महेंद्रगढ़ में 46 दिन से धरने पर बैठी प्रो. मोनिका:यूनिवर्सिटी पर उत्पीड़न का आरोप, बोली- न्याय नहीं मिला तो आमरण अनशन करूंगी

महेंद्रगढ़ में 46 दिन से धरने पर बैठी प्रो. मोनिका:यूनिवर्सिटी पर उत्पीड़न का आरोप, बोली- न्याय नहीं मिला तो आमरण अनशन करूंगी

महेंद्रगढ़ में केंद्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा (सीयूएच) में कानून विभाग की पूर्व डीन प्रो. मोनिका अनिश्चित कालिन धरने पर बैठी हैं। आज उनके धरने का 46वां दिन है। प्रो. मोनिका मलिक ने कहा कि न्याय नहीं मिला तो आमरण अनशन करूंगी। दरअसल प्रो. मोनिका मलिक का केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा कथित उत्पीड़न के विरोध में धरना दे रही हैं। उनका धरना लगातार 46वें दिन भी जारी रहा। रविवार को कॉमन कॉज के लिए काम करने वाली संस्था जन संघर्ष मंच, हरियाणा चैप्टर के सदस्यों ने भी धरने पर बैठ कर इस धरने का समर्थन दिया। ​​​​​​ प्रो. मोनिका ने आरोप लगाया है कि यूनिवर्सिटी द्वारा उनका कार्यस्थल पर लगातार उत्पीड़न किया गया और विरोध करने पर झूठे मामले में फंसाया गया। उन्होंने बताया कि जुलाई 2021 में नए कुलपति के आने के बाद से वह उत्पीड़न का शिकार हैं। उन्होंने इस बारे में कई स्तर पर शिकायतें की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। प्रो. मोनिका ने राष्ट्रपति, शिक्षा मंत्री, केंद्र सरकार, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षता सहित कई अधिकारियों से इस संदर्भ में शिकायत की है। लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। इसके अलावा, उन्होंने पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।​​​​​​​ प्रो. मोनिका ने आरोप लगाया है कि यूनिवर्सिटी ने उनके कार्यालय को चोरी- छुपे खुलवाया और उनकी कई निजी वस्तुओं और दस्तावेजों को नुकसान पहुंचाया और गायब करा दिया। प्रो. मोनिका ने समुचित न्याय की मांग की है, जब तक न्याय नहीं मिल जाता, तब तक धरना जारी रखने का फैसला किया है। न्याय नहीं मिलने पर उनके सामने आमरण अनशन का एक मात्र विकल्प बचा है। महेंद्रगढ़ में केंद्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा (सीयूएच) में कानून विभाग की पूर्व डीन प्रो. मोनिका अनिश्चित कालिन धरने पर बैठी हैं। आज उनके धरने का 46वां दिन है। प्रो. मोनिका मलिक ने कहा कि न्याय नहीं मिला तो आमरण अनशन करूंगी। दरअसल प्रो. मोनिका मलिक का केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा कथित उत्पीड़न के विरोध में धरना दे रही हैं। उनका धरना लगातार 46वें दिन भी जारी रहा। रविवार को कॉमन कॉज के लिए काम करने वाली संस्था जन संघर्ष मंच, हरियाणा चैप्टर के सदस्यों ने भी धरने पर बैठ कर इस धरने का समर्थन दिया। ​​​​​​ प्रो. मोनिका ने आरोप लगाया है कि यूनिवर्सिटी द्वारा उनका कार्यस्थल पर लगातार उत्पीड़न किया गया और विरोध करने पर झूठे मामले में फंसाया गया। उन्होंने बताया कि जुलाई 2021 में नए कुलपति के आने के बाद से वह उत्पीड़न का शिकार हैं। उन्होंने इस बारे में कई स्तर पर शिकायतें की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। प्रो. मोनिका ने राष्ट्रपति, शिक्षा मंत्री, केंद्र सरकार, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षता सहित कई अधिकारियों से इस संदर्भ में शिकायत की है। लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। इसके अलावा, उन्होंने पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।​​​​​​​ प्रो. मोनिका ने आरोप लगाया है कि यूनिवर्सिटी ने उनके कार्यालय को चोरी- छुपे खुलवाया और उनकी कई निजी वस्तुओं और दस्तावेजों को नुकसान पहुंचाया और गायब करा दिया। प्रो. मोनिका ने समुचित न्याय की मांग की है, जब तक न्याय नहीं मिल जाता, तब तक धरना जारी रखने का फैसला किया है। न्याय नहीं मिलने पर उनके सामने आमरण अनशन का एक मात्र विकल्प बचा है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर