मानसा में सिद्धू मूसे वाला पर किताब लिखने वाले मनजिंदर सिंह पर उनके पिता ने केस दर्ज कराया है। सिद्धू के पिता का आरोप है कि उनके द्वारा किताब में लिखे गए तथ्य झूठे हैं और सिद्धू मूसे वाला के बचपन की तस्वीरें प्रकाशित करने से पहले परिवार की कोई भी सहमति नहीं ली गई। मरहूम गायक सुखदीप सिंह सिद्धू मूसे वाला की मौत के बाद उनके दोस्त कहे जाने वाले मनजिंदर सिंह माखा द्वारा दि रियल रिजन वाय लेजेंड डाइड नाम की किताब प्रकाशित की गई। जिसके बाद सिद्धू मूसे वाला के पिता बलकौर सिंह ने मानसा के सदर थाने में मनजिंदर पर केस दर्ज कराया है। किताब में बिना सहमति के लगाई तस्वीरें उन्होंने आरोप लगाया है कि मनजिंदर सिंह द्वारा इस किताब में सिद्धू मूसे वाला के बचपन और परिवार की जो तस्वीरें हैं। जिसके लिए परिवार की सहमति नहीं ले गई। उन्होंने बताया की उन्नति में 2022 को जब सिद्धू मूसे वाले का कत्ल हुआ, तो परिवार सदमे में था। लेकिन यह लोग उनकी तस्वीर ऐल्बम से निकाल कर ले गए। परिवार की छवि को खराब करने का आरोप उन्होंने बताया कि इस किताब में सिद्धू मूसे वाला के भारत के दो बड़े पॉलिटिकल नेता और गैंगस्टरों के साथ संबंध बताए गए हैं। जिसके चलते उनके परिवार की छवि को खराब किया गया है। उन्होंने बताया कि सिद्धू मूसे वाले के ऐसे कोई भी संबंध नहीं थे। मानसा में सिद्धू मूसे वाला पर किताब लिखने वाले मनजिंदर सिंह पर उनके पिता ने केस दर्ज कराया है। सिद्धू के पिता का आरोप है कि उनके द्वारा किताब में लिखे गए तथ्य झूठे हैं और सिद्धू मूसे वाला के बचपन की तस्वीरें प्रकाशित करने से पहले परिवार की कोई भी सहमति नहीं ली गई। मरहूम गायक सुखदीप सिंह सिद्धू मूसे वाला की मौत के बाद उनके दोस्त कहे जाने वाले मनजिंदर सिंह माखा द्वारा दि रियल रिजन वाय लेजेंड डाइड नाम की किताब प्रकाशित की गई। जिसके बाद सिद्धू मूसे वाला के पिता बलकौर सिंह ने मानसा के सदर थाने में मनजिंदर पर केस दर्ज कराया है। किताब में बिना सहमति के लगाई तस्वीरें उन्होंने आरोप लगाया है कि मनजिंदर सिंह द्वारा इस किताब में सिद्धू मूसे वाला के बचपन और परिवार की जो तस्वीरें हैं। जिसके लिए परिवार की सहमति नहीं ले गई। उन्होंने बताया की उन्नति में 2022 को जब सिद्धू मूसे वाले का कत्ल हुआ, तो परिवार सदमे में था। लेकिन यह लोग उनकी तस्वीर ऐल्बम से निकाल कर ले गए। परिवार की छवि को खराब करने का आरोप उन्होंने बताया कि इस किताब में सिद्धू मूसे वाला के भारत के दो बड़े पॉलिटिकल नेता और गैंगस्टरों के साथ संबंध बताए गए हैं। जिसके चलते उनके परिवार की छवि को खराब किया गया है। उन्होंने बताया कि सिद्धू मूसे वाले के ऐसे कोई भी संबंध नहीं थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना सहकारी समिति चुनाव के दौरान लाठीचार्ज:रिटर्निंग अधिकारी पर पक्षपात का आरोप; 16 उम्मीदवारों के नामांकन रद्द, 8 सदस्य विजयी घोषित लुधियाना में रायकोट कस्बे के ताजपुर गांव में गुरुवार को सहकारी समिति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान जमकर हंगामा हुआ। पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज का वीडियो भी सामने आया है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधिकारियों की गाड़ियों के आगे लटककर वाहनों को रोकने की भी कोशिश की। पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज की सभी गांव निवासियों ने कड़ी निंदा की है। लाठीचार्ज के दौरान कई प्रदर्शनकारियों की पगड़ियां भी उतर गईं। देर रात सहकारी समिति के गेट पर धरना रिटर्निंग अधिकारी ने चुनाव में 8 सदस्यों को विजयी घोषित कर दिया जबकि शेष 16 प्रत्याशियों के नामांकन रद्द कर दिए। इससे नाराज उनके समर्थक सहकारी समिति के गेट के सामने धरना देने बैठ गए। लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई को मनमानी करार दिया। घटना स्थल पर थाना सदर और थाना सिटी की पुलिस बड़ी संख्या में पहुंची। घटना का पता चलने पर SDM हरजिंदर सिंह और DSP हरजिंदर सिंह मौके पर पहुंचे। जिन्होंने धरना दे रहे लोगों से बातचीत कर उन्हें शांत रहने की अपील की। 24 उम्मीदवारों ने भरा था नामांकन, 16 नामांकन हुए रद्द पूर्व सरपंच सुखविंदर सिंह और मौजूदा सरपंच हरदेव कौर के बेटे बलजीत सिंह ने कहा कि ताजपुर सहकारी समिति के चुनाव के लिए 24 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र भरा था। शाम को संबंधित निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी दी कि 16 प्रत्याशियों का नामांकन पत्र रद्द कर दिया गया है। जिन 8 उम्मीदवारों के कागज सही पाए गए हैं वह सत्ताधारी दल के हैं। जबकि रिटर्निंग अधिकारी ने विपक्षी दल के सभी 16 उम्मीदवारों के नामांकन रद्द कर दिए हैं। रिटर्निंग अधिकारी पर पक्षपात का आरोप बलजीत ने कहा कि जब तक खारिज किए गए नामांकन पत्रों को बहाल नहीं किया जाता उनका विरोध जारी रहेगा। उधर, कांग्रेस के हलका इंचार्ज कामिल अमर सिंह ने कहा कि रिटर्निंग अधिकारी पक्षपात कर रहे है। उन्होंने जानबूझ कर प्रत्याशियों के नामांकन रद्द किए है। उन प्रत्याशियों को उम्मीदवार घोषित किया गया है जिनके पक्ष में कम वोट थे।
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