हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी रविवार शाम को जींद के जाजनवाला गांव के शहीद लांस नायक प्रदीप नैन के घर पहुंचे। सीएम सैनी ने उनके माता-पिता को ढांढस बंधाया। सीएम सैनी ने कहा कि प्रदीप नैन बहादुर और जांबाज कमांडो था। जिसने देश के लिए अपनी जान कुर्बान की। सरकार की तरफ से एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता के अलावा जो भी नियमानुसार होगा, वह लाभ परिवार को मिलेगा। इस दौरान गांव के लोगों ने से शहीद के नाम से खेल स्टेडियम बनाने की मांग की गई। इस पर सीएम ने उचित संज्ञान लेने का आश्वासन दिया। शहीद के माता-पिता से की मुलाकात सीएम सैनी चंडीगढ़ से नरवाना तक हेलिकाप्टर में पहुंचे। इसके बाद नरवाना से गाड़ी में सीधे जाजनवाला गांव पहुंचे। यहां 6 जुलाई को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए प्रदीप नैन के माता-पिता से मिले। सीएम ने कहा कि उन्हें दुख है कि प्रदीप परिवार का इकलौता बेटा था। वह मां सौभाग्यशाली है, जिसकी कोख से ऐसे साहसी जवान ने जन्म लिया। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में सरकार प्रदीप नैन के परिवार के साथ है। परिजनों को सीएम ने दिया भरोसा सीएम सैनी ने कहा कि सरकार द्वारा शहीदों के परिवारों को दी जाने वाली सहायता नीति के अनुसार शहीद प्रदीप नैन के परिवार को 1 करोड़ रुपए की सहायता राशि जल्द ही दी जाएगी। इसके अलावा केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार तथा सेना के नियमों के अनुसार शहीद के परिवार को जो भी सहायता राशि या अन्य सुविधाएं देने का प्रावधान है , वह जल्द से जल्द दिया जाएगा। इस दौरान सीएम के साथ नरवाना विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा, पूर्व सांसद अशोक तंवर, डीसी मोहम्मद इमरान रजा, एसपी सुमित कुमार, गांव के सरपंच जनक नैन भी उपस्थित रहे। हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी रविवार शाम को जींद के जाजनवाला गांव के शहीद लांस नायक प्रदीप नैन के घर पहुंचे। सीएम सैनी ने उनके माता-पिता को ढांढस बंधाया। सीएम सैनी ने कहा कि प्रदीप नैन बहादुर और जांबाज कमांडो था। जिसने देश के लिए अपनी जान कुर्बान की। सरकार की तरफ से एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता के अलावा जो भी नियमानुसार होगा, वह लाभ परिवार को मिलेगा। इस दौरान गांव के लोगों ने से शहीद के नाम से खेल स्टेडियम बनाने की मांग की गई। इस पर सीएम ने उचित संज्ञान लेने का आश्वासन दिया। शहीद के माता-पिता से की मुलाकात सीएम सैनी चंडीगढ़ से नरवाना तक हेलिकाप्टर में पहुंचे। इसके बाद नरवाना से गाड़ी में सीधे जाजनवाला गांव पहुंचे। यहां 6 जुलाई को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए प्रदीप नैन के माता-पिता से मिले। सीएम ने कहा कि उन्हें दुख है कि प्रदीप परिवार का इकलौता बेटा था। वह मां सौभाग्यशाली है, जिसकी कोख से ऐसे साहसी जवान ने जन्म लिया। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में सरकार प्रदीप नैन के परिवार के साथ है। परिजनों को सीएम ने दिया भरोसा सीएम सैनी ने कहा कि सरकार द्वारा शहीदों के परिवारों को दी जाने वाली सहायता नीति के अनुसार शहीद प्रदीप नैन के परिवार को 1 करोड़ रुपए की सहायता राशि जल्द ही दी जाएगी। इसके अलावा केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार तथा सेना के नियमों के अनुसार शहीद के परिवार को जो भी सहायता राशि या अन्य सुविधाएं देने का प्रावधान है , वह जल्द से जल्द दिया जाएगा। इस दौरान सीएम के साथ नरवाना विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा, पूर्व सांसद अशोक तंवर, डीसी मोहम्मद इमरान रजा, एसपी सुमित कुमार, गांव के सरपंच जनक नैन भी उपस्थित रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
कुरुक्षेत्र में सीएम सैनी ने लगाई झाड़ू:बोले- धर्मनगरी को स्वच्छ रखना हमारी जिम्मेदारी, गीता की धरती पर कृष्ण ने दिया था मानवता का संदेश
कुरुक्षेत्र में सीएम सैनी ने लगाई झाड़ू:बोले- धर्मनगरी को स्वच्छ रखना हमारी जिम्मेदारी, गीता की धरती पर कृष्ण ने दिया था मानवता का संदेश कुरुक्षेत्र में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी स्वच्छता अभियान का आगाज किया। बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव से एक दिन पहले स्वच्छता अभियान बड़े स्तर पर चलाया गया। जिसमें सीएम सैनी खुद श्रमदान कर स्वच्छता का संदेश देते हुए लोगों को जागरूक किया। महाभारत के 18 अध्यायों के आधार पर कुरुक्षेत्र शहर को 18 क्षेत्रों में विभाजित किया गया। शहर के सभी सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक और अन्य संस्थानों ने इसमें उत्साहपूर्वक भाग लिया। शेखचिल्ली के मकबरे के पास से मुख्यमंत्री ने अभियान की शुरुआत की। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि इसी गीता की धरती से श्रीकृष्ण ने हजारों साल पहले पूरी मानवता को अमर संदेश दिया था। यहां दुनिया के कोने-कोने से लोग आते हैं और ऐसे में हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपनी इस धार्मिक नगरी को पूरी तरह साफ-सुथरा रखें। ताकि यहां आने वाला हर व्यक्ति गीता के साथ-साथ स्वच्छता का भी संदेश लेकर जाए। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि हम इस धरती पर रहने वाले हैं।
रेवाड़ी के गेस्ट हाउस में 2 कर्मचारियों की मौत:परिजनों को सौंपे दोनों के शव, कंपनी में विजिट पर आए थे
रेवाड़ी के गेस्ट हाउस में 2 कर्मचारियों की मौत:परिजनों को सौंपे दोनों के शव, कंपनी में विजिट पर आए थे हरियाणा के रेवाड़ी जिले के धारूहेड़ा क्षेत्र में रॉयल गेस्ट हाउस में हैदराबाद की एक कंपनी के दो कर्मचारी की कल बुधवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। दोनों के शव का पोस्टमॉर्टम कराकर पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस इस मामले में जांच में जुट गई है। रॉयल गेस्ट हाउस में कमरा किया था बुक जानकारी के अनुसार उक्त दोनों युवक 37 वर्षीय कदारू किशन व 46 वर्षीय चेन्नी सिम्हा हैदराबाद की एक्सेल रबड़ कंपनी में कार्यरत थे। वे आंध्र प्रदेश के बिचपल्ली के रहने वाले थे। दोनों 22 दिसम्बर को हैदराबाद से कंपनी के काम से धारूहेड़ा के निकटवर्ती भिवाड़ी स्थित एक कंपनी में विजिट पर आए थे। उन्होंने धारूहेड़ा के रॉयल गेस्ट हाउस में कमरा बुक कराया था और इसी में रुके हुए थे। मंगलवार रात को दोनों खाना खाने के बाद होटल के कमरे में आए थे। दोनों युवक रोजाना कंपनी में विजिट पर जाते थे और नाइट स्टे रॉयल गेस्ट हाउस में करते थे। खिड़की तोड़ अंदर पहुंची पुलिस बुधवार की सुबह जब दोनों युवक अपने रूम से काफी देर तक बाहर नहीं निकले, तो होटल मालिक ने कमरे का दरवाजा खोलने का प्रयास किया, लेकिन वह अंदर से बंद था। मामला कुछ गड़बड़ दिखाई देने पर होटल मालिक ने सूचना धारूहेड़ा सेक्टर-6 थाना पुलिस को दी। पुलिस और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची और कमरे की खिड़की तोड़कर अंदर प्रवेश किया। एक युवक बेड पर और दूसरा फर्श पर मृत पड़ा हुआ था, दोनों के शवों का आज वीरवार को पुलिस ने पोस्टमॉर्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया। विसरा रिपोर्ट की इंतजार में बैठी पुलिस जांच अधिकारी रविकांत ने बताया है कि आज वीरवार को दोनों के शव का पोस्टमॉर्टम करा दिया गया है। पुलिस ने बताया कि दोनों रात को खाना खाकर कमरे पर सोए थे और हमें सूचना मिली थी मौके पर गए तो कमरा बंद था, खिड़की तोड़कर अंदर घुसे। ऐसा कोई भी सबूत नहीं मिला कि उनकी मौत कैसे हुई। यह अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी नहीं आया। विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही आगे कुछ पता चल पाएगा।
गुरुग्राम BJP में टिकट को लेकर घमासान:जीएल शर्मा, नवीन गोयल सहित 150 से अधिक ने छोड़ी पार्टी; कांग्रेस में जाने की चर्चा
गुरुग्राम BJP में टिकट को लेकर घमासान:जीएल शर्मा, नवीन गोयल सहित 150 से अधिक ने छोड़ी पार्टी; कांग्रेस में जाने की चर्चा हरियाणा में बीजेपी कैंडिडेट की पहली लिस्ट जारी होने के बाद प्रदेशभर में भाजपाईयों में नाराजगी देखी जा रही है। पार्टी पदाधिकारी टिकट वितरण पर सवाल उठा रहे हैं, तो कई नेता पार्टी भी छोड़ रहे हैं। वहीं गुरुग्राम में टिकट की रेस में चल रहे जीएल शर्मा, नवीन गोयल सहित 150 से अधिक भाजपा नेताओं ने पार्टी को बाय-बाय बोल दिया है। वहीं कई अपने समर्थकों से डिस्कसन कर रहे हैं। जल्द ही कई अन्य भी पार्टी छोड़ हाथ के साथ हो सकते हैं। बीजेपी की पहली लिस्ट के बाद से उपजे विवाद से यह बात तो साफ हो गई कि जिन बाहरी नेताओं को प्रदेश की बागड़ोर सौंपी गई, उन्होंने अपना होमवर्क सही तरीके से नहीं किया। शायद बीजेपी में पहली बार उनके कार्यकर्ता खुलकर नाराजगी जाहिर करते हुए पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं। जीएल शर्मा जल्द ही एक बड़ा प्रोग्राम कर कांग्रेस में शामिल होंगे। बीजेपी में जिस कदर की भगदड़ मची है, उसके चलते यह तो साफ है कि डैमेज कंट्रोल करना इतना आसान नहीं रहने वाला। गुरुग्राम से बीजेपी टिकट के दावेदार जीएल शर्मा, नवीन गोयल सहित उनके करीब 150 समर्थकों ने पार्टी को छोड़ने का ऐलान किया है। साथ ही इन्होंने टिकट वितरण पर सवालिया निशान लगाते हुए अपने नेताओं पर कई आरोप तक मढ़ दिए हैं। जीएल शर्मा ने बताया कि तीसरी बार दावेदारी थी, पार्टी का हर काम ईमानदारी से किया, मन उदास है, समर्थकों का प्रेशर है, इसलिए पार्टी छोड़ने जा रहे हैं। जल्द बड़ा प्रोग्राम कर कांग्रेस में शामिल होंगे। अब बागी बिगाड़ेंगे बीजेपी प्रत्याशी का खेल
गुरुग्राम सीट की बात करें तो यहां से बीजेपी ने मुकेश शर्मा को टिकट दिया है। नाराज नेताओं का आरोप है कि जिसने पार्टी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ा और सीनियर नेताओं को अपशब्द कहते हुए पार्टी गाइड लाइन का उल्लंघन किया उसे टिकट देकर बीजेपी ने अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार ली है। वैश्य चेहरे नवीन गोयल ने बुधवार को कई किमी की पैदल यात्रा निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया उसे भी पार्टी नेताओं ने नजरअंदाज कर दिया। अब नवीन गोयल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर मुकेश शर्मा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इसी प्रकार पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर यशपाल बत्रा ने भी समर्थकों की मीटिंग बुलाई है और वह भी टिकट वितरण से खासे नाराज हैं। समर्थकों से मंत्रणा पश्चात वह भी शायद पार्टी को बाय-बाय कह सकते हैं। भितरघात व नाराज वर्कर्स को मनाना आसान नहीं
गुरुग्राम ही नहीं बल्कि प्रदेश की दो दर्जन से अधिक विधानसभाओं में बीजेपी के टिकट दावेदार सड़क पर उतर गए हैं। लगातार इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनाव ताल ठोंक रहे हैं। इसके अलावा जो पार्टी नहीं छोड़ रहे उनका भी बीजेपी नेताओं से मोह भंग हो गया है। भले ही वह पार्टी में रहेंगे लेकिन यह साफ है कि वह बीजेपी प्रत्याशी का अंदरखाने किसी भी सूरत में सपोर्ट नहीं करेंगे। सालों से जो वर्कर्स पार्टी से जुड़े थे अब उनका सहयोग हासिल करना पार्टी के लिए बड़ा टॉस्क है। इसके चलते कई सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों को भितरघात का डर सताने लगा है। यहां तक मौजूदा विधायक व संगठन पदाधिकारी भी अब अंदरखाने खेला करने में शायद पीछे नहीं रहेंगे। चुनाव प्रभारी व प्रदेश प्रभारी पर उठे सवाल
राजनैतिक जानकारों का कहना है कि दूसरे प्रदेश के नेताओं को प्रदेश प्रभारी, चुनाव प्रभारी सहित अन्य दायित्व भले ही दिए गए लेकिन उनका ना तो प्रदेश ना ही यहां के लोगों की समझ है। इन लोगों ने ग्राउंड स्तर पर काम भी नहीं किया। साथ ही प्रदेश के कुछ बीजेपी नेता अपने कद का दुरुपयोग करते हुए अपने समर्थकों के लिए खुलकर पैरवी कर रहे थे, लेकिन दूसरे प्रदेश के प्रभारी इन पर प्रेशर तक नहीं बना पाए। कारण भी साफ है कि प्रदेश के नेताओं के कद, उम्र व अनुभव में दूसरे प्रदेश के जिन नेताओं को दायित्व दिया गया वह उनके सामने अदने थे और उनका जरा भी विरोध नहीं कर पाए। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि भले ही वर्चस्व स्थापित करने के लिए नेताओं ने अपने समर्थकों को टिकट दिला दी, लेकिन अब जो भगदड़ मची है, उससे पार्टी का ही नुकसान होगा। जबकि लोकसभा चुनाव में भी सतीश पूनिया को प्रदेश की बागड़ोर सौंपी गई थी, लेकिन वह असफल साबित हुए और पार्टी को 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। नवीन गोयल अब निर्दलीय उतरेंगे चुनावी रण में
बीजेपी टिकट दावेदार नवीन गोयल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बीजेपी ने जो भी जिम्मेदारी दी उसका ईमानदारी से निर्वहन किया। पार्टी का कद बढ़ाने के साथ उनकी नीतियों को घर-घर तक पहुंचाया। प्रदेश की रैलियों का सफल आयोजन कराया। 36 बिरादरी को पार्टी से जोड़ा बावजूद 11 साल मेहनत करने के साथ ही लोगों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराईं, लेकिन उनकी उपेक्षा से अब मन उदास है। समर्थकों ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का दबाव बनाया, सर्वे में नाम था बावजूद पता नहीं टिकट वितरण का क्या पैमाना था लेकिन अब लोगों की टिकट पर चुनावी रण में उतरेंगे। नवीन गोयल ने कहा कि लोगों के हित में उनका अभियान जारी रहेगा। जिसे टिकट दी वह ना तो धरातल पर सक्रिय थे ना ही लोगों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं थे।