करनाल में एक कार ने 11 साल के बच्चे को टक्कर मार दी। बच्चा कटी पतंग लूटने के लिए हाईवे पर पहुंचा था। हादसे के बाद आरोपी कार चालक मौके से फरार हो गया। मौके पर जुटे लोगों ने घायल बच्चे को करनाल के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हादसा शनिवार शाम एनएच-44 पर नमस्ते चौक और देवी लाल चौक के बीच हुआ। घायल बच्चे की पहचान गोलू पासवान के रूप में हुई है। वह अपने पिता का नाम ठीक से नहीं बता पा रहा था। बच्चा प्रवासी लग रहा है। पतंग लूटते हुए वह हाईवे पर पहुंच गया। हाईवे पर लोगों की भीड़ लग गई। एक वकील ने बच्चे को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया। वकील ने उसे अस्पताल पहुंचाया प्रत्यक्षदर्शी वकील ने बताया कि वह अपने क्लर्क के साथ टाटा की एजेंसी से आ रहा था। रास्ते में एक 11 साल का बच्चा घायल अवस्था में पड़ा था और खून बह रहा था। हमने बाइक रोककर उसे चेक किया, उसकी सांसें चल रही थीं। हमने कई गाड़ियां रोकी लेकिन किसी ने मदद नहीं की, लेकिन एक सरदार जी ने अपनी गाड़ी रोकी और उसे अस्पताल पहुंचाया। बच्चे के सिर में गंभीर चोटें बच्चे के सिर पर गहरी चोटें हैं। अस्पताल में बच्चे की मरहम-पट्टी की गई है। सीटी स्कैन भी कराया गया है। अभी बच्चे ने अपना नाम गोलू बताया है। वह अपने पिता का नाम राजू पासवान बता रहा है। बच्चे के बारे में आसपास के इलाकों में जानकारी दे दी गई है। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि बच्चा कहां का है। मामले की जानकारी पुलिस को दे दी गई है। करनाल में एक कार ने 11 साल के बच्चे को टक्कर मार दी। बच्चा कटी पतंग लूटने के लिए हाईवे पर पहुंचा था। हादसे के बाद आरोपी कार चालक मौके से फरार हो गया। मौके पर जुटे लोगों ने घायल बच्चे को करनाल के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हादसा शनिवार शाम एनएच-44 पर नमस्ते चौक और देवी लाल चौक के बीच हुआ। घायल बच्चे की पहचान गोलू पासवान के रूप में हुई है। वह अपने पिता का नाम ठीक से नहीं बता पा रहा था। बच्चा प्रवासी लग रहा है। पतंग लूटते हुए वह हाईवे पर पहुंच गया। हाईवे पर लोगों की भीड़ लग गई। एक वकील ने बच्चे को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया। वकील ने उसे अस्पताल पहुंचाया प्रत्यक्षदर्शी वकील ने बताया कि वह अपने क्लर्क के साथ टाटा की एजेंसी से आ रहा था। रास्ते में एक 11 साल का बच्चा घायल अवस्था में पड़ा था और खून बह रहा था। हमने बाइक रोककर उसे चेक किया, उसकी सांसें चल रही थीं। हमने कई गाड़ियां रोकी लेकिन किसी ने मदद नहीं की, लेकिन एक सरदार जी ने अपनी गाड़ी रोकी और उसे अस्पताल पहुंचाया। बच्चे के सिर में गंभीर चोटें बच्चे के सिर पर गहरी चोटें हैं। अस्पताल में बच्चे की मरहम-पट्टी की गई है। सीटी स्कैन भी कराया गया है। अभी बच्चे ने अपना नाम गोलू बताया है। वह अपने पिता का नाम राजू पासवान बता रहा है। बच्चे के बारे में आसपास के इलाकों में जानकारी दे दी गई है। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि बच्चा कहां का है। मामले की जानकारी पुलिस को दे दी गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में गाड़ी ने पुलिस को चौंकाया:जिसे थार समझकर रोका, वह 19 साल पुरानी बोलेरो निकली; चालान काट थाने में खड़ी की
हरियाणा में गाड़ी ने पुलिस को चौंकाया:जिसे थार समझकर रोका, वह 19 साल पुरानी बोलेरो निकली; चालान काट थाने में खड़ी की हरियाणा के कैथल में पुलिस ने एक 24 इंच चौड़े टायर वाली जीप को रोक कर जांच की। गाड़ी का रिकॉर्ड सामने आया तो पुलिस अधिकारी चौंक गए। गाड़ी थार जैसी दिख रही थी, लेकिन असल में वह कोई थार नहीं, बल्कि 19 साल पुरानी बोलेरो गाड़ी थी। पुरानी गाड़ी को मॉडिफाई करवाकर थार का रूप दिया गया था। पुलिस ने इसके मालिक का 23 हजार रुपए का चालान काटा और गाड़ी को भी जब्त कर लिया। जांच के दौरान गाड़ी का ड्राइवर कोई रजिस्ट्रेशन कागजात नहीं दिखा पाया। पुलिस ने देखा कि गाड़ी को ट्रैफिक नियमों के खिलाफ जाकर मोडिफाइड करवाया गया था। मॉल के पास जांच कर रही थी पुलिस, 2 फुट चौड़े टायर लगे थे
कैथल में पदमा सिटी मॉल के पास वाहनों की जांच के दौरान पुलिस ने देखा कि गाड़ी में लगभग 2 फुट चौड़े टायर लगे थे। आगे पीछे मोटे मोटे अक्षरों में प्रभावशाली जातिसूचक शब्द लिखे हुए थे। इसके अलावा भी बहुत सी ऐसी चीजें गाड़ी में लगी मिली, जो ट्रैफिक नियमों के खिलाफ थी। पुलिस ने चालान काटने के बाद गाड़ी को भी जब्त कर थाने में खड़ा कर दिया। रिकॉर्ड खंगालने पर पता चला, थार नहीं बोलेरो है
पुलिस कार्रवाई में यहां तक तो सब कुछ ठीक था। असल बात तब निकलकर सामने आई जब चालान करने के बाद मोडिफाइड थार को पुलिस थाने ले जाकर इसका रिकॉर्ड खंगाला गया। असल में ये कोई थार जीप नहीं थी, बल्कि बोलेरो गाड़ी थी। जो 19 साल पुरानी थी। इस बोलेरो गाड़ी का सिरसा के डबवाली शहर में एक्सीडेंट हुआ था। इसके बाद इसे कबाड़ी को बेच दिया गया। युवक ने कबाड़ी से बोलेरो को खरीदकर इसे नई थार गाड़ी के रूप में मोडिफाइड करा दिया। जिसके बाद ये सड़क पर फर्राटे भर रही थी। DSP बोले- मोडिफिकेशन गलत
कैथल ट्रैफिक पुलिस के डीएसपी सुशील प्रकाश ने बताया कि एक मोडिफाइड थार जीप का चालान काटकर इंपाउंड किया गया है। एजेंसी से जो गाड़ियां या बाइक आते हैं, वो ट्रैफिक नियमों के मानकों के अनुसार होते हैं। उनकी मॉडिफिकेशन करवाना ट्रैफिक नियमों के बिल्कुल खिलाफ है।
करनाल में CM सैनी के प्रवास का दूसरा दिन:कई जगह सामाजिक कार्यक्रमों में करेंगे शिरकत, डबरी गांव में सुनी लोगों की समस्याएं
करनाल में CM सैनी के प्रवास का दूसरा दिन:कई जगह सामाजिक कार्यक्रमों में करेंगे शिरकत, डबरी गांव में सुनी लोगों की समस्याएं हरियाणा के CM नायब सिंह सैनी दो दिन के करनाल प्रवास पर थे। आज उनका करनाल में दूसरा दिन है। रविवार शाम को मुख्यमंत्री नायब सैनी करनाल पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कई कार्यक्रमों में शिकरत की। देर शाम को सैनी गांव डबरी में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहां पर उन्होंने देर रात तक लोगों की समस्याएं सुनी और उनके समाधान के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। कांग्रेस पर भी साधा निशाना इस दौरान सीएम नायब सैनी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जिनके खुद के बही खाते खराब हैं, वे आज हम से हिसाब मांगने की बात कर रहे हैं। विपक्ष ने अपने कार्यकाल में विकास के नाम पर केवल लोगों से झूठ बोलकर वोट लेने का काम किया है जबकि असली विकास कार्य तो वर्ष 2014 के बाद देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया है। आज विपक्ष के पास झूठ बोलने के अलावा और कुछ नहीं है। झूठ बोलकर जनता से कर रहे वोट की उम्मीद CM सैनी ने कहा कि विपक्ष ने अपने कार्यकाल में जनता की उम्मीदों के अनुरूप काम नहीं किया और अब वे झूठ बोलकर जनता से वोट की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास झूठ के अलावा कोई काम नहीं है और ना ही उनके पास कोई मुद्दा है। विपक्ष ने लोकसभा के चुनाव में भी संविधान बदलने की बात कह कर लोगों के बीच में झूठ बोलने का काम किया। जबकि संविधान से छेड़खानी का काम कांग्रेस ने ही किया है। आज यहां पर कार्यक्रम सीएम नायब सैनी आज सुबह साढ़े 9 बजे सेक्टर 9 में ब्रहाकुमारी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद सवा 10 बजे गांव रतनगढ, 11 बजे वार्ड नंबर 17, 11 बजकर 45 मिनट पर सिन्दूरिया पैलेस, दोपहर साढ़े 12 बजे वार्ड नंबर 16 स्थित चांदसराय, दोपहर डेढ़ बजे गऊशाला रोड स्थित सैनी धर्मशाला तथा ढाई बजे पाश्श्र्वनाथ सिटी में आयोजित सामाजिक कार्यक्रमों मे शामिल होंगे।
हरियाणा CM सैनी का सम्मान करने पहुंचा घोटाला आरोपी:विजिलेंस टीम 6 महीने से ढूंढ रही; खुद को खट्टर का करीबी बताता है
हरियाणा CM सैनी का सम्मान करने पहुंचा घोटाला आरोपी:विजिलेंस टीम 6 महीने से ढूंढ रही; खुद को खट्टर का करीबी बताता है हरियाणा में विजिलेंस का एक बड़ा फेलियर सामने आया है। टीम जिला परिषद में हुए 7 करोड़ रुपए के सफाई घोटाले के जिस आरोपी को 6 महीना से ढूंढने में लगी है, वह आरोपी आज बुधवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास पर आशीर्वाद समारोह में शामिल हुआ। आरोपी न सिर्फ समारोह में शामिल हुआ, बल्कि प्रोग्राम में भरे मंच पर साधु-संतों के साथ मुख्यमंत्री नायब सैनी को सम्मानित भी किया। सफाई घोटाले में कैथल के भाजपा नेता प्रवीण सरदाना का नाम विजिलेंस की FIR में 8वें नंबर पर दर्ज है। उसके अनुसार प्रवीण भारत प्रोजेक्ट का प्रोपराइटर है। वह खुद को पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर के करीबियों में बताता है। उसके सोशल मीडिया पर पूर्व CM और भाजपा के कई बड़े नेताओं के साथ फोटो हैं। घोटाले में सबसे ज्यादा बिल इसी फर्म के
गौर करने वाली बात यह है कि घोटाले की राशि में सबसे ज्यादा बिल भी इसी फर्म के नाम के हैं। विजिलेंस टीम ने आरोपी प्रवीण सरदाना को पकड़ने के लिए कई बार उसके घर रेड की, लेकिन वह आज तक हत्थे नहीं चढ़ा। हालांकि, विजिलेंस द्वारा फरार चल रहे आरोपियों को भगोड़ा घोषित करने की कार्रवाई चल रही है। कुल 14 आरोपियों के खिलाफ केस
जांच कर रही एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने घोटाले में कुल 14 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इनमें से अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस FIR में शहर के भाजपा नेता प्रवीण सरदाना का नाम भी शामिल है, जो मामला दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी के डर से लगातार भूमिगत चल रहा है। भाजपा प्रदेश स्तरीय कार्यक्रमों में ले रहा भाग
हालांकि, कैथल निवासी आरोपी प्रवीण सरदाना सरेआम भाजपा के प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में भाग ले रहा है। विजिलेंस टीम आरोपियों की धर-पकड़ के लिए दावे कर रही है, लेकिन काफी समय बीत जाने पर भी टीम मुख्य आरोपियों तक नहीं पहुंची। राजनीतिक दबाव में काम कर रही विजिलेंस
लोगों का कहना है कि विजिलेंस अब राजनीतिक दबाव में काम कर रही है। इसलिए, जानबूझकर घोटाले बाजों को गिरफ्तार नहीं कर रही। दावा किया जा रहा है कि घोटाले के आरोपियों ने राजनीतिक अप्रोच लगवाकर पूरे मामले को अब ठंडे बस्ते में डलवा दिया है। कोरोना काल में हुआ था सफाई घोटाला
कैथल जिला परिषद में कोरोना काल के दौरान करोड़ों रुपए का सफाई घोटाला सामने आया था, जिसमें 10 फर्मों के ठेकेदारों ने अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर ग्रामीण क्षेत्र में बिना विकास कार्य किए सरकारी राशि का गबन कर लिया था। यह राशि सीधे अधिकारियों व ठेकेदारों के बैंक खातों में डाली गई थी। 3 साल जांच के बाद मई 2024 में कुल 14 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। अधिकारियों समेत 4 ठेकेदार जेल में
घोटाले में अधिकारियों से लेकर ठेकेदारों के नाम शामिल हैं। विजिलेंस इनमें से अभी तक 7 आरोपियों को ही गिरफ्तार कर पाई है। घोटाले में संलिप्त SDO, JE और अकाउंटेंट सहित 4 ठेकेदार जेल में बंद हैं। टीम को भेजा चंडीगढ़
जब मामले की जांच कर रहे कैथल एंटी करप्शन ब्यूरो के इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह से इस बार में बात की गई, तो उन्होंने बताया कि वह अपनी एक टीम को चंडीगढ़ भेज रहे हैं। जल्द आरोपी को काबू कर लिया जाएगा।