बवानीखेड़ा में रात को फसल अवशेषों में भीषण आग:आंधी-तूफान से 50 एकड़ तक फैली लपटें; किसानों ने कड़ी मशक्कत से किया कंट्रोल

बवानीखेड़ा में रात को फसल अवशेषों में भीषण आग:आंधी-तूफान से 50 एकड़ तक फैली लपटें; किसानों ने कड़ी मशक्कत से किया कंट्रोल

हरियाणा के भिवानी जिले के बवानी खेड़ा कस्बा में आंधी तूफान के बीच किसानों के फसलों के अवशेषों में भीषण आग लग गई। किसानों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जब तब आग न बुझी, किसान व ग्रामीण परेशान रहे कि कहीं आग रिहायशी क्षेत्र में न पहुंच जाए। गनीमत रही कि आग गांव से दूर खेतों में लगी थी। जानकारी के अनुसार बीती रात को बवानी खेड़ा में खेड़ी रोड़ पर स्थित किसानों के खेतों में अचानक आग लग गई। किसान धर्मेन्द्र, अंकित, अजीत, अमित, मेयर, कृष्ण, ओमकुमार ने बताया कि उन्होंने अपनी रिहायश खेतों में बना रखी है।आंधी-तूफान के कारण उनके खेतों में 40 से 50 एकड़ में खड़े फसल अवशेषों में आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि वह लगातार फैलती ही जा रही थी। उन्होंने कहा कि यदि वे खेत में बनाए घरों में नहीं होते तो उनके सारे फसल अवशेष जलकर राख हो जाते। वहां सभी किसानों ने स्वयं टयूबलों के सहारे व टैंकरों की व्यवस्था करके आग पर पानी डालकर इस पर काबू पाया। हालांकि जान माल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन किसानों का काफी नुकसान हो गया। आग को फैलने से रोकने के लिए किसान कड़ी मशक्कत करते दिखे। हरियाणा के भिवानी जिले के बवानी खेड़ा कस्बा में आंधी तूफान के बीच किसानों के फसलों के अवशेषों में भीषण आग लग गई। किसानों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जब तब आग न बुझी, किसान व ग्रामीण परेशान रहे कि कहीं आग रिहायशी क्षेत्र में न पहुंच जाए। गनीमत रही कि आग गांव से दूर खेतों में लगी थी। जानकारी के अनुसार बीती रात को बवानी खेड़ा में खेड़ी रोड़ पर स्थित किसानों के खेतों में अचानक आग लग गई। किसान धर्मेन्द्र, अंकित, अजीत, अमित, मेयर, कृष्ण, ओमकुमार ने बताया कि उन्होंने अपनी रिहायश खेतों में बना रखी है।आंधी-तूफान के कारण उनके खेतों में 40 से 50 एकड़ में खड़े फसल अवशेषों में आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि वह लगातार फैलती ही जा रही थी। उन्होंने कहा कि यदि वे खेत में बनाए घरों में नहीं होते तो उनके सारे फसल अवशेष जलकर राख हो जाते। वहां सभी किसानों ने स्वयं टयूबलों के सहारे व टैंकरों की व्यवस्था करके आग पर पानी डालकर इस पर काबू पाया। हालांकि जान माल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन किसानों का काफी नुकसान हो गया। आग को फैलने से रोकने के लिए किसान कड़ी मशक्कत करते दिखे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर