हरियाणा में सरसों की खरीद 15 मार्च से शुरू हो चुकी है। झज्जर मंडियों में सरसों ना के बराबर ही पहुंच रही है। जाे सरसों आ रही है उसकी भी खरीद आढ़तियों द्वारा नहीं की जा रही। अधिक नमी के कारण सरसों की खरीद में रूकावट बनी हुई है। हालांकी झज्जर मंडी में अब तक किसान 40 क्विंटल सरसों लेकर आ चुके हैं। झज्जर में सरसों की खरीद के लिए मार्किट कमेटी की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सरसों डालने के लिए शेड खाली करवाए गए हैं तो गेट पास के लिए कर्मचारी लगाए गए हैं। सरसों की खरीद के लिए जिले में कुल 5 मंडियां बनाई गई हैं। मार्किट कमेटी की ओर से मंडियों की सफाई से लेकर पानी की व्यवस्था भी की गई है। हैफेड और वेयरहाउस एजेंसी करेंगी खरीद झज्जर जिले में सरसों की खरीद के लिए दो एजेंसियों को सरकार की ओर से अनुमति दी गई है। झज्जर जिले की पांच मंडियों में हैफेड और वेयर हाउस एजेंसियां सरसों की खरीद करेंगी। किसानों की सरसों की फसल को एजेंसियां आढ़तियों के माध्यम से खरीदेगी। जिले की मंडियों में अभी नामात्र ही सरसों पहुंच पाई है। लेकिन अभी तक सरसों की खरीद नहीं हो पाई है। 5950 रूपए प्रति क्विंटल सरसों खरीद होगी शुरू
इस बार सरसों की खरीद के लिए सरकार की ओर से एमएसपी रेट निर्धारित किए गए हैं। सरकार की ओर से किसानों की सरसों की खरीद के लिए एमएसपी रेट 5950 रूपए प्रति क्विंटल रखा गया है। वहीं सरसों की खरीद नमी के आधार पर की जाएगी। किसानों से अधिकारी का आह्वान
मार्किट कमेटी के सचिव रामनिवास ने किसानों से अपील करते हुए कहा है कि इस बार अपनी फसल को मंडी में लाने से पहले उसकी नमी अवश्य जांच लें। ताकि खरीददारी करने में कोई दिक्कत ना हो। उन्होंने कहा कि मार्किट कमेटी की ओर से फसल खरीद के लिए परफेक्ट डाटा ऑपरेटर लगाए गए हैं। जो हर काम को तसल्ली और सही करेंगे और किसानों को गाईड भी करेंगे। सचिव ने कहा कि मार्किट कमेटी की ओर सरसों खरीद को लेकर किसान को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करने दिया जाएगा। मंडी में फसल की नमी को चेक कर खरीद एजेंसी और आढ़ती सरसों का मूल्य लगाएंगे। अगर किसी भी किसान को उनकी जांच में कमी लगेगी तो मार्किट कमेटी की ओर से किसान की सरसों की फसल की नमी को जांचा जाएगा। हरियाणा में सरसों की खरीद 15 मार्च से शुरू हो चुकी है। झज्जर मंडियों में सरसों ना के बराबर ही पहुंच रही है। जाे सरसों आ रही है उसकी भी खरीद आढ़तियों द्वारा नहीं की जा रही। अधिक नमी के कारण सरसों की खरीद में रूकावट बनी हुई है। हालांकी झज्जर मंडी में अब तक किसान 40 क्विंटल सरसों लेकर आ चुके हैं। झज्जर में सरसों की खरीद के लिए मार्किट कमेटी की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सरसों डालने के लिए शेड खाली करवाए गए हैं तो गेट पास के लिए कर्मचारी लगाए गए हैं। सरसों की खरीद के लिए जिले में कुल 5 मंडियां बनाई गई हैं। मार्किट कमेटी की ओर से मंडियों की सफाई से लेकर पानी की व्यवस्था भी की गई है। हैफेड और वेयरहाउस एजेंसी करेंगी खरीद झज्जर जिले में सरसों की खरीद के लिए दो एजेंसियों को सरकार की ओर से अनुमति दी गई है। झज्जर जिले की पांच मंडियों में हैफेड और वेयर हाउस एजेंसियां सरसों की खरीद करेंगी। किसानों की सरसों की फसल को एजेंसियां आढ़तियों के माध्यम से खरीदेगी। जिले की मंडियों में अभी नामात्र ही सरसों पहुंच पाई है। लेकिन अभी तक सरसों की खरीद नहीं हो पाई है। 5950 रूपए प्रति क्विंटल सरसों खरीद होगी शुरू
इस बार सरसों की खरीद के लिए सरकार की ओर से एमएसपी रेट निर्धारित किए गए हैं। सरकार की ओर से किसानों की सरसों की खरीद के लिए एमएसपी रेट 5950 रूपए प्रति क्विंटल रखा गया है। वहीं सरसों की खरीद नमी के आधार पर की जाएगी। किसानों से अधिकारी का आह्वान
मार्किट कमेटी के सचिव रामनिवास ने किसानों से अपील करते हुए कहा है कि इस बार अपनी फसल को मंडी में लाने से पहले उसकी नमी अवश्य जांच लें। ताकि खरीददारी करने में कोई दिक्कत ना हो। उन्होंने कहा कि मार्किट कमेटी की ओर से फसल खरीद के लिए परफेक्ट डाटा ऑपरेटर लगाए गए हैं। जो हर काम को तसल्ली और सही करेंगे और किसानों को गाईड भी करेंगे। सचिव ने कहा कि मार्किट कमेटी की ओर सरसों खरीद को लेकर किसान को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करने दिया जाएगा। मंडी में फसल की नमी को चेक कर खरीद एजेंसी और आढ़ती सरसों का मूल्य लगाएंगे। अगर किसी भी किसान को उनकी जांच में कमी लगेगी तो मार्किट कमेटी की ओर से किसान की सरसों की फसल की नमी को जांचा जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
