अमृतसर | शहर के प्रसिद्ध शिवाला मंदिर शिवाला बाग भाइयां मंदिर ट्रस्टियों की तरफ से सावन माह में रोजाना बाबा भोले नाथ का रुद्राभिषेक किया जा रहा है। मंदिर के प्रधान जतिंदर अरोड़ा की अध्यक्षता में करवाए जा रहे रुद्राभिषेक में सुबह पांच बजे ही भक्तजन पहुंचे शुरू हो गए। पंडितों ने मंदिर के सभी विग्रहों का सुंदर शृंगार किया। आरती और भोग के उपरांत मंत्रोच्चारण शुरू करके पूजा स्थल का शुद्धिकरण किया गया। फूलों से सजे थाल शिवमंदिर में रखे गए। जिसमें 101 किलो, गेंदा, गुलाब और कलियों के फूल थे। वहीं देसी गाय का दूध भक्तों द्वारा लाकर बाबा भोलेनाथ का मंत्रोच्चारण के साथ पंडित कन्हैया शास्त्री, पंडित चंद्रेय और पंडित निर्भय शास्त्री ने मिलकर पूजा शुरू करवाई। इस मौके पर महासचिव संजय अरोड़ा, बलदेव राज बग्गा, अश्वनी शर्मा, उपप्रधान सुरेश महाजन आदि मौजूद थे। अमृतसर | शहर के प्रसिद्ध शिवाला मंदिर शिवाला बाग भाइयां मंदिर ट्रस्टियों की तरफ से सावन माह में रोजाना बाबा भोले नाथ का रुद्राभिषेक किया जा रहा है। मंदिर के प्रधान जतिंदर अरोड़ा की अध्यक्षता में करवाए जा रहे रुद्राभिषेक में सुबह पांच बजे ही भक्तजन पहुंचे शुरू हो गए। पंडितों ने मंदिर के सभी विग्रहों का सुंदर शृंगार किया। आरती और भोग के उपरांत मंत्रोच्चारण शुरू करके पूजा स्थल का शुद्धिकरण किया गया। फूलों से सजे थाल शिवमंदिर में रखे गए। जिसमें 101 किलो, गेंदा, गुलाब और कलियों के फूल थे। वहीं देसी गाय का दूध भक्तों द्वारा लाकर बाबा भोलेनाथ का मंत्रोच्चारण के साथ पंडित कन्हैया शास्त्री, पंडित चंद्रेय और पंडित निर्भय शास्त्री ने मिलकर पूजा शुरू करवाई। इस मौके पर महासचिव संजय अरोड़ा, बलदेव राज बग्गा, अश्वनी शर्मा, उपप्रधान सुरेश महाजन आदि मौजूद थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब का 31 साल पुराना फर्जी एनकाउंटर मामला:CBI कोर्ट आज सुनाएगी पूर्व DIG और DSP को सजा, कल ठहराए गए दोषी तरनतारन से जुड़े 31 साल पुराने फर्जी एनकाउंटर मामले में मोहाली की सीबीआई स्पेशल कोर्ट आज सजा सुनाएगी। इससे पहले गुरुवार को इस मामले में पूर्व डीआईजी दिलबाग सिंह और रिटायर्ड डीएसपी गुरबचन सिंह को दोषी करार दिया गया था। इस बीच, मामले में शिकायतकर्ता की मौत हो गई है। घर से उठाकर ले गए, फिर किया एनकाउंटर मृतक के परिवार ने इस मामले में न्याय के लिए लंबी लड़ाई लड़ी है। तरनतारन के जंडाला रोड निवासी गुलशन कुमार फल विक्रेता थे। यह मामला गुलशन कुमार के पिता चमन लाल की शिकायत पर 1996 में दर्ज किया गया था। उन्होंने शिकायत में कहा था कि 22 जून 1993 को डीएसपी दिलबाग सिंह (जो डीआईजी के पद से सेवानिवृत्त हुए) के नेतृत्व में तरनतारन पुलिस की एक टीम उनके बेटे को जबरन उठा ले गई। वे उनके दो बेटों परवीन कुमार और बॉबी कुमार को भी अपने साथ ले गए। लेकिन कुछ दिनों बाद सभी को छोड़ दिया गया। हालांकि गुलशन को रिहा नहीं किया गया। एक महीने बाद 22 जुलाई 1993 को फर्जी एनकाउंटर में उनकी हत्या कर दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें बताए बिना उनके बेटे के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। मामले में 32 लोगों की गवाही हुई सीबीआई की जांच रिपोर्ट यह बात साफ हो चुकी है कि गुरबचन सिंह, जो उस समय सब-इंस्पेक्टर थे और वह तरनतारन (शहर) पुलिस स्टेशन में एसएचओ के रूप में तैनात थे। उन्होंने गुलशन कुमार को अवैध हिरासत में रखा था। इस मामले में सुनवाई के दौरान अर्जुन सिंह, दविंदर सिंह और बलबीर सिंह की मृत्यु हो गई है। इसके अलावा इस मामले में 32 गवाहों का हवाला दिया गया था। लेकिन मामले में 15 लोगों की गवाही हुई। मामले के शिकायतकर्ता चमन लाल की भी मौत हो गई है।
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गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू मामले में 7 सस्पेंड:पंजाब पुलिस के 2 DSP समेत हेड कॉन्स्टेबल शामिल, ड्यूटी में लापरवाही पर कार्रवाई गैंगस्टर लॉरेंस के जेल से इंटरव्यू मामले में सरकार ने आरोपी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन लिया है। पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर गठित SIT ने 7 अधिकारियों और कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान कोताही व लापरवाही का आरोपी माना। जिसके बाद सभी को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए गए हैं। ये आदेश राज्य के गृह विभाग के प्रमुख सचिव गुरकीरत कृपाल सिंह ने शुक्रवार देर शाम जारी किए हैं। जिन अधिकारियों-कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है, उनमें DSP से लेकर हेड कॉन्स्टेबल रैंक तक के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। इसमें DSP गुरशेर सिंह (अमृतसर स्थित 9 बटालियन), DSP समर वनीत, सब इंस्पेक्टर रीना (CIA खरड़ में तैनात), सब इंस्पेक्टर जगतपाल जंगू (एजीटीएफ में तैनात), सब इंस्पेक्टर शगनजीत सिंह (एजीटीएफ), ASI मुखत्यार सिंह और हेड कॉन्स्टेबल ओम प्रकाश शामिल है। गैंगस्टर के 2 इंटरव्यू वायरल हुए थे। SIT की रिपोर्ट के मुताबिक पहला इंटरव्यू 3 व 4 सितंबर 2022 को हुआ है। लॉरेंस उस समय खरड़ CIA में रखा गया था। दूसरा इंटरव्यू राजस्थान की जयपुर स्थित सेंट्रल जेल में हुआ है। पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली
लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च 2023 को ब्रॉडकास्ट हुआ था। जिसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूली थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था। इसलिए उसे मरवाया। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने सीआईए की कस्टडी से दिया। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत
लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू देने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर लेता है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है। पंजाब के DGP ने खारिज किया था दावा
गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू वर्ष 2023 में 14 और 17 मार्च को जारी किए गए थे। जिसके बाद पंजाब पुलिस पर सवाल उठे थे। इसके बाद पंजाब के डीजीपी गौरव यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि इंटरव्यू बठिंडा या पंजाब की किसी भी जेल से नहीं हुआ है। DGP ने लॉरेंस की 2 तस्वीरें दिखाते हुए कहा था- जब लॉरेंस को बठिंडा जेल लाया गया तो इसके बाल कटे थे और दाढ़ी-मूछ नहीं थी। लॉरेंस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… गैंगस्टर लॉरेंस की वीडियो कॉल से हड़कंप, पाकिस्तानी डॉन को ईद की बधाई दे रहा पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड गैंगस्टर लॉरेंस का 17 सेकेंड का वीडियो कॉल वायरल हुआ। इसमें वह पाकिस्तान के कुख्यात डॉन शहजाद भट्टी से बात करते हुए नजर आ रहा है। लॉरेंस भट्टी को ईद की बधाई दे रहा है। माना जा रहा है कि यह वीडियो 16 जून का है। पूरी खबर पढ़ें…
एमबीबीएस की रिवाइज्ड स्क्रीनिंग कट ऑफ जारी
एमबीबीएस की रिवाइज्ड स्क्रीनिंग कट ऑफ जारी जालंधर| मेडिकल काउंसलिंग कमेटी ने नीट-यूजी काउंसलिंग के प्रथम चरण में आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज (एएफएमसी) पुणे के लिए रिवाइज्ड कट ऑफ जारी कर दी है। नीट यूजी-2024 के स्कोर एवं रैंक के आधार पर आवेदन मांगे थे। यहां एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश की स्क्रीनिंग प्रक्रिया 27 अगस्त को शुरू हुई थी लेकिन, रिपोर्ट करने वाले कैंडिडेट की संख्या काफी कम रही। रिपोर्टिंग वाले अधिकांश स्टूडेंट्स मेडिकल जांच में अनफिट पाए गए। इसके बाद रिवाइज्ड कट ऑफ जारी कर स्टूडेंट्स को बुलाया गया है। कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट पारिजात मिश्रा ने बताया कि एएफएमसी, पुणे ने वेबसाइट पर इन कैंडिडेट्स के अलावा एक अतिरिक्त सूची जारी की है। जिसके अनुसार कैंडिडेट्स की रिवाइज्ड स्क्रीनिंग कट ऑफ को फीमेल कैंडिडेट्स के लिए 675/720 और मेल कैंडिडेट्स के लिए 656/720 कर दिया है। मेरिट के अनुसार 125 मेल कैंडिडेट्स तथा 25 फीमेल कैंडिडेट्स का प्रवेश होगा।