रागी जत्थे को सम्मानित करते हुए प्रबंधक। जालंधर| ग्रेटर कैलाश वेलफेयर सोसायटी की ओर से ग्रेटर कैलाश मकसूदां में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी और श्री गुरु हर राय साहब जी के प्रकाश पर्व को समर्पित गुरमत समागम करवाया गया। समागम की शुरुआत श्री सुखमणि साहिब जी के संगति रूप से किया पाठ से हुई। तत्पश्चात सचखंड श्री दरबार साहिब श्री अमृतसर साहिब के हजूरी रागी जत्थे भाई दविंदर सिंह और भाई जितेंद्र जोध सिंह ने गुरबाणी के मनोहर कीर्तन से संगत को निहाल किया। कथा वाचक भाई सरबजीत सिंह और भाई जसबीर सिंह ने गुरु साहिब जी के जीवन इतिहास पर रोशनी डाली। समागम के दौरान पूर्व विधायक केडी भंडारी, पार्षद गुरदीप सिंह फौजी और दिनेश ढल्ल को प्रबंधक कमेटी की ओर से सम्मानित किया गया। यहां प्रधान सेवा सिंह सैनी, चेयरमैन प्राणनाथ भल्ला, राजेंद्र सिंह मिगलानी, गुरुद्वारा मोती नगर प्रधान रणजीत सिंह, गुरुद्वारा इंडस्ट्रियल एरिया प्रधान हरभजन सिंह सैनी, कुलजीत सिंह, सुरजीत सिंह कालड़ा, परमजीत सिंह, बृजपाल सिंह व अन्य मौजूद रहे। रागी जत्थे को सम्मानित करते हुए प्रबंधक। जालंधर| ग्रेटर कैलाश वेलफेयर सोसायटी की ओर से ग्रेटर कैलाश मकसूदां में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी और श्री गुरु हर राय साहब जी के प्रकाश पर्व को समर्पित गुरमत समागम करवाया गया। समागम की शुरुआत श्री सुखमणि साहिब जी के संगति रूप से किया पाठ से हुई। तत्पश्चात सचखंड श्री दरबार साहिब श्री अमृतसर साहिब के हजूरी रागी जत्थे भाई दविंदर सिंह और भाई जितेंद्र जोध सिंह ने गुरबाणी के मनोहर कीर्तन से संगत को निहाल किया। कथा वाचक भाई सरबजीत सिंह और भाई जसबीर सिंह ने गुरु साहिब जी के जीवन इतिहास पर रोशनी डाली। समागम के दौरान पूर्व विधायक केडी भंडारी, पार्षद गुरदीप सिंह फौजी और दिनेश ढल्ल को प्रबंधक कमेटी की ओर से सम्मानित किया गया। यहां प्रधान सेवा सिंह सैनी, चेयरमैन प्राणनाथ भल्ला, राजेंद्र सिंह मिगलानी, गुरुद्वारा मोती नगर प्रधान रणजीत सिंह, गुरुद्वारा इंडस्ट्रियल एरिया प्रधान हरभजन सिंह सैनी, कुलजीत सिंह, सुरजीत सिंह कालड़ा, परमजीत सिंह, बृजपाल सिंह व अन्य मौजूद रहे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में और बढ़ेगी ठंड, कोहरे की संभावना नहीं:मैदानी इलाकों में आदमपुर देश में सबसे ठंडा, चंडीगढ़ में तापमान गिरा, प्रदूषण बढ़ा
पंजाब में और बढ़ेगी ठंड, कोहरे की संभावना नहीं:मैदानी इलाकों में आदमपुर देश में सबसे ठंडा, चंडीगढ़ में तापमान गिरा, प्रदूषण बढ़ा पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के बाद मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ती जा रही है। पंजाब का सबसे ठंडा शहर पंजाब के जालंधर से सटा आदमपुर रहा। यहां कल न्यूनतम तापमान 7 डिग्री रहा। पंजाब का औसत तापमान सामान्य रहा, जबकि चंडीगढ़ में तापमान सामान्य से 1.2 डिग्री अधिक दर्ज किया गया। आने वाले दिनों में पहाड़ों पर बर्फबारी हो सकती है, जिसके बाद मैदानी इलाकों में ठंड और बढ़ जाएगी। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज कोहरे को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। आने वाले दिनों में भी कोहरा पड़ने की संभावना नहीं है। वहीं, आने वाले दिनों में तापमान में 1 से 2 डिग्री की गिरावट आने की संभावना है, जिसके बाद ठिठुरन और बढ़ जाएगी। मौसम विभाग के अनुसार नवंबर जितना सुस्त और गर्म रहा है, दिसंबर में ठंड उतनी ही बढ़ेगी। मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिलेगा। प्रदूषण ने रोकी सांसें पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार, प्रदूषण से राहत बारिश के बाद ही संभव है। उत्तर भारत की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि हवा एक दिशा से दूसरी दिशा में चलती है। अगर हवा पूर्व से पश्चिम की ओर चलती है, तो अमृतसर से लाहौर तक की हवा प्रदूषित हो जाती है। अगर यही हवा पश्चिम से पूर्व की ओर चलती है, तो इसका असर चंडीगढ़ की ओर होता है। यही वजह है कि आज चंडीगढ़ में प्रदूषण का स्तर बढ़ा है और अमृतसर में राहत है। पराली जलाने के 70 फीसदी कम मामले कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने शनिवार को कहा कि इस सीजन में पंजाब में खेतों में आग लगने की घटनाओं में 70 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। इस साल 15 सितंबर से 30 नवंबर तक पंजाब में पराली जलाने की 10,909 घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान ऐसी 36,663 घटनाएं हुई थीं। उन्होंने यहां एक बयान में कहा कि खेतों में आग लगने की घटनाओं में उल्लेखनीय कमी का श्रेय कृषि क्षेत्र में बढ़ते मशीनीकरण को दिया जा सकता है। चंडीगढ़ सहित पंजाब के शहरों का अनुमान चंडीगढ़- आज हल्की धुंध का अनुमान है। तापमान 9 से 27 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। अमृतसर- आज हल्की धुंध का अनुमान है। तापमान 11 से 24 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। जालंधर- आज हल्की धुंध का अनुमान है। तापमान 10 से 24 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। लुधियाना- आज हल्की धुंध का अनुमान है। तापमान 11 से 25 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। पटियाला- आज हल्की धुंध का अनुमान है। तापमान 10 से 27 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। मोहाली- आज हल्की धुंध का अनुमान है। तापमान 11 से 28 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है।

सुखबीर बादल ने श्री अकाल तख्त साहिब पर मांगी माफी:पूर्व अकाली मंत्री चीमा भी साथ; जत्थेदार ने कल किया था तनखैया घोषित
सुखबीर बादल ने श्री अकाल तख्त साहिब पर मांगी माफी:पूर्व अकाली मंत्री चीमा भी साथ; जत्थेदार ने कल किया था तनखैया घोषित श्री अकाल तख्त साहिब पर 5 सिख साहिबों की बैठक के बाद तनखैया घोषित सुखबीर सिंह बादल आज अमृतसर पहुंच गए हैं। पूर्व अकाली मंत्री दलजीत सिंह चीमा, गुलज़ार सिंह रणिके और शरणजीत सिंह ढिल्लों भी साथ हैं। अनुमान है कि श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से आदेश दिए जाने के बाद वे अपना स्पष्टीकरण व माफीनामा लेकर पहुंचे हैं। सुखबीर सिंह बादल श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचे। कल, जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने उन्हें श्री अकाल तख्त साहिब के समक्ष अपना जवाब देने के लिए कहा था, क्योंकि उन्हें तनखैया (धार्मिक कदाचार का दोषी) घोषित किया गया था। सुखबीर बादल श्री अकाल तख्त साहिब में जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के कार्यालय पहुंचे। लेकिन उनकी अनुपस्थिति में स्टाफ को अपना स्पष्टीकरण सौंपा। इसके बाद वे श्री अकाल तख्त साहिब पर माथा टेकने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करने से साफ मना कर दिया और वापस लौट गए। डॉ. दलजीत ने कहा- सुखबीर बादल के स्पष्टीकरण से वे सहमत पूर्व मंत्री दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि उन्होंने और सभी ने अपना लिखित स्पष्टीकरण आज श्री अकाल तख्त साहिब पर सौंपा है। जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह मौजूद नहीं थे, इसलिए स्पष्टीकरण स्टाफ को सौंपा गया है। अपना स्पष्टीकरण का मेन हिस्सा सांझा करते हुए उन्होंने कहा कि- दास, श्री अकाल तख्त साहिब के हुक्म अनुसार आज पेश हो रहे हैं। 2007 से 2014 तक मुख्यमंत्री का सलाहकार व उसके बाद शिक्षा मंत्री रहे हैं। 24 जुलाई को पत्र नंबर 236 जो सुखबीर बादल खुद लेकर श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचे थे, वही उनका स्पष्टीकरण भी है। वे उनसे सहमत हैं। फैसले सभी की सहमति से लिए जाते हैं। बिना किसी सवाल जवाब के अपनी गलती मानता हूं। विश्वास दिलाता हूं कि वे गुरुमत के अनुसार हर हुक्म होगा, उसे माना जाएगा। भूंदड़ के प्रधान बनने पर किसी को ऐतराज नहीं डॉ. चीमा ने कहा कि प्रधान के इस्तीफे की प्रक्रिया काफी लंबी होती है। इसलिए सर्वसम्मति के साथ बलविंदर सिंह भूंदड़ को प्रधान नियुक्त किया गया है। उनके प्रधान नियुक्त किए जाने पर किसी को ऐतराज नहीं है, वे सीनियर पार्टी लीडर हैं और अन्य किसी को उनके प्रधान बनाए जाने पर ऐतराज होना नहीं चाहिए। जल्द श्री अकाल तख्त साहिब पर बुलाई जाएगी बैठक सुखबीर बादल व अन्य पूर्व अकाली मंत्री आज श्री अकाल तख्त साहिब पर पेश हो गए हैं। जहां वे अपनी गलती की माफी मांगेंगे। सिख बुद्धिजीवियों का कहना है कि अब जल्द ही श्री अकाल तख्त साहिब पर एक और बैठक बुलाई जाएगी। जिसमें पांचों तख्तों के जत्थेदार एक बार फिर उपस्थित होंगे। इस बैठक में सुखबीर बादल व अन्य मंत्रियों के लिए धार्मिक सजा निर्धारित की जाएगी। अगर सुखबीर बादल व अन्य पूर्व मंत्री श्री अकाल तख्त साहिब पर आदेशों के अनुसार 15 दिन में उपस्थित ना होते तो उनके खिलाफ पंथ से छेके जाने की प्रक्रिया भी चल सकती थी। आदेश के बाद निमाने सिख की तरह श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचे अकाली दल के निर्वाचित कार्यकारी प्रधान बलविंदर सिंह भूंदड़ का कहना है कि श्री अकाल तख्त साहिब से आदेश पारित होने के बाद ही सुखबीर बादल ने निमाने सिख की तरह माफी मांगने की बात कह दी थी। आदेश मिलने के अगले ही दिन सुखबीर बादल आज श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंच गए हैं। जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने सुनाई थी सजा सुखबीर बादल को बीते कल शुक्रवार धार्मिक सजा सुना दी गई है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने सुखबीर को तनखैया करार दिया था। सुखबीर बादल पर उनकी सरकार के वक्त डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम को माफी देने के अलावा सुमेध सैनी को DGP नियुक्त करने और श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में कार्रवाई न करने का आरोप लगा था। फैसला सुनाते हुए अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा था- ”अकाली दल प्रधान और डिप्टी CM रहते हुए सुखबीर बादल ने कुछ ऐसे फैसले लिए, जिससे पंथक स्वरूप के अक्स को नुकसान पहुंचा। सिख पंथ का भारी नुकसान हुआ। 2007 से 2017 वाले सिख कैबिनेट मंत्री भी अपना स्पष्टीकरण दें।” बागी गुट कल से शुरू करेगा अकाली दल बचाओ लहर वहीं, चंडीगढ़ में बागी गुट ने अकाली दल बचाओ लहर को आगे बढ़ाने की घोषणा कर दी है। बागी गुट के नेताओं का कहना है कि 1 सितंबर से अकाली दल बचाओ लहर को गांव गांव तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 30 अगस्त को श्री अकाल तख्त साहिब पर सिंह साहिबों की बैठक बुलाई गई थी, जिसके चलते बागी गुट की तरफ से लहर को रोक दिया गया था। अब जब बैठक हो चुकी है तो अकाली दल बचाओ लहर को भी आगे बढ़ाने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा। वहीं, दूसरी तरफ बागी गुट के प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बीबी जगीर कौर, परमिंदर सिंह ढींढसा ने एक बार फिर सुखबीर बादल से इस्तीफे की मांग रखी है। अकाली दल के बागी गुट ने सौंपा था माफीनामा अकाली दल का बागी गुट 1 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचा था। इस दौरान जत्थेदार को माफीनामा सौंपा गया था। जिसमें सुखबीर बादल से हुई 4 गलतियों में सहयोग देने पर माफी मांगी गई- 1. वापस ली गई थी डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ शिकायत 2007 में सलाबतपुरा में सच्चा सौदा डेरा के प्रमुख गुरुमीत राम रहीम ने दसवें गुरू श्री गुरू गोबिंद सिंह जी की परंपरा का अनुकरण करते हुए उन्हीं की तरह कपड़ों को पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचा था। उस वक्त इसके खिलाफ पुलिस केस भी दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में अकाली सरकार ने सजा देने की जगह इस मामले को ही वापस ले लिया। 2. डेरा मुखी को सुखबीर बादल ने दिलवाई थी माफी श्री अकाल तख्त साहिब ने कार्रवाई करते हुए डेरा मुखी को सिख पंथ से निष्कासित कर दिया था। अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए डेरा मुखी को माफी दिलवा दी थी। इसके बाद अकाली दल और शिरोमणि कमेटी के नेतृत्व को सिख पंथ के गुस्से और नाराजगी का सामना करना पड़ा। अंत में श्री अकाल तख्त साहिब ने डेरा मुखी को माफी देने का फैसला वापस लिया। 3. बेअदबी की घटनाओं की सही जांच नहीं हुई 1 जून 2015 को कुछ तत्वों ने बुर्ज जवाहर सिंह वाला (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ चुराई। फिर 12 अक्टूबर 2015 को बरगाड़ी (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 110 अंग चुरा लिए व बाहर फेंक दिए। इससे सिख पंथ में भारी आक्रोश फैल गया। अकाली दल सरकार और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की समय रहते जांच नहीं की। दोषियों को सजा दिलाने में असफल रहे। इससे पंजाब में हालात बिगड़ गए और कोटकपूरा और बहबल कलां में दुखद घटनाएं हुईं। 4. झूठे केसों में मारे गए सिखों को नहीं दे पाए इंसाफ अकाली दल सरकार ने सुमेध सैनी को पंजाब का DGP नियुक्त किया गया। राज्य में फर्जी पुलिस मुठभेड़ों को अंजाम देकर सिख युवाओं की हत्या करने के लिए उन्हें जाना जाता था। पूर्व DGP इजहार आलम, जिन्होंने आलम सेना का गठन किया, उनकी पत्नी को टिकट दिया और उन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया। 14 जुलाई को स्पष्टीकरण मांगा, 24 को बंद लिफाफे में जवाब दिया इसके बाद 14 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब पर पांचों तख्तों के जत्थेदारों की बैठक हुई। जिसमें 15 दिन के अंदर सुखबीर बादल से स्पष्टीकरण मांगा गया था। जिसके बाद 24 जुलाई को सुखबीर बादल ने बंद लिफाफे में श्री अकाल तख्त साहिब को स्पष्टीकरण दिया था। सुखबीर बादल के स्पष्टीकरण को सार्वजनिक करने की मांग उठने लगी। जिसके बाद 5 जुलाई को स्पष्टीकरण सार्वजनिक किया गया। जाने क्या लिखा था स्पष्टीकरण में सुखबीर बादल द्वारा श्री अकाल तख्त पर बंद लिफाफे में दिए गए स्पष्टीकरण के साथ दिवंगत मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का भी एक पुराना पत्र वायरल किया, जो बेअदबी की घटनाओं के बाद लिखा गया था। इसमें प्रकाश सिंह बादल ने अपने दिल का दर्द बयां किया था। प्रकाश सिंह बादल द्वारा अक्टूबर 2015 में श्री अकाल तख्त के जत्थेदार को दिए गए पत्र में बेअदबी की घटनाओं पर अपना दुख व्यक्त किया था। सितंबर 2015 में बेअदबी की बड़ी घटनाएं हुईं। उस वक्त आरोपियों को पकड़ न पाने के प्रदर्शन के लिए तत्कालीन अकाली सरकार की आलोचना हुई थी। 17 अक्टूबर 2015 को तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेका और श्री अकाल तख्त के जत्थेदार को एक पत्र सौंपा था। इसमें उन्होंने लिखा था कि पंजाब का प्रशासनिक मुखिया होने के नाते मुझे इस तरह की अप्रत्याशित घटनाओं के बारे में पूरी जानकारी है। मैंने सौंपे गए कर्तव्यों का पूरी लगन और परिश्रम से पालन करने की कोशिश की है, लेकिन अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करते समय कभी-कभी कुछ ऐसा हो जाता है, जो अचानक घटित होता है। इससे आपका मन गहरी पीड़ा से गुजरता है और आप आत्मिक रूप से परेशान हो जाते हैं। इस मामले में हमारी पश्चाताप की भावना प्रबल है। ऐसे समय में वे आंतरिक पीड़ा से भी गुजर रहे हैं, ऐसी भावना के साथ, वे गुरु को नमन कर रहे हैं और प्रार्थना कर रहे हैं कि गुरु साहिब शक्ति और दया प्रदान करें।

देश का सबसे प्रदूषित शहर बना अमृतसर, AQI 368:चंडीगढ़ में प्रदूषण 277 दर्ज; नवंबर में भी राहत नहीं, सामान्य से अधिक रहेगा तापमान
देश का सबसे प्रदूषित शहर बना अमृतसर, AQI 368:चंडीगढ़ में प्रदूषण 277 दर्ज; नवंबर में भी राहत नहीं, सामान्य से अधिक रहेगा तापमान पंजाब का अमृतसर देश का सबसे प्रदूषित शहर बन चुका है। यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 368 दर्ज किया गया, जो दिल्ली के एक्यूआई 316 से 58 पॉइंट अधिक है। वहीं, इस सूची में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर लुधियाना है, जहां एक्यूआई 339 दर्ज किया गया। जबकि चंडीगढ़ का एक्यूआई भी बहुत खराब स्थिति में हैं। जहां एक्यूआई 277 तक पहुंच चुका है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) की तरफ से 2 नवंबर की शाम जारी आंकड़ों के अनुसार, देश के सबसे प्रदूषित शहरों में अमृतसर व लुधियाना के अलावा हरियाणा के जींद व करनाल भी हैं, जहां का एक्यूआई क्रमश: 339 व 303 रहा। इसके अलावा बठिंडा में एक्यूआई 143, जालंधर 264, खन्ना 196, मंडी गोबिंदगढ़ 203, पटियाला 243 और रूपनगर में एक्यूआई 164 दर्ज किया गया है। प्रदूषण से जल्दी राहत के आसार नहीं प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार अब बारिश के इंतजार में हैं। लेकिन, वहीं दूसरी तरफ मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार नवंबर में बारिश के आसार काफी कम हैं। अगले दो सप्ताह तक बारिश ना के बराबर ही होगी। यानी कि लोगों को नवंबर में भी प्रदूषण से परेशान होना पड़ सकता है। अक्टूबर के बाद नवंबर में भी सामान्य नहीं होगा तापमान भारत में अक्टूबर 2024 सबसे गर्म अक्टूबर रहा, जिसका औसत तापमान सामान्य से 1.23 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। भारत आईएमडी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पंजाब और चंडीगढ़ सहित देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में नवंबर में भी तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना जताई गई है, जिससे सर्दियों के मौसम का देर से आगमन हो सकता है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने जानकारी सांझा की है कि अक्टूबर में देश का औसत तापमान 26.92 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि 1901 के बाद सबसे अधिक है। सामान्य तापमान 25.69 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले यह वृद्धि दर्ज की गई। न्यूनतम तापमान भी 21.85 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सामान्य न्यूनतम तापमान 20.01 डिग्री सेल्सियस है। पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति ने बढ़ाई चिंताएं इस गर्मी का कारण पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति है। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण पूर्वी हवाएं प्रभावित हुई हैं। उत्तर-पश्चिम भारत में ठंडे मौसम के लिए उत्तर-पश्चिमी हवाओं की जरूरत होती है। अगले दो हफ्तों तक उत्तर-पश्चिम भारत में, जिसमें पंजाब और चंडीगढ़ भी शामिल हैं, तापमान सामान्य से 2-5 डिग्री सेल्सियस ऊपर रह सकता है। इसके बाद ही धीरे-धीरे तापमान में गिरावट की उम्मीद है। चंडीगढ़ सहित पंजाब के शहरों का तापमान अमृतसर- शनिवार का सर्वाधिक तापमान 30.3 डिग्री दर्ज किया गया। आज तापमान 15 से 32 डिग्री के बीच रह सकता है। जालंधर- शनिवार का तापमान 31.7 डिग्री दर्ज किया गया। आज तापमान 14 से 32 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। लुधियाना- बीती शाम का तापमान 32 डिग्री दर्ज किया गया। आज तापमान 14 से 33 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। पटियाला- शनिवार का अधिकतम तापमान 31.7 डिग्री दर्ज किया गया। आज तापमान 15 से 34 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। मोहाली- बीती शाम अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री दर्ज किया गया। आज तापमान 19 से 32 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। चंडीगढ़- शनिवार का तापमान 32.9 डिग्री दर्ज किया गया। आज तापमान 15 से 33 डिग्री के बीच रह सकता है।