पंजाब के तापमान में बढ़ौतरी जारी:66 फीसदी कम बारिश; बांधों में जलस्तर गिरा, बिजली उत्पादन व सिंचाई के लिए संकट

पंजाब के तापमान में बढ़ौतरी जारी:66 फीसदी कम बारिश; बांधों में जलस्तर गिरा, बिजली उत्पादन व सिंचाई के लिए संकट

पंजाब के तापमान में लगातार बढ़ौतरी देखने को मिल रही है। बीते 3 दिनों में तापमान में तकरीबन 2 डिग्री का इजाफा देखने को मिला है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान में बढ़ौतरी जारी रहेगी और बारिश का कोई अनुमान नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है, लेकिन उनका असर पंजाब पर नहीं दिखेगा। बीते व इस साल उत्तर भारत में कम बारिश के कारण बांधों में जलस्तर कम हुआ है, जो चिंता का विषय है। मौसम विभाग के अनुसार पंजाब में 1 जनवरी से अभी तक 26.2 एमएम बारिश हो जानी चाहिए थी, लेकिन अभी तक मात्र 8.8 एमएम बारिश हुई है, जो 66 फीसदी कम है। इसी तरह हिमाचल प्रदेश में 73 फीसदी कम बारिश हुई है। जिसके चलते, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के प्रमुख बांधों में इस वर्ष जल स्तर पिछले वर्ष की तुलना में काफी कम दर्ज किया गया है। रणजीत सागर डैम, भाखड़ा डैम और पोंग डैम में जल स्तर में आई इस गिरावट ने सिंचाई और बिजली उत्पादन के लिए गंभीर संकट की स्थिति पैदा कर दी है। राज्यों को सतर्कता बरतने के आदेश पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में सिंचाई और बिजली उत्पादन के लिए उक्त बांधों के जल पर निर्भरता बहुत अधिक है। विशेष रूप से गर्मियों के दौरान पंजाब में जल विद्युत उत्पादन पर भारी दबाव रहता है। भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) ने पिछले महीने सदस्य राज्यों (पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, चंडीगढ़) को अपनी जल मांग का अनुमान लगाते समय सतर्कता बरतने की सलाह दी थी। हिमाचल प्रदेश और तिब्बत के आसपास के क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी जलाशयों में जल प्रवाह के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। गिरता जलस्तर बना चिंता का विषय केंद्रीय जल आयोग द्वारा निगरानी किए जा रहे चार प्रमुख जलाशयों की कुल क्षमता 14.819 बिलियन क्यूबिक मीटर (BCM) है। फिलहाल, इनमें केवल 3.826 BCM पानी मौजूद है, जो कुल रिजर्व क्षमता का 25.8 प्रतिशत है। जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह आंकड़ा 6.357 BCM (42.9 प्रतिशत) था। इन जलाशयों का सामान्य रिजर्व स्तर 6.840 BCM होना चाहिए। हर बांध का जलस्तर गिरा रणजीत सागर जलाशय में जल स्तर फुल रिजर्वायर लेवल के मात्र 16 प्रतिशत पर है, जबकि पिछले वर्ष यह 26 प्रतिशत और सामान्य औसत 38 प्रतिशत था। 8 फरवरी को रणजीत सागर डैम का जल स्तर 493.19 मीटर (1,617.7 फीट) दर्ज किया गया, जो पिछले वर्ष के 500.34 मीटर (1,641.4 फीट) के मुकाबले 24 फीट कम है। भाखड़ा डैम में जल स्तर 1,593.3 फीट है, जो पिछले वर्ष के 1,608.25 फीट के मुकाबले 15 फीट कम है। पोंग डैम में जल स्तर 1,306 फीट है, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 40 फीट कम है। पंजाब के शहरों का मौसम अमृतसर- हल्के बादल छाने का अनुमान है। तापमान में बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। तापमान 8 से 23 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। जालंधर- हल्के बादल छाने का अनुमान है। तापमान में बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। तापमान 8 से 23 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। लुधियाना- आसमान साफ रहेगा। तापमान में अधिक बदलाव नहीं होगा। तापमान 10 से 23 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। पटियाला- आसमान साफ रहेगा। तापमान में हल्की बढ़ौतरी होगी। तापमान 8 से 24 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। मोहाली- आसमान साफ रहेगा। तापमान में अधिक बदलाव नहीं होगा। तापमान 10 से 25 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। पंजाब के तापमान में लगातार बढ़ौतरी देखने को मिल रही है। बीते 3 दिनों में तापमान में तकरीबन 2 डिग्री का इजाफा देखने को मिला है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान में बढ़ौतरी जारी रहेगी और बारिश का कोई अनुमान नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है, लेकिन उनका असर पंजाब पर नहीं दिखेगा। बीते व इस साल उत्तर भारत में कम बारिश के कारण बांधों में जलस्तर कम हुआ है, जो चिंता का विषय है। मौसम विभाग के अनुसार पंजाब में 1 जनवरी से अभी तक 26.2 एमएम बारिश हो जानी चाहिए थी, लेकिन अभी तक मात्र 8.8 एमएम बारिश हुई है, जो 66 फीसदी कम है। इसी तरह हिमाचल प्रदेश में 73 फीसदी कम बारिश हुई है। जिसके चलते, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के प्रमुख बांधों में इस वर्ष जल स्तर पिछले वर्ष की तुलना में काफी कम दर्ज किया गया है। रणजीत सागर डैम, भाखड़ा डैम और पोंग डैम में जल स्तर में आई इस गिरावट ने सिंचाई और बिजली उत्पादन के लिए गंभीर संकट की स्थिति पैदा कर दी है। राज्यों को सतर्कता बरतने के आदेश पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में सिंचाई और बिजली उत्पादन के लिए उक्त बांधों के जल पर निर्भरता बहुत अधिक है। विशेष रूप से गर्मियों के दौरान पंजाब में जल विद्युत उत्पादन पर भारी दबाव रहता है। भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) ने पिछले महीने सदस्य राज्यों (पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, चंडीगढ़) को अपनी जल मांग का अनुमान लगाते समय सतर्कता बरतने की सलाह दी थी। हिमाचल प्रदेश और तिब्बत के आसपास के क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी जलाशयों में जल प्रवाह के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। गिरता जलस्तर बना चिंता का विषय केंद्रीय जल आयोग द्वारा निगरानी किए जा रहे चार प्रमुख जलाशयों की कुल क्षमता 14.819 बिलियन क्यूबिक मीटर (BCM) है। फिलहाल, इनमें केवल 3.826 BCM पानी मौजूद है, जो कुल रिजर्व क्षमता का 25.8 प्रतिशत है। जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह आंकड़ा 6.357 BCM (42.9 प्रतिशत) था। इन जलाशयों का सामान्य रिजर्व स्तर 6.840 BCM होना चाहिए। हर बांध का जलस्तर गिरा रणजीत सागर जलाशय में जल स्तर फुल रिजर्वायर लेवल के मात्र 16 प्रतिशत पर है, जबकि पिछले वर्ष यह 26 प्रतिशत और सामान्य औसत 38 प्रतिशत था। 8 फरवरी को रणजीत सागर डैम का जल स्तर 493.19 मीटर (1,617.7 फीट) दर्ज किया गया, जो पिछले वर्ष के 500.34 मीटर (1,641.4 फीट) के मुकाबले 24 फीट कम है। भाखड़ा डैम में जल स्तर 1,593.3 फीट है, जो पिछले वर्ष के 1,608.25 फीट के मुकाबले 15 फीट कम है। पोंग डैम में जल स्तर 1,306 फीट है, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 40 फीट कम है। पंजाब के शहरों का मौसम अमृतसर- हल्के बादल छाने का अनुमान है। तापमान में बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। तापमान 8 से 23 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। जालंधर- हल्के बादल छाने का अनुमान है। तापमान में बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। तापमान 8 से 23 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। लुधियाना- आसमान साफ रहेगा। तापमान में अधिक बदलाव नहीं होगा। तापमान 10 से 23 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। पटियाला- आसमान साफ रहेगा। तापमान में हल्की बढ़ौतरी होगी। तापमान 8 से 24 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। मोहाली- आसमान साफ रहेगा। तापमान में अधिक बदलाव नहीं होगा। तापमान 10 से 25 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है।   पंजाब | दैनिक भास्कर