हरियाणा के पानीपत शहर के कुटानी रोड पर एक घर में चोरी करने घुसा चोर छत से गिरकर घायल हो गया। दरअसल, जिस घर में वह चोरी करने घुसा था, उसका मालिक जाग गया। इसके बाद उसने छत से कूदकर भागने की कोशिश की। तभी वह छत से नीचे गिर गया। इसके बाद वह बेहोश हो गया। लहूलुहान हालत में उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां से उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया है। शोर मचाने पर भाग गया युवक किला थाना पुलिस को दी शिकायत में प्रदीप कुमार तायल ने बताया कि वह कुटानी रोड का रहने वाला है। 15 जनवरी की रात करीब डेढ़ बजे उसके पड़ोसी नवीन के घर में छत के ऊपर से एक युवक वारदात करने की नीयत से घुस आया। जब वह अंदर घुसा तो दंग रह गया। उसने देखा कि घर में कोई अज्ञात युवक वारदात करने की नीयत से घुसा है तो उसने शोर मचा दिया। जिसके बाद उक्त युवक उसके साथ लगती नवीन की दुकान की छत से नीचे कूद गया। नीचे गिरने पर वह बुरी तरह घायल हो गया। इसके बाद डायल 112 पर कॉल कर सूचना दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस व एंबुलेंस मौके पर पहुंची। घायल संदिग्ध युवक को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया। हरियाणा के पानीपत शहर के कुटानी रोड पर एक घर में चोरी करने घुसा चोर छत से गिरकर घायल हो गया। दरअसल, जिस घर में वह चोरी करने घुसा था, उसका मालिक जाग गया। इसके बाद उसने छत से कूदकर भागने की कोशिश की। तभी वह छत से नीचे गिर गया। इसके बाद वह बेहोश हो गया। लहूलुहान हालत में उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां से उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया है। शोर मचाने पर भाग गया युवक किला थाना पुलिस को दी शिकायत में प्रदीप कुमार तायल ने बताया कि वह कुटानी रोड का रहने वाला है। 15 जनवरी की रात करीब डेढ़ बजे उसके पड़ोसी नवीन के घर में छत के ऊपर से एक युवक वारदात करने की नीयत से घुस आया। जब वह अंदर घुसा तो दंग रह गया। उसने देखा कि घर में कोई अज्ञात युवक वारदात करने की नीयत से घुसा है तो उसने शोर मचा दिया। जिसके बाद उक्त युवक उसके साथ लगती नवीन की दुकान की छत से नीचे कूद गया। नीचे गिरने पर वह बुरी तरह घायल हो गया। इसके बाद डायल 112 पर कॉल कर सूचना दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस व एंबुलेंस मौके पर पहुंची। घायल संदिग्ध युवक को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में चाकू मारकर युवक की हत्या:नशेडी को कालोनी से निकालने की कही थी बात, बीच बचाव कराने आई मां को किया घायल
करनाल में चाकू मारकर युवक की हत्या:नशेडी को कालोनी से निकालने की कही थी बात, बीच बचाव कराने आई मां को किया घायल करनाल के कोहंड गांव की इंदिरा आवास कॉलोनी में बीती रात एक नशेड़ी ने चाकू मारकर एक व्यक्ति की हत्या कर दी। बीच-बचाव कराने आए पड़ोसी व मृतक की मां को भी आरोपी ने घायल कर दिया। घायल अवस्था में बुजुर्ग माता को करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में एडमिट करवाया गया है, जबकि पड़ोसी की हालत गंभीर है और उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया है। आरोपी के चाल-चलन को देखते हुए मृतक ने उसे कालोनी से बाहर निकालने के लिए मकान मालिक से शिकायत की थी। इसी वजह से झगड़ा हुआ। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। आज पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। विवाद की शुरुआत
मृतक के भाई सुभाष ने बताया कि आरोपी बांडरा पड़ोस में ही एक किराये के मकान में रहता था। सुनील ने अपने बांडरा को कॉलोनी से निकालने की बात कही थी, क्योंकि आरोपी नशे का आदी था और उसका तथा उसकी पत्नी का चाल-चलन ठीक नहीं था। इस बात से आरोपी नाराज हो गया। 18 जून की रात गुस्से में आकर आरोपी बांडरा ने सुनील के घर जाकर गाली-गलौच शुरू कर दी। उस वक्त सुनील की मां रेशमा घर पर थीं और सुनील पड़ोस में बैठा हुआ था। गाली-गलौच की आवाज सुनकर सुनील घर के पास आया तो बांडरा ने उस पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया। पड़ोसी राजेंद्र सिंह (50 वर्ष) ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन बांडरा ने उन पर भी चाकू और लाठियों से हमला कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। रेशमा को भी इस हमले में चोटें आईं। मौत और घायल सुनील को गंभीर चोटें लगीं और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घायल राजेंद्र और रेशमा को पहले घरौंडा के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां से उन्हें करनाल अस्पताल और फिर राजेंद्र को चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया। मृतक के पास है एक लड़का
मृतक सुनील के पास एक लड़का है, जो 14 साल का है। सुनील की पत्नी की मौत 5-6 साल पहले हो चुकी है। अब वह अकेला है। बच्चे के सिर से माँ और बाप दोनों का ही साया उठ चुका गया है, उसकी देखभाल सिर्फ दादी करेगी । पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही घरौंडा थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए करनाल के मर्चरी हाउस में रखवा दिया। आज पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंपा जाएगा। थाना प्रभारी जंगशेर ने बताया कि सुनील की हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।
हरियाणा में युवक को किडनैप कर पीटा, VIDEO वायरल किया:PG में ले जाकर बैल्ट से पीटा, लात-घूंसे और थप्पड़ मारे; ASI ने समझौता कराया
हरियाणा में युवक को किडनैप कर पीटा, VIDEO वायरल किया:PG में ले जाकर बैल्ट से पीटा, लात-घूंसे और थप्पड़ मारे; ASI ने समझौता कराया हरियाणा के रेवाड़ी में कुछ बदमाशों ने युवक को किडनैप कर लिया। इसके बाद वे उसे पीजी में ले गए। वहां कमरे में बंद कर ले जाकर उसे बेल्टों से पीटा। लात-घूंसे और थप्पड़ मारे। उसका मोबाइल और कैश लूट लिया। वह बदमाशों के चंगुल से छूटकर किसी तरह पुलिस थाने पहुंचा। वहां कार्रवाई के बजाय पुलिस ने जबरन उसका समझौता करा दिया। इसके बाद बदमाशों ने उससे मारपीट का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जिसके बाद पीड़ित युवक ने थाने के एसएचओ को शिकायत दी। जिसके बाद आरोपियों अमित पुत्र सूबे सिंह, कालू, अमित पुत्र कमल, अनिल और 2 अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। रोड से जा रहा था, बाइक रोक किडनैप किया
मॉडल टाउल पुलिस को दी शिकायत में अरूण कुमार ने कहा कि वह 16 अगस्त की सुबह 10 बजे पैदल ही बावल रोड स्थित सक्सेना अस्पताल के सामने से गुजर रहा था। तभी एक बाइक पर आए 3 युवकों ने उसे रोक लिया। इनमें दोनों अमित और कालू शामिल थे। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाता, युवकों ने उसका मोबाइल छीन लिया। उसने लुटेरे समझकर शोर मचाने की कोशिश की तो बदमाशों ने उसका मुंह हाथ से दबा दिया। वे उसे बाइक पर बिठाकर किडनैप कर ले गए। PG वाले कमरे में ले गए, मारपीट कर कैश छीना
इसके बाद वह उसे बावल रोड स्थित बचपन स्कूल के पास पेइंग गेस्ट (PG) के कमरे में ले गए। वहां पहले से ही अनिल समेत 3 अन्य युवक मौजूद थे। सभी ने मिलकर उसकी पिटाई शुरू कर दी। किसी ने उसे बेल्ट तो किसी ने लात-घूसों और थप्पड़ से पीटा। जिससे वह बुरी तरह से जख्मी हो गया। बदमाशों ने उसकी जेब में पड़े 15 हजार का कैश भी निकाल लिया। मारपीट के वक्त उसका वीडियो भी रिकॉर्ड कर लिया गया। पुलिस थाने जाकर ASI को शिकायत दी
युवक ने बताया कि वह बदमाशों के चंगुल से छूटकर किसी तरह भाग निकला। इसके बाद वह सीधा मॉडल टाउन पुलिस थाने गया। वहां उसने एएसआई को पूरे मामले की शिकायत की। उसने कुछ आरोपियों को पहचान लिया था। जिनके उसने नाम-पता और फोन नंबर भी एएसआई को दिए। ASI ने आरोपियों को बुला समझौता कराया
युवक ने आरोप लगाया कि एएसआई ने उसकी शिकायत पर केस दर्ज नहीं किया। इसके उलट अमित नाम के दोनों आरोपियों को थाने बुलाया और जबरदस्ती समझौते पर साइन करा दिए। युवक ने आरोप लगाया कि एएसआई भी आरोपियों से मिला हुआ है। आरोपियों ने उसे जान से मारने की कोशिश करने के साथ उसकी पिटाई का वीडियो वायरल कर उसकी बेइज्जती की है। उसकी शिकायत के बाद अब बुधवार को आरोपी युवकों पर केस दर्ज किया गया है। ASI बोले- शिकायत पर केस दर्ज किया, जांच कर रहे
इस मामले में एएसआई राजकुमार ने बताया गांव गढ़ी बोलनी निवासी अरुण यादव ने शिकायत देकर बताया था कि कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर मारपीट की शिकायत के आधार पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया। इसकी जांच की जा रही है। जल्दी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अभी मारपीट की वजह का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने पुलिस की तरफ से किसी तरह का समझौता करवाने की बात को नकार दिया। एएसआई ने कहा कि दोनों पार्टियों ने आपस में समझौता किया था। इसके बाद उच्च अधिकारियों को शिकायत की थी, उसके आधार पर मामला दर्ज कर दिया गया है।
मनु भाकर बोलीं-फाइनल में दिमाग में गीता चल रही थी:कृष्ण ने अर्जुन को कहा था-लक्ष्य पर ध्यान दो, परिणाम पर नहीं; ओलिंपिक में ब्रॉन्ज जीता
मनु भाकर बोलीं-फाइनल में दिमाग में गीता चल रही थी:कृष्ण ने अर्जुन को कहा था-लक्ष्य पर ध्यान दो, परिणाम पर नहीं; ओलिंपिक में ब्रॉन्ज जीता पेरिस ओलिंपिक में शूटिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली हरियाणा की शूटर मनु भाकर ने अपनी कामयाबी के पीछे श्रीमद्भागवत गीता को बताया है। मनु भाकर ने रविवार को 10 मीटर शूटिंग में मेडल जीता। ऐसा करने वाली वह देश की पहली महिला खिलाड़ी बन गईं। यही नहीं, पेरिस ओलिंपिक में पहला मेडल भी उन्होंने ही दिलाया। मेडल जीतने के बाद मनु भाकर ने कहा-” मैं गीता बहुत पढ़ती हूं। उस वक्त मेरे दिमाग में सिर्फ यही चल रहा था कि सिर्फ वह करो, जो तुम्हें करना है। अपना सर्वश्रेष्ठ करो और बाकी सब कुछ छोड़ दो। आप डेस्टिनी को कंट्रोल नहीं कर सकते कि इसका क्या परिणाम होगा।” मनु ने आगे कहा- ”गीता में भी कृष्ण ने अर्जुन को कहा कि अपने लक्ष्य पर ध्यान दो न कि इस कर्म के परिणाम पर। उस वक्त मेरे दिमाग में यही चल रहा था, कि सिर्फ अपना काम करो, बाकी सब छोड़ दो।” मनु भाकर ने कहा कि वह रोजाना गीता के श्लोक पढ़ती हैं। गीता से ही उनको आगे बढ़ने और कर्म करने की प्रेरणा मिलती है। मनु ने बताया कि इस मुकाम तक पहुंचने के लिए काफी मेहनत की। हालांकि यह ब्रॉन्ज मेडल है। मगर मैं इससे खुश हूं। टोक्यो ओलिंपिक के बाद यह मेरे लिए बड़ी लड़ाई थी तो मैंने पूरी ऊर्जा के साथ इस खेल को खेला। मेडल जीतने के बाद मनु भाकर की 3 तस्वीरें… 12 साल बाद शूटिंग में मेडल दिलाया
मनु भाकर हरियाणा में झज्जर की रहने वाली हैं। 12 साल बाद मनु भाकर ने भारत को शूटिंग में पदक दिलाया है। भारत ने एथेंस 2004 से लंदन 2012 ओलिंपिक में लगातार 3 मेडल जीते। हालांकि इसके अगले 2 ओलिंपिक में शूटिंग में भारत को कुछ नहीं मिला। 2004 के एथेंस ओलिंपिक में राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने पुरुषों के डबल ट्रैप में सिल्वर मेडल जीता था। 2008 के बीजिंग ओलिंपिक में अभिनव बिंद्रा ने 10 मीटर एयर राइफल में गोल्ड जीता था। लंदन ओलिंपिक में गगन नारंग ने पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में सिल्वर और विजय कुमार ने पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में ब्रॉन्ज जीता था। भाकर बोलीं- फाइनल तनावपूर्ण था, मैंने हार नहीं मानी
मेडल जीतने के बाद भाकर ने कहा- “मैंने अंतिम क्षण तक अपना पूरा प्रयास किया। हार नहीं मानी और लगातार प्रयास करती रही। पूरा फाइनल तनावपूर्ण था। मुझे पता था कि मुझे खुद को संभालना होगा। मुझे ऐसा कुछ नहीं करना होगा जो मैं सामान्य रूप से नहीं करती हूं। बस अपनी स्पीड से चलते रहो, अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करो और बाकी सब कुछ वहीं छोड़ दो।” ओलिंपिक में जाने से पहले कहा था- इंडिया की जर्सी चाहिए पेरिस ओलिंपिक में जाने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी खिलाड़ियों से मिले थे। इस दौरान मनु भाकर ने कहा- मैं दूसरी बार ओलिंपिक में देश को रिप्रेजेंट कर रही हूं। 2018 में खेलो इंडिया गेम्स का फर्स्ट एडिशन था। उसमें मैंने नेशनल रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल जीता। उसके बाद ही मैं टॉप्स कोर ग्रुप में आ गई। तब से बस यही था कि इंडिया की जर्सी चाहिए। इंडिया के लिए खेलना है। मनु भाकर की मां बोली- 12-12 घंटे खड़े होकर शूटिंग प्रैक्टिस की
मनु की मां सुमेधा ने कहा- “मनु ने पदक जीतने के लिए काफी मेहनत की है। मनु 12-12 घंटे खड़े होकर मेहनत करती थी। मैं मनु के साथ हमेशा रहती थी। मनु के खाने-पीने का ध्यान रखती थी। मैं यही सोचती थी कि मनु को खाने में क्या देना है। ओलिंपिक की तैयारी के लिए मनु भाकर ने 4 साल तक किसी पार्टी या जश्न में हिस्सा नहीं लिया। उसका पूरा फोकस सिर्फ गेम पर था। वह किसी की बर्थडे पार्टी में तक नहीं गई।” सुमेधा ने कहा- ‘ओलिंपिक के बाद हम आप सभी को एक सरप्राइज देंगे। इस बारे में मैं आप सबको अभी नहीं बताऊंगी। अक्तूबर-नवंबर में हम आपके सामने एक शो रखेंगे और मनु उसे प्रेजेंट करेगी। आप लोगों से यही दुआ है कि अपने बच्चों के साथ जुड़कर रहिए।’ मेरे पहले बेटा हुआ, मैं चाहती थी एक बेटी हो
मनु की मां सुमेधा ने भी मनु के बारे में कई दिलचस्प बातें सामने रखीं। सुमेधा ने बताया कि “शादी होते ही मेरे घर में बेटा आ गया था, लेकिन मेरी एक दिली ख्वाहिश थी कि मेरे घर में एक बेटी आए। मैं भिवानी कॉलेज में ओटी करती थी। जब मैं प्रेग्नेंट थी तो भगवान से प्रार्थना करती थी कि मुझे बेटी दे दो। मेरा बेटा जब छोटा था तो उसे बेटी के ही कपड़े पहनाती थी। मुझे मेरे घर में लक्ष्मी चाहिए थी। क्योंकि जब घर में बेटी होती है तो वो घर चहकता है। जब भी मनु बाहर जाती है, बेटा घर पर होता है, पति घर पर होते हैं, लेकिन घर में रौनक नहीं होती है। जब बेटा बेटी दोनों घर पर होते हैं तो घर में इतनी खुशहाली होती है, हम पूरे दिन हंसते रहते हैं। इसलिए हर घर में बेटी तो जरूर होनी ही चाहिए”। पिता बोले- यह तो शुरुआत है
पिता रवि किशन भाकर ने बताया कि” मेरे से ज्यादा मेरी सोसाइटी वाले खुश हैं। पूरा देश खुश है कि मनु ने शुरुआत की है ओलिंपिक में मेडल की और अभी तो मनु के इवेंट्स बाकी हैं। जयपाल राणा के साथ जुड़ने के बाद मनु का हौसला बुलंद है। मनु की कामयाबी से उन बच्चों का हौसला बढ़ेगा जो शूटिंग में मेहनत कर रहे हैं। हरियाणा से ही 20 हजार बच्चे शूटिंग में मेहनत कर रहे हैं”। मनु की कामयाबी से बाकि खिलाड़ियों का हौसला बढ़ेगा : राठौड़
शूटिंग में देश को पहला ओलिंपिक मेडल दिलाने वाले शूटर राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि ओपनिंग सेरेमनी के दूसरे दिन ही मेडल जीतना बड़ा शुभ संकेत रहता है। इस कारण से सभी खिलाड़ियों के हौसले बुलंद होंगे। एक पॉजीटिविटी होगी। मनु भाकर, जिसने 10 मीटर शूटिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीता है, मेरी तरफ से बधाई। कई सालों की मेहनत रंग लाई है। मनु के परिवार ने कितना समझौता किया होगा, परिवार की मेहनत रही होगी, मैं परिवार को भी बधाई देता हूं”। ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणवी छोरी ने देश को दिलाया पहला मेडल:पेरिस ओलिंपिक में जीता ब्रॉन्ज, पहली भारतीय महिला शूटर बनीं, दादी बोलीं- सोने की टूम पहनाऊंगी