं और टीजीटी की बैचवाइज भर्ती जरूर की गई। मगर नए पद विज्ञापित नहीं किए जा रहे। अब युवाओं को आउटसोर्स भर्ती के नाम पर ठगा जा रहा है।
CM सुक्खू बोले- प्रियंका की एंट्री से कांग्रेस मजबूत होगी:BJP को बताया दिशाहीन पार्टी, बोले- भाजपा 5 गुटों में बंटी
CM सुक्खू बोले- प्रियंका की एंट्री से कांग्रेस मजबूत होगी:BJP को बताया दिशाहीन पार्टी, बोले- भाजपा 5 गुटों में बंटी हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने महाराष्ट्र व झारखंड में आए चुनावी नतीजों पर कहा कि लोकतंत्र में एक पार्टी चुनाव जीतती है और एक चुनाव हारती है। उन्होंने कहा कि झारखंड में कांग्रेस गठबंधन सरकार बना रहा है। सीएम सुक्खू ने कहा कि केरल की वायनाड सीट से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 4 लाख से ज्यादा वोटों की बढ़त बना रखी है, उनकी जीत तय है। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी की संसदीय राजनीति में एंट्री से कांग्रेस को मजबूती मिलेगी। भाजपा पर साधा निशाना वही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने दिल्ली दौरे से लौटते ही भाजपा पर बड़ा निशान साधा है। सीएम ने कहा कि भाजपा दिशाहीन पार्टी बनकर रह गई है। कभी टॉयलेट टैक्स की बात करती तो कभी समोसे की। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने शिक्षा में हिमाचल 21वें रैंक पर पहुंच गया, प्रदेश में स्वास्थ्य का स्तर क्यों गिर गया है। जयराम ठाकुर इसकी बात नही करते। हमारी सरकार इसमें सुधार कर रही है। बोले- भाजपा व्यक्तिगत टिप्पणी कर रही सीएम सुक्खू ने भाजपा पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं में वर्चस्व की लड़ाई चली हुई है। हिमाचल में भाजपा 5 गुटों में बंट चुकी है। सीएम सुक्खू ने कहा कि एक गुट जेपी नड्डा, दूसरा जयराम ठाकुर, तीसरा अनुराग ठाकुर, चौथा राजीव बिंदल और पांचवा ग्रुप ने भाजपा को गुलाम बना रखा है। सीएम ने आगे कहा कि भाजपा उन पर व्यक्तिगत टिपण्णी कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा जितनी मर्जी टिप्पणी कर लें, लेकिन वह सत्ता में सत्ता सुख के लिए नही बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं। “हिमाचल की अर्थव्यस्था हो रही मजबूत” सीएम सुक्खू ने कहा कि उनकी सरकार के सख्त निर्णयों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है। भाजपा को उससे तकलीफ है क्योंकि अपने शासन काल मे भाजपा ने प्रदेश की संपदा को बेचा है। सीएम सुक्खू ने कहा कि उनकी सरकार ने आत्मनिर्भर हिमाचल की नींव रख दी है। उनका लक्ष्य 2032 तक हिमाचल को भारत का सबसे समृद्धशाली राज्य बनाने का है। जिसके लिए उनकी सरकार कार्य कर रही है।
हिमाचल में रिटायर IAS राम सुभग का कार्यकाल फिर बढ़ाया:31 जुलाई 2025 तक सेवाएं देंगे, अव्वर सचिव किरण शर्मा को भी री-अंगेज किया
हिमाचल में रिटायर IAS राम सुभग का कार्यकाल फिर बढ़ाया:31 जुलाई 2025 तक सेवाएं देंगे, अव्वर सचिव किरण शर्मा को भी री-अंगेज किया हिमाचल सरकार ने 1987 बैच के रिटायर IAS, प्रिंसिपल एडवाइजर टू सीएम एवं पूर्व मुख्य सचिव राम सुभग सिंह का कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है। इसे लेकर मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने बुधवार को आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं सरकार ने अव्वर सचिव टू सीएम किरण शर्मा को भी छह माह के लिए री-अंगेज किया है। राम सुभग सिंह 31 जुलाई 2023 को रिटायर हो चुके हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री सुक्खू ने 31 जुलाई 2024 तक उनकी सेवा बढ़ाई थी और अपना प्रिंसिपल एडवाइजर लगाया। आज दोबारा उनका कार्यकाल 31 जुलाई 2025 तक बढ़ा दिया गया है। PMO के ऑर्डर के बाद मुख्य सचिव पद से हटाए थे राम सुभग सिंह राम सुभग सिंह को दूसरी बार सेवाकाल आगे बढ़ा गया। इसके बाद सियासी गलियारों में तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं, क्योंकि पूर्व जयराम सरकार के दौरान विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस ने राम सुभग सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे। खासकर प्रधानमंत्री कार्यालय दिल्ली से पत्र आने के बाद रातों-रात पूर्व जयराम सरकार ने मुख्य सचिव को बदला था। तब राम सुभग सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दिया था और आरडी धीमान को राज्य का मुख्य सचिव बनाया गया था। पीएमओ के आदेशों पर हटाए गए आईएएस को कांग्रेस सरकार ने दूसरी बार मेहरबानी दिखाई है। 10 लाख बेरोजगारों से धोखा हिमाचल में 10 लाख से ज्यादा बेरोजगार है। वहां पर चहेते रिटायरियों को बार बार एक्सटेंशन और री-एम्प्लॉयमेंट दी जा रही है। दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री सुक्खू के करीबी एवं हिमऊर्जा के ऑफिसर ऑन स्पेशन ड्यूटी (OSD) नरेश कुमार शर्मा को भी एक साल की एक्सटेंशन दी गई। इससे बेरोजगारों में भी सरकार के प्रति रोष पनपता जा रहा है। पूर्व जयराम सरकार ने भी चहेते अधिकारियों को एक्सटेंशन और री-एम्प्लॉयमेंट देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हालांकि तब कांग्रेस सरकार के इस निर्णय का विरोध कर रही बेरोजगारों से धोखा बताती रही।