हरियाणा के रेवाड़ी जिले में रामगढ़-कुंभावास रोड स्थित नहर के समीप मिली युवती की लाश की पहचान हो गई है। मृतक युवती गुरुग्राम के पटौदी की रहने वाली है और पेशे से वकील थी। उसके पति ने 7 महीनें पहले सुसाइड कर लिया था। हालांकि उसकी हत्या किसने और क्यों की? ये सवाल अभी भी बना हुआ है। सदर थाना पुलिस हत्या का केस दर्ज कर मामले की जांच में जुटी है। दरअसल, मंगलवार की दोपहर बाद रेवाड़ी के गांव रामगढ़ में कुंभावास की तरफ जाने वाले रोड पर नहर के समीप कच्चे रास्ते पर 24 साल की एक युवती की लाश बरामद हुई थी। उसका गला तेजधार हथियार से रेता हुआ था। पुलिस ने उसके शव को कब्जे में लेकर आसपास के जिलों में पहचान के लिए उसकी फोटो भेजी। जिसके बाद देर शाम उसकी पहचान गुरुग्राम के पटौदी की रहने वाली सरिता के रूप में हुई। पहचान होने के बाद रात में ही उसके परिजन रेवाड़ी पहुंचे। जिसके बाद परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर हत्या का केस भी दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी ये पता नहीं चल पाया कि सरिता की हत्या किसने और क्यों की? पुलिस की टीम फिलहाल पोस्टमार्टम की कार्रवाई में जुटी हुई है। पेशे से वकील, पति कर चुका सुसाइड सरिता पेशे से एक वकील थी और पटौदी की कोर्ट में ही प्रैक्टिस करती थी। मृतका शादीशुदा थी। करीब 7 महीनें पहले ही उसके पति ने ट्रेन से कटकर सुसाइड कर लिया था। हालांकि सरिता रामगढ़-कुंभावास रोड तक कैसे पहुंची या फिर उसके शव को यहां लाकर फेंका गया ये जांच का विषय है। अचानक घर से हुई थी लापता सरिता मंगलवार को अचानक घर से लापता हो गई थी। परिजनों का उससे संपर्क नहीं पा रहा था। ऐसे में परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। रेवाड़ी में शव महिला वकील का ही होने की आशंका के साथ सरिता के परिजनों को बुलाया गया, जिन्होंने शव की शिनाख्त कर दी। ऐसा माना जा रहा है कि हत्या के तार पति की मौत के साथ जुड़ सकते हैं। सदर थाना एसएचओ राजेंद्र ने बताया कि शव की शिनाख्त हो गई है। पोस्टमार्टम की कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। पुलिस अलग-अलग एंगल से मामले की जांच कर रही है। हरियाणा के रेवाड़ी जिले में रामगढ़-कुंभावास रोड स्थित नहर के समीप मिली युवती की लाश की पहचान हो गई है। मृतक युवती गुरुग्राम के पटौदी की रहने वाली है और पेशे से वकील थी। उसके पति ने 7 महीनें पहले सुसाइड कर लिया था। हालांकि उसकी हत्या किसने और क्यों की? ये सवाल अभी भी बना हुआ है। सदर थाना पुलिस हत्या का केस दर्ज कर मामले की जांच में जुटी है। दरअसल, मंगलवार की दोपहर बाद रेवाड़ी के गांव रामगढ़ में कुंभावास की तरफ जाने वाले रोड पर नहर के समीप कच्चे रास्ते पर 24 साल की एक युवती की लाश बरामद हुई थी। उसका गला तेजधार हथियार से रेता हुआ था। पुलिस ने उसके शव को कब्जे में लेकर आसपास के जिलों में पहचान के लिए उसकी फोटो भेजी। जिसके बाद देर शाम उसकी पहचान गुरुग्राम के पटौदी की रहने वाली सरिता के रूप में हुई। पहचान होने के बाद रात में ही उसके परिजन रेवाड़ी पहुंचे। जिसके बाद परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर हत्या का केस भी दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी ये पता नहीं चल पाया कि सरिता की हत्या किसने और क्यों की? पुलिस की टीम फिलहाल पोस्टमार्टम की कार्रवाई में जुटी हुई है। पेशे से वकील, पति कर चुका सुसाइड सरिता पेशे से एक वकील थी और पटौदी की कोर्ट में ही प्रैक्टिस करती थी। मृतका शादीशुदा थी। करीब 7 महीनें पहले ही उसके पति ने ट्रेन से कटकर सुसाइड कर लिया था। हालांकि सरिता रामगढ़-कुंभावास रोड तक कैसे पहुंची या फिर उसके शव को यहां लाकर फेंका गया ये जांच का विषय है। अचानक घर से हुई थी लापता सरिता मंगलवार को अचानक घर से लापता हो गई थी। परिजनों का उससे संपर्क नहीं पा रहा था। ऐसे में परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। रेवाड़ी में शव महिला वकील का ही होने की आशंका के साथ सरिता के परिजनों को बुलाया गया, जिन्होंने शव की शिनाख्त कर दी। ऐसा माना जा रहा है कि हत्या के तार पति की मौत के साथ जुड़ सकते हैं। सदर थाना एसएचओ राजेंद्र ने बताया कि शव की शिनाख्त हो गई है। पोस्टमार्टम की कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। पुलिस अलग-अलग एंगल से मामले की जांच कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा विधानसभा सत्र का तीसरा दिन:ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेटों की शक्ति बढ़ाने वाला विधेयक पेश होगा; CM सैनी 4 और बिल पास कराएंगे
हरियाणा विधानसभा सत्र का तीसरा दिन:ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेटों की शक्ति बढ़ाने वाला विधेयक पेश होगा; CM सैनी 4 और बिल पास कराएंगे हरियाणा विधानसभा सत्र का आज तीसरा दिन है। 2 दिन की कार्यवाही में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के बाद अब कुछ महत्वपूर्ण बिल पेश किए जाएंगे। सबसे अहम विधेयक भारतीय नागरिक सुरक्षा संहित (हरियाणा संशोधन) विधेयक 2024 रहने वाला है। इस विधेयक से सूबे के 22 जिलों और प्रदेश के करीब 3 दर्जन उप-मंडलों में स्थापित ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की अदालतों में क्रिमिनल केसों में जुर्माना लगाने की शक्ति में 10 गुना की बढ़ोतरी हो जाएगी। मौजूदा 15वीं हरियाणा विधानसभा के चल रहे पहले सेशन में प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सैनी सदन में अन्य 4 विधेयक पेश करेंगे। अब 5 लाख रुपए तक कर सकेंगे जुर्माना
वर्तमान में अधिकतम 3 वर्ष तक के लिए जेल या अधिकतम 50 हजार रुपए तक का जुर्माना या दोनों या सामुदायिक सेवा का दंडादेश दे सकता है। अब इसमें संशोधन कर जुर्माने की धनराशि को अधिकतम मौजूदा 50 हजार रुपए से 10 गुना बढ़ाकर 5 लाख रुपए किए जाने का प्रावधान किया गया है। इसी प्रकार धारा 23(3) के अंतर्गत द्वितीय श्रेणी का ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट वर्तमान में अधिकतम एक वर्ष तक का कारावास या अधिकतम 10 हजार रुपए तक का जुर्माना या दोनों या सामुदायिक सेवा का दंडादेश दे सकता है। इसमें अब संशोधन कर जुर्माने की राशि को मौजूदा अधिकतम 10 हजार रुपए से 10 गुना बढ़ाकर एक लाख रुपए करने का प्रावधान किया जा रहा है। राष्ट्रपति देंगी मंजूरी
कानूनी विश्लेषक हेमंत कुमार ने बताया कि अगले सप्ताह हरियाणा विधानसभा सदन से भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (हरियाणा संशोधन) विधेयक, 2024 पारित होने के बाद इसे केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा जाएगा। इसके बाद यह विधेयक राष्ट्रपति भवन को भेजा जाएगा। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ही इस संशोधित विधेयक को अपनी स्वीकृति प्रदान करेंगी। इस सारी प्रक्रिया में कुछ माह का समय लग सकता है। इसके बाद ही पारित विधेयक विधिवत तौर से कानूनी बन सकेगा। पहले यह होती थी जुर्माने की राशि
हेमंत कुमार बताते हैं कि 1 जुलाई 2024 से भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 को देश भर में लागू किया गया है। इसने 51 साल पुरानी दंड प्रक्रिया संहिता अर्थात कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसिजर (CRPC), 1973 का स्थान लिया था। विधानसभा सत्र के 2 दिन क्या-क्या हुआ… पहले दिन विज चर्चा में रहे
विधानसभा सत्र के पहले दिन गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय का अभिभाषण हुआ। इसमें गवर्नर ने 2 बड़ी घोषणाएं की। इसके बाद गवर्नर के अभिभाषण में चर्चा हुई, जिसमें कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा ने मंत्री अनिल विज के जान को खतरा बताने वाले बयान का जिक्र किया। इस पर पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चुटकी लेते हुए कहा कि अनिल विज को गृहमंत्री बना दीजिए, सब ठीक हो जाएगा। इसके साथ अशोक अरोड़ा ने CM से जवाब भी मांगे। इस पर कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा ने विरोध जताया। ढांडा के विरोध पर भूपेंद्र हुड्डा खड़े हुए। उन्होंने ढांडा से कहा कि आप लोग इतनी देर से गप्पें मार रहे हो, हम भी तो सुन ही रहे हैं न। इसलिए आप भी सुनिए। CM को विधायक की मांग माननी चाहिए। 7 विधेयक पेश किए गए
सत्र के पहले दिन 7 विधेयक पेश किए गए। इनमें हरियाणा पंचायती राज (संशोधन) विधेयक 2024, हरियाणा ग्राम शामलात भूमि (विनियमन) संशोधन विधेयक 2024, हरियाणा नगर पालिका (संशोधन) विधेयक 2024, हरियाणा नगर निगम (संशोधन) विधेयक 2024, हरियाणा नगरीय क्षेत्र विकास तथा (विनियमन) संशोधन विधेयक 2024, हरियाणा सिख गुरुद्वारा (प्रबंधक) संशोधन विधेयक 2024 और हरियाणा संविदात्मक कर्मचारी (सेवा की सुनिश्चितता) विधेयक 2024 शामिल हैं। पहले दिन की पूरी कार्यवाही पढ़ें… दूसरे दिन CM सैनी ने बात रखी
दूसरे दिन की कार्यवाही के दौरान CM नायब सैनी ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के अभिभाषण पर अपनी बात रखी। इस दौरान CM ने तंज कसा कि विपक्ष का नेता नहीं बना। ऊपर से लेटर नहीं आया। यह सुनकर पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा ने पंजाबी में जवाब दिया कि बणे ना बणे, तुहानूं की (बने या न बने, आपको क्या)। CM ने कैथल विधायक आदित्य सुरजेवाला को भी नसीहत दे डाली कि वह पिता रणदीप सुरजेवाला के पदचिह्नों पर न चलें। वहीं, कांग्रेस विधायक भारत भूषण बत्रा ने कहा कि भाजपा को EVM की पूजा करनी चाहिए। इसके बाद भाजपा के कई विधायकों ने अपनी सीट से खड़े होकर इस बयान का विरोध किया। कांग्रेस विधायक रघुवीर कादियान ने भाजपा सरकार बनने पर कहा कि ये तो समय का फेर है, बिल्ली के भाग्य से छींका टूट गया। दूसरे दिन की पूरी कार्यवाही पढ़ें…
हरियाणा भाजपा के पूर्व प्रभारी की कार का एक्सीडेंट:दिल्ली में टायर निकला, काफिले की 3 गाड़ियां आपस में टकराईं, जाम लगा
हरियाणा भाजपा के पूर्व प्रभारी की कार का एक्सीडेंट:दिल्ली में टायर निकला, काफिले की 3 गाड़ियां आपस में टकराईं, जाम लगा हरियाणा भाजपा के पूर्व प्रभारी और त्रिपुरा लोकसभा सांसद बिप्लब देब की कार का एक्सीडेंट हो गया। इस एक्सीडेंट में उनके काफिले की 3 गाड़ियां आमने-सामने टकरा गईं। यह सड़क हादसा दिल्ली में हुआ। अच्छी बात यह रही कि एक्सीडेंट के वक्त सांसद कार में नहीं थे। ड्राइवर उन्हें संसद भवन में छोड़कर वापस लौट रहा था। हादसा एक गाड़ी के टायर निकलने की वजह से हुआ है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि 2 गाड़ियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। इस एक्सीडेंट की वजह से सड़क पर जाम लग गया। हालांकि, मौके पर पहुंची पुलिस ने क्षतिग्रस्त गाड़ियों को साइड में करवाकर ट्रैफिक को सुचारू करवाया। हादसे से जुड़ी 3 PHOTOS… प्रत्यक्षदर्शी बोले- कार का पहिया निकल गया
हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की। जहां कुछ लोगों ने बताया कि काफिले की एक कार का पहिया ही निकल गया था। इससे कार बेकाबू हो गई। दूसरी कारें आपस में टकरा गईं। हालांकि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। बिप्लब देब का हरियाणा कनेक्शन
त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद बिप्लब देब को हरियाणा विधानसभा चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी दी गई। बिप्लब देव को भाजपा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव का सह प्रभारी बनाया। इससे पहले वे हरियाणा प्रभारी की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव में राज्य के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और दोनों सह चुनाव प्रभारी बिप्लब देव और सुरेंद्र की भूमिका भी जबरदस्त रही। पार्टी ने टिकट बांट दिए थे, लेकिन फिर भी बिप्लब देब बिना किसी चर्चा में आए छोटी-छोटी बैठकें करते रहे। उन्होंने नाराज नेताओं और कार्यकर्ताओं को मनाने के लिए कई बैठकें कीं। इसका नतीजा यह हुआ कि पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले आधे से ज्यादा लोगों के नामांकन वापस ले लिए गए। सभी को एक मंच पर लाया गया। —————————- हरियाणा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- किसान के घर की आग बनी पहेली:दिन में 4-5 बार लग रही; सोफे-पर्दे समेत कैश राख, पुलिस बोली- फॉरेंसिक जांच कराएंगे हरियाणा के सोनीपत में एक किसान परिवार आग से परेशान है। उनके घर में किसी भी समय आग लग जाती है। यह आग कभी पर्दे जला देती है, कभी गद्दे और सोफे को तबाह कर देती है। काफी कोशिशों के बाद भी परिवार को बार-बार आग लगने का कारण पता नहीं चल सका है। इतना ही नहीं, गांव के ही अन्य लोगों का भी कहना है कि किसान के घर में उनके सामने भी आग लगी है, लेकिन इस आग का कोई कारण नहीं दिखता। पढ़ें पूरी खबर
हरियाणा में टिकट दावेदार बढ़ाएंगे कांग्रेस हाईकमान का सिरदर्द:हर विधानसभा में 10-15 तक जता रहे उम्मीदवारी, अगले महीने से पार्टी मांगेगी आवेदन
हरियाणा में टिकट दावेदार बढ़ाएंगे कांग्रेस हाईकमान का सिरदर्द:हर विधानसभा में 10-15 तक जता रहे उम्मीदवारी, अगले महीने से पार्टी मांगेगी आवेदन हरियाणा में विधानसभा चुनाव को महज 3 महीने का ही समय बचा है। चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदार खुलकर कांग्रेस का टिकट मांग रहे हैं और अपने आपको दावेदार बता रहे हैं। मगर कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तरह ही सर्वे के आधार पर टिकट इस बार देखा। ऐसे में नेताओं ने फिल्ड में रहना शुरू कर दिया है ताकि सर्वे में उनकी रिपोर्ट अच्छी आए। वहीं कुछ नेता ऑनलाइन सर्वे करवाकर खुद को बाकि की तुलना में अधिक असरदार व मजबूत कैंडिडेट बता रहे हैं। खास बात है कि इस बार कांग्रेस का टिकट लेने के लिए सबसे ज्यादा मारामारी रहने के आसार हैं। कांग्रेस के हर विधानसभा में 10 से लेकर 15 दावेदार हैं। ऐसे में यह दावेदार कांग्रेस हाईकमान का सिर दर्द बढ़ाएंगे। कांग्रेस इन दावेदारों से अगले महीने आवेदन मांगना शुरू कर सकती है। कांग्रेस का पहला सर्वे अभी चल रहा है। दूसरा सर्वे शुरू होते ही कांग्रेस आवेदन मांगना शुरू करेगी। जल्द ही कांग्रेस आवेदन के लिए घोषणा करने वाली है। ऐसे में टिकट पाने वालों ने बायोडाटा बनवाना शुरू कर दिया है। इसके अलावा कांग्रेस न्यायपत्र बनाने की भी तैयारियों में लगी है। राहुल की मीटिंग के बाद बयानबाजी थमी हरियाणा कांग्रेस की हाईकमान के साथ बैठक के बाद बयानबाजी थम गई है। हुड्डा खेमे और SRK गुट की तरफ से कोई बयानबाजी राहुल गांधी की नसीहत के बाद सामने नहीं आई है। मगर वहीं जनता के सामने कांग्रेस की गुटबाजी जगजाहिर है। ऊपर से चाहे कितना भी एक होने का संदेश देगी मगर धरातल पर दोनों गुटों के नेताओं के कार्यकर्ता एक दूसरे के आमने-सामने रहते हैं। कांग्रेस के सम्मेलनों में गुटबाजी देखने को मिल रही है। जींद में हुए सम्मेलन में चौधरी बीरेंद्र सिंह ग़ैरमौजूद रहे। वहीं उचाना में जयप्रकाश के कार्यक्रमों से बृजेंद्र सिंह गायब दिखे। विधानसभा में कांग्रेस के पास 3 बड़े ऐज 1. सत्ता विरोधी लहर : भाजपा हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही है। हरियाणा में 10 साल से भाजपा की सरकार है। हरियाणा की जनता प्रदेश में बदलाव की ओर देख रही है। हालांकि भाजपा ने मुख्यमंत्री का चेहरा बदला मगर इसका फायदा लोकसभा चुनाव में नहीं मिला। लोकसभा चुनाव में भाजपा को जरूर मोदी के नाम के वोट मिले मगर अबकी बार विधानसभा चुनाव की राह कठिन है। 2. जाट और एससी समाज की नाराजगी : भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती जाट और एससी समाज को साधने की है। लोकसभा चुनाव में दोनों समाज ने भाजपा के खिलाफ होकर एकजुट होकर वोट किया। इसका परिणाम था कि जिन विधानसभा में जाट समाज या एससी समाज का प्रभाव है उन विधानसभा में भाजपा की हार हुई है। 3. किसान आंदोलन और अग्निवीर योजना : भाजपा के सामने केंद्र सरकार की योजनाओं को लेकर लोगों में नाराजगी है। केंद्र सरकार की ओर से बनाए तीन कृषि कानून को लेकर काफी लंबा आंदोलन हुआ। इसमें हरियाणा के किसानों ने अग्रणी भूमिका निभाई। हरियाणा सरकार ने किसानों के साथ कई मोर्चों पर जबरदस्ती की और साथ नहीं दिया। इस कारण किसान हरियाणा सरकार से नाराज हो गए। वहीं केंद्र की अग्निवीर योजना से हरियाणा के युवा खासकर ग्रामीण इलाकों से आने वाले युवा नाराज हैं। हरियाणा में बड़े स्तर पर युवा आर्मी भर्ती की तैयारी करते हैं। कांग्रेस को इन चुनौतियों से पारा पाना होगा 1. गुटबाजी हरियाणा में कांग्रेसी नेताओं की धड़ेबंदी जगजाहिर है और पार्टी ने इसका नुकसान कम से कम 2 सीटें गवांकर चुकाया। भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर पूर्व मंत्री किरण चौधरी और गुरुग्राम में पूर्व कैबिनेट मंत्री कैप्टन अजय यादव ने टिकट कटने के बाद अपनी नाराजगी खुलकर जताई। इसी तरह हिसार सीट पर2 गुटबाजी देखने को मिली। सैजला समर्थकों ने जयप्रकाश के प्रचार से दूरी बनाए रखी। इससे हिसार में जीत का मार्जिन कम हो गया। अगर विधानसभा वाइस सीटें देखें तो कांग्रेस को हिसार, कैथल, जींद, गुरुग्राम, करनाल, कुरुक्षेत्र, सिरसा लोकसभा जैसी विधानसभाओं में गुटबाजी से पार पाना होगा। 2. पार्टी के भीतर चौधर की लड़ाई लोकसभा चुनाव में कांग्रेसी नेताओं के बीच चलने वाली चौधर की लड़ाई भी जमकर देखने को मिली। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह शुरू से आखिर तक बांगर बेल्ट में हिसार के उम्मीदवार जयप्रकाश जेपी को नीचा दिखाने की कोशिश करते नजर आए। हालांकि चुनाव नतीजों में जेपी को सबसे बड़ी लीड बीरेंद्र सिंह के गढ़ उचाना से ही मिली। जयप्रकाश जेपी के हुड्डा कैंप से जुड़े होने के कारण सैलजा रणदीप सुरजेवाला ने हिसार में एक सभा तक नहीं की। सैलजा सिरसा तक सिमटी रही तो रणदीप सिरसा के अलावा कुरुक्षेत्र एरिया में एक्टिव रहे। 3. कुरुक्षेत्र में गठबंधन को सीट दी विधानसभा में पड़ेगा असर कांग्रेस ने I.N.D.I.A. अलायंस के तहत कुरूक्षेत्र सीट आम आदमी पार्टी (AAP) को दी थी। इसलिए यहां कांग्रेस का चुनाव चिन्ह गायब रहा। इसका असर विधानसभा में भी पड़ना तय है। अगर यहां कांग्रेस और आप के बीच वोट बंटे तो इसका फायदा भाजपा को मिल सकता है। आप यहां मजबूती से चुनाव लड़ने का विचार मन बना रही है। पंजाब के साथ लगती हरियाणा की बेल्ट में आप कांग्रेस को चुनौती देगी।