समिट बिल्डिंग में रोज हंगामा, रोज बवाल:पास में चौकी, पुलिस के सामने होती मारपीट; सड़क पर लगी गाड़ियों की लंबी कतार

समिट बिल्डिंग में रोज हंगामा, रोज बवाल:पास में चौकी, पुलिस के सामने होती मारपीट; सड़क पर लगी गाड़ियों की लंबी कतार

लखनऊ के पॉश इलाके गोमती नगर स्थित समिट बिल्डिंग में रोज हंगामा, रोज बवाल होता है। कभी बिल्डिंग के अंदर हूटिंग-झगड़े तो कभी बाहर। शनिवार रात एक बार फिर हंगामा देखने को मिला। नशे में धुत दो युवकों ने बिल्डिंग परिसर में एक-दूसरे से जमकर मारपीट की। हंगामे के बाद पहुंची पुलिस ने युवकों डंडे मारकर भगाया। गौरतलब है कि एक दिन पहले भी बिल्डिंग में लड़के-लड़कियों ने बवाल किया था। बिल्डिंग में पुलिस चौकी भी है। पुलिस की मौजूदगी में ये बवाल होते रहते हैं। हालांकि, सूचना मिलते ही पुलिस जाकर हस्तक्षेप करती है। 3 तस्वीरों में देखिए समिट बिल्डिंग का हाल पुलिस ने डंडा मारकर भगाया शनिवार रात कुछ युवकों ने समिट बिल्डिंग के बाहर हुड़दंग मचाया। दो युवक देर रात बिल्डिंग के एक कैफे से बाहर निकले थे और नशे की हालत में थे। किसी बात पर बहस शुरू हुई, जो कुछ ही मिनटों में हाथापाई में बदल गई। बिल्डिंग परिसर में ही दोनों एक-दूसरे को घूंसे मारते और गालियां देते नजर आए। इसकी सूचना मिलते ही वहां की चौकी पुलिस पहुंची। पुलिस ने डंडा मारकर दोनों युवकों को अलग किया। एक रात पहले भी हुआ था हंगामा समिट बिल्डिंग में गुरुवार रात भी नशेड़ी लड़के-लड़कियों ने जमकर हंगामा किया। सूचना पर पुलिसकर्मी पहुंचे तो उनसे भी भिड़ गए। इस पर थाने से फोर्स बुलाई गई। पुलिस बल की संख्या बढ़ती देख लगभग सभी लड़के-लड़कियां भाग गए, लेकिन एक पकड़ लिया गया। पुलिस ने उस युवक को हिरासत में लेकर शांतिभंग में कार्रवाई की। बिल्डिंग की पार्किंग एरिया में कर रहे थे हंगामा विभूतिखंड पुलिस के मुताबिक, नशे में हंगामा करने वाले आजमगढ़ के गोपालपुर सिंधारी न्यू बस्ती खैरातपुर निवासी अभिनव प्रताप सिंह को पकड़ा गया। उसके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। ये लोग नशे में विवाद करते हुए बिल्डिंग के पार्किंग एरिया में आ गए। पुलिस के रोकने पर हंगामा करने लगे थे। एक साल पहले भी हुआ था बवाल आबकारी टीम ने रात 1 बजे बंद कराया जे-क्लब लखनऊ की समिट बिल्डिंग में बवाल-हंगामे होते रहते हैं। पिछले साल 4 मई को रात 12 बजे इसी तरह हंगामा हुआ था। पुलिस पहुंची तो युवकों का आना-जाना लगा था। इस बीच कुछ लड़के-लड़कियां शराब के नशे में आपस में भिड़ गए। पुलिस की मौजूदगी में ही नौबत मारपीट तक पहुंच गई। कुछ लड़कियों ने अभद्रता भी की। वहीं, दूसरी तरफ आधी रात के बाद आबकारी टीम एक्टिव हुई। टीम गोमती नगर के जे-क्लब पहुंची। यहां जांच की तो देर रात तक क्लब खुला था। जिसे बंद कराया गया। नशे में कई नाबालिग लड़कियां मिलीं देर रात जब पुलिस क्लब को बंद कराने पहुंची तब कई नाबालिग लड़कियां थीं। वे सीढ़ियों पर लड़खड़ाती दिखीं। कई बार तो ऐसा लगा कि सीढ़ी से उतरते समय लड़कियां गिर न जाएं। ज्यादातर लड़कियां 21 वर्ष से कम की थीं। नियम है कि क्लब में 21 साल से कम उम्र के लोगों को शराब नहीं परोसी जा सकती। लेकिन लखनऊ के कई क्लबों में यह नियम नहीं फॉलो होता। क्लब में रात 12 बजे के बाद भी युवक-युवतियों का आना-जाना जारी था। दो महीने के भीतर कई बार विवाद हुआ जे-क्लब पिछले साल 8 मार्च को शुरू हुआ था। महज दो महीने के भीतर ही यहां कई बार विवाद भी हुआ। स्थिति यह थी कि महज 600 मीटर की दूरी पर गोमती नगर विस्तार थाना है। इसके बावजूद क्लब संचालकों पर कोई असर नहीं पड़ता। बताया गया कि यह क्लब पूर्वांचल के एक ताकतवर विधायक के रिश्तेदार का है। सत्ता और शासन में उसकी अच्छी पकड़ है, इसी वजह से भोर तक क्लब चलता रहता है। कार्रवाई भी नहीं होती है। पुलिस पहुंची, फिर भी होती रही क्लब में एंट्री गोमती नगर स्थित समिट बिल्डिंग के 13वें फ्लोर पर माय बार क्लब है। यहां पिछले साल हुए बवाल के बाद जब पुलिस पहुंची, तब भी लड़के-लड़कियां क्लब पर जा रहे थे। दैनिक भास्कर टीम जब वीडियो बनाना शुरू किया, तब चौकी प्रभारी प्रमोद कुमार सिंह अपनी टीम के साथ हरकत में आए। लेकिन मौके पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। लखनऊ के पॉश इलाके गोमती नगर स्थित समिट बिल्डिंग में रोज हंगामा, रोज बवाल होता है। कभी बिल्डिंग के अंदर हूटिंग-झगड़े तो कभी बाहर। शनिवार रात एक बार फिर हंगामा देखने को मिला। नशे में धुत दो युवकों ने बिल्डिंग परिसर में एक-दूसरे से जमकर मारपीट की। हंगामे के बाद पहुंची पुलिस ने युवकों डंडे मारकर भगाया। गौरतलब है कि एक दिन पहले भी बिल्डिंग में लड़के-लड़कियों ने बवाल किया था। बिल्डिंग में पुलिस चौकी भी है। पुलिस की मौजूदगी में ये बवाल होते रहते हैं। हालांकि, सूचना मिलते ही पुलिस जाकर हस्तक्षेप करती है। 3 तस्वीरों में देखिए समिट बिल्डिंग का हाल पुलिस ने डंडा मारकर भगाया शनिवार रात कुछ युवकों ने समिट बिल्डिंग के बाहर हुड़दंग मचाया। दो युवक देर रात बिल्डिंग के एक कैफे से बाहर निकले थे और नशे की हालत में थे। किसी बात पर बहस शुरू हुई, जो कुछ ही मिनटों में हाथापाई में बदल गई। बिल्डिंग परिसर में ही दोनों एक-दूसरे को घूंसे मारते और गालियां देते नजर आए। इसकी सूचना मिलते ही वहां की चौकी पुलिस पहुंची। पुलिस ने डंडा मारकर दोनों युवकों को अलग किया। एक रात पहले भी हुआ था हंगामा समिट बिल्डिंग में गुरुवार रात भी नशेड़ी लड़के-लड़कियों ने जमकर हंगामा किया। सूचना पर पुलिसकर्मी पहुंचे तो उनसे भी भिड़ गए। इस पर थाने से फोर्स बुलाई गई। पुलिस बल की संख्या बढ़ती देख लगभग सभी लड़के-लड़कियां भाग गए, लेकिन एक पकड़ लिया गया। पुलिस ने उस युवक को हिरासत में लेकर शांतिभंग में कार्रवाई की। बिल्डिंग की पार्किंग एरिया में कर रहे थे हंगामा विभूतिखंड पुलिस के मुताबिक, नशे में हंगामा करने वाले आजमगढ़ के गोपालपुर सिंधारी न्यू बस्ती खैरातपुर निवासी अभिनव प्रताप सिंह को पकड़ा गया। उसके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। ये लोग नशे में विवाद करते हुए बिल्डिंग के पार्किंग एरिया में आ गए। पुलिस के रोकने पर हंगामा करने लगे थे। एक साल पहले भी हुआ था बवाल आबकारी टीम ने रात 1 बजे बंद कराया जे-क्लब लखनऊ की समिट बिल्डिंग में बवाल-हंगामे होते रहते हैं। पिछले साल 4 मई को रात 12 बजे इसी तरह हंगामा हुआ था। पुलिस पहुंची तो युवकों का आना-जाना लगा था। इस बीच कुछ लड़के-लड़कियां शराब के नशे में आपस में भिड़ गए। पुलिस की मौजूदगी में ही नौबत मारपीट तक पहुंच गई। कुछ लड़कियों ने अभद्रता भी की। वहीं, दूसरी तरफ आधी रात के बाद आबकारी टीम एक्टिव हुई। टीम गोमती नगर के जे-क्लब पहुंची। यहां जांच की तो देर रात तक क्लब खुला था। जिसे बंद कराया गया। नशे में कई नाबालिग लड़कियां मिलीं देर रात जब पुलिस क्लब को बंद कराने पहुंची तब कई नाबालिग लड़कियां थीं। वे सीढ़ियों पर लड़खड़ाती दिखीं। कई बार तो ऐसा लगा कि सीढ़ी से उतरते समय लड़कियां गिर न जाएं। ज्यादातर लड़कियां 21 वर्ष से कम की थीं। नियम है कि क्लब में 21 साल से कम उम्र के लोगों को शराब नहीं परोसी जा सकती। लेकिन लखनऊ के कई क्लबों में यह नियम नहीं फॉलो होता। क्लब में रात 12 बजे के बाद भी युवक-युवतियों का आना-जाना जारी था। दो महीने के भीतर कई बार विवाद हुआ जे-क्लब पिछले साल 8 मार्च को शुरू हुआ था। महज दो महीने के भीतर ही यहां कई बार विवाद भी हुआ। स्थिति यह थी कि महज 600 मीटर की दूरी पर गोमती नगर विस्तार थाना है। इसके बावजूद क्लब संचालकों पर कोई असर नहीं पड़ता। बताया गया कि यह क्लब पूर्वांचल के एक ताकतवर विधायक के रिश्तेदार का है। सत्ता और शासन में उसकी अच्छी पकड़ है, इसी वजह से भोर तक क्लब चलता रहता है। कार्रवाई भी नहीं होती है। पुलिस पहुंची, फिर भी होती रही क्लब में एंट्री गोमती नगर स्थित समिट बिल्डिंग के 13वें फ्लोर पर माय बार क्लब है। यहां पिछले साल हुए बवाल के बाद जब पुलिस पहुंची, तब भी लड़के-लड़कियां क्लब पर जा रहे थे। दैनिक भास्कर टीम जब वीडियो बनाना शुरू किया, तब चौकी प्रभारी प्रमोद कुमार सिंह अपनी टीम के साथ हरकत में आए। लेकिन मौके पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर