कुंजपुरा | तीन दिन पूर्व गांव कलवेहड़ी सुभरी के पास आवर्धन नहर के स्लैब टूटने के बाद पटरी में हुए कटाव भले ही बंद कर दिया गया। लेकिन, नहर में ज्यादा पानी आने पर दोबारा ऐसी स्थिति होने की आशंका से ग्रामीण डरे हुए हैं। उन्होंने निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की है। हालांकि डीसी उत्तम सिंह ने साफ चेतावनी दी थी कि निर्माण सामग्री की गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। मामले की जांच करवा कर उचित कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा। जिला प्रशासन पूरी तरह से मामले की निगरानी कर रहा है। दूसरी तरफ दो दिन पूर्व ताजेवाला हेड से यमुना में करीब 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद हरियाणा यूपी सीमा पर गांव शेरगढ़ टापू के पास हरियाणा की सीमा में बने पुल पर पानी भरने की आशंका को लेकर ग्रामीण चिंतित नजर आ रहे हैं। पूर्व सरपंच जरनैल सिंह का कहना है कि अभी तक यमुना में अधिकांश पानी उत्तर प्रदेश की दिशा में बह रहा है, लेकिन कुछ अधिक पानी छोड़ा गया तो हरियाणा की सीमा में बने पुल की ऊंचाई काफी कम होने के कारण पानी भरने पर आवागमन बंद हो जाएगा। उन्होंने जिला प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि हरियाणा की सीमा में पुल उत्तर प्रदेश की सीमा में यमुना पर बने पुल की अपेक्षा काफी नीचे बनाया हुआ है। इस पुल को उत्तरप्रदेश की सीमा में बने पुल की तर्ज पर बनाया जाए, ताकि बारिश अधिक होने पर भी पुल पानी में न डूबे। विशेष बात है कि बीते वर्ष पुल पर पानी भरने से सप्ताह भर आवागमन बंद रहा था। जिस कारण हरियाणा व उत्तर प्रदेश के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था। कुंजपुरा | तीन दिन पूर्व गांव कलवेहड़ी सुभरी के पास आवर्धन नहर के स्लैब टूटने के बाद पटरी में हुए कटाव भले ही बंद कर दिया गया। लेकिन, नहर में ज्यादा पानी आने पर दोबारा ऐसी स्थिति होने की आशंका से ग्रामीण डरे हुए हैं। उन्होंने निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की है। हालांकि डीसी उत्तम सिंह ने साफ चेतावनी दी थी कि निर्माण सामग्री की गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। मामले की जांच करवा कर उचित कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा। जिला प्रशासन पूरी तरह से मामले की निगरानी कर रहा है। दूसरी तरफ दो दिन पूर्व ताजेवाला हेड से यमुना में करीब 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद हरियाणा यूपी सीमा पर गांव शेरगढ़ टापू के पास हरियाणा की सीमा में बने पुल पर पानी भरने की आशंका को लेकर ग्रामीण चिंतित नजर आ रहे हैं। पूर्व सरपंच जरनैल सिंह का कहना है कि अभी तक यमुना में अधिकांश पानी उत्तर प्रदेश की दिशा में बह रहा है, लेकिन कुछ अधिक पानी छोड़ा गया तो हरियाणा की सीमा में बने पुल की ऊंचाई काफी कम होने के कारण पानी भरने पर आवागमन बंद हो जाएगा। उन्होंने जिला प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि हरियाणा की सीमा में पुल उत्तर प्रदेश की सीमा में यमुना पर बने पुल की अपेक्षा काफी नीचे बनाया हुआ है। इस पुल को उत्तरप्रदेश की सीमा में बने पुल की तर्ज पर बनाया जाए, ताकि बारिश अधिक होने पर भी पुल पानी में न डूबे। विशेष बात है कि बीते वर्ष पुल पर पानी भरने से सप्ताह भर आवागमन बंद रहा था। जिस कारण हरियाणा व उत्तर प्रदेश के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में लालू के दामाद चिरंजीव राव का विरोध:रेवाड़ी में चुनावी जनसभा में पूछे सवाल, कार्यकर्ताओं ने युवकों को धक्के देकर निकाला
हरियाणा में लालू के दामाद चिरंजीव राव का विरोध:रेवाड़ी में चुनावी जनसभा में पूछे सवाल, कार्यकर्ताओं ने युवकों को धक्के देकर निकाला हरियाणा की रेवाड़ी सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के दामाद चिरंजीव राव का चुनावी प्रचार के दौरान विरोध हुआ। गिंदोखर गांव में कुछ युवकों ने उन्हें गांव से वापस जाने के नारे लगाए। इतना ही नहीं उनसे विकास कार्यों को लेकर तीखे सवाल भी पूछे। काफी देर हंगामे के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने विरोध करने वाले युवकों को धक्के देकर कार्यक्रम से निकाल दिया। हालांकि इस दौरान कुछ देर के लिए माहौल काफी गहमागहमी वाला हो गया। दरअसल, सोमवार दोपहर को चिरंजीव राव का गिंदोखर गांव के पंचायत घर में कार्यक्रम था। वे चुनाव में खुद को वोट देने की अपील करने के लिए ग्रामीणों के बीच पहुंचे थे। कार्यक्रम में काफी भीड़ भी थी। तभी गांव गिंदोखर के ही रहने वाले अजय यादव, विकास, प्रवीण, देवेंद्र सहित अन्य युवक भी कार्यक्रम में पहुंच गए। चिरंजीव राव जब ग्रामीणों को संबोधित करने लगे तो युवकों ने गांव के विकास कार्यों को लेकर उनसे तीखे सवाल पूछने शुरू कर दिए। इसके बाद माहौल गरमा गया। कार्यक्रम में मौजूद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उन्हें कार्यक्रम से बाहर निकाल दिया। इस दौरान विरोध करने वाले युवकों ने चिरंजीव को गांव से वापस जाने के लिए नारेबाजी भी की। विरोध करने वाले अजय यादव ने कहा ‘चिरंजीव राव 2019 में विधायक चुने गए थे। इसके बाद पहली बार वह उनके गांव में 26 नवंबर 2023 को आए और गिंदोखर-जाडरा के कच्चे रास्ते का शिलान्यास करके चले गए। विधायक ने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार नहीं है। इसके बावजूद वह अपने विधायक कोटे से 16 लाख रुपए दिलवाकर इस सड़क का निर्माण कार्य करवा रहे हैं। लेकिन 10 महीने बाद भी इस सड़क का निर्माण कार्य नहीं हुआ है। विधायक से जब पूछा गया तो बोले-मेरा काम पैसे दिलवाने का था। हमारी सरकार नहीं है। सरकार आएगी तो बनवा भी देंगे।’ अजय के मुताबिक, हमने विधायक से ये भी पूछा कि हमें ये ही बता दीजिए कि जो 16 लाख रुपए आपने विधायक कोटे से दिलवाए आखिर वो किसके पास गए हैं। लेकिन उनके पास कोई जवाब नहीं था। मेरी पत्नी पूनम गांव की पंचायत में पंच हैं। हमें हमारे जनप्रतिनिधि से गांव के विकास से जुड़े मामले में सवाल पूछने का हक है। उसके बावजूद चिरंजीव राव से जुड़े कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने हमें धक्के देकर कार्यक्रम से बाहर निकाल दिया। 2019 में पहली बार विधायक बने थे चिरंजीव राव बता दें कि चिरंजीव राव के पिता कैप्टन अजय सिंह यादव इसी सीट से 6 बार विधायक रह चुके हैं। 2019 में चिरंजीव राव ने खुद चुनाव लड़ा था। अपने पहले ही चुनाव में चिरंजीव राव ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस ने दूसरी बार चिरंजीव राव को इस बार चुनावी मैदान में उतारा है। इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है।

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हरियाणा में टूरिस्ट परमिट की वैधता बढ़ेगी:अनिल विज बोले- केंद्र की तर्ज पर 9 से 12 साल करेंगे; जल्द जारी होगा नोटिफिकेशन हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट की वैधता अवधि को केंद्र सरकार के अनुरूप करते हुए 9 साल से बढ़ाकर 12 साल करने का निर्णय लिया गया है। विज ने बताया कि इस संबंध में जल्द ही एक अधिसूचना जारी की जाएगी] ताकि टूरिस्ट-टूरिज्म क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हों। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए परिवहन मंत्री ने बताया कि इस आशय के संबंध में आज मुख्यमंत्री ने एक प्रस्ताव को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। टैक्सी यूनियन ने उठाई थी मांग बता दें कि, पिछले दिनों परिवहन मंत्री अनिल विज से अंबाला टैक्सी ऑपरेटर यूनियन के पदाधिकारियों ने टूरिस्ट परमिट की वैधता में एकरूपता लाने के लिए एक प्रार्थना पत्र दिया था जिसके बाद परिवहन मंत्री की आदेशों के तहत विभाग ने इस संबंध में एक प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा था जिसकी स्वीकृति आज मिली है। अंबाला टैक्सी ऑपरेटर यूनियन के पदाधिकारियों ने एक पत्र के माध्यम से बताया था कि केन्द्र सरकार ऑल इंडिया परमिट पॉलिसी के अनुसार पंजाब व हिमाचल प्रदेश में 12 साल तक परमिट दिए जाते हैं जबकि हरियाणा में इन परमिट्स को 9 साल की अवधि थी। इस अवधि को 12 साल करने से सभी हितधारकों को लाभ/फायदा होगा। यहां समझिए क्या हुआ फायदा परिवहन मंत्री ने बताया कि टूरिस्ट परमिट के लिए टूूरिस्ट वाहन के पंजीकरण की तिथि से एनसीआर क्षेत्र में पेट्रोल/सीएनजी के वाहनों के लिए 9 साल की अवधि को बढ़ाकर 12 साल किया गया है जबकि एनसीआर क्षेत्र में डीजल वाहनों की अवधि 9 साल से बढ़ाकर 10 साल की गई है। इसी प्रकार, नॉन-एनसीआर क्षेत्र में पैट्रोल-सीएनजी तथा डीजल वाहनों की अवधि को 9 साल से बढ़ाकर 12 साल किया गया है।

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