ऊना में श्रावण अष्टमी मेला शुरू:24 घंटे होंगे मां चिंतपूर्णी के दर्शन, पर्ची के बिना नहीं मिलेगा प्रवेश, जगह-जगह लगाए लंगर

ऊना में श्रावण अष्टमी मेला शुरू:24 घंटे होंगे मां चिंतपूर्णी के दर्शन, पर्ची के बिना नहीं मिलेगा प्रवेश, जगह-जगह लगाए लंगर

ऊना जिले की शक्तिपीठ माता श्री चिंतपूर्णी के दरबार में सोमवार को श्रावण अष्टमी मेला शुरू हो गया। मंदिर न्यास ने मंदिर के कपाट सुबह 4 बजे खोल दिए गए। अब रोजाना मेला समाप्त होने तक मंदिर में 24 घंटे श्रद्धालु माता रानी के दर्शन मिल सकेंगे। श्रद्धालुओं को दर्शन करने के लिए पर्ची की अनिवार्यता मंदिर न्यास ने की है। दर्शन पर्ची तीन स्थानों पर दी जा रही है। इसके अलावा सुगम दर्शन प्रणाली पास के माध्यम से भी श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जा रही है। चिंतपूर्णी मंदिर परिसर क्षेत्र फूलों से सजाया गया है। जो की आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। मंदिर की सजावट का काम एक पंजाब के श्रद्धालु ने कराया है। जानकारी के मुताबिक दोपहर तक 8 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने माता रानी के दरबार में दर्शन करने के लिए दर्शन पर्ची ली। मंदिर न्यास श्रद्धालुओं को करतार में ही दर्शन करा रहा है। इसके अलावा पंजाब की लंगर संस्थाओं ने जगह-जगह पर दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए लंगर की व्यवस्था की है। जहां श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। वहीं देर शाम तक 15 से 20 हजार श्रद्धालुओं के दर्शन करने की उम्मीद है। ऊना जिले की शक्तिपीठ माता श्री चिंतपूर्णी के दरबार में सोमवार को श्रावण अष्टमी मेला शुरू हो गया। मंदिर न्यास ने मंदिर के कपाट सुबह 4 बजे खोल दिए गए। अब रोजाना मेला समाप्त होने तक मंदिर में 24 घंटे श्रद्धालु माता रानी के दर्शन मिल सकेंगे। श्रद्धालुओं को दर्शन करने के लिए पर्ची की अनिवार्यता मंदिर न्यास ने की है। दर्शन पर्ची तीन स्थानों पर दी जा रही है। इसके अलावा सुगम दर्शन प्रणाली पास के माध्यम से भी श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जा रही है। चिंतपूर्णी मंदिर परिसर क्षेत्र फूलों से सजाया गया है। जो की आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। मंदिर की सजावट का काम एक पंजाब के श्रद्धालु ने कराया है। जानकारी के मुताबिक दोपहर तक 8 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने माता रानी के दरबार में दर्शन करने के लिए दर्शन पर्ची ली। मंदिर न्यास श्रद्धालुओं को करतार में ही दर्शन करा रहा है। इसके अलावा पंजाब की लंगर संस्थाओं ने जगह-जगह पर दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए लंगर की व्यवस्था की है। जहां श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। वहीं देर शाम तक 15 से 20 हजार श्रद्धालुओं के दर्शन करने की उम्मीद है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर