शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर बादल आज गोल्डन टेंपल के परिसर में स्थित श्री अकाल तख्त साहिब में पहुंच गए हैं। यहां वह अकाली दल के बागी गुट द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देंगे। इससे पहले वह गोल्डन टेंपल पहुंचे, जहां उन्होंने माथा टेका। वरिष्ठ अकाली दल के नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा के नेतृत्व में बागी गुट 1 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचा था। जहां उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह को माफीनामा सौंपा था। इस माफीनामे में बागी गुट ने अकाली दल के कार्यकाल के दौरान की गई गलतियों का समर्थन करने के लिए माफी मांगी थी और आरोप लगाया था कि सुखबीर बादल ने सत्ता का आनंद लेते हुए अपने प्रभाव और शक्तियों का दुरुपयोग किया। 15 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब पर बुलाई गई पांचों तख्तों के जत्थेदारों की बैठक में सुखबीर बादल को 15 दिन के भीतर पेश होने का सम्मन जारी किया गया था। बीते कल ही उन्होंने अकाली दल की कोर कमेटी को भंग कर दिया था। जिसमें बागी गुट के नेता भी शामिल हैं। शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर बादल आज गोल्डन टेंपल के परिसर में स्थित श्री अकाल तख्त साहिब में पहुंच गए हैं। यहां वह अकाली दल के बागी गुट द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देंगे। इससे पहले वह गोल्डन टेंपल पहुंचे, जहां उन्होंने माथा टेका। वरिष्ठ अकाली दल के नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा के नेतृत्व में बागी गुट 1 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचा था। जहां उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह को माफीनामा सौंपा था। इस माफीनामे में बागी गुट ने अकाली दल के कार्यकाल के दौरान की गई गलतियों का समर्थन करने के लिए माफी मांगी थी और आरोप लगाया था कि सुखबीर बादल ने सत्ता का आनंद लेते हुए अपने प्रभाव और शक्तियों का दुरुपयोग किया। 15 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब पर बुलाई गई पांचों तख्तों के जत्थेदारों की बैठक में सुखबीर बादल को 15 दिन के भीतर पेश होने का सम्मन जारी किया गया था। बीते कल ही उन्होंने अकाली दल की कोर कमेटी को भंग कर दिया था। जिसमें बागी गुट के नेता भी शामिल हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
कठुआ पुलिस ने जारी किए 4 संदिग्धों के स्कैच:जानकारी देने पर 5 लाख का इनाम, जम्मू-पंजाब के कई इलाकों में हाईअलर्ट
कठुआ पुलिस ने जारी किए 4 संदिग्धों के स्कैच:जानकारी देने पर 5 लाख का इनाम, जम्मू-पंजाब के कई इलाकों में हाईअलर्ट पंजाब के साथ लगते जम्मू कश्मीर के जिला कठुआ की पुलिस ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर चार संदिग्धों के स्कैच जारी किए हैं। प्रत्येक संदिग्ध की जानकारी देने वाले के लिए पांच लाख रुपए का ईनाम रखा है। पुलिस के अनुसार इन चारों संदिग्धों को जिला कठुआ के मल्हार, बानी और सियोजधार इलाके में देखा गया था। उधर, खुफिया सूत्रों के अनुसार अज्ञात संख्या में आतंकवादी जिला कठुआ के ऊपरी वन क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं और जिला कठुआ के भाद्दू, बिलावर, बानी व बसौली क्षेत्र में इनकी मूवमेंट को नोटिस किया गया है। इनकी हिमाचल प्रदेश और पंजाब को आपस में जोड़ने वाले दरिया रावी पर बने अटल सेतू काे पारकर पठानकोट के मामून कैंट की तरफ जाने की प्लानिंग बताई गई है और इनका संभावित टारगेट 15 अगस्त से पहले किसी बड़ी वारदात को अंजाम देना है। मामून कैंट इलाके में हाईअलर्ट सूत्रों के अनुसार इनके मामून कैंट की तरफ जाने के लिए बिलावर से अटल सेतू से होकर मामून कैंट और बिलावर से लखनपुर होकर डिफेंस रोड से मामून कैंट जाने का रूट अख्तियार किए जाने की संभावना है। जिसके मद्देनजर इलाके को हाईअलर्ट पर रखा गया है। लखनपुर और माधोपुर के अलावा जिला पठानकोट के धार पुलिस स्टेशन की दुनेरा चौकी को भी अलर्ट पर रखा गया है। पठानकोट में देखे जा चुके हैं संदिग्ध बता दें कि, इससे पहले पठानकोट मामून कैंट के साथ लगते गांव फंगतोली में बीती 23 जुलाई की शाम को सात संदिग्धों को देखा गया था। जब इनमें से चार संदिग्धों ने गांव की महिला सीमा देवी से पीने के लिए पानी मांगा था और उनके तीन साथी कुछ दूरी पर एक पेड़ के नीचे खड़े थे। इसके दो दिन बाद 25 जुलाई की रात ढाई बजे इसी गांव में बलराम सिंह के घर पर तीन संदिग्धों ने आकर खाना मांगा था। अब दो दिन पहले सरहदी इलाके बमियाल के गांव रमकालवां में एक व्यक्ति की ओर से छह सात संदिग्धों को देखे जाने की बात सामने आई है।
खन्ना में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे:पूर्व सीएम बेअंत सिंह का परिवार टारगेट, बुत पर भी लिखा, पन्नू ने ली जिम्मेदारी
खन्ना में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे:पूर्व सीएम बेअंत सिंह का परिवार टारगेट, बुत पर भी लिखा, पन्नू ने ली जिम्मेदारी पंजाब में खन्ना के दोराहा में खालिस्तान जिंदाबाद और सिख फॉर जस्टिस के नारे लिखे गए। इस बार पूर्व सीएम बेअंत सिंह के परिवार को टारगेट पर रखा गया है। दोराहा में रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के इलावा पूर्व सीएम बेअंत सिंह के बुत पर भी यह नारे लिखने की बात सामने आई है। भारत में पाबंदी शुदा सिख फॉर जस्टिस के संस्थापक आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो वायरल करके इसकी जिम्मेदारी भी ली है। बेअंत की तुलना भगवंत से की वायरल वीडियो में आतंकी पन्नू पंजाब के मौजूदा सीएम भगवंत मान की तुलना पूर्व सीएम बेअंत सिंह से कर रहा है। आपत्तिजनक शब्दावली का प्रयोग किया गया। साथ ही बेअंत सिंह कत्ल कांड में शामिल दिलावर सिंह का नाम लेकर खालिस्तान के समर्थन की अपील कर रहा है। पन्नू की वीडियो में दोराहा में लिखे गए स्लोगन की फोटो भी है। इससे स्पष्ट है कि पन्नू के स्लीपर सेल यहां एक्टिव हैं। 31 अगस्त को बेअंत सिंह की बरसी बेअंत सिंह का बुत दोराहा चौक में लगा है। क्योंकि उनका गांव कोटली दोराहा के नजदीक है। 31 अगस्त 1995 को बेअंत सिंह को बम से उड़ाकर मर्डर किया गया था। हर साल उनकी बरसी चंडीगढ़ में मनाई जाती है। बरसी से 2 दिन पहले यह घटना हुई। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुट गई हैं। इस पूरे मामले में पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। लेकिन जीआरपी दोराहा के एएसआई हिम्मत सिंह ने यह पुष्टि जरूर की कि उनकी हद में एक जगह नारे लिखे थे जो मिटा दिए गए और सीनियर अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है।
मैं लडूंगा अंतिम क्षण तक..गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर आशु की पोस्ट
मैं लडूंगा अंतिम क्षण तक..गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर आशु की पोस्ट लुधियाना| मैं लडूंगा हर उस परिस्थिति से जो मुझे हारने पर विवश करेगी। मैं लडूंगा अपने जीवन के अंतिम क्षण तक, क्योंकि लड़ना जरूरी है..मैं लड़ूंगा हर उस स्थान पर जहां मुझे निर्दोष होते हुए भी दोषी ठहराया जाएगा। ये लाइनें पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु के सोशल मीडिया हैंडल से पोस्ट की गई है जबकि वे इन दिनों गिरफ्तारी के कारण जेल में बंद हैं। लोकसभा चुनाव के बाद ये दूसरी बार है कि जब पूर्व मंत्री आशु के फेसबुक एकाउंट के माध्यम से टिप्पणी की गई है। जानकारी के अनुसार एक अगस्त को कांग्रेस सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे भारतभूषण आशु को ईडी ने मनी लॉन्डरिंग केस में गिरफ्तार किया है। इस प्रकरण में कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई का विरोध किया था। कांग्रेस पंजाब में आशु प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं लेकिन लोकसभा चुनाव में लुधियाना संसदीय सीट से टिकट के प्रबल दावेदार होने के बावजूद उन्हें टिकट नहीं मिल पाया था। चुनाव में भी पूर्व मंत्री के फेसबुक एकाउंट से पोस्ट की गई थी। इस पोस्ट में उन्होंने नई राह को लेकर जिक्र किया था जिसके कई मायने निकाले जा रहे थे। अब पूर्व मंत्री आशु जेल में बंद हैं लेकिन उनका सोशल मीडिया एकाउंट एक्टिव है। उनके फेसबुक एकाउंट में 17 लाइनों की कविता अपलोड की गई है।