मथुरा की ये इमरती साल में 16 दिन बनती है:रोज 200 Kg से ज्यादा की है बिक्री; गृहमंत्री अमित शाह भी स्वाद के दीवाने ब्रज स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए देशभर में मशहूर है। यहां ऐसी कई पुरानी दुकानें हैं, जहां का स्वाद ब्रज वालों के साथ ही पर्यटकों को भी खासा पसंद आता है। आज की जायका सीरीज में आपको लिए चलते हैं वृंदावन के गोपीनाथ बाजार स्थित रॉयल भारती फूड्स शॉप पर। यहां की मिठाइयों की देश ही नहीं विदेशों में भी चर्चा है। इन्हीं में से एक खास इमरती भी है। जिसका टेस्ट सालों से लोगों की जुबान पर है। खास बात ये कि यह इमरती साल में सिर्फ 16 दिन ही बनाई जाती है। वो भी पितृ पक्ष में। दुकान खुलते ही सुबह ग्राहकों की लंबी कतार लग जाती है। गृह मंत्री अमित शाह भी इस खास इमरती का स्वाद ले चुके हैं, जो कि उन्हें काफी पसंद आया। शहर की पुरानी दुकानों में से एक है रॉयल भारती फूड्स
इमरती ब्रज की खास मिठाइयों में से एक है। वैसे तो यह जलेबी की तरह ही बनाई जाती है। लेकिन, इसका स्वाद लाजवाब होता है। उरद की दाल से बनने वाली इमरती को एक बार खाने वाला ताउम्र इसका स्वाद याद रखता है। ब्रज की रॉयल भारती फूड्स करीब 20 साल पुरानी दुकान है, जहां की मिठाइयों का टेस्ट गजब का होता है । एक किलो दाल में बनती है 7 किलो इमरती
मथुरा के प्रमुख मिठाई व्यवसायी गिरीश भारती बताते हैं कि एक किलो दाल में करीब 7 किलो इमरती बनकर तैयार होती है। इमरती बनाने में सबसे ज्यादा मेहनत होती है। इसमें कारीगर की कलाई से जितनी ताकत लगेगी। इमरती उतनी करारी और स्वादिष्ट बनेगी। पितृ पक्ष में इसलिए बनाई जाती है इमरती
गिरीश भारती बताते हैं कि पितृ पक्ष के दौरान उरद की दाल से बने पदार्थ अर्पित करने से पितृ संतुष्ट होते हैं। इमरती उरद की दाल से बनती है। इसमें देसी घी और शक्कर का प्रयोग होता है, जिससे यह पितृ पक्ष में प्रमुख मिठाई के तौर पर प्रयोग की जाती है। इमरती का नाम अमरती क्यों पड़ा
गिरीश भारती ने बताया कि इमरती का असली नाम अमरती है। दरअसल, जब घी में सिकाई के बाद इसे शक्कर में डाला जाता है, तो यह अमृत बन जाती है। इसलिए इसका नाम अमरती था। बाद में बोलचाल की भाषा में इसका नाम बदलता चला गया। ब्यूरोक्रेट्स ऑर्डर कर मंगाते हैं इमरती
इमरती के स्वाद के दीवाने कई ब्यूरोक्रेट्स भी हैं। रॉयल भारती फूड्स के मालिक गिरीश भारती ने बताया कि लखनऊ और प्रयागराज के रहने वाले कई ब्यूरोक्रेट्स हर साल उनके यहां से इमरती मंगाते हैं। इनमें कई अधिकारी ऊंचे पदों पर बैठे हुए हैं। गृह मंत्री को भी इमरती का टेस्ट पसंद
गिरीश भारती ने बताया कि राजनेता के साथ कई बॉलीवुड के सितारे भी हमारे यहां की इमरती का स्वाद ले चुके हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने हमारी इमरती की काफी तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि ऐसी इमरती मैंने आज तक नहीं खाई। इमरती का रेट 500 रुपए प्रति किलो
देसी घी से बनने वाली इमरती का रेट 500 रुपए प्रति किलो हैं। रॉयल भारती फूड्स पर पितृ पक्ष के दौरान रोजाना 200 किलो से ज्यादा इमरती बिक जाती है। इसके अलावा मथुरा में इमरती कम से कम 500 दुकानों पर बनाई जाती है। कस्टमर रिव्यू… इस जायके के बारे में जानिए… लखनऊ का सबसे बड़ा आइसक्रीम पार्लर…यहां मिलते हैं 250 फ्लेवर; छोटी-सी बर्फ फैक्ट्री से की थी शुरुआत गर्मी के मौसम में ठंडी-ठंडी आइसक्रीम खाना किसे पसंद नहीं। अगर आप आइसक्रीम के शौकीन हैं और हर रोज अलग-अलग फ्लेवर खाने को मिले तो फिर क्या ही कहना। चलिए आज जायका सीरीज में आपको ले चलते हैं लखनऊ की गोल मार्केट स्थित ऐसे आइसक्रीम पार्लर, जहां की आइसक्रीम के चर्चे पूरे शहर में है। पूरी जानकारी के लिए क्लिक करें