हिमाचल प्रदेश में तीन दिन बाद यानी 21 नवंबर से वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) दोबारा एक्टिव हो रहा है। इससे अगले तीन दिन तक पहाड़ों पर अच्छी बारिश व बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है। खासकर 23 जनवरी के लिए बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। वहीं बीते कल धूप खिलने के बाद आज प्रदेश के कई क्षेत्रों में सुबह से ही बादल छाए हुए है। अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों आज से अगले तीन दिन तक मौसम खराब रहने और कुछेक ऊंचे स्थानों पर हल्का हिमपात हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, किन्नौर, कुल्लू, चंबा, कांगड़ा, लाहौल स्पीति, मंडी और शिमला जिला की ऊंची चोटियों पर अगले 72 घंटे हल्की बर्फबारी हो सकती है। इन जिलों के निचले इलाकों समेत मैदानी क्षेत्रों में अगले तीन दिन तक मौसम साफ रहेगा। 4 जिलों में 2 दिन कोहरे का अलर्ट प्रदेश के मैदानी जिले ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर और मंडी में आज और कल दो दिन के लिए घने कोहरे का येलो अलर्ट दिया गया है। इन जिलों में कोहरे की वजह से सुबह के वक्त विजिबिलिटी कम हो गई है। इससे ठंड में बढ़ौतरी के साथ साथ वाहन चालकों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। शिमला से ज्यादा ठंडे हुए मैदानी इलाके कोहरे के कारण मैदानी इलाके शिमला से भी ठंडे हो गए है। शिमला का न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस है, वहीं सुंदरनगर का 1.7 डिग्री, ऊना का 1.4 डिग्री, पालमपुर 1 डिग्री और हमीरपुर का न्यूनतम तापमान 2 डिग्री तक गिर गया है, जबकि दो दिन पहले शिमला व आसपास की ऊंची चोटियों पर ताजा हिमपात हुआ है। मौसम विभाग की माने तो कोहरे की वजह से मैदानी इलाकों में ठंड में इजाफा हुआ है। हिमाचल प्रदेश में तीन दिन बाद यानी 21 नवंबर से वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) दोबारा एक्टिव हो रहा है। इससे अगले तीन दिन तक पहाड़ों पर अच्छी बारिश व बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है। खासकर 23 जनवरी के लिए बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। वहीं बीते कल धूप खिलने के बाद आज प्रदेश के कई क्षेत्रों में सुबह से ही बादल छाए हुए है। अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों आज से अगले तीन दिन तक मौसम खराब रहने और कुछेक ऊंचे स्थानों पर हल्का हिमपात हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, किन्नौर, कुल्लू, चंबा, कांगड़ा, लाहौल स्पीति, मंडी और शिमला जिला की ऊंची चोटियों पर अगले 72 घंटे हल्की बर्फबारी हो सकती है। इन जिलों के निचले इलाकों समेत मैदानी क्षेत्रों में अगले तीन दिन तक मौसम साफ रहेगा। 4 जिलों में 2 दिन कोहरे का अलर्ट प्रदेश के मैदानी जिले ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर और मंडी में आज और कल दो दिन के लिए घने कोहरे का येलो अलर्ट दिया गया है। इन जिलों में कोहरे की वजह से सुबह के वक्त विजिबिलिटी कम हो गई है। इससे ठंड में बढ़ौतरी के साथ साथ वाहन चालकों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। शिमला से ज्यादा ठंडे हुए मैदानी इलाके कोहरे के कारण मैदानी इलाके शिमला से भी ठंडे हो गए है। शिमला का न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस है, वहीं सुंदरनगर का 1.7 डिग्री, ऊना का 1.4 डिग्री, पालमपुर 1 डिग्री और हमीरपुर का न्यूनतम तापमान 2 डिग्री तक गिर गया है, जबकि दो दिन पहले शिमला व आसपास की ऊंची चोटियों पर ताजा हिमपात हुआ है। मौसम विभाग की माने तो कोहरे की वजह से मैदानी इलाकों में ठंड में इजाफा हुआ है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में दिल्ली के टूरिस्ट की मौत:बर्फ पर फिसली कार, 3 घायल, रोहतांग टनल के पास हादसा; पर्यटकों के लिए एडवाइजरी
हिमाचल में दिल्ली के टूरिस्ट की मौत:बर्फ पर फिसली कार, 3 घायल, रोहतांग टनल के पास हादसा; पर्यटकों के लिए एडवाइजरी हिमाचल के लाहौल स्पीति में रविवार रात दिल्ली के पर्यटकों की एक गाड़ी बर्फ से स्किड होने के बाद टिप्पर से टकरा गई। इससे एक टूरिस्ट की मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हुए। तीनों घायलों को रोहतांग में प्राथमिक उपचार के बाद कुल्लू अस्पताल रेफर किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, रोहतांग टनल से आगे स्नो-गैलरी और पागल नाला के बीच यह हादसा हुआ। सड़क पर फिसलन की वजह से लंबा ट्रैफिक जाम लगा हुआ था। इस दौरान DL-9CAT9501 नंबर की गाड़ी लाइन को ओवर टेक करते हुए तेज रफ्तार में आगे निकली। इससे चालक ने गाड़ी पर नियंत्रण खो दिया और दूसरी लेन पर जाम में फंसे टिप्पर से जोरदार टक्कर हो गई। दुर्घटनाग्रस्त वाहन का अगला हिस्सा टिप्पर के नीचे घुस गया। इससे गाड़ी के सभी एयर-बैग खुल गए और गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई। मृतक भीषण एक कंपनी का मालिक हेड कांस्टेलब गजेंद्र ने बताया कि मृतक की पहचान दिल्ली के भीषण गर्ग (49) के तौर पर हुई है। उन्होंने बताया कि परवेज आलम, लेखराज और तरुण इस हादसे में घायल हुए हैं। गाड़ी में सवार सभी मोहन गार्डन उत्तम नगर दिल्ली के रहने वाले हैं। पिछली सीट पर बैठा पांचवां शख्स पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि मृतक के शव का आज पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। मृतक भीषण गर्ग दिल्ली में एक कंपनी के मालिक थे। सभी सिस्सू की तरफ घूमने गए थे और बीती शाम को वापस लौटते वक्त हादसे का शिकार हो गए। पुलिस की एडवाइजरी ताजा हिमपात के बाद पुलिस ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सावधानी बरतने की एडवाइजरी जारी की है, क्योंकि ज्यादातर लोग बर्फ पर भी आम दिनों की तरह ड्राइविंग करते है। बर्फ का सड़कों पर शीशा सा जम गया है। इससे सावधानी जरूरी है। ऐसे में पुलिस ने धीमी रफ्तार के साथ और ब्रेक का कम इस्तेमाल करने की एडवाइजरी जारी की है। ऊंचे क्षेत्रों में फंसे पर्यटक देर तक सुरक्षित रेस्क्यू प्रदेश में आज और कल भी कुछेक स्थानों पर बर्फबारी हो सकती है। इसे देखते हुए पर्यटकों को अधिक ऊंचे क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि ऊंचाई वाले इलाकों में अचानक बर्फबारी हो जाती है। इससे फंसने की संभावना बनी रहती है। बीती शाम को भी लाहौल स्पीति के ऊंचे क्षेत्रों में 150 से ज्यादा पर्यटक जगह जगह फंस गए थे, जिन्हें लोकल पुलिस ने देर रात तक सुरक्षित होटलों में पहुंचाया। यह भी पढ़ें- हिमाचल में सीजन की पहली बर्फबारी:खुशी से झूम उठे पर्यटक, बर्फ में खेलते दिखे; गाड़ियां फिसलीं, 70 दिन का ड्राइ स्पेल टूटा
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लाहौल-स्पीति में पर्वतारोहण से जुड़ी एक्टिविटी पर रोक:सारे ट्रैक-चोटियों पर नहीं जा सकेंगे टूरिस्ट, खराब मौसम और एवलांच से बचाने के लिए फैसला हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिले में पर्वतारोहण से जुड़ी एक्टिविटी पर रोक लगा दी गई है। यह रोक तत्काल प्रभाव से लागू हो गई। इस रोक के बाद अब टूरिस्ट लाहौल-स्पीति की चोटियों पर ट्रैकिंग और दूसरी गतिविधियां नहीं कर पाएंगे। लाहौल-स्पीति ट्रैकिंग और पर्वतारोहण से जुड़ी दूसरी गतिविधियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है। टूरिस्टों को सर्दी के मौसम में अचानक मौसम बिगड़ने, भारी बर्फबारी और एवलांच के खतरे से बचाने के लिए यह फैसला लिया गया है। सर्दी के मौसम में अचानक मौसम बिगड़ने, भारी बर्फबारी और एवलांच के खतरे के बीच टूरिस्टों के मुश्किल में फंसने की सूरत में उन्हें ढूंढने और बचाव से जुड़ा काम अत्यंत खतरनाक हो जाता है। ऐसे में एहतियात के तौर पर जिले के डीसी राहुल कुमार ने आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 की धारा 34 के तहत मिली शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए जिले के सभी ट्रैक और चोटियों पर ट्रैकिंग और पर्वतारोहण से जुड़ी दूसरी गतिविधियों पर तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक रोक लगा दी है। उल्लंघन पर होगी कार्रवाई
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हिमाचल सरकार ने यूनिवर्सल कार्टन अनिवार्य किया:अभी बाजार में उपलब्ध नहीं, बागवान चिंतिंत; सरकार का दावा- एक सप्ताह में HPMC उपलब्ध कराएगा
हिमाचल सरकार ने यूनिवर्सल कार्टन अनिवार्य किया:अभी बाजार में उपलब्ध नहीं, बागवान चिंतिंत; सरकार का दावा- एक सप्ताह में HPMC उपलब्ध कराएगा हिमाचल सरकार ने सेब की पैकिंग के लिए यूनिवर्सल कार्टन अनिवार्य किया है। मगर अभी तक ज्यादातर जगह यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध नहीं हो रहा है। इससे जिन बागवानों का सेब तैयार है, उन्हें चिंता सताने लगी है, क्योंकि जो बागवान टेलिस्कोपिक कार्टन में सेब भरकर मंडी ला रहे हैं। उन पर कृषि उपज विपणन समिति (APMC) कार्रवाई कर रही है। APMC शिमला ने गत दिवस भी पराला मंडी के एक आढ़ती को नोटिस जारी किया था। आरोप है कि आढ़ती चौहान ब्रदर ने एक बागवान से दो पेटी सेब टेलिस्कोपिक कार्टन में खरीदा, जबकि सरकार ने सेब की पैकिंग के लिए टेलिस्कोपिक कार्टन पर रोक लगा दी है। सरकार का दावा- एक सप्ताह में हर जगह मिलेगा यूनिवर्सल कार्टन वहीं, प्रदेश सरकार का दावा है कि एक सप्ताह के भीतर सरकारी उपक्रम HPMC (हॉर्टिकल्चर मार्केटिंग प्रोड्यूस कॉर्पोरेशन) सभी बागवानों को जरूरत के हिसाब से यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध करवा देगा। इसके लिए HPMC ने पहले ही टैंडर प्रक्रिया पूरी कर दी है। टेलिस्कोपिक कार्टन की इजाजत नहीं: कश्यप APMC शिमला-किन्नौर के सचिव देवराज कश्यप ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार टेलिस्कोपिक कार्टन में किसी को भी सेब भरने की इजाजत नहीं होगी। मंगलवार को पराला में एक आढ़ती ने टेलिस्कोपिक कार्टन में सेब खरीदा था। उसे नोटिस जारी कर दिया गया है। उन्होंने बागवानों से अपील की कि जिन बागवानों को अभी यूनिवर्सल कार्टन नहीं मिल रहा। वह अगले कुछ दिन तक 10 किलो के बॉक्स में सेब भरकर मंडी ला सकता है। दो-तीन दिन में कार्टन उपलब्ध होगा: मदन ठियोग के कार्टन विक्रेता मदन वर्मा ने बताया कि अभी यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध नहीं है, क्योंकि इस बार कार्टन बनाने वाली कंपनियों में कुछ दिन पहले तक असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। अब यूनिवर्सल कार्टन की मैन्युफैक्चरिंग शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि अगले दो तीन दिन में कार्टन मिलना शुरू हो जाएगा।