किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनशन आज 61वें दिन में प्रवेश कर गया है। दाता सिंह वाला-खनौरी किसान मोर्चे पर चल रहे इस ऐतिहासिक सत्याग्रह को दो महीने पूरे हो चुके हैं। किसान नेताओं ने बताया कि यह मोर्चा पूरी तरह से किसानों की मांगों पर केंद्रित है और किसी भी अन्य मुद्दे से इसका कोई संबंध नहीं है। उन्होंने जनता और प्रशासन से अपील की है कि इस पवित्र आंदोलन को अपवित्र करने का कोई भी प्रयास न किया जाए। डल्लेवाल की सेहत में सुधार अब डल्लेवाल की सेहत में लगातार सुधार देखने को मिल रहा है। सुप्रीम कोर्ट के पीजीआई में इलाज करवाने के सुझाव को डल्लेवाल ने मानने से इनकार कर दिया है। वहीं, बीते दिन डल्लेवाल लंबे समय बाद धूप में निकले। डॉक्टर्स की टीम की कोशिश है कि डल्लेवाल को 14 फरवरी तक तंदरुस्त किया जाए, ताकि वे बैठक में टेबल पर बातचीत कर सकें। किसान मोर्चा की मांगों पर केंद्रित आंदोलन किसान नेताओं ने स्पष्ट किया कि 13 फरवरी से चल रहे इस किसान मोर्चे का उद्देश्य केवल किसानों की मांगों को लेकर सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण और पवित्र है। किसान नेताओं ने सभी किसानों और आंदोलन से जुड़े लोगों से अपील की कि वे इस आंदोलन की मर्यादा बनाए रखें और इसे किसी भी तरह से भटकाने या अपवित्र करने की अनुमति न दें। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन किसानों के हक की लड़ाई है और इसे किसी भी बाहरी ताकत से प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। 26 जनवरी के कार्यक्रम की तैयारी: किसान नेताओं ने बताया कि 26 जनवरी को पूरे देश में दोपहर 12 बजे से 1:30 बजे तक किसानों के ट्रैक्टर सड़कों पर होंगे और ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। इस महीने किसानों ने दो कार्यक्रम तय किए हैं 1. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से 26 जनवरी को निकाले जाने वाले ट्रैक्टर मार्च की भी तैयारियां चल रही हैं। देशभर में दोपहर 12 से 1.30 बजे तक किसानों के ट्रैक्टर सड़कों पर रहेंगे। देशभर में शॉपिंग मॉल, साइलो, टोल प्लाजा, भाजपा नेताओं के दफ्तरों और घरों के सामने से यह मार्च निकाला जाएगा। इसके लिए सभी किसान नेता अपने क्षेत्र में सक्रिय रहेंगे। सभी नेताओं की सूची तैयार की जा रही है। इसके बाद दिल्ली मार्च को लेकर किसानों की एक अहम बैठक भी होगी। 2. 28 जनवरी को दाता सिंह वाला- खनौरी किसान मोर्चा में अखंड पाठ शुरू होगा और 30 जनवरी को भोग डाला जाएगा। इसमें बड़ी संख्या में किसानों से मोर्चे पर पहुंचने की अपील की गई है। जबकि 14 फरवरी को चंडीगढ़ में किसानों और केंद्र सरकार के अधिकारियों के बीच बैठक होगी। जिसमें किसानों के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने बनाई कमेटी किसान आंदोलन का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। वहीं, किसानों के मुद्दों का समाधान निकालने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एक हाई पावर कमेटी बनाई है। कमेटी के अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस नवाब सिंह हैं। जबकि कमेटी में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल हैं। इस कमेटी ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की है। कमेटी की ओर से सुप्रीम कोर्ट को अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी गई है। जल्द ही यह अपनी दूसरी रिपोर्ट सौंपेगी। वहीं, सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई अब फरवरी महीने में होगी। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनशन आज 61वें दिन में प्रवेश कर गया है। दाता सिंह वाला-खनौरी किसान मोर्चे पर चल रहे इस ऐतिहासिक सत्याग्रह को दो महीने पूरे हो चुके हैं। किसान नेताओं ने बताया कि यह मोर्चा पूरी तरह से किसानों की मांगों पर केंद्रित है और किसी भी अन्य मुद्दे से इसका कोई संबंध नहीं है। उन्होंने जनता और प्रशासन से अपील की है कि इस पवित्र आंदोलन को अपवित्र करने का कोई भी प्रयास न किया जाए। डल्लेवाल की सेहत में सुधार अब डल्लेवाल की सेहत में लगातार सुधार देखने को मिल रहा है। सुप्रीम कोर्ट के पीजीआई में इलाज करवाने के सुझाव को डल्लेवाल ने मानने से इनकार कर दिया है। वहीं, बीते दिन डल्लेवाल लंबे समय बाद धूप में निकले। डॉक्टर्स की टीम की कोशिश है कि डल्लेवाल को 14 फरवरी तक तंदरुस्त किया जाए, ताकि वे बैठक में टेबल पर बातचीत कर सकें। किसान मोर्चा की मांगों पर केंद्रित आंदोलन किसान नेताओं ने स्पष्ट किया कि 13 फरवरी से चल रहे इस किसान मोर्चे का उद्देश्य केवल किसानों की मांगों को लेकर सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण और पवित्र है। किसान नेताओं ने सभी किसानों और आंदोलन से जुड़े लोगों से अपील की कि वे इस आंदोलन की मर्यादा बनाए रखें और इसे किसी भी तरह से भटकाने या अपवित्र करने की अनुमति न दें। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन किसानों के हक की लड़ाई है और इसे किसी भी बाहरी ताकत से प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। 26 जनवरी के कार्यक्रम की तैयारी: किसान नेताओं ने बताया कि 26 जनवरी को पूरे देश में दोपहर 12 बजे से 1:30 बजे तक किसानों के ट्रैक्टर सड़कों पर होंगे और ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। इस महीने किसानों ने दो कार्यक्रम तय किए हैं 1. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से 26 जनवरी को निकाले जाने वाले ट्रैक्टर मार्च की भी तैयारियां चल रही हैं। देशभर में दोपहर 12 से 1.30 बजे तक किसानों के ट्रैक्टर सड़कों पर रहेंगे। देशभर में शॉपिंग मॉल, साइलो, टोल प्लाजा, भाजपा नेताओं के दफ्तरों और घरों के सामने से यह मार्च निकाला जाएगा। इसके लिए सभी किसान नेता अपने क्षेत्र में सक्रिय रहेंगे। सभी नेताओं की सूची तैयार की जा रही है। इसके बाद दिल्ली मार्च को लेकर किसानों की एक अहम बैठक भी होगी। 2. 28 जनवरी को दाता सिंह वाला- खनौरी किसान मोर्चा में अखंड पाठ शुरू होगा और 30 जनवरी को भोग डाला जाएगा। इसमें बड़ी संख्या में किसानों से मोर्चे पर पहुंचने की अपील की गई है। जबकि 14 फरवरी को चंडीगढ़ में किसानों और केंद्र सरकार के अधिकारियों के बीच बैठक होगी। जिसमें किसानों के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने बनाई कमेटी किसान आंदोलन का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। वहीं, किसानों के मुद्दों का समाधान निकालने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एक हाई पावर कमेटी बनाई है। कमेटी के अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस नवाब सिंह हैं। जबकि कमेटी में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल हैं। इस कमेटी ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की है। कमेटी की ओर से सुप्रीम कोर्ट को अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी गई है। जल्द ही यह अपनी दूसरी रिपोर्ट सौंपेगी। वहीं, सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई अब फरवरी महीने में होगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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