कपूरथला जिले में नशे और नशा तस्करों के खिलाफ पंजाब पुलिस की मुहिम के तहत सब डिवीजन भुलत्थ और कपूरथला सब डिवीजन में पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत नामजद 5 नशा तस्करों की लगभग सवा 2 करोड़ की प्रॉपर्टी को आज सीज किया है। उनकी प्रॉपर्टी पर नोटिस चिपका दिए गए हैं। इस कार्रवाई में गांव हमीरा वासी बलविंदर सिंह और बलदेव कौर उर्फ निक्को की 63 लाख 51 हजार और 36 लाख 2 हजार 928 रुपए की संपत्ति पर सरकार ने नोटिस चस्पा कर दिया है। इसकी पुश्चिम DSP भुलत्थ सुरिंदर पाल ने की है। वहीं, डीएसपी सब डिवीजन कपूरथला हरप्रीत सिंह के अनुसार मोहल्ला हाथीखाना में जसबीर सिंह पुत्र महंगा राम की 29. 96 लाख तथा जतिंदर सिंह पुत्र भूषण लाल की 27. 82 लाख तथा मोहल्ला सावन सिंह कॉलोनी निवासी कुलदीप सिंह पुत्र बलदेव सिंह की 65.6 लाख की प्रॉपर्टी को सीज किया है। उनके घरों पर भी नोटिस लगा दिए हैं। एनडीपीएस के पुराने मामलों में नामजद भुलत्थ पुलिस दवारा इस कार्रवाई के बाद जानकारी देते हुए डीएसपी सुरिंदर पाल धोगड़ी और सुभानपुर थाना प्रमुख कंवरजीत सिंह बल ने बताया कि 20 फरवरी 2020 को गांव हमीरा के कथित आरोपी बलविंदर सिंह उर्फ भुंदा को एनडीपीएस के एक पुराने मामले में नामजद किया था। आरोपी भुंदा के पास 63,51,000 रुपये का मकान है। उसकी इस संपत्ति के बाहर नोटिस बोर्ड लगाया गया है। इसके अलावा कथित आरोपी बलदेव कौर उर्फ निक्को निवासी हमीरा के खिलाफ 10 अप्रैल 2020 को एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। उसकी संपत्ति मोटरसाइकिल, घर और बैंक बैलेंस समेत कुल 36,02,929 रुपए जब्त किए गए। पुलिस का मानना है कि उसने यह संपत्ति ड्रग्स बेचकर बनाई है और अब इस संपत्ति पर उसका कोई अधिकार नहीं है और अब यह एक सरकारी संपत्ति है, जिसके तहत दोनों के घर के बाहर बाकायदा नोटिस चिपका दिया गया है ताकि इसे कोई बेच न सके। कपूरथला जिले में नशे और नशा तस्करों के खिलाफ पंजाब पुलिस की मुहिम के तहत सब डिवीजन भुलत्थ और कपूरथला सब डिवीजन में पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत नामजद 5 नशा तस्करों की लगभग सवा 2 करोड़ की प्रॉपर्टी को आज सीज किया है। उनकी प्रॉपर्टी पर नोटिस चिपका दिए गए हैं। इस कार्रवाई में गांव हमीरा वासी बलविंदर सिंह और बलदेव कौर उर्फ निक्को की 63 लाख 51 हजार और 36 लाख 2 हजार 928 रुपए की संपत्ति पर सरकार ने नोटिस चस्पा कर दिया है। इसकी पुश्चिम DSP भुलत्थ सुरिंदर पाल ने की है। वहीं, डीएसपी सब डिवीजन कपूरथला हरप्रीत सिंह के अनुसार मोहल्ला हाथीखाना में जसबीर सिंह पुत्र महंगा राम की 29. 96 लाख तथा जतिंदर सिंह पुत्र भूषण लाल की 27. 82 लाख तथा मोहल्ला सावन सिंह कॉलोनी निवासी कुलदीप सिंह पुत्र बलदेव सिंह की 65.6 लाख की प्रॉपर्टी को सीज किया है। उनके घरों पर भी नोटिस लगा दिए हैं। एनडीपीएस के पुराने मामलों में नामजद भुलत्थ पुलिस दवारा इस कार्रवाई के बाद जानकारी देते हुए डीएसपी सुरिंदर पाल धोगड़ी और सुभानपुर थाना प्रमुख कंवरजीत सिंह बल ने बताया कि 20 फरवरी 2020 को गांव हमीरा के कथित आरोपी बलविंदर सिंह उर्फ भुंदा को एनडीपीएस के एक पुराने मामले में नामजद किया था। आरोपी भुंदा के पास 63,51,000 रुपये का मकान है। उसकी इस संपत्ति के बाहर नोटिस बोर्ड लगाया गया है। इसके अलावा कथित आरोपी बलदेव कौर उर्फ निक्को निवासी हमीरा के खिलाफ 10 अप्रैल 2020 को एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। उसकी संपत्ति मोटरसाइकिल, घर और बैंक बैलेंस समेत कुल 36,02,929 रुपए जब्त किए गए। पुलिस का मानना है कि उसने यह संपत्ति ड्रग्स बेचकर बनाई है और अब इस संपत्ति पर उसका कोई अधिकार नहीं है और अब यह एक सरकारी संपत्ति है, जिसके तहत दोनों के घर के बाहर बाकायदा नोटिस चिपका दिया गया है ताकि इसे कोई बेच न सके। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पत्नी और साले सहित 4 की हत्या मामले में दोषी हवलदार को उम्रकैद, 40 हजार जुर्माना
पत्नी और साले सहित 4 की हत्या मामले में दोषी हवलदार को उम्रकैद, 40 हजार जुर्माना एडिशनल सेशन जज की अदालत ने पत्नी, सास, साले और सालेहार के हत्या आरोपी हवलदार कुलविंदर सिंह को दोषी करार देकर उम्रकैद और 40 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। गांव सैद जलालपुर के हरजिंदर सिंह ने 16 फरवरी, 2020 को थाना धर्मकोट में बयान दिया था कि जीजा कुलविंदर सिंह की पहली प|ी मनजीत कौर की मौत हो गई थी। उससे 2 बच्चे थे। उसका एक बेटा अनमोल जालंधर में पंजाब पुलिस में सिपाही के तौर पर तैनात है, जबकि बेटी समरीन की 8 साल पहले फिरोजपुर के गांव नाजूवाला में शादी हो चुकी थी। परिवार ने समरीन की शादी में पूरा फर्ज निभाया था। कुलविंदर सिंह अपनी विवाहित बेटी को आईईएलटीएस कराना चाहता था, जबकि बेटी के ससुराल वाले इस बात से नाराज थे। जीजा कुलविंदर सिंह को शक था कि उसकी बेटी के ससुराल में जो कुछ हो रहा है, उसमें उनके परिवार का हाथ है। इसी रंजिश के चलते कुलविंदर सिंह 15 फरवरी, 2020 को रात 12 बजे शराबी हालत में ससुराल पहुंचा। कुलविंदर ने मनप्रीत के साथ मारपीट की। जब परिवार ने बचाव करना चाहा तो उसने गालियां निकालीं। उन्होंने रात को इस बारे में पुलिस कंट्रोल रूम के अलावा थाना धर्मकोट की पुलिस को सूचित किया। सुबह पुलिस आई और कुलविंदर को अपने साथ ले गई। बाद में उसे छोड़ दिया गया। बाद में कुलविंदर सिंह ने पुलिस लाइन से असलहा लाकर घटना को अंजाम दिया। हरजिंदर सिंह ने बताया कि झगड़े में उसने अपनी प|ी को छोड़ने की बात कही तो मां ने उसकी पहली प|ी की बेटी के बारे में कुछ उल्टा कह दिया था। फिर कुलविंदर सिंह गुस्से में अंधाधुंध फायरिंग करने लगा। फायरिंग में उसने तो भागकर जान बचाई। मगर हवलदार ने अपनी पत्नी राजविंदर कौर, सास सुखविंदर कौर, साला जसकरण और सालेहार इंद्रजीत कौर की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। फायरिंग में जसकरण सिंह की 10 साल की बेटी जश्नप्रीत घायल हो गई थी। वहीं, ससुर और साल के 2 बच्चों ने पड़ोसियों के घर छिपकर अपनी जान बचाई थी।
जालंधर में फॉर्च्यूनर कार ग्रिल से टकराई:3 लोग गंभीर रूप से घायल, सनौर पुल पर हुआ हादसा
जालंधर में फॉर्च्यूनर कार ग्रिल से टकराई:3 लोग गंभीर रूप से घायल, सनौर पुल पर हुआ हादसा पंजाब के जालंधर नजदीक सनौर पुल पर फॉर्च्यूनर कार ग्रिल से जा टकराई। हादसे में कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। घायलों को बड़ी मशक्कत के बाहर निकाला गया है। कार में 3 से 4 लोग सवार थे।
बताया जा रहा है कि कार में 3 से 4 लोग सवार थे। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि उक्त कार में सवार लोग किसी सूफी गायक के करीबी थे। घायलों की अभी पहचान नहीं हो पाई है। अच्छी बात यह रही कि हादसे के दौरान कोई जनहानि नहीं हुई। मौके पर पहुंची पुलिस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। हादसे के दौरान ग्रिल में फंसी कार को निकालने के लिए क्रेन और गैस कटर मशीन बुलाई गई है। जिसकी मदद से कार को ग्रिल से निकालने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि हादसे के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
हरियाणा के पुलिस अफसरों को नहीं मिलेगा वीरता पुरस्कार:हाईकोर्ट में केंद्र सरकार ने दिया जवाब, नामों की सिफारिश करने में हुई देरी
हरियाणा के पुलिस अफसरों को नहीं मिलेगा वीरता पुरस्कार:हाईकोर्ट में केंद्र सरकार ने दिया जवाब, नामों की सिफारिश करने में हुई देरी फसलों की एमएसपी की लीगल गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली जा रहे पंजाब के किसानों को हरियाणा बॉर्डर पर रोकने में अहम भूमिका निभाने वाले जिन तीन IPS और तीन (HPS) अधिकारियों के नामों की सिफारिश हरियाणा सरकार ने वीरता पुरस्कार के लिए की थी। केंद्र सरकार ने उन नामों को खारिज कर दिया है। यह जानकारी केंद्र सरकार की तरफ से पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में दायर एक जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान आज शुक्रवार को दी है। केंद्र सरकार ने कहा कि उक्त् नामों की सिफारिश देरी से की गई थी। ऐसे में उक्त लोगों को पुरस्कार नहीं दिए जाएंगे। वहीं, हाईकोर्ट ने इसी जानकारी को आधार बनाकर याचिका को खारिज कर दिया है। ऐसे दायर हुई थी याचिका इस मामले में लॉयर्स फॉर ह्यूमैनिटी नाम के वकीलों के गैर सरकारी संगठन के प्रधान आरएस बस्सी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। उनकी तरफ से अदालत में हरियाणा सरकार की दो जुलाई की अधिसूचना को रद्द करने की मांग की गई थी। अधिसूचना के तहत 6 पुलिस अधिकारियों को वीरता के लिए पुलिस पदक की केंद्र को हरियाणा सरकार ने सिफारिश भेजी है। याचिका में जिन तीन आईपीएस अधिकारियों के नाम की सिफारिश की थी। उनमें आईजी शिबास कविराज, करनाल के पूर्व एसपी जश्नदीप रंधावा और जींद के एसपी सुमित कुमार का नाम शामिल था। इसके अलावा राज्य पुलिस सेवा के तीन DSP नरेंद्र कुमार, राम कुमार व अमित बतरा का नाम शामिल था। याचिका में आरोप लगाया गया था कि इन सभी ने किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए भारी बल प्रयोग किया था। इन अफसरों के नामों पर पंजाब को था ऐतराज जैसे ही इन अफसरों को पुरस्कार देने की सिफारिश हुई थी। उसका पंजाब में जबरदस्त विरोध हुआ था। किसानों से लेकर सभी राजनेताओं ने इसका विरोध किया था । इसके बाद पंजाब के विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। उन्होंने पत्र में कहा था कि जो नाम हरियाणा पुलिस ने वीरता पुरस्कारों के लिए भेजे हैं, उन पर पुनर्विचार किया जाए। क्योंकि इन अफसरों ने शंभू बार्डर पर संघर्ष कर रहे किसानों को दिल्ली जाने से रोका था। उन्होंने पत्र में लिखा है कि कोई भी फैसला लेने से पहले पहले शंभू में पंजाब- हरियाणा सरहद पर बने हालातों को ध्यान में रखा जाए।