हिसार जिले के हांसी क्षेत्र में स्थित रामायण टोल प्लाजा पर शनिवार को भारतीय किसान नौजवान यूनियन की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता भारतीय किसान नौजवान यूनियन हिसार के जिला अध्यक्ष दशरथ मलिक ने की। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि किसान संगठनों की जो 12 मांग भारत सरकार के पास पेंडिंग है, उन मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। अगर उनकी मांगों पर जल्द से जल्द पूरा नहीं किया गया, तो जिस तरह बीजेपी सरकार को लोकसभा में हार का मुंह देखना पड़ा था। उसी तरह हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी हार का मुंह देखना पड़ेगा। सुविधाओं में नहीं की जानी चाहिए कटौती किसान रामायण टोल प्लाजा प्रधान राजू खरड़, उपप्रधान कैलाश मलिक, नसीब कुमार, जगबीर डंडेरी, मुकेश मलिक, रघबीर कुंडू, मोनू न्याना, कृष्ण देपल इत्यादि ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई द्वारा किसानों के तीन लाख तक के क्रेडिट कार्ड बनाने शुरू किए थे, उनको अब बढ़ाकर 20 लाख रुपए किया जाए। ऐसे छोटे मजदूर व किसान जो ठेके पर जमीन लेकर खेती करते हैं और फसल बेचने पर उनकी फसल की पेमेंट बैंक खाते में आने पर उनके राशन कार्ड या अन्य सुविधाओं में कटौती की जाती है, वह नहीं की जानी चाहिए। क्योंकि किसान काफी पैसा खाद, बीज व कीटनाशक दवाइयां खरीदने पर खर्च करता है, वो बेची गई फसल में से कम होना चाहिए। परमिट पूरा होने के बाद दी जाए बिजली हिसार जिले में जितनी भी माइनर लगती हैं, उन सभी का पानी टेल तक पहुंचाया जाए, ताकि किसानों को पानी से संबंधित कोई भी समस्या ना हो, बिजली निगम दोबारा की जाने वाली रिपेयरिंग के दौरान किसानों की काटी गई बिजली को परमिट पूरा होने के बाद दी जाए। वन विभाग द्वारा नहरों व माईनरों पर लगाए जाने वाले पौधे किसान की जमीन से 10 फुट नहर की तरफ लगाए जाएं इत्यादि मांगे जल्द से जल्द पूरी की जाए। हिसार जिले के हांसी क्षेत्र में स्थित रामायण टोल प्लाजा पर शनिवार को भारतीय किसान नौजवान यूनियन की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता भारतीय किसान नौजवान यूनियन हिसार के जिला अध्यक्ष दशरथ मलिक ने की। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि किसान संगठनों की जो 12 मांग भारत सरकार के पास पेंडिंग है, उन मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। अगर उनकी मांगों पर जल्द से जल्द पूरा नहीं किया गया, तो जिस तरह बीजेपी सरकार को लोकसभा में हार का मुंह देखना पड़ा था। उसी तरह हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी हार का मुंह देखना पड़ेगा। सुविधाओं में नहीं की जानी चाहिए कटौती किसान रामायण टोल प्लाजा प्रधान राजू खरड़, उपप्रधान कैलाश मलिक, नसीब कुमार, जगबीर डंडेरी, मुकेश मलिक, रघबीर कुंडू, मोनू न्याना, कृष्ण देपल इत्यादि ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई द्वारा किसानों के तीन लाख तक के क्रेडिट कार्ड बनाने शुरू किए थे, उनको अब बढ़ाकर 20 लाख रुपए किया जाए। ऐसे छोटे मजदूर व किसान जो ठेके पर जमीन लेकर खेती करते हैं और फसल बेचने पर उनकी फसल की पेमेंट बैंक खाते में आने पर उनके राशन कार्ड या अन्य सुविधाओं में कटौती की जाती है, वह नहीं की जानी चाहिए। क्योंकि किसान काफी पैसा खाद, बीज व कीटनाशक दवाइयां खरीदने पर खर्च करता है, वो बेची गई फसल में से कम होना चाहिए। परमिट पूरा होने के बाद दी जाए बिजली हिसार जिले में जितनी भी माइनर लगती हैं, उन सभी का पानी टेल तक पहुंचाया जाए, ताकि किसानों को पानी से संबंधित कोई भी समस्या ना हो, बिजली निगम दोबारा की जाने वाली रिपेयरिंग के दौरान किसानों की काटी गई बिजली को परमिट पूरा होने के बाद दी जाए। वन विभाग द्वारा नहरों व माईनरों पर लगाए जाने वाले पौधे किसान की जमीन से 10 फुट नहर की तरफ लगाए जाएं इत्यादि मांगे जल्द से जल्द पूरी की जाए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में सुसाइड से पहले दोस्त को वीडियो कॉल:युवक बोला-4 लोग पैसे का दबाव बना रहे, पंखे पर लगाया फंदा दिखाया, फिर जान दे दी
हरियाणा में सुसाइड से पहले दोस्त को वीडियो कॉल:युवक बोला-4 लोग पैसे का दबाव बना रहे, पंखे पर लगाया फंदा दिखाया, फिर जान दे दी हरियाणा के गुरुग्राम में BSC के एक छात्र ने दोस्तों के पैसे के दबाव से परेशान होकर सुसाइड कर लिया। वह काफी समय से सोहना में दमदमा रोड पर स्थित PG में रह रहा था। आत्महत्या से पहले छात्र ने अपने दोस्त से वीडियो कॉल की। पंखे पर लगाया फंदा भी दिखाया। वीडियो में वह रोता हुआ दिखाई दे रहा है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। छात्र का एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें उसने 4 लोगों पर पैसों के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। PG में रह रहा था विजेंद्र
मृतक की पहचान मेवात के गंडूरी गांव के रहने वाला विजेंद्र सिंह के रूप में हुई है। वह सोहना के समीप जीडी गोयनका यूनिवर्सिटी में BSC माइक्रोबायोलॉजी का छात्र था। विजेंद्र सिंह काफी समय से सोहना में दमदमा रोड पर स्थित सक्षम PG में किराए पर रह रहा था। शुक्रवार रात उसने अपने दोस्त के पास फोन किया। उसने कहा कि उसे 4 लोग गंडूरी निवासी टिंकू, धर्मा, योगेश खटाना व नगीना निवासी सोनू उस पर पैसे के लिए दबाव बना रहे हैं। इससे वह डिप्रेशन में है। कहा- उससे ये सब सहन नहीं होता
विजेंद्र ने दोस्त से कहा कि वह आत्महत्या कर रहा है। उसने दोस्त को कमरे में पंखे पर लगाया फंदा भी दिखाया। बातचीत के दौरान वह रोता रहा। अब उससे सहन नहीं होता। चारों लोग उसे पर लगातार पैसे का प्रेशर दे रहे है। इसके बाद उसने अपने कमरे में फांसी लगा कर जान दे दी। छात्र के पिता ने इन चारों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। सोहना थाना के जांच अधिकारी हरिओम ने बताया कि छात्र विजेंद्र के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। सुसाइड नोट व परिजनों, दोस्त के बयान पर छानबीन की जा रही है।
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जींद में मजदूर ने फांसी लगाकर किया सुसाइड:सुसाइड नोट बरामद, लिखा-पापा हम पुत्र होने का फर्ज नहीं निभा पाए हरियाणा के जींद जिले के सफीदों क्षेत्र में खानसर चौक स्थित एक धर्म कांटे के कमरे में एक प्रवासी मजदूर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के खेरी कलां निवासी 20 वर्षीय रामकिशन के रूप में हुई है। रामकिशन धर्म कांटे पर ही काम करता था। मृतक ने मरने से पहले एक पेज का सुसाइड नोट भी छोड़ा हैं। इसमें रामकिशन ने कहा है कि पापा हम मजबूर हो गए थे। आपके अलावा मजबुरियों के आगे हमें कोई अच्छे से समझाने और समझने वाला नहीं। हम अपना पुत्र होने का फर्ज नहीं निभा पाए, हमें माफ करना। हमने आपका भरोसा तोड़ा, माफ करना हमारे ना होने का कोई अब अफसोस नहीं करना। हमें अपनी जिंदगी से नफरत हो गई। आप सब अच्छे से रहना प्लीज, मिल जुलकर प्लीज हमें माफ करना हमने आपका भरोसा तोड़ा है। गांव खेरी कलां उत्तर प्रदेश निवासी रामकिशन नगर के खानसर चौंक स्थित एक धर्म कांटे पर काम करता था। उसने धर्म कांटे के कमरे के अंदर रस्सी से फांसी लगाई। सुबह धर्म कांटे पर कोई आया और उसने देखा कि एक युवक फांसी पर लटका हुआ है। एफएसएल टीम ने जुटाए साक्ष्य उसने इसकी जानकारी आस पास के लोगों व पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद शहर थाना प्रभारी ईश्वर सिंह मौके पर पहुंचे और एफएसएल टीम को बुलाया। उसके बाद शव को उतरवाकर नागरिक अस्पताल पहुंचाया। शहर थाना प्रभारी ईश्वर सिंह ने बताया कि सूचना के आधार पर वे मौके पर पहुंचे थे और यहां पर एक युवक का शव लटका हुआ पाया गया। शव को नागरिक अस्पताल में रखवा कर उचित कार्रवाई की जा रही है।
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हरियाणा में BJP के 2 नेता कर सकते हैं बगावत:राव नरबीर और मुकेश शर्मा टिकट के दावेदार, पार्टी ने इग्नोर किया तो दूसरी पार्टी से ठोक सकते हैं ताल हरियाणा विधानसभा चुनाव में बमुश्किल ढाई महीने का समय बचा है। ऐसे में चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले तमाम नेता पूरी शिद्दत से अपने-अपने इलाकों में एक्टिव हैं। गुरुग्राम और बादशाहपुर विधानसभा सीट पर BJP में राव नरबीर सिंह और मुकेश शर्मा पार्टी टिकट के प्रमुख दावेदार हैं। अगर किसी वजह से इनके टिकटों पर कैंची चली तो दोनों बागी तेवर दिखा सकते हैं। उस सूरत में दोनों के निर्दलीय या फिर किसी दूसरी पार्टी में शामिल होकर चुनावी रण में कूदने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। ऐसा हुआ तो इसका सीधा नुकसान BJP को होगा। राव नरबीर सिंह 2014 के विधानसभा चुनाव में बादशाहपुर से भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गए। वह मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली सरकार में मंत्री रहे मगर 2019 के चुनाव में पार्टी ने उनका काट दिया। राव नरबीर 2019 में बादशाहपुर से टिकट के दावेदार थे मगर पार्टी ने उनकी जगह नए चेहरे के तौर पर मनीष यादव पर भरोसा जताया। हालांकि मनीष यादव 10 हजार से ज्यादा वोटों से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले राकेश दौलताबाद से हार गए। राव नरबीर इलाके में लगातार एक्टिव राव नरबीर टिकट कटने के बावजूद 2019 से 2024 तक लगातार बादशाहपुर विधानसभा हलके में सक्रिय रहे। इलाके के तमाम गांवों और कस्बों में वह लगातार प्रोग्राम करते रहे हैं। लोगों के सुख-दुख में भी वह पहुंचते रहे हैं। भाजपा में राव नरबीर के अलावा मनीष यादव भी एक बार फिर बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ने के दावेदार हैं। पूर्व सीएम मनोहरलाल खट्टर के ओएसडी रह चुके जवाहर यादव भी इसी सीट से ताल ठोंक रहे हैं। इन तीनों के अलावा केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव और पूर्व मेयर विमल यादव भी टिकट की रेस में शामिल हैं। दावेदारों की लंबी-चौड़ी लिस्ट होने के बावजूद राव नरबीर सिंह जिस तरह यहां सक्रिय हैं, उससे यह साफ है कि वह चुनावी रण में कूदने का फैसला ले चुके हैं। अगर BJP टिकट नहीं देती तो उनके कांग्रेस में जाने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता। कांग्रेस नेता और महेंद्रगढ़ के विधायक राव दान सिंह उनके समधी हैं। मुकेश शर्मा की नजर भी गुरुग्राम पर भाजपा में ही मुकेश शर्मा की नजर भी गुरुग्राम सीट पर है। मुकेश शर्मा ने 2019 में BJP के टिकट पर बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ा और चौथे स्थान पर रहे। 2014 में पार्टी के टिकट न देने पर मुकेश शर्मा ने बगावत करते हुए बादशाहपुर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा लेकिन महज 16.22% वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे। इस बार वह गुरुग्राम सीट से चुनाव लड़ने की मंशा पाले हुए हैं और इलाके में लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं। उमेश अग्रवाल की वजह से भाजपा चिंता में गुरुग्राम विधानसभा सीट पर वैश्य और पंजाबी बिरादरी के वोटरों का दबदबा है। भाजपा यहां वैश्य बिरादरी के नेता को टिकट देती रही है लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी (AAP) के मौजूदा नेता और BJP के पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल यहां से चुनावी शंखनाद कर चुके हैं। इसकी वजह से भाजपा की मुसीबत बढ़ गई है और वह किसी पंजाबी चेहरे पर दांव लगा सकती है। ब्राह्मण समाज की बात करें तो इसके कई नेता भी टिकट पर दावा जता रहे हैं। ऐसे में मुकेश शर्मा भी BJP का टिकट न मिलने पर रण में निर्दलीय कूद सकते हैं।