करनाल की शिव कालोनी में एक बच्चे ने अपने ही पड़ोस के बच्चे का ईंट मारकर सिर फोड़ दिया। पीड़ित बच्चे की मां पड़ोसन के पास शिकायत लेकर पहुंची तो आरोपी बच्चे की मां ने पीड़ित बच्चे की मां के सिर में कैंची से वार कर दिया। आरोप है कि दूसरी महिला ने बच्चे की दादी के सिर में भी कैंची मारने की कोशिश की, लेकिन वह बाल बाल बच गई। महिला अपने बच्चे के साथ अस्पताल में पहुंची और ईलाज करवाया। पीड़ित महिला ने आरोपी के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करने की बात कही है। कैंची से किया सिर में वॉर पीड़िता मुनीता का आरोप है कि उसके बच्चे व पड़ोस के बच्चे का आपस में झगड़ा हो गया था। पड़ोस के लड़के ने मेरे लड़के के सिर में ईंट मार दी। जिससे मेरा लड़का घायल हो गया। जिसकी शिकायत लेकर वह पड़ोसी के घर पर गई। उसने इतना ही कहा था कि अपने बच्चों को समझा लीजिए, इतने में ही पड़ोसन तैस में आ गई और उसके हाथ में कैंची थी, उसने कैंची से उसके सिर में वार कर दिया। पीड़ित बोला-मेरा कॉलर पकड़ा और गाली दी वहीं पीड़ित बच्चे ने बताया कि वह पाचवीं क्लास में है और आरोपी लड़का चौथी क्लास में है। मैं गली में खेल रहा था। बच्चे का आरोप है कि पड़ोस का लड़का साइकिल लेकर आया। उसने साइकिल रोककर मेरे साथ गाली गलौच शुरू कर दिया। मैने भी उसका कॉलर पकड़ लिया। उसने दो थप्पड़ मारे, मैने भी अपने बचाव में थप्पड़ मारा। उसके बाद उसने मेरे सिर पर ईंट मारी। मेरे सिर से खून आने लगे। मैने मम्मी को बताया। मम्मी शिकायत लेकर आरोपी लड़के के घर गई तो उस लड़के की मम्मी ने मेरी मम्मी के सिर में कैंची मार दी। मम्मी के सिर से खून बहने लगा। मेरी दादी भी साथ में थी, उसको भी कैंची मारने की कोशिश की लेकिन वह बच गई थी। अब हम हॉस्पिटल में आए है। पुलिस को करेंगे मामले की शिकायत मुनीता के पति पंकज का कहना है कि वह ड्राइवर है और अपनी ड्यूटी पर गया हुआ था। पत्नी व बच्चे के साथ मारपीट की खबर सुनकर वह अस्पताल में पहुंचा। पंकज का कहना है कि वे इस मामले की शिकायत पुलिस को करेंगे। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। करनाल की शिव कालोनी में एक बच्चे ने अपने ही पड़ोस के बच्चे का ईंट मारकर सिर फोड़ दिया। पीड़ित बच्चे की मां पड़ोसन के पास शिकायत लेकर पहुंची तो आरोपी बच्चे की मां ने पीड़ित बच्चे की मां के सिर में कैंची से वार कर दिया। आरोप है कि दूसरी महिला ने बच्चे की दादी के सिर में भी कैंची मारने की कोशिश की, लेकिन वह बाल बाल बच गई। महिला अपने बच्चे के साथ अस्पताल में पहुंची और ईलाज करवाया। पीड़ित महिला ने आरोपी के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करने की बात कही है। कैंची से किया सिर में वॉर पीड़िता मुनीता का आरोप है कि उसके बच्चे व पड़ोस के बच्चे का आपस में झगड़ा हो गया था। पड़ोस के लड़के ने मेरे लड़के के सिर में ईंट मार दी। जिससे मेरा लड़का घायल हो गया। जिसकी शिकायत लेकर वह पड़ोसी के घर पर गई। उसने इतना ही कहा था कि अपने बच्चों को समझा लीजिए, इतने में ही पड़ोसन तैस में आ गई और उसके हाथ में कैंची थी, उसने कैंची से उसके सिर में वार कर दिया। पीड़ित बोला-मेरा कॉलर पकड़ा और गाली दी वहीं पीड़ित बच्चे ने बताया कि वह पाचवीं क्लास में है और आरोपी लड़का चौथी क्लास में है। मैं गली में खेल रहा था। बच्चे का आरोप है कि पड़ोस का लड़का साइकिल लेकर आया। उसने साइकिल रोककर मेरे साथ गाली गलौच शुरू कर दिया। मैने भी उसका कॉलर पकड़ लिया। उसने दो थप्पड़ मारे, मैने भी अपने बचाव में थप्पड़ मारा। उसके बाद उसने मेरे सिर पर ईंट मारी। मेरे सिर से खून आने लगे। मैने मम्मी को बताया। मम्मी शिकायत लेकर आरोपी लड़के के घर गई तो उस लड़के की मम्मी ने मेरी मम्मी के सिर में कैंची मार दी। मम्मी के सिर से खून बहने लगा। मेरी दादी भी साथ में थी, उसको भी कैंची मारने की कोशिश की लेकिन वह बच गई थी। अब हम हॉस्पिटल में आए है। पुलिस को करेंगे मामले की शिकायत मुनीता के पति पंकज का कहना है कि वह ड्राइवर है और अपनी ड्यूटी पर गया हुआ था। पत्नी व बच्चे के साथ मारपीट की खबर सुनकर वह अस्पताल में पहुंचा। पंकज का कहना है कि वे इस मामले की शिकायत पुलिस को करेंगे। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में राजस्थान रोडवेज की 50 बसों का चालान:महिला पुलिसकर्मी से किराया मांगने के बाद एक्शन, दिल्ली पुलिस भी काट रही चालान
हरियाणा में राजस्थान रोडवेज की 50 बसों का चालान:महिला पुलिसकर्मी से किराया मांगने के बाद एक्शन, दिल्ली पुलिस भी काट रही चालान हरियाणा में राजस्थान रोडवेज की बस में टिकट को लेकर हाल ही में महिला पुलिसकर्मी व कंडक्टर के बीच हुए विवाद का वीडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद अब हरियाणा पुलिस ने राजस्थान रोडवेज की बसों के चालान करने शुरू कर दिए हैं। पुलिस 2 दिनों में राजस्थान रोडवेज की करीब 50 बसों के चालान कर चुकी है। वहीं दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी का भी वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में वो राजस्थान रोडवेज की बस का चालान काट रहा है। साथ ही किसी से फोन पर कह रहा है कि हमने जितना हो सकता था उतना चालान काट दिया है। वायरल वीडियो में क्या?
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि राजस्थान रोडवेज की एक बस को दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने रोका हुआ है। एक अधिकारी बस के ड्राइवर से कुछ कागजों पर साइन करवा रहा है तो दूसरा पुलिस अधिकारी फोन पर किसी से बात कर रहा है। जिसमें वो कह रहा है- जितना इसपे हो सकता था जी उतना कर दिया है। जितना ज्यादा से ज्यादा हो सकता था ना जी, उतना कर दिया है। विदआउट लाइसेंस, विदआउट सीट बेल्ट, विदआउट स्टैंड सवारी उठाना, बदतमीजी करना, सब कर दिया है मैंने। बाकी मेरा नाम नवीन है जब मर्जी मिल लेना मुझसे। वर्दी, सीट बेल्ट व लाइसेंस का कर रहे चालान
इस बारे में राजस्थान रोडवेज के अलवर डिपो के मुख्य महाप्रबंधक पवन कुमार ने बताया कि हरियाणा पुलिस व दिल्ली पुलिस द्वारा राजस्थान रोडवेज की कई बसों के चालान किए जाने की जानकारी मिली है। पुलिसकर्मी सीट बेल्ट नहीं पहनने, ड्राइविंग लाइसेंस साथ नहीं रखने, ओवर स्पीड तथा ड्राइवर की वर्दी नहीं पहनने सहित अनेक कानून के अनुसार चालान कर रहे हैं। राजस्थान रोडवेज के चालकों को किया गया है सचेत
उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस और दिल्ली पुलिस द्वारा राजस्थान रोडवेज की बसों का चालान किए जाने पर रोडवेज की ओर से सभी कर्मचारियों को सचेत कर दिया गया है। ड्राइवरों को वर्दी में रहने, अपना ड्राइविंग लाइसेंस साथ रखने, सीट बेल्ट लगाकर चलने, निर्धारित लाइन में चलने तथा निर्धारित स्थान से ही सवारियां बैठाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। यहां से शुरू हुआ विवाद राजस्थान रोडवेज की एक बस में हरियाणा पुलिस की महिला कर्मी सफर कर रही थी। महिला कर्मी द्वारा किराया न दिए जाने की बात को लेकर राजस्थान रोडवेज के कंडक्टर से उसकी बहस हो गई थी। इस बहस का वीडियो दो दिन पहले सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। विवाद इतना बढ़ गया था कि कंडक्टर ने बस को भी रुकवा दिया था। लेकिन तब भी महिला पुलिसकर्मी ने किराया नहीं दिया था। कंडक्टर से महिला पुलिसकर्मी की पूरी बहस… कंडक्टर : किराया लाओ। पुलिसकर्मी : टिकट नहीं कटती। कंडक्टर : हमारे यहां कटती है। लाओ, 50 रुपए दो, धारूहेड़ा जाना है तो। पुलिसकर्मी : नहीं मिलते। कंडक्टर : क्यों नहीं मिलते? यात्रा करनी है तो लगेंगे। पुलिसकर्मी : नहीं लगेंगे। कंडक्टर (बस रुकने के लिए सीटी मारकर) : आजाओ फिर, उतर लो। पुलिसकर्मी : नहीं उतरना। कंडक्टर : यात्रा करनी है तो किराया दो, नहीं तो उतर लो। पुलिसकर्मी (शब्दों को खींचते हुए) : नहीं उतरना। कंडक्टर : यात्रा करनी है कि नहीं? पुलिसकर्मी : यात्रा करनी है। कंडक्टर : फिर 50 रुपए दो। पुलिसकर्मी : नहीं मिलेंगे। स्टाफ चलेगा। स्टाफ चलता है। कंडक्टर : नहीं, कोई स्टाफ नहीं है। 50 रुपए लगेंगे। पुलिसकर्मी : नहीं लगेंगे। एक महिला यात्री (पुलिसकर्मी से) : अरे भाई दे दो। पुलिसकर्मी : नहीं, हरियाणा में पुलिस का स्टाफ चलता है। कंडक्टर : इसमें (राजस्थान बस में) नहीं चलता। पुलिसकर्मी : हरियाणा में चलता है। कंडक्टर : फ्लाइंग आएगी तो परेशानी हो जाएगी। पुलिसकर्मी : कोई बात नहीं। मैं बात कर लूंगी। कंडक्टर : डिपार्टमेंट वाले नहीं सुनते। नीयत खराब होती है। पुलिसकर्मी : कोई बात नहीं, नीयत खराब होती है तो। अफसर आएंगे तो मैं बात कर लूंगी। कंडक्टर : उतर लो। नहीं तो किराया दो। पुलिसकर्मी : नहीं उतरूंगी। मैं जबरदस्ती ऐसे नहीं दे सकती। मुझे नहीं देना। इतना तो सोचो कि क्या टाइम है, लेडीज जा रही है। कंडक्टर : गाड़ी यहीं खड़ी रहेगी। आगे नहीं जाएगी। पुलिसकर्मी : हां तो यहीं खड़ी करके रख। जहां ले जाना है, वहां ले चल। नीचे नहीं उतरूंगी। एक महिला यात्री : अरे थोड़ा 10-20 रुपए कम करके दे दो। पुलिसकर्मी : नहीं दूंगी, नहीं उतरूंगी। कंडक्टर : क्यों? सैलरी नहीं मिलता आपको? पुलिसकर्मी : सैलरी से ही कटते हैं। कंडक्टर : राजस्थान रोडवेज में नहीं कटते। पुलिसकर्मी : कोई बात नहीं, नहीं कटते तो। हरियाणा में चलाओगे तो कटेंगे। एक पुरुष यात्री : मैडम यह क्या बात हो गई? आप वर्दी में हो, किराया दे दो। पुलिसकर्मी : तो वर्दी में होकर भी किराया लेगा? पुरुष यात्री : मैडम यहां सभी स्टाफ हैं। ये कोई बात थोड़े ही आपकी। आपकी वजह से सभी लोग लेट हो रहे हैं। गाड़ी भी बंद करवा दी आपने। पुलिसकर्मी : मैंने बंद नहीं करवाई है। मैं नहीं उतरूंगी। यात्री : क्या आप भी 50 रुपए के लिए हंगामा करवा रहे हो। क्या महकमे में हो आप? पुलिसकर्मी : महकमे में ही हैं। यात्री : सारा महकमा ही बैठा है यहां। पुलिसकर्मी : बैठा रहने दो। मैं नीचे नहीं उतरूंगी, किराया नहीं मिलेगा।