हिमाचल की बेटी ने नौकरी की बजाय चुनी डेयरी:यू-ट्यूब से सीखी फार्मिंग; 70 परिवारों को रोजगार, हर महीने कमा रही सवा लाख रुपए

हिमाचल की बेटी ने नौकरी की बजाय चुनी डेयरी:यू-ट्यूब से सीखी फार्मिंग; 70 परिवारों को रोजगार, हर महीने कमा रही सवा लाख रुपए

हिमाचल के मंडी जिले के कोटली उपमंडल के कून गांव की सकीना ठाकुर ने एमए इतिहास की पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की जगह डेयरी व्यवसाय चुना। मंडी में मिलने वाले निम्न गुणवत्ता के दूध को देखकर उन्होंने यह कदम उठाया और आज सवा लाख रुपए हर महीने कमा रही हैं। शुरुआत में परिवार और समाज से विरोध का सामना करना पड़ा। पड़ोसी गांव भरगांव की चिंता देवी से प्रेरणा लेकर उन्होंने आगे बढ़ने का फैसला किया। यू-ट्यूब से डेयरी फार्मिंग सीखी और पंजाब के बठिंडा से होलस्टीन फ्रिजियन नस्ल की गाय खरीदी। फार्म में एचएफ नस्ल की 14 गायें सकीना ठाकुर कहती हैं कि हिमाचल प्रदेश सरकार की मदद से नवंबर-2024 में उनके गांव में द कून महिला दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति का कार्यालय खुला। राज्य दुग्ध उत्पादक प्रसंघ ने सभी आवश्यक सुविधाएं और उपकरण उपलब्ध कराए। वर्तमान में उनके फार्म में एचएफ नस्ल की 14 गायें हैं। वह प्रतिदिन 112 लीटर दूध का उत्पादन कर रही हैं। साढ़े चार लाख रुपए की लागत से आधुनिक शेड बनाया है। मिल्किंग मशीन व चारा कटर पर 50 हजार रुपए का निवेश किया है। प्रतिमाह सवा लाख रुपए की आय फार्म से सकीना को प्रतिमाह सवा लाख रुपए तक की आय हो रही है। उनकी सोसाइटी से कून सहित कोट, लंबीधार, द्रुब्बल, त्रैहड़, माहन आदि गांवों के 70 परिवार जुड़े हैं। सहकारी समिति की मासिक आय दो लाख रुपए तक पहुंच गई है। हिमाचल के मंडी जिले के कोटली उपमंडल के कून गांव की सकीना ठाकुर ने एमए इतिहास की पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की जगह डेयरी व्यवसाय चुना। मंडी में मिलने वाले निम्न गुणवत्ता के दूध को देखकर उन्होंने यह कदम उठाया और आज सवा लाख रुपए हर महीने कमा रही हैं। शुरुआत में परिवार और समाज से विरोध का सामना करना पड़ा। पड़ोसी गांव भरगांव की चिंता देवी से प्रेरणा लेकर उन्होंने आगे बढ़ने का फैसला किया। यू-ट्यूब से डेयरी फार्मिंग सीखी और पंजाब के बठिंडा से होलस्टीन फ्रिजियन नस्ल की गाय खरीदी। फार्म में एचएफ नस्ल की 14 गायें सकीना ठाकुर कहती हैं कि हिमाचल प्रदेश सरकार की मदद से नवंबर-2024 में उनके गांव में द कून महिला दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति का कार्यालय खुला। राज्य दुग्ध उत्पादक प्रसंघ ने सभी आवश्यक सुविधाएं और उपकरण उपलब्ध कराए। वर्तमान में उनके फार्म में एचएफ नस्ल की 14 गायें हैं। वह प्रतिदिन 112 लीटर दूध का उत्पादन कर रही हैं। साढ़े चार लाख रुपए की लागत से आधुनिक शेड बनाया है। मिल्किंग मशीन व चारा कटर पर 50 हजार रुपए का निवेश किया है। प्रतिमाह सवा लाख रुपए की आय फार्म से सकीना को प्रतिमाह सवा लाख रुपए तक की आय हो रही है। उनकी सोसाइटी से कून सहित कोट, लंबीधार, द्रुब्बल, त्रैहड़, माहन आदि गांवों के 70 परिवार जुड़े हैं। सहकारी समिति की मासिक आय दो लाख रुपए तक पहुंच गई है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर