अमृतसर | पंजाब राज्य जिला डीसी दफ्तर कर्मचारी यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर 15 से 17 जनवरी तक दफ्तरी काम ठप करने ऐलान किया है। इसके लिए कर्मचारियों की ओर से डीसी, समूह उपमंडल मजिस्ट्रेट, समूह तहसील और समूह कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। इस मौके पर हर तरह का ऑफलाइन और ऑनलाइन काम बंद रहेगा। प्रधान अश्नील कुमार, सीनियर मीत प्रधान प्रीती गुलशन और जनरल सेक्रेटरी दीपक कुमार ने सभी अधिकारियों को लेटर लिखकर सूचित कर दिया है। डीसी ऑफिस की बिल्डिंग में हजारों लोग रजिस्ट्री समेत अन्य कामों के लिए आते हैं। कर्मचारियों की कलमछोड़ हड़ताल हजारों लोगों का काम प्रभावित होंगे व परेशानी झेलनी पड़ंगी।। अमृतसर | पंजाब राज्य जिला डीसी दफ्तर कर्मचारी यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर 15 से 17 जनवरी तक दफ्तरी काम ठप करने ऐलान किया है। इसके लिए कर्मचारियों की ओर से डीसी, समूह उपमंडल मजिस्ट्रेट, समूह तहसील और समूह कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। इस मौके पर हर तरह का ऑफलाइन और ऑनलाइन काम बंद रहेगा। प्रधान अश्नील कुमार, सीनियर मीत प्रधान प्रीती गुलशन और जनरल सेक्रेटरी दीपक कुमार ने सभी अधिकारियों को लेटर लिखकर सूचित कर दिया है। डीसी ऑफिस की बिल्डिंग में हजारों लोग रजिस्ट्री समेत अन्य कामों के लिए आते हैं। कर्मचारियों की कलमछोड़ हड़ताल हजारों लोगों का काम प्रभावित होंगे व परेशानी झेलनी पड़ंगी।। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब CM की पेरिस ओलिंपिक जाने पर केंद्र से तकरार:विदेश मंत्रालय ने परमिशन नहीं दी; भगवंत मान बोले- मोदी नहीं चाहते मैं जाऊं
पंजाब CM की पेरिस ओलिंपिक जाने पर केंद्र से तकरार:विदेश मंत्रालय ने परमिशन नहीं दी; भगवंत मान बोले- मोदी नहीं चाहते मैं जाऊं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के पेरिस ओलिंपिक में जाने को लेकर केंद्र सरकार से तकरार हो गई है। केंद्र ने सीएम भगवंत मान को इसकी पॉलिटिकल क्लीयरैंस देने से इनकार कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने तर्क दिया कि सीएम के ऑफिस से देरी से अप्लाई किया गया। भगवंत मान 3 से 9 अगस्त तक पेरिस जाना चाहते थे। उनके साथ उनकी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर और सुरक्षा से जुड़े कुछ अफसर भी शामिल होने थे। इस पर सीएम भगवंत मान ने कहा कि देरी से अप्लाई करने की बात झूठी है। हॉकी का पहले मैच के बाद ही उन्होंने पेरिस जाने का फैसला किया था। मान ने पीएम नरेंद्र मोदी पर भी आरोप लगाया कि वे अकेले विदेश जाना चाहते हैं। वे नहीं चाहते कि देश की तरफ से कोई और नेतृत्व करता दिखे। यही कारण है कि उनके पेरिस दौरे को क्लीयरैंस नहीं दी गई। हालांकि विदेश मंत्रालय की तरफ से सीएम के आरोपों पर अभी कोई औपचारिक बयान नहीं दिया गया है। सिक्योरिटी को बताया जा रहा वजह
विदेश मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक सीएम भगवंत मान के दौरे को मंजूरी न देने की वजह उनकी सिक्योरिटी है। बतौर मुख्यमंत्री सीएम को जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई है। ऐसे में देरी से आवेदन किए जाने की वजह से विदेशी दौरे के दौरान इतनी जल्दी उनकी सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करना संभव नहीं है। सीएम ने ग्राउंड में जाकर ओलिंपिक मैच देखना है। जहां दुनिया भर से लोग आएंगे। ऐसे में सुरक्षा को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं की जा सकती। चूंकि सीएम के पास डिप्लोमैटिक पासपोर्ट होता है, इसलिए उनके लिए केंद्रीय विदेश मंत्रालय से परमिशन अनिवार्य है। मान ने कहा था- पंजाब के 10 खिलाड़ी खेल रहे, वहां जाना मेरी ड्यूटी
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार शाम ही विदेश मंत्रालय से सीएम कार्यालय को उनके दौरे को मंजूरी न देने का मैसेज भेजा। इससे पहले सीएम मान ने एक इंटरव्यू में कहा कि वे अपनी जेब से पैसे खर्च कर हॉकी टीम का हौसला बढ़ाने के लिए विदेश जाना चाहते थे। सीएम मान का कहना है कि पंजाब के 19 प्लेयर इस समय ओलिंपिक्स में हैं। जिनमें से 10 खेल रहे हैं। इनमें जालंधर से मिडफील्डर मनदीप सिंह, सुखजीत सिंह, मिडफील्डर मनप्रीत सिंह और हार्दिक, अमृतसर से हरमनप्रीत सिंह, मिडफील्डर गुरजंत सिंह, डिफेंडर जर्मनप्रीत सिंह, मिडफील्डर शमशेर सिंह, स्थानापन्न खिलाड़ी पाठक और युगराज कपूरथला से हैं। मान ने कहा कि इस नाते उनकी ड्यूटी बनती है कि वे उनका हौसला बढ़ाने जाएं, जब वे टफ मैच खेल रहे हों। मान ने पूछा- क्या हर काम के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ेगा
मुख्यमंत्री भगवंत मान का कहना है कि इससे पहले आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को सिंगापुर जाने और गोपाल राय को भी यूएस जाने की परमिशन नहीं दी गई थी। जिसके बाद उन्हें सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा था। क्या भाजपा सरकार में हर कदम के लिए उन्हें सुप्रीम कोर्ट जाना होगा। तकरार के बीच पंजाब गवर्नर इस्तीफा दे चुके
इससे पहले सीएम भगवंत मान से तकरार के बीच पंजाब के गवर्नर बीएल पुरोहित इस्तीफा दे चुके हैं। विधानसभा में पास बिलों को मंजूरी देने से लेकर बॉर्डर एरिया के दौरे और सीएम को लेकर बयानबाजी पर उनके बीच खूब जंग चली। इसके बाद राष्ट्रपति ने कुछ दिन पहले ही पुरोहित का इस्तीफा स्वीकार कर गुलाब चंद कटारिया को नया गवर्नर बनाया है। पंजाब स्पीकर के अमेरिका दौरे को भी परमिशन नहीं
सीएम भगवंत मान के अलावा पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां को भी अमेरिका जाने की परमिशन नहीं मिली है। वह एक कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए वहां जाने वाले थे। इस बारे में कुलतार संधवा ने पुष्टि करते हुए कहा कि उन्हें क्लियरेंस नहीं दी गई। उन्होंने यह भी कहा कि परमिशन न देने के बदले कोई कारण नहीं बताया गया है।

पंजाब में रेल हादसा:एक मालगाड़ी का इंजन दूसरी से टकराया; पैसेंजर गाड़ी भी चपेट में आई, 2 लोको पायलट घायल
पंजाब में रेल हादसा:एक मालगाड़ी का इंजन दूसरी से टकराया; पैसेंजर गाड़ी भी चपेट में आई, 2 लोको पायलट घायल पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में आज सुबह करीब 4 बजे दो मालगाड़ियां टकरा गईं। इनमें से एक का इंजन पलट गया और बाजू वाले ट्रैक से गुजर रही पैसेंजर ट्रेन से टकराया। हादसे में मालगाड़ी के 2 लोको पायलट घायल हुए हैं, जिन्हें पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल रेफर किया गया। रेल हादसे के PHOTOS… DFCC के न्यू सरहिंद स्टेशन पर हादसा
जानकारी के अनुसार, यह हादसा मालगाड़ियों के लिए बने DFCC ट्रैक के न्यू सरहिंद स्टेशन के पास हुआ। यहां कोयले से लोड 2 गाड़ियां खड़ी थीं। इन्हें पंजाब में रोपड़ की ओर जाना था। आज सुबह एक मालगाड़ी का इंजन खुलकर दूसरी से टकराया। इसके बाद इंजन पलटकर अंबाला से जम्मू तवी की तरफ जा रही पैसेंजर गाड़ी समर स्पेशल (04681) में फंस गया। इससे समर स्पेशल ट्रेन को भी थोड़ा नुकसान पहुंचा है। वहीं, ट्रैक का बुरा हाल है। हादसे के बाद पैसेंजर ट्रेन को दूसरा इंजन लगाकर राजपुरा भेज दिया गया है। साथ ही ट्रैक सुधारने का काम शुरु किया गया है। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मालगाड़ी की बोगियां भी एक दूसरे पर चढ़ गईं। हादसे के बाद रेलवे के कर्मचारी मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने इंजन से शीशे को तोड़कर अंदर फंसे लोको पायलट निकाले। वहां से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। एक लोको पायलट को सिर, दूसरे को पीठ में चोट
फतेहगढ़ साहिब के सिविल अस्पताल में डॉ. इरविन प्रीत कौर ने बताया है कि रेल हादसे के बाद उनके यहां दो लोको पायलट लाए गए थे। उनकी पहचान विकास कुमार और हिमांशु कुमार निवासी सहारनपुर, उत्तर प्रदेश के तौर पर हुई है। विकास को हेड इंजरी है और हिमांशु के पीठ में चोट आई है। इन दोनों को फर्स्ट एड देने के बाद पटियाला रेफर किया गया। अंबाला से लुधियाना अप लाइन ठप
वहीं, सरहिंद के GRP थाना प्रभारी रतनलाल ने बताया है कि पैसेंजर गाड़ी अंबाला की तरफ आ रही थी। जब वह सरहिंद स्टेशन पर खड़ी थी, तभी यह हादसा हो गया। हादसा कैसे हुआ, यह जांच का विषय है। दूसरी तरफ अंबाला से लुधियाना अप लाइन ठप हो गई है। अंबाला डिवीजन के DRM समेत रेलवे, GRP और RPF के सीनियर अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं…

भारतीय नागरिकता छोड़ने वालों की संख्या बढ़ी:अमेरिका पहली पसंद, ऑस्ट्रेलिया-कनाडा सेकेंड चॉइस; सांसद राघव चड्ढा के सवाल पर विदेश मंत्रालय का जवाब
भारतीय नागरिकता छोड़ने वालों की संख्या बढ़ी:अमेरिका पहली पसंद, ऑस्ट्रेलिया-कनाडा सेकेंड चॉइस; सांसद राघव चड्ढा के सवाल पर विदेश मंत्रालय का जवाब देश की नागरिकता छोड़ने वाले भारतीयों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसकी जानकारी विदेश मंत्रालय ने खुद दी है। जिसमें उन्होंने नागरिकता छोड़ने के पीछे निजी कारण बताए हैं। विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी पंजाब के सांसद राघव चड्ढा द्वारा राज्यसभा में सवाल पूछे जाने के बाद दी है। विदेश मंत्रालय का कहना है कि 2019 में 1,44,017 भारतीयों ने नागरिकता छोड़ी। जबकि 2020 में 85256, 2021 में 1,63,370 और 2022 में 2,25,620 लोगों ने नागरिकता छोड़ने का फैसला किया। पिछले साल 2023 में 2 लाख 16 हजार लोगों ने भारतीय नागरिकता छोड़ी थी। भारत के लिए महत्वपूर्ण संपत्ति है प्रवासी विदेश मंत्रालय का कहना है कि सरकार ज्ञान अर्थव्यवस्था के युग में वैश्विक कार्यस्थल की क्षमता को पहचानती है। प्रवासी भारतीयों के साथ इसके जुड़ाव में भी एक परिवर्तनकारी बदलाव आया है। एक सफल, समृद्ध और प्रभावशाली प्रवासी भारत के लिए एक संपत्ति है। भारत को अपने प्रवासी नेटवर्क का दोहन करने और ऐसे समृद्ध प्रवासी लोगों से मिलने वाली सॉफ्ट पावर के उत्पादक उपयोग से बहुत कुछ हासिल करना है। सरकार के प्रयासों का उद्देश्य ज्ञान और विशेषज्ञता को साझा करने सहित प्रवासी लोगों की क्षमता का पूरा उपयोग करना भी है। अमेरिका जा रहे हैं अधिकांश भारतीय अधिकांश भारतीय नागरिकता छोड़कर अमेरिका जा रहे हैं। 2018 से 2023 के मध्य तक, भारत से 3,28,619 भारतीयों ने अमेरिकी नागरिकता ली। जबकि 1,61,917 ने कनाडाई और 1,31,883 ने ऑस्ट्रेलियाई नागरिकता हासिल की है। जानें किस देश में कितने भारतीयों ने ली नगारिकता