हरियाणा के भिवानी में कस्बा बवानी खेड़ा के कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के समीप ढ़ाणी वाले फाटक जी66सी के पास एक युवक ने ट्रेन से कट कर आत्महत्या कर ली। रेलवे लाइन पर शव पड़ा देख लोगों की भीड़ लग गई। सूचना के बाद राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) मौके पर पहुंची और कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचाया। बवानी खेड़ा में मौके पर पहुंचे GRP एएसआई फतेसिंह, प्रविन्द्र ने बताया बुधवार सुबह लगभग 3 बजे हांसी से रेवाड़ी की तरफ जा रही मालगाड़ी के नीचे व्यक्ति ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। उसकी पहचान रामूपुरा निवासी लगभग 35 वर्षीय मोनू के तौर पर हुई। उसके पिता का स्वर्गवास हो चुका है। मृतक दो भाइयों में बड़ा था व माता मजदूरी का काम करती है। जांच अधिकारी एएसआई फतेसिंह ने बताया कि उन्हें रेलवे स्टेशन के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई और मौके पर पहुंचकर पाया कि उसके शव के पास एक मोबाइल फोन पड़ा था। उसकी स्क्रीन टूटी हुई थी व बार बार फोन मिलाने पश्चात पता चला कि शव रामूपुरा निवासी लगभग 35 वर्षीय मोनू का है। ट्रेन की चपेट में आने से उसके दोनों हाथ कटे हुए थे। उन्होंने बताया कि इसकी सूचना परिजनों को दी गई है। शव का पोस्टमार्टम करवाकर आगामी कार्यवाही की जाएगी हरियाणा के भिवानी में कस्बा बवानी खेड़ा के कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के समीप ढ़ाणी वाले फाटक जी66सी के पास एक युवक ने ट्रेन से कट कर आत्महत्या कर ली। रेलवे लाइन पर शव पड़ा देख लोगों की भीड़ लग गई। सूचना के बाद राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) मौके पर पहुंची और कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचाया। बवानी खेड़ा में मौके पर पहुंचे GRP एएसआई फतेसिंह, प्रविन्द्र ने बताया बुधवार सुबह लगभग 3 बजे हांसी से रेवाड़ी की तरफ जा रही मालगाड़ी के नीचे व्यक्ति ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। उसकी पहचान रामूपुरा निवासी लगभग 35 वर्षीय मोनू के तौर पर हुई। उसके पिता का स्वर्गवास हो चुका है। मृतक दो भाइयों में बड़ा था व माता मजदूरी का काम करती है। जांच अधिकारी एएसआई फतेसिंह ने बताया कि उन्हें रेलवे स्टेशन के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई और मौके पर पहुंचकर पाया कि उसके शव के पास एक मोबाइल फोन पड़ा था। उसकी स्क्रीन टूटी हुई थी व बार बार फोन मिलाने पश्चात पता चला कि शव रामूपुरा निवासी लगभग 35 वर्षीय मोनू का है। ट्रेन की चपेट में आने से उसके दोनों हाथ कटे हुए थे। उन्होंने बताया कि इसकी सूचना परिजनों को दी गई है। शव का पोस्टमार्टम करवाकर आगामी कार्यवाही की जाएगी हरियाणा | दैनिक भास्कर
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आयुष यूनिवर्सिटी के कुलपति की कार्यप्रणाली के खिलाफ शिक्षकों ने राज्यपाल को लिखा पत्र
आयुष यूनिवर्सिटी के कुलपति की कार्यप्रणाली के खिलाफ शिक्षकों ने राज्यपाल को लिखा पत्र विकास बत्तान | कुरुक्षेत्र श्रीकृष्ण आयुष यूनिवर्सिटी कुरुक्षेत्र के कई शिक्षकों ने सामूहिक रूप से राज्यपाल को कुलपति की कार्यप्रणाली और यूनिवर्सिटी में शिक्षकों के साथ भेदभाव करने के आरोप लगाते हुए पत्र लिखा है। 10 प्वॉइंट के इस सामूहिक पत्र में शिक्षकों ने विभिन्न विभागों के मुद्दों को उठाते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा किए जा रहे भेदभाव के बारे में बताया है। शिक्षकों ने सबसे पहले प्वॉइंट में लिखा है कि यूनिवर्सिटी के एक विभाग की वरिष्ठ महिला प्रोफेसर को पहले विभाग के शिक्षकों में आपसी मनमुटाव होने को आधार बताकर विभागाध्यक्ष के पद से हटाया गया। इसके बाद विभाग कॉलेज प्राचार्य को विभागाध्यक्ष का पदभार सौंपा लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अब प्राचार्य से पदभार वापस लेकर विभाग के ही एक जूनियर शिक्षक को विभागाध्यक्ष बना दिया। शिक्षकों ने कहा कि यह मामला सीधे तौर पर वरिष्ठता के नियमों के खिलाफ है। इतना ही नहीं शिक्षकों ने कहा कि जिस शिक्षक को विभागाध्यक्ष बनाया, उनके खिलाफ पुलिस में केस भी लंबित है। दूसरे प्वॉइंट में शिक्षकों ने द्रव्यगुण विभाग की टीचिंग फैकल्टी डॉ. संगीता नेहरा से एमडी का गाइड पद छीनने को भी पूरी तरह से गलत बताया। शिक्षकों ने कहा कि जब एनसीआईएसएम की ओर से डॉ. संगीता नेहरा को टीचिंग कोड मिला हुआ है तो उनसे एमडी का गाइड पद छीनना भेदभाव को दिखाता है। इसके साथ ही तीसरे प्वॉइंट में कुलपति पर नियमों को दरकिनार कर पीएचडी गाइड बनने के बारे में लिखा है। शिक्षकों ने अपने सामूहिक पत्र के चौथे प्वॉइंट में पीएचडी की परीक्षा के दौरान मोबाइल में फोटो खींचने के आरोपी शिक्षक को पकड़कर उनका मोबाइल जब्त करने वाले परीक्षा नियंत्रक को हटाने और मोबाइल में फोटो खींचने वाले शिक्षक को डीन बनाने का मामला उठाया है। इसके साथ ही 5वें प्वॉइंट में यूनिवर्सिटी में पीएचडी कार्यक्रम यूजीसी गाइडलाइन के अनुरूप न चलने के आरोप लगाए गए हैं। छठे प्वॉइंट में शिक्षकों ने लिखा कि कुलपति के निर्देश पर चहेते शिक्षक की हाजिरी कॉलेज के हाजिरी रजिस्टर में न लगवाकर अलग रजिस्टर में लगवाई जा रही है। जबकि उनका वेतन कॉलेज से शिक्षक पद का ही जारी हो रहा है न कि कुलपति द्वारा दिए गए अतिरिक्त कार्यभार का। 7वें प्वॉइंट में शिक्षकों ने कौमार भृत्य विभाग की वरिष्ठता को दरकिनार कर जूनियर को सीनियर और सीनियर को जूनियर बनाने के मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। 8वें प्वॉइंट में शिक्षकों ने एनसीआईएसएम के नियमों का हवाला देते हुए गैर शिक्षक वर्ग से चिकित्सा प्रभारी बनाने की बात कही जबकि यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से शिक्षक वर्ग से चिकित्सा प्रभारी बनाया गया है। 9वें प्वॉइंट में शिक्षकों ने कहा कि जो शिक्षक पीएचडी नहीं हैं उन्हें पीएचडी सैल इंचार्ज जैसे महत्वपूर्ण पद दिए गए हैं। इतना ही नहीं जो शिक्षक खुद पीएचडी नहीं है या खुद पीएचडी कर रहा है उसे भी पीएचडी का गाइड यूनिवर्सिटी में बनाया गया है। वहीं 10वें प्वॉइंट में शिक्षकों ने कहा कि भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाने पर यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से एसीआर भी खराब की जा सकती है। सामूहिक रूप से पत्र लिखकर की जांच की मांग श्रीकृष्ण आयुष यूनिवर्सिटी के शिक्षक व आयुर्वेदिक शिक्षक संघ के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अशोक राणा ने बताया कि 5 शिक्षकों की ओर से राज्यपाल को सामूहिक रूप से पत्र लिखकर यूनिवर्सिटी में नियमों के विरुद्ध हो रहे कार्यों की जांच की मांग की गई है। डॉ. राणा ने कहा कि इन सभी मामलों में वे यूनिवर्सिटी प्रशासन से जांच की मांग पहले भी कर चुके हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके चलते अब शिक्षकों ने एकजुट होकर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति राज्यपाल को सामूहिक पत्र लिखा है।
कुरूक्षेत्र में हत्या के दोषी बाप-बेटे को आजीवन कारावास:फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट ने सुनाया फैसला, 1.51 लाख का जुर्माना
कुरूक्षेत्र में हत्या के दोषी बाप-बेटे को आजीवन कारावास:फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट ने सुनाया फैसला, 1.51 लाख का जुर्माना हरियाणा के कुरूक्षेत्र जिले की अतिरिक्त जिला एवं सैशन न्यायाधीश फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट ने हत्या करने के दोषी महाबीर व फूल सिंह वासी तिगरी खालसा जिला कुरूक्षेत्र को आजीवन कठोर कारावास व क्रमशः 1 लाख 3 हजार व 48 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। लाठी-डंडों से किया था परिवार पर हमला उप जिला न्यायवादी प्रदीप मालिक ने बताया कि 25 मार्च 2021 को बिट्टू वासी तिगरी खालसा जिला कुरूक्षेत्र ने थाना केयूके पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि 24 मार्च 2021 को वह अपने परिवार के साथ अपने घर पर था। उसी समय गली में फूल सिंह व उसके लड़के गाली गलौज करते हुए उनके घर में आए। घर में आते ही उन्होंने उसके परिवार पर लाठी डंडों से हमला कर दिया। पीजीआई चंडीगढ़ रेफर जब उसकी माता बिमला देवी बीच-बचाव करने के लिए आई तो आरोपियों ने उनके ऊपर भी लाठी डंडों से हमला किया। हमले की वजह से उसकी माता बेहोश हो गई। उनको इलाज के लिए एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उनको पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया, जहां पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। शिकायत के आधार पर थाना केयूके में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करके जांच शुरू की गई। तफ्तीश के दौरान आरोपी महाबीर व उसका पिता फूल सिंह वासी तिगरी खालसा जिला कुरूक्षेत्र को गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों को गिरफ्तार करके अदालत के आदेश से कारागार भेज दिया गया था। ये सजा सुनाई 18 अक्टूबर 2024 को मामले की नियमित सुनवाई फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट में करते हुए अतिरिक्त जिला एवं सैशन न्यायाधीश की अदालत ने गवाहों व सबूतों के आधार पर आरोपी पिता-पुत्र महाबीर व फूल सिंह को दोषी करार दिया। आईपीसी की धारा 302 के तहत दोनों को आजीवन कठोर कारावास व 20 हजार रुपए जुर्माना तथा जुर्माना न भरने की सूरत में 12 माह के अतिरिक्त कठोर कारावास की सजा सुनाई। आईपीसी की धारा 323 के तहत आजीवन कठोर कारावास व 1 हजार रुपए जुर्माना तथा जुर्माना न भरने की सूरत में 15 दिन के अतिरिक्त कठोर कारावास की सजा, आईपीसी की धारा 460 के तहत 10 साल कठोर कारावास व 10 हजार रुपए जुर्माना तथा जुर्माना न भरने की सूरत में 9 माह के अतिरिक्त कठोर कारावास की सजा, आईपीसी की धारा 506 के तहत 1 साल कठोर कारावास व 2 हजार रुपए जुर्माना तथा जुर्माना न भरने की सूरत में 1 माह के अतिरिक्त कठोर कारावास की सजा सुनाई।
हरियाणा का अमित, जिसके परिवार से मिले राहुल गांधी:जमीन बेची-घर गिरवी, 4 महीने से अस्पताल में; भास्कर से बोला- अब लौटना चाहता हूं
हरियाणा का अमित, जिसके परिवार से मिले राहुल गांधी:जमीन बेची-घर गिरवी, 4 महीने से अस्पताल में; भास्कर से बोला- अब लौटना चाहता हूं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को तड़के हरियाणा में करनाल के गांव घोघड़ीपुर में अचानक पहुंच सभी को चौंका दिया। उन्होंने यहां एक युवक के परिजनों से मुलाकात की, जिससे वह अमेरिका दौरे के दौरान मिले थे। उन्होंने युवक के साथ करीब 2 घंटे बिताए थे। उस लड़के का नाम अमित मान है। वह अपनी जमीन बेचकर, घर गिरवी रखकर अमेरिका गया था। जाने के लिए भी उसने डंकी मारी थी। उसका करीब 4 महीने पहले अमेरिका में एक्सीडेंट हुआ था। वह ठीक से चल-फिर नहीं पाता। अमेरिका में अकेला भी महसूस कर रहा है। इसलिए अब वह चाहता है कि भारत लौट आए और मां के साथ ही समय बिताए। दैनिक भास्कर के रिपोर्टर रिंकू नरवाल ने अमित से वीडियो कॉल पर देश छोड़कर अमेरिका जाने से लेकर राहुल गांधी से मुलाकात पर बातचीत की… 1. जमीन बेची, डंकी मारकर अमेरिका गया
अमित ने कहा कि करीब डेढ़ साल पहले अपनी 3 बीघा जमीन बेचकर और घर गिरवी रखकर अमेरिका आया था। इसमें करीब 42 लाख रुपए खर्च हुए। डंकी के रास्ते अमेरिका पहुंचा था। 7 साल पहले पिता बीर सिंह की मौत हो गई थी। इसलिए मैंने सोचा था कि विदेश में पैसा कमाकर घर की मदद करूंगा और आर्थिक तंगी दूर होगी। अमेरिका में एक कंपनी में ड्राइवर का काम मिला। ठीक-ठाक पैसे भी कमा रहा था, लेकिन एक्सीडेंट के बाद परेशानी शुरू हुई। एक्सीडेंट के बारे में अमित ने कहा कि इसी साल 21 मई को जब मैं काम से वापस घर आ रहा था, तभी एक कार ने मुझे टक्कर मार दी। इससे मैं गंभीर रूप से घायल हो गया। टक्कर लगने के बाद मैं बेहोश हो गया था। मुझे पता ही नहीं चला कि कब क्या हुआ। 2. एक्सीडेंट के 23 दिन बाद होश आया
एक्सीडेंट के 23 दिन बाद जब मेरी आंखें खुलीं तो मैं अस्पताल के बेड पर पड़ा था। मुझे बताया गया कि हादसे के बाद पुलिस वाले अस्पताल लेकर पहुंचे थे। मेरा शरीर काम करने लायक नहीं है। बहुत मुश्किल से बेड से उठ पाता हूं। एक्सीडेंट के बारे में घरवालों को भी पता नहीं चला था। 3 महीने बाद खुद मैंने ही घरवालों को फोन कर एक्सीडेंट के बारे में बताया था। इस बीच घरवालों ने मुझसे संपर्क करने की कोशिश की थी, लेकिन बात नहीं हो पाईं। 3. गांव का लड़का राहुल गांधी को लेकर आया
अमित ने कहा मेरे को राहुल गांधी इसी संडे को मिले थे। तेजिंदर मान उन्हें मेरे पास लेकर आया था। तेजिंदर मान मेरे ही गांव का लड़का है। हम साथ ही रहते हैं। राहुल गांधी मेरे पास करीब 2 घंटे रुके थे। उन्होंने मुझसे बहुत बातें की थीं। राहुल ने उससे घर छोड़ने का कारण भी पूछा। साथ ही एक्सीडेंट की भी डिटेल ली। जब राहुल गांधी मेरे पास से चलने को हुए तो उन्होंने मुझसे बोला था कि वह मेरे घर पर भी जाएंगे और मेरी मां से मिलेंगे। 4. राहुल गांधी से अच्छे संबंध
अमित ने बताया कि तेजिंदर मान के राहुल गांधी के साथ अच्छे संबंध हैं। उनका पूरा परिवार कांग्रेस से जुड़ा हुआ है। तेजिंदर ने कैथल से कांग्रेस के विधायक रहे तेजी मान के साथ काम किया है। अब तेजिंदर अमेरिका में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के साथ काम कर रहा है। अमित ने कहा राहुल गांधी ने कहा था कि वह मेरे घर जाएंगे। सोमवार सुबह-सुबह ही वह मेरे घर पहुंच गए। उन्होंने मुझे एक बहुत बड़ा सरप्राइज दिया है। राहुल गांधी पहले नेता हैं जो मेरे घर पर आए हैं। 5. लीवर और कमर की लेफ्ट साइड डेड
अमित ने कहा मैंने डॉक्टर से अपना चेकअप करवाया था। डॉक्टर ने बताया कि मेरा लीवर और कमर की लेफ्ट साइड डेड हो चुकी है। जब मेरा लीवर और कमर ही खत्म हो चुके हैं तो मैं क्या करूं? मैं अब अपनी पूरी जिंदगी अपनी मां की गोद में ही बिताना चाहता हूं। इस समय अमित के बड़े भाई अजीत मान पर घर की जिम्मेदारी है। अजीत के 2 छोटे बच्चे हैं। उन पर मां और पत्नी की भी जिम्मेदारी है। जो जमीन थी, उसे अमित को विदेश भेजने के लिए बेच दिया और जिस घर में वे रहते हैं वह भी गिरवी है। अजीत सिर्फ मजदूरी के भरोसे है। ये खबर भी पढ़ें… चुनाव के बीच अचानक हरियाणा पहुंचे राहुल गांधी:अमेरिका में घायल हुए युवक के परिजन से मिले; वीडियो कॉल पर बात भी कराई हरियाणा विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच राहुल गांधी शुक्रवार सुबह करनाल पहुंचे। यहां उन्होंने एक युवक के परिवार से मुलाकात की, जिससे वे अमेरिका दौरे के समय मिले थे। राहुल ने युवक के घर पहुंचकर उसे वीडियो कॉल भी किया। राहुल शुक्रवार सुबह करीब साढ़े 5 बजे करनाल के घोघड़ीपुर गांव पहुंचे थे। राहुल के दौरे के बारे में न तो स्थानीय कांग्रेस नेताओं को सूचना थी न पुलिस प्रशासन को। (पूरी खबर पढ़ें)