मैनपुरी सांसद डिंपल यादव ने आज भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला कोई नया आयोजन नहीं है, यह हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा है जो हजारों सालों से चला आ रहा है। डिंपल यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने कुंभ मेले को राजनीतिक मुद्दा बना लिया है, जबकि देश और प्रदेश में स्वास्थ्य, बेरोजगारी और शिक्षा जैसी बुनियादी समस्याएं गंभीर रूप से बढ़ रही हैं। डिंपल यादव ने कहा, “कुंभ मेले के आयोजन पर राजनीति करना गलत है। यह हमारी संस्कृति का हिस्सा है, और इससे संबंधित व्यवस्थाओं में जो पैसे खर्च किए जा रहे हैं, वह टैक्स के पैसे हैं। ऐसे में इसमें राजनीति का कोई स्थान नहीं है। भाजपा अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए कुंभ को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रही है।” उन्होंने कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं, प्राइमरी स्कूलों का बजट, मंडियों और मेडिकल कॉलेजों की स्थितियां सभी खराब हैं। कुंभ मेले में लाखों लोग शामिल होते हैं, और इसकी पूरी व्यवस्था देखने की जिम्मेदारी सरकार की है। इस पर डिंपल यादव ने कहा कि सरकार को पहले अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से निर्वहन करना चाहिए, फिर ऐसे आयोजनों पर ध्यान देना चाहिए। भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार पर डिंपल का हमला डिंपल यादव ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा दिए गए बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “इस पर मैं क्या कहूं? भाजपा सरकार अपनी खोती हुई लोकप्रियता को बचाने के लिए ऐसे मुद्दे उठा रही है।” उन्होंने यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) के मुद्दे पर भी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने जो जन आधार खो दिया है, उसे बचाने के लिए वह इस तरह के मुद्दे उठा रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बारे में सवाल किए जाने पर डिंपल यादव ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली में पूर्ण बहुमत से सरकार बना रहे हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार की स्थिति खराब है। गंगा, गोमती और यमुनाजी की सफाई पर उन्होंने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा, “भ्रष्टाचार और लापरवाही के कारण गंगा की सफाई के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च हो गए, लेकिन कोई खास परिणाम नहीं दिखा।” अखिलेश यादव की कुंभ यात्रा पर बयान अखिलेश यादव की कुंभ में 11 डुबकी लगाने को लेकर मीडिया में सवाल उठाए गए थे। इस पर डिंपल यादव ने कहा, “यह उनका व्यक्तिगत अधिकार है कि वह कहीं भी जा सकते हैं, चाहे मंदिर हो, मस्जिद हो, गुरुद्वारा हो या चर्च। हम सभी नागरिकों को यह अधिकार है कि हम अपनी धार्मिक आस्थाओं का पालन करें। किसी को इस पर सवाल उठाने का अधिकार नहीं है।” मिल्कीपुर चुनाव और महंगाई पर कड़ी टिप्पणी मिल्कीपुर चुनाव के बारे में सवाल किए जाने पर डिंपल यादव ने कहा, “भा.ज.पा. 2024 के चुनाव में 80 सीटों पर कमल खिलाने की बात कर रही थी, लेकिन अब तक क्या कुछ हासिल हुआ है? भारतीय जनता पार्टी ने महंगाई, जीएसटी, किसानों की समस्याएं, बिजली दरें, पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर के मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं।” उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी मिल्कीपुर चुनाव में पूरी ताकत से लगे हुए हैं, और पार्टी को वहां से अच्छे परिणाम की उम्मीद है। डिंपल यादव ने अंत में कहा, “भाजपा सरकार ने महंगाई पर कोई नियंत्रण नहीं पाया है। सरकार के इस रवैये के कारण जनता में आक्रोश है और इस बार भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से उखाड़ फेंकने का मन बना चुकी है।” मैनपुरी सांसद डिंपल यादव ने आज भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला कोई नया आयोजन नहीं है, यह हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा है जो हजारों सालों से चला आ रहा है। डिंपल यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने कुंभ मेले को राजनीतिक मुद्दा बना लिया है, जबकि देश और प्रदेश में स्वास्थ्य, बेरोजगारी और शिक्षा जैसी बुनियादी समस्याएं गंभीर रूप से बढ़ रही हैं। डिंपल यादव ने कहा, “कुंभ मेले के आयोजन पर राजनीति करना गलत है। यह हमारी संस्कृति का हिस्सा है, और इससे संबंधित व्यवस्थाओं में जो पैसे खर्च किए जा रहे हैं, वह टैक्स के पैसे हैं। ऐसे में इसमें राजनीति का कोई स्थान नहीं है। भाजपा अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए कुंभ को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रही है।” उन्होंने कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं, प्राइमरी स्कूलों का बजट, मंडियों और मेडिकल कॉलेजों की स्थितियां सभी खराब हैं। कुंभ मेले में लाखों लोग शामिल होते हैं, और इसकी पूरी व्यवस्था देखने की जिम्मेदारी सरकार की है। इस पर डिंपल यादव ने कहा कि सरकार को पहले अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से निर्वहन करना चाहिए, फिर ऐसे आयोजनों पर ध्यान देना चाहिए। भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार पर डिंपल का हमला डिंपल यादव ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा दिए गए बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “इस पर मैं क्या कहूं? भाजपा सरकार अपनी खोती हुई लोकप्रियता को बचाने के लिए ऐसे मुद्दे उठा रही है।” उन्होंने यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) के मुद्दे पर भी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने जो जन आधार खो दिया है, उसे बचाने के लिए वह इस तरह के मुद्दे उठा रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बारे में सवाल किए जाने पर डिंपल यादव ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली में पूर्ण बहुमत से सरकार बना रहे हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार की स्थिति खराब है। गंगा, गोमती और यमुनाजी की सफाई पर उन्होंने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा, “भ्रष्टाचार और लापरवाही के कारण गंगा की सफाई के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च हो गए, लेकिन कोई खास परिणाम नहीं दिखा।” अखिलेश यादव की कुंभ यात्रा पर बयान अखिलेश यादव की कुंभ में 11 डुबकी लगाने को लेकर मीडिया में सवाल उठाए गए थे। इस पर डिंपल यादव ने कहा, “यह उनका व्यक्तिगत अधिकार है कि वह कहीं भी जा सकते हैं, चाहे मंदिर हो, मस्जिद हो, गुरुद्वारा हो या चर्च। हम सभी नागरिकों को यह अधिकार है कि हम अपनी धार्मिक आस्थाओं का पालन करें। किसी को इस पर सवाल उठाने का अधिकार नहीं है।” मिल्कीपुर चुनाव और महंगाई पर कड़ी टिप्पणी मिल्कीपुर चुनाव के बारे में सवाल किए जाने पर डिंपल यादव ने कहा, “भा.ज.पा. 2024 के चुनाव में 80 सीटों पर कमल खिलाने की बात कर रही थी, लेकिन अब तक क्या कुछ हासिल हुआ है? भारतीय जनता पार्टी ने महंगाई, जीएसटी, किसानों की समस्याएं, बिजली दरें, पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर के मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं।” उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी मिल्कीपुर चुनाव में पूरी ताकत से लगे हुए हैं, और पार्टी को वहां से अच्छे परिणाम की उम्मीद है। डिंपल यादव ने अंत में कहा, “भाजपा सरकार ने महंगाई पर कोई नियंत्रण नहीं पाया है। सरकार के इस रवैये के कारण जनता में आक्रोश है और इस बार भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से उखाड़ फेंकने का मन बना चुकी है।” उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कैमिस्ट्री डिपार्टमेंट के प्रोफेसर रियाजुद्दीन पर गंभीर आरोप लगे हैं। उन्होंने अपने एसोशिएट प्रोफेसर की झूठी शिकायतें की। प्रो. रियाजुद्दीन डाक विभाग से रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट के जरिए पुलिस को शिकायत करते थे और अधिकारी गुमराह होकर मामले की जांच शुरू कर देते थे। प्रोफेसर अपने एसोशिएट प्रोफेसर पर धार्मिक आरोप, परीक्षाओं में गड़बड़ी और पेपर संबंधी आरोप लगाते थे। एसोशिएट प्रोफेसर ने खुद जुटाए साक्ष्य
कैमिस्ट्री विभाग के एसोशिएट प्रोफेसर डॉ. इशात मोहम्मद खान ने बीते 16 नवंबर को विभाग के प्रोफेसर रियाजुद्दीन की शिकायत की। जिसमें उन्होंने बताया कि रियाजुद्दीन लगातार उनकी झूठी शिकायतें कर रहे हैं और अधिकारियों को गुमराह भी कर रहे हैं। उन्होंने 20 सितंबर को भी एक हिंदू छात्रा के नाम से झूठी शिकायत की। एसोशिएट प्रोफेसर ने डाक विभाग की सीसीटीवी फुटेज भी एएमयू के अधिकारियों और पुलिस को सौंपी है, जिसमें आरोपी प्रोफेसर झूठा शिकायती पत्र भेजने आया था। जिसके बाद आरोपी प्रोफेसर को नोटिस जारी किया गया है। पुलिस के सामने कबूल किया अपना जुर्म
एसोशिएट प्रोफेसर से मिले साक्ष्यों के बाद पुलिस के उच्च अधिकारियों ने आरोपी प्रोफेसर से पूछताछ की। पहले वह सभी आरोपों को नकारते रहे और कहा कि वह अपनी व्यक्तिगत पोस्ट करने गए थे। जब शिकायती पत्र और प्रोफेसर को मिलने वाली रसीद का समय मिलान किया गया और रिकॉर्डिंग देखी गई तो सारी सच्चाई सामने आ गई। उन्होंने अधिकारियों के सामने सारी बात कबूल की। इसके ऑडियो वीडियो पुलिस ने एएमयू इंतजामिया के सुपुर्द कर दिए हैं। यूनिवर्सिटी ने मांगा स्पष्टीकरण, होगी कार्रवाई
एएमयू के रजिस्ट्रार इमरान खान (IPS) की ओर से आरोपी प्रोफेसर को नोटिस जारी करते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। आरोपी प्रोफेसर को 7 दिन के अंदर नोटिस का जवाब देना होगा। इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अगर प्रोफेसर संतोषजनक जवाब नहीं देते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्हें दोषी मानते हुए केंद्रीय सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण और अपील नियम), 1965 और विश्वविद्यालय के प्रावधानों के साथ शिक्षक आचरण और अनुशासन नियम, 2020 के अनुसार कठोर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा में संगठन नहीं खड़ा पा रही कांग्रेस:विधानसभा चुनाव से पहले रिस्क लेने से बच रही पार्टी, गुटबाजी और बढ़ने का डर
हरियाणा में संगठन नहीं खड़ा पा रही कांग्रेस:विधानसभा चुनाव से पहले रिस्क लेने से बच रही पार्टी, गुटबाजी और बढ़ने का डर हरियाणा में 2 महीने बाद विधानसभा चुनाव हैं। सभी पार्टियां संगठन विस्तार और नए सिरे से संगठन बनाने में लगी है। मगर कांग्रेस हरियाणा में पिछले 10 साल से ना तो नया संगठन बना पाई है और ना ही इस तरफ गंभीर दिख रही है इसका कारण है आपसी गुटबाजी। हरियाणा में कांग्रेस को छोड़कर BJP, JJP, INLD और AAP ने अपना संगठन बना रखा है विस्तार में लगे हुए हैं। वहीं कांग्रेस को डर है कि विधानसभा चुनाव से पहले किए गए प्रयोग से आपसी खींचतान बढ़ेगी। वहीं कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया ने हाल ही में संकेत दिए थे कि कांग्रेस जल्द ही संगठन बना सकती है। इसकी कवायद चल रही है। मगर दूसरी तरफ प्रभारी को डर है कि चुनाव से पहले नया प्रयोग कहीं कांग्रेस के लिए नुकसानदेह साबित ना हो जाए। क्योंकि जैसे ही प्रभारी ने संगठन बनाने का बयान दिया वैसे ही कांग्रेस के सभी गुट एक्टिव हो गए थे और नेताओं के पास कार्यकर्ताओं के फोन घनघनाने लग गए थे। वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता बजरंग दास गर्ग ने कहा कि चुनाव से पहले कांग्रेस को इस तरह के प्रयोग से बचना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष के पास पड़ी है लिस्ट
बताया जा रहा है कि हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने प्रदेश पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों की लिस्ट फाइनल कर लंबे समय से प्रदेश प्रभारी के पास भेज रखी है। इस लिस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा की पसंद के नेताओं को जगह दी गई है। विधानसभा चुनाव में एकजुटता का संदेश देने के लिहाज से कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला, कैप्टन अजय यादव और बीरेंद्र सिंह की पसंद के कुछ नेताओं को भी संगठन में जगह देना जरूरी है। इसलिए कांग्रेस यह लिस्ट हाई कमान को भेजनी से कतरा रही है। वहीं सैलजा और दीपक बाबरिया के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है ऐसे में संगठन की लिस्ट से गुटबाजी और उभर के सामने आ सकती है। राहुल गांधी ने दिए थे निर्देश
हालांकि, पिछले दिनों राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और केसी वेणुगोपाल की हरियाणा के नेताओं के साथ बैठक में इस बात का पता चला कि अभी तक उनके पास ऐसी कोई लिस्ट मंजूरी के लिए पहुंची ही नहीं। तब राहुल गांधी ने केसी वेणुगोपाल और दीपक बाबरिया को हरियाणा का संगठन जल्दी बनाने के निर्देश दिए थे, मगर इस बात को भी 2 महीने बीतने वाले हैं। हरियाणा में कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव बिना संगठन के ही लड़ा था। मगर संगठन के साथ लड़ने वाली BJP को कांग्रेस ने अच्छी टक्कर दी थी। 90 सीटों पर 2300 से अधिक आवेदन
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता बजरंग दास गर्ग ने कहा कि राज्य में कांग्रेस का टिकट प्राप्त करने वालों में काफी उत्साह है। 90 विधानसभा सीटों के लिए 2300 से अधिक आवेदन आ चुके हैं। आवेदन करने की प्रक्रिया 10 अगस्त तक बढ़ा दी गई है। एक हजार आवेदन और आने की संभावना है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का यह उत्साह पार्टी को विधानसभा चुनाव में जीत की ओर अग्रसर करेगा। BJP का वोट शेयर 11.06% घटने से पार्टी उत्साहित
हरियाणा में इस लोकसभा चुनाव में भाजपा को 46.06 वोट प्रतिशत मिले हैं। जबकि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा का 58 प्रतिशत वोट शेयर था। 5 सालों में पार्टी का प्रदेश में 11.06 वोट प्रतिशत घटा है। वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर देखें तो इस चुनाव में 43.73% वोट शेयर लेकर भाजपा को कड़ी टक्कर दी है। 2019 में कांग्रेस को सिर्फ 28.42% वोट शेयर मिला था। 5 साल में कांग्रेस के वोट शेयर में 15.31% वोट शेयर की बढ़ोतरी हुई है।
‘संविधान की सोच गंगा के पानी की तरह हर व्यक्ति में जाए’, पटना में बोले राहुल गांधी- RSS और कुछ औद्योगिक घराने…
‘संविधान की सोच गंगा के पानी की तरह हर व्यक्ति में जाए’, पटना में बोले राहुल गांधी- RSS और कुछ औद्योगिक घराने… <p style=”text-align: justify;”><strong>Congress MP Rahul Gandhi:</strong> कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी संविधान सुरक्षा सम्मेलन में शामिल होने शनिवार को पटना पहुंचे, जहां उन्होंने सबसे पहले तेजस्वी यादव से मुलाकात की और फिर बापू सभागार में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया. बापू सभागार में लोगों को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि देश में दलितों और पिछड़ों की आवाज को दबाया गया, लेकिन ये संविधान लाखों करोड़ों लोगों की आवाज है. इस संविधान ने उस दर्द को पूरी तरह नहीं पर थोड़ा कम जरूर किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस समेत कुछ चुनिंदा संगठन और कुछ औद्योगिक घराने देश को चला रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मोहन भागवत पर क्या बोले राहुल गांधी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>राहुल गांधी ने कहा, “आज जब मैं आ रहा था गंगा जी की ओर देखा, मैं सोच रहा था कि ये लगती तो नदी है. मैं देख रहा हूं कि नदी एक है. मगर पानी सब जगह है. आपने रोटी खाई पानी पिया वो पानी सब में है, जैसे गंगा का पानी सब जगह जाता है वैसे ही संविधान की सोच हर व्यक्ति और संस्था के अंदर गंगा के पानी की तरह जाए”. उन्होंने कहा कि मोहन भागवत कहते हैं कि आजादी को 15 अगस्त 1947 को नहीं बाद में मिली. अगर वो ऐसा कहते हैं तो वो इसे (संविधान) को नकार रहे हैं. वो इसके सोशल स्ट्रक्चर से मिटा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राहुल गांधी ने आगे कहा, चाहते थे कि इसे उठा कर फेंक दूं. मगर हिंदुस्तान की जनता ने कहा इसको सिर पर नहीं रखा तो जनता आपको फेंक देगी. फिर मोदी आए चुनाव बाद इसको मत्था टेका और चले गए. आज के हिंदुस्तान में MP के पास पॉवर नहीं है. मैं मिलता हूं बीजेपी के दलित MP से कहते हैं कि हमें पिंजड़े में बांध कर यहां कैद कर रखा है. कहां लिखा है इस संविधान में कि हिंदुस्तान का पूरा धन दो तीन लोगों के हाथ में जाना चाहिए. इन कंपनियों के मैनेजमेंट की लिस्ट निकालो उसमें एक पिछड़े, दलित का नाम दिखा दो.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मीडिया में एंकर और मालिक की लिस्ट निकालिए और एक का नाम दिखा दीजिए. किसान और बेरोज़गार की बात क्यों नहीं करते. फिर मैंने लिस्ट निकाली एक भी दलित पिछड़े लोग नहीं दिखे प्राइवेट कंपनी की लिस्ट निकालिए और देखिए कि एक पिछड़े और दलित का नाम है ही नहीं. मैं एम्स गया था मिलने, खाने को नहीं, टॉयलेट्स नहीं है. प्राइवेट अस्पताल जा नहीं सकते लोग. एम्स में लोग मर रहे हैं, लेकिन प्राइवेट अस्पताल की लिस्ट निकालिए आप जा ही नहीं सकते उसमें. GST आप देते हो. आपकी जेब से पैसा निकलता है, प्राइवेट अस्पताल में आपका पैसा जाता है. आपकी जेब से पैसे ट्रांसफ़र हो रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लड़ाई संविधान और मनुवाद के बीच- राहुल गांधी </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पिछड़े लोग आबादी की 50% हैं. कोई जानता नहीं है. दलितों की 15% और आदिवासी की 8% है. तकरीबन 90% हैं, जो हैं. हिंदुस्तान की सरकार 100 रुपये बांटती है तो बजट में भागीदारी 5% है. आपकी भागीदारी 6% और आपकी आबादी 90% है. पहला कदम हमें ये पता है क्या है, जातीय जनगणना है, राहुल गांधी ने कहा ये फेक वाला नहीं, जो इन्होंने ( नीतीश सरकार) किया है. जातीय जनगणना के आधार पर पॉलिसी बननी चाहिए. मजदूरों को मुआवजा नहीं मिलता. जातीय जनगणना से पता लगेगा कि किसकी कितनी आबादी है और कितनी भागीदारी है. बिना जातीय जनगणना के विकास की बात नहीं की जा सकती है. लड़ाई संविधान और मनुवाद के बीच में है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/mp-manoj-jha-statement-on-rjd-national-executive-meeting-lalu-yadav-tejashwi-yadav-ann-2865572″>’बिहार में सत्ता परिवर्तन…’, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद बोले मनोज झा- चुनावी रणनीति तैयार</a></strong></p>