‘यूपी में बोली लगाकर हो रही दलितों की हत्या’:चंद्रशेखर बोले-गुंडों को खुली छूट; पीड़ित परिवार के आंसू निकलेंगे तो अफसरों के पसीने छूटेंगे

‘यूपी में बोली लगाकर हो रही दलितों की हत्या’:चंद्रशेखर बोले-गुंडों को खुली छूट; पीड़ित परिवार के आंसू निकलेंगे तो अफसरों के पसीने छूटेंगे

मुझे कहने में संकोच नहीं है कि यूपी में बोली लगाकर दलितों की हत्या होने लगी है। स्थिति बहुत डरावनी है। ऐसा लगता है कि यूपी के गुंडों को खुली छूट मिल गई है। जितना चाहे दमन करें, उन पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। किस तरह चैलेंज कर 22 साल के बच्चे की हत्या कर दी गई। उसके माता-पिता ढूंढते रहे। आरोपी को इतना समय मिला कि वो सरेंडर कर सका। पुलिस उसे पकड़ नहीं सकी। अगर पीड़ित परिवार के आंसू निकलेंगे, तो अधिकारियों का पसीना भी वही छूटेगा। ये बातें नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने अलीगढ़ में कहीं। चंद्रशेखर दलित गौरव कुमार के परिजनों से मिलने पहुंचे थे। गौरव की 31 मई को अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। मृत युवक के परिजन धरने पर बैठे हैं। चंद्रशेखर परिवार के साथ काफी देर तक धरने पर बैठे रहे। उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिलाया। परिवार को 50 लाख की मदद और सरकारी नौकरी मिले
चंद्रशेखर ने कहा- आरोपी जुनैल इतना शातिर निकला कि उसने 5 लोगों का नाम लेकर गुमराह कर दिया। पुलिस को बाद में पता चला कि वो 5 इस मामले में शामिल नहीं थे। उसको सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चले। जिन अधिकारियों ने लापरवाही बरती, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि थानों में जो गरीबों पर जुल्म हो रहा है। वो रोका जा सके। गौरव के माता-पिता वृद्ध हैं, परिवार के लिए एक नौकरी और 50 लाख रुपए देने की मदद की मांग रखी है। परिवार की सुरक्षा के लिए भी अधिकारियों से कहा गया है। कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन होगा
उन्होंने कहा- नशा मुक्ति केंद्र में पीट-पीटकर हत्या करने के मामले पर भी अधिकारियों से बात हुई। अगर कार्रवाई नहीं होती है तो हमारे ही नेतृत्व में आंदोलन होगा। लापरवाही अधिकारियों को चार्ज नहीं देना चाहिए। गुंडों की मदद करने वालों पर मुकदमा होना चाहिए। मैं लोकसभा में भी ये मुद्दे उठाउंगा। भले ही हम लोकसभा में चुने गए हो, लेकिन सड़क से संघर्ष का रास्ता नहीं छोड़ेंगे। जब सत्ता तानाशाह हो जाएगी, तब सड़क का रास्ता ही हमारे पास बचता है। अब दलित युवक की हत्या के बारे में जानिए… गौरव को अगवा करके मार डाला
गौरव कुमार की 31 मई को हत्या हुई थी। वह अलीगढ़ के अकराबाद इलाके के बहादुरीगढ़ी में रहते थे। पहले उनको अगवा किया गया, फिर हत्या कर दी गई। परिवार ने जिन्हें नामजद कराया, उन्हें पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। आरोपी ने सरेंडर किया। परिवार के लोग पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगा रहे हैं। गभाना टोल पर समर्थक पहुंचे, PAC रही तैनात
भीम आर्मी चीफ नोएडा के रास्ते से अलीगढ़ पहुंचे। वह गभाना टोल होते हुए अलीगढ़ में दाखिल हुए। समर्थक गभाना टोल पर भी पहुंचे। यहां जमकर नारेबाजी हुई। माहौल न बिगड़े, इसलिए प्रशासन अलर्ट रहा। घंटाघर चौराहे पर भी चंद्रशेखर से मिलने समर्थक पहुंचे। हाथों में नीले झंडे लेकर नारेबाजी की गई। घंटाघर चौराहे पर और आसपास के पूरे क्षेत्र में पुलिस और PAC तैनात कर दी गई है। मुझे कहने में संकोच नहीं है कि यूपी में बोली लगाकर दलितों की हत्या होने लगी है। स्थिति बहुत डरावनी है। ऐसा लगता है कि यूपी के गुंडों को खुली छूट मिल गई है। जितना चाहे दमन करें, उन पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। किस तरह चैलेंज कर 22 साल के बच्चे की हत्या कर दी गई। उसके माता-पिता ढूंढते रहे। आरोपी को इतना समय मिला कि वो सरेंडर कर सका। पुलिस उसे पकड़ नहीं सकी। अगर पीड़ित परिवार के आंसू निकलेंगे, तो अधिकारियों का पसीना भी वही छूटेगा। ये बातें नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने अलीगढ़ में कहीं। चंद्रशेखर दलित गौरव कुमार के परिजनों से मिलने पहुंचे थे। गौरव की 31 मई को अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। मृत युवक के परिजन धरने पर बैठे हैं। चंद्रशेखर परिवार के साथ काफी देर तक धरने पर बैठे रहे। उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिलाया। परिवार को 50 लाख की मदद और सरकारी नौकरी मिले
चंद्रशेखर ने कहा- आरोपी जुनैल इतना शातिर निकला कि उसने 5 लोगों का नाम लेकर गुमराह कर दिया। पुलिस को बाद में पता चला कि वो 5 इस मामले में शामिल नहीं थे। उसको सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चले। जिन अधिकारियों ने लापरवाही बरती, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि थानों में जो गरीबों पर जुल्म हो रहा है। वो रोका जा सके। गौरव के माता-पिता वृद्ध हैं, परिवार के लिए एक नौकरी और 50 लाख रुपए देने की मदद की मांग रखी है। परिवार की सुरक्षा के लिए भी अधिकारियों से कहा गया है। कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन होगा
उन्होंने कहा- नशा मुक्ति केंद्र में पीट-पीटकर हत्या करने के मामले पर भी अधिकारियों से बात हुई। अगर कार्रवाई नहीं होती है तो हमारे ही नेतृत्व में आंदोलन होगा। लापरवाही अधिकारियों को चार्ज नहीं देना चाहिए। गुंडों की मदद करने वालों पर मुकदमा होना चाहिए। मैं लोकसभा में भी ये मुद्दे उठाउंगा। भले ही हम लोकसभा में चुने गए हो, लेकिन सड़क से संघर्ष का रास्ता नहीं छोड़ेंगे। जब सत्ता तानाशाह हो जाएगी, तब सड़क का रास्ता ही हमारे पास बचता है। अब दलित युवक की हत्या के बारे में जानिए… गौरव को अगवा करके मार डाला
गौरव कुमार की 31 मई को हत्या हुई थी। वह अलीगढ़ के अकराबाद इलाके के बहादुरीगढ़ी में रहते थे। पहले उनको अगवा किया गया, फिर हत्या कर दी गई। परिवार ने जिन्हें नामजद कराया, उन्हें पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। आरोपी ने सरेंडर किया। परिवार के लोग पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगा रहे हैं। गभाना टोल पर समर्थक पहुंचे, PAC रही तैनात
भीम आर्मी चीफ नोएडा के रास्ते से अलीगढ़ पहुंचे। वह गभाना टोल होते हुए अलीगढ़ में दाखिल हुए। समर्थक गभाना टोल पर भी पहुंचे। यहां जमकर नारेबाजी हुई। माहौल न बिगड़े, इसलिए प्रशासन अलर्ट रहा। घंटाघर चौराहे पर भी चंद्रशेखर से मिलने समर्थक पहुंचे। हाथों में नीले झंडे लेकर नारेबाजी की गई। घंटाघर चौराहे पर और आसपास के पूरे क्षेत्र में पुलिस और PAC तैनात कर दी गई है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर