हरियाणा में गांव का नाम बदलने में लगे 20 साल:निर्देश देने वाले CM चौटाला का निधन हो चुका; आदेश देने वाले अधिकारी भी रिटायर

हरियाणा में गांव का नाम बदलने में लगे 20 साल:निर्देश देने वाले CM चौटाला का निधन हो चुका; आदेश देने वाले अधिकारी भी रिटायर

हरियाणा में जींद जिले के एक गांव का नाम बदल गया है। ग्रामीणों की मांग थी कि उनके गांव का नाम अटपटा है। इसलिए, इसे बदल दिया जाए। लेकिन, कमाल की बात यह है कि इस गांव का नाम बदलने में सरकार और प्रशासन को करीब 20 साल लग गए। उस समय के तत्कालीन CM ओमप्रकाश चौटाला ने इसका नाम बदलने का वादा किया था। तब से चला आ रहा प्रोसेस अब जाकर पूरा हो पाया है। इस कालखंड में पूर्व CM ओपी चौटाला का निधन भी हो चुका। वहीं, नए आदेश को जारी करने वाले हरियाणा के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद भी रिटायर हो चुके हैं। यह गांव चुहड़पुर है, जो अब चांदपुर के नाम से जाना जाएगा। यह जींद-कैथल रोड पर स्थित है। सभी सरकारी और प्रशासनिक रिकॉर्ड में अब इसका नाम चांदपुर अपडेट हो गया है। सरकार की ओर से गांव का नाम बदलने को लेकर जारी नोटिफिकेशन… 200 साल पुराना है गांव का इतिहास
गांव के सरपंच राजेश नरवाल ने बताया कि उन्होंने बुजुर्गों से सुना है कि करीब 200 वर्ष पहले यहां चुड़िया नाम का एक व्यक्ति आया था। वह बांगड़ गौत्र से संबंधित था। उसने यहां आकर अपना परिवार बसाया। इसके बाद अन्य लोग भी बसते चले गए और यह एक गांव बन गया। तब इसका नाम चुड़िया के नाम पर ही चुहड़पुर हो गया था। सदियों तक गांव का नाम यही रहा। हालांकि, बाद में लोगों को यह नाम अटपटा लगने लगा। तब लोगों ने इसका नाम बदलने की बात शुरू की। 2004 में गांव में आए थे पूर्व CM
सरपंच का कहना है कि 2004 के आसपास हरियाणा के मुख्यमंत्री दिवंगत ओमप्रकाश चौटाला थे। वह प्रदेश के गांव-गांव जाकर जनता दरबार लगाते थे, और लोगों की समस्याएं सुनते थे। इसी दौरान वह हमारे गांव में भी आए और जनता दरबार लगाया। इसी दौरान लोगों ने उनके सामने गांव का नाम बदलने की मांग रखी थी। इसके बाद तत्कालीन CM ने लोगों से ही गांव के नए नाम के सुझाव मांगे। उस समय लोगों ने गांव का नाम चांदपुर सुझाया। इसके बाद पूर्व CM ने वादा किया था कि वह गांव का नाम बदलवाएंगे और जल्द ही काम करवाएंगे। गांव में 2 गौत्रों के लोग, आबादी करीब 4 हजार
सरपंच बताते हैं कि गांव में बांगड़ गौत्र के लोग तो पहले से थे ही, बाद में नरवाल गौत्र के लोग भी आकर बस गए। इस समय गांव की आबादी करीब 4 हजार है। यहां 1500 से ज्यादा वोटर हैं। हालांकि, कभी सामूहिक रूप से लोगों ने और पूर्व सरपंचों ने गांव का नाम बदलने का प्रयास नहीं किया। यह भी कारण था कि काम लगातार पेंडिंग पर रहा और देखते-देखते वर्षों बीत गए। जब 2022 में नई पंचायत का गठन हुआ तो पंचायत स्तर पर फिर से इसका नाम बदलवाने की मांग मौजूदा भाजपा सरकार से की गई। इसके लिए ग्रामीणों ने सरकार को चिट्‌ठी भी लिखी। जनवरी 2024 में नोटिफिकेशन जारी हुआ
सरपंच राजेश ने बताया है कि लोगों की मांग पर कार्रवाई करते हुए ही सरकार ने जनवरी 2024 में गांव का नाम बदलने का नोटिस जारी कर दिया। इसके बाद राजस्व विभाग ने भी जनवरी में ही नोटिफिकेशन जारी कर गांव का नाम अपडेट करने की बात कही थी। अब विभाग ने सभी रिकॉर्ड में गांव का नाम चुहड़पुर से बदलकर चांदपुर कर दिया है। पिछले महीने ही गांव में नया साइन बोर्ड लगा है, जिस पर चांदपुर लिखा है। हरियाणा में जींद जिले के एक गांव का नाम बदल गया है। ग्रामीणों की मांग थी कि उनके गांव का नाम अटपटा है। इसलिए, इसे बदल दिया जाए। लेकिन, कमाल की बात यह है कि इस गांव का नाम बदलने में सरकार और प्रशासन को करीब 20 साल लग गए। उस समय के तत्कालीन CM ओमप्रकाश चौटाला ने इसका नाम बदलने का वादा किया था। तब से चला आ रहा प्रोसेस अब जाकर पूरा हो पाया है। इस कालखंड में पूर्व CM ओपी चौटाला का निधन भी हो चुका। वहीं, नए आदेश को जारी करने वाले हरियाणा के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद भी रिटायर हो चुके हैं। यह गांव चुहड़पुर है, जो अब चांदपुर के नाम से जाना जाएगा। यह जींद-कैथल रोड पर स्थित है। सभी सरकारी और प्रशासनिक रिकॉर्ड में अब इसका नाम चांदपुर अपडेट हो गया है। सरकार की ओर से गांव का नाम बदलने को लेकर जारी नोटिफिकेशन… 200 साल पुराना है गांव का इतिहास
गांव के सरपंच राजेश नरवाल ने बताया कि उन्होंने बुजुर्गों से सुना है कि करीब 200 वर्ष पहले यहां चुड़िया नाम का एक व्यक्ति आया था। वह बांगड़ गौत्र से संबंधित था। उसने यहां आकर अपना परिवार बसाया। इसके बाद अन्य लोग भी बसते चले गए और यह एक गांव बन गया। तब इसका नाम चुड़िया के नाम पर ही चुहड़पुर हो गया था। सदियों तक गांव का नाम यही रहा। हालांकि, बाद में लोगों को यह नाम अटपटा लगने लगा। तब लोगों ने इसका नाम बदलने की बात शुरू की। 2004 में गांव में आए थे पूर्व CM
सरपंच का कहना है कि 2004 के आसपास हरियाणा के मुख्यमंत्री दिवंगत ओमप्रकाश चौटाला थे। वह प्रदेश के गांव-गांव जाकर जनता दरबार लगाते थे, और लोगों की समस्याएं सुनते थे। इसी दौरान वह हमारे गांव में भी आए और जनता दरबार लगाया। इसी दौरान लोगों ने उनके सामने गांव का नाम बदलने की मांग रखी थी। इसके बाद तत्कालीन CM ने लोगों से ही गांव के नए नाम के सुझाव मांगे। उस समय लोगों ने गांव का नाम चांदपुर सुझाया। इसके बाद पूर्व CM ने वादा किया था कि वह गांव का नाम बदलवाएंगे और जल्द ही काम करवाएंगे। गांव में 2 गौत्रों के लोग, आबादी करीब 4 हजार
सरपंच बताते हैं कि गांव में बांगड़ गौत्र के लोग तो पहले से थे ही, बाद में नरवाल गौत्र के लोग भी आकर बस गए। इस समय गांव की आबादी करीब 4 हजार है। यहां 1500 से ज्यादा वोटर हैं। हालांकि, कभी सामूहिक रूप से लोगों ने और पूर्व सरपंचों ने गांव का नाम बदलने का प्रयास नहीं किया। यह भी कारण था कि काम लगातार पेंडिंग पर रहा और देखते-देखते वर्षों बीत गए। जब 2022 में नई पंचायत का गठन हुआ तो पंचायत स्तर पर फिर से इसका नाम बदलवाने की मांग मौजूदा भाजपा सरकार से की गई। इसके लिए ग्रामीणों ने सरकार को चिट्‌ठी भी लिखी। जनवरी 2024 में नोटिफिकेशन जारी हुआ
सरपंच राजेश ने बताया है कि लोगों की मांग पर कार्रवाई करते हुए ही सरकार ने जनवरी 2024 में गांव का नाम बदलने का नोटिस जारी कर दिया। इसके बाद राजस्व विभाग ने भी जनवरी में ही नोटिफिकेशन जारी कर गांव का नाम अपडेट करने की बात कही थी। अब विभाग ने सभी रिकॉर्ड में गांव का नाम चुहड़पुर से बदलकर चांदपुर कर दिया है। पिछले महीने ही गांव में नया साइन बोर्ड लगा है, जिस पर चांदपुर लिखा है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर