लखनऊ में बिजली विभाग में तैनात सिपाही से साइबर जालसाजों ने 13 लाख 33 हजार की ठगी कर ली। सिपाही से एक युवती ने संपर्क किया। फ्लिपकार्ट कंपनी से बिटकॉइन में इंवेस्टमेंट कराने के नाम पर लाखों रुपए ऐंठ लिए। ठगी का एहसास होने के बाद साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शक्ति नगर, इन्दिरा नगर निवासी अभिषेक सिंह पुत्र घनश्याम सिंह यूपी पुलिस में सिपाही हैं। उन्होंने बताया कि 13 जनवरी को एलेना बख्शी नाम की महिला ने उनसे व्हाट्सअप पर संपर्क किया। एलेना ने फ्लिपकार्ट कंपनी से बिटकॉइन में इंवेस्टमेंट करने के लिए कहा और एक लिंक भेजा। जिस पर क्लिक करने पर टेलीग्राम में अनाहिता ग्रेस नाम की महिला की आईडी ओपन हुई। ग्रुप में जोड़कर करते मोटिवेट
उसके दिए गए इंस्ट्रक्शन को फॉलो करके ट्रायल के तौर पर एक हजार इंवेस्ट किया तो 1300 वापस आ गए। इसके 6500 लगाए तो 7150 वापस आ गए। भरोसे में लेने के बाद एक अन्य व्यक्ति अर्जुन सिंह से संपर्क हुआ। जिसने V.I.P PREMIUM GROUP से जोड़ दिया। उस ग्रुप में इंवेस्टमेंट के लिए मोटिवेट किया जाता। ज्यादा से ज्यादा रुपए कमाने का लालच दिया जाता। इस तरह अभिषेक ने करीब 13 लाख 33 हजार इंवेस्ट कर दिए। इसके बाद जब मैने अपनी धनराशि को निकालने का प्रयास किया तो उनके द्वारा बताया गया कि अकाउंट फ्रीज हो गया है। कॉल करके बताया गया कि अपना पैसा निकालने के लिए जमा रुपए का आधा एमाउंट यानी की 6 लाख 65 हजार और जमा करने होंगे। जिसको जमा करने के लिए दबाव बनाया जाने लगा। इंडिया में रजिस्टर्ड होने का दावा किया गया
अभिषेक को साइबर ठगी का एहसास हुआ तो बताया गया कि वेबसाइट भारत में पंजीकृत है। जिसके सबूत दिखाए गए। इस पर अभिषेक को यकीन नहीं हुआ तो साइबर क्राइम में ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई। अभिषेक का कहना है कि साइबर जालसाजों ने इस तरह अपने ट्रैप में किया कि कुछ समझ ही नहीं आया। एक ही अकाउंट में पैसे लेते तो संदेह हो जाता। लेकिन बिटकॉइन के नाम पर अलग-अलग 14 अकाउंट में पैसा मंगवाया। लखनऊ में बिजली विभाग में तैनात सिपाही से साइबर जालसाजों ने 13 लाख 33 हजार की ठगी कर ली। सिपाही से एक युवती ने संपर्क किया। फ्लिपकार्ट कंपनी से बिटकॉइन में इंवेस्टमेंट कराने के नाम पर लाखों रुपए ऐंठ लिए। ठगी का एहसास होने के बाद साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शक्ति नगर, इन्दिरा नगर निवासी अभिषेक सिंह पुत्र घनश्याम सिंह यूपी पुलिस में सिपाही हैं। उन्होंने बताया कि 13 जनवरी को एलेना बख्शी नाम की महिला ने उनसे व्हाट्सअप पर संपर्क किया। एलेना ने फ्लिपकार्ट कंपनी से बिटकॉइन में इंवेस्टमेंट करने के लिए कहा और एक लिंक भेजा। जिस पर क्लिक करने पर टेलीग्राम में अनाहिता ग्रेस नाम की महिला की आईडी ओपन हुई। ग्रुप में जोड़कर करते मोटिवेट
उसके दिए गए इंस्ट्रक्शन को फॉलो करके ट्रायल के तौर पर एक हजार इंवेस्ट किया तो 1300 वापस आ गए। इसके 6500 लगाए तो 7150 वापस आ गए। भरोसे में लेने के बाद एक अन्य व्यक्ति अर्जुन सिंह से संपर्क हुआ। जिसने V.I.P PREMIUM GROUP से जोड़ दिया। उस ग्रुप में इंवेस्टमेंट के लिए मोटिवेट किया जाता। ज्यादा से ज्यादा रुपए कमाने का लालच दिया जाता। इस तरह अभिषेक ने करीब 13 लाख 33 हजार इंवेस्ट कर दिए। इसके बाद जब मैने अपनी धनराशि को निकालने का प्रयास किया तो उनके द्वारा बताया गया कि अकाउंट फ्रीज हो गया है। कॉल करके बताया गया कि अपना पैसा निकालने के लिए जमा रुपए का आधा एमाउंट यानी की 6 लाख 65 हजार और जमा करने होंगे। जिसको जमा करने के लिए दबाव बनाया जाने लगा। इंडिया में रजिस्टर्ड होने का दावा किया गया
अभिषेक को साइबर ठगी का एहसास हुआ तो बताया गया कि वेबसाइट भारत में पंजीकृत है। जिसके सबूत दिखाए गए। इस पर अभिषेक को यकीन नहीं हुआ तो साइबर क्राइम में ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई। अभिषेक का कहना है कि साइबर जालसाजों ने इस तरह अपने ट्रैप में किया कि कुछ समझ ही नहीं आया। एक ही अकाउंट में पैसे लेते तो संदेह हो जाता। लेकिन बिटकॉइन के नाम पर अलग-अलग 14 अकाउंट में पैसा मंगवाया। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर