बठिंडा में किसानों का प्रदर्शन:जमीन मुआवजे की मांग, बोले- पुलिस ने हमारे तंबू उखाड़े, सामान ले गए

बठिंडा में किसानों का प्रदर्शन:जमीन मुआवजे की मांग, बोले- पुलिस ने हमारे तंबू उखाड़े, सामान ले गए

बठिंडा में आज किसानों ने जमीन मुआवजे को लेकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने किसानों को उठाकर गैस पाइपलाइन का शुरू किया। ये प्रदर्शन भारतीय किसान यूनियन उग्रहा की तरफ से किया गया। जिन्होंने लेलेवाला गांव में प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन किया। भारतीय किसान यूनियन एकता उग्रहा के जिला अध्यक्ष शिंगारा सिंह मान ने कहा कि जो गैस पाइप लाइन का मामला पिछले डेढ़ साल से चल रहा है, 15 मई 2023 को पंजाब सरकार के नुमाइंदे बठिंडा प्रशासन जिसमें डिप्टी कमिश्नर के साथ कंपनी के अधिकारी ने मीटिंग की थी कि प्रति एकड़ किसान को 24 लाख रुपए दिए जाएंगे। उन्होंने कहा था कि जो भी खर्चा होगा वह हम देंगे। पिछले डेढ़ साल से यह समझौता लागू नहीं हुआ। हमारे साथी वहां गांव लेलेआना में तंबू बनाकर बैठे हुए थे। पुलिस प्रशासन ने उनको सुबह उखाड़ दिया। किसानों को पकड़ लिया और सामान उठा ले गए। हमारी मांग के साथ जो समझौता हुआ उसे लागू करें। उस समय जो डिप्टी कमिश्नर थे वहीं अब है। सरकार ने हमारे साथ जबरदस्ती की
हमारी मांग है कि हमारे साथी छोड़े जाए और हमारा सामान वापस किया जाए। जो हमारा अधिकार है वहां जाने दिया जाए। हम हर हाल में वहां जाएंगे जहां हमारी जमीन है। क्योंकि सरकार ने हमारे साथ जबरदस्ती की है, उसका मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। बठिंडा पुलिस एसपी सिटी नरेंद्र सिंह ने बताया कि एसएसपी साहिब की हिदायतों पर हमारी लॉ एंड ऑर्डर पर ड्यूटी लगी है। जोकि यहां गुजरात गैस पाइप लाइन पड़ रही है। फिलहाल पूरा काम शान्त से चल रहा है। अगर कोई मुश्किल आती है तो सिविल प्रशासन है। उनके साथ हम मीटिंग कर हल निकालेंगे। बठिंडा में आज किसानों ने जमीन मुआवजे को लेकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने किसानों को उठाकर गैस पाइपलाइन का शुरू किया। ये प्रदर्शन भारतीय किसान यूनियन उग्रहा की तरफ से किया गया। जिन्होंने लेलेवाला गांव में प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन किया। भारतीय किसान यूनियन एकता उग्रहा के जिला अध्यक्ष शिंगारा सिंह मान ने कहा कि जो गैस पाइप लाइन का मामला पिछले डेढ़ साल से चल रहा है, 15 मई 2023 को पंजाब सरकार के नुमाइंदे बठिंडा प्रशासन जिसमें डिप्टी कमिश्नर के साथ कंपनी के अधिकारी ने मीटिंग की थी कि प्रति एकड़ किसान को 24 लाख रुपए दिए जाएंगे। उन्होंने कहा था कि जो भी खर्चा होगा वह हम देंगे। पिछले डेढ़ साल से यह समझौता लागू नहीं हुआ। हमारे साथी वहां गांव लेलेआना में तंबू बनाकर बैठे हुए थे। पुलिस प्रशासन ने उनको सुबह उखाड़ दिया। किसानों को पकड़ लिया और सामान उठा ले गए। हमारी मांग के साथ जो समझौता हुआ उसे लागू करें। उस समय जो डिप्टी कमिश्नर थे वहीं अब है। सरकार ने हमारे साथ जबरदस्ती की
हमारी मांग है कि हमारे साथी छोड़े जाए और हमारा सामान वापस किया जाए। जो हमारा अधिकार है वहां जाने दिया जाए। हम हर हाल में वहां जाएंगे जहां हमारी जमीन है। क्योंकि सरकार ने हमारे साथ जबरदस्ती की है, उसका मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। बठिंडा पुलिस एसपी सिटी नरेंद्र सिंह ने बताया कि एसएसपी साहिब की हिदायतों पर हमारी लॉ एंड ऑर्डर पर ड्यूटी लगी है। जोकि यहां गुजरात गैस पाइप लाइन पड़ रही है। फिलहाल पूरा काम शान्त से चल रहा है। अगर कोई मुश्किल आती है तो सिविल प्रशासन है। उनके साथ हम मीटिंग कर हल निकालेंगे।   पंजाब | दैनिक भास्कर