रोहतक छात्रा अपहरण मामले में सरकार सख्त:स्वास्थ्य मंत्री मेडिकल जाएंगे; बोले- हम वेस्ट बंगाल की सरकार नहीं, आरोपी को नहीं छोड़ेंगे

रोहतक छात्रा अपहरण मामले में सरकार सख्त:स्वास्थ्य मंत्री मेडिकल जाएंगे; बोले- हम वेस्ट बंगाल की सरकार नहीं, आरोपी को नहीं छोड़ेंगे

हरियाणा के रोहतक पीजीआई छात्रा अपहरण मामले में सूबे के हेल्थ मिनिस्टर डॉ कमल गुप्ता ने कहा है कि रोहतक से कल एक मामला सामने आया है। हमने इस मामले में एक्शन शुरू कर दिया है। कल ही मैंने वहां के वाइस चांसलर, डायरेक्टर और SP से बात की थी, डीजीपी से भी इस केस को लेकर चर्चा हुई है। गुप्ता ने बताया कि आरोपी डॉक्टर को मेडिकल कॉलेज से रेस्टिगेट कर दिया गया है। उसके खिलाफ FIR भी दर्ज हो चुकी हैं, कई गंभीर धाराएं भी लगी हैं। वह इस समय जेल के अंदर है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारी हरियाणा की भारतीय जनता पार्टी की सरकार, वेस्ट बंगाल की TMC की सरकार के तरीके की सरकार नहीं है। अगर कोई हमारी बहन बेटी पर आंख उठाकर देखेगा, तो हम उसका करारा जवाब देंगे। मैं आज रोहतक जा रहा हूं, मुख्यमंत्री नायब सैनी ने भी इस पूरे मामले में सख्त करवाई करने के आदेश दिए हैं। मैं प्रदेश की बेटियों से कहना चाहूंगा कि इस तरीके से किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कोलकाता और रोहतक की घटनाओं में समानता कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत के बाद हरियाणा के रोहतक में मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ मारपीट की घटना सामने आई थी। इसमें आरोपी मेडिकल कॉलेज का ही पीजी डॉक्टर बताया जा रहा है। पीड़ित छात्रा का आरोप है कि 16 अगस्त की शाम को आरोपी युवक मेडिकल कैंपस से उसे अगवा करके ले गया था। रात को अंबाला, चंडीगढ़ घुमाता रहा। लगभग 20 घंटे बाद 17 अगस्त की शाम तकरीबन 3.30 बजे वापस लाया। इस दौरान आरोपी ने पीड़िता के साथ मारपीट भी की। आरोपी एनाटॉमी विभाग का पीजी स्टूडेंट है। उसका नाम मनिंदर कौशिक बताया जा रहा है। कोलकाता की तरह यहां भी मामला मेडिकल कॉलेज का ही है, मगर वहां रेप और हत्या की घटना घटी, और यहां पर मारपीट का मामला सामने आया है। एडमिट कार्ड के बहाने बुलाया पीड़ित छात्रा पीजीआईएमएस में मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। वहीं, आरोपी डॉक्टर मनिंदर एमडी एनाटॉमी कोर्स के प्रथम वर्ष का रेजिडेंट है। आरोपी डॉक्टर, छात्रा की कक्षा को कभी-कभी पढ़ाता था। हाल ही में परीक्षाएं होनी है। आरोपी डॉक्टर ने छात्रा को एडमिट कार्ड लेने के लिए बुलाया था। छात्रा जब उसके पास पहुंची, तो आरोपी ने बहाने से कार में बैठा लिया। इसके बाद वह कार घुमाते हुए चंडीगढ़ तक ले गया। आरोप है कि सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर ने छात्रा से शादी और संबंध बनाने का दबाव बनाया। छात्रा ने विरोध किया तो आरोपी ने उसे करीब 20 घंटे तक बंधक बनाकर रखा। इस दौरान छात्रा को बुरी तरह लात-घूसों से पीटा। डॉक्टर की पिटाई से छात्रा के शरीर पर चोट के निशान बन गए। जेल में है आरोपी डॉक्टर शुक्रवार रात ले जाने के बाद आरोपी शनिवार शाम छात्रा को पीजीआईएमएस के गेट पर फेंककर फरार हो गया था। पीड़ित छात्रा ने घटना की सूचना परिजनों को दी। उन्होंने पीजीआईएमएस प्रशासन और पुलिस को मामले से अवगत कराया। पुलिस ने अपहरण और मारपीट का मुकदमा दर्ज कर आरोपी डॉक्टर मनिंदर को गिरफ्तार कर लिया है। मेडिकल के बाद छात्रा के बयान दर्ज रोहतक पीजीआई की मेडिकल छात्रा का अपहरण और बंधक बनाकर मारपीट के मामले में पुलिस ने सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर की गिरफ्तारी के बाद अधिवक्ता और परिजनों के सामने छात्रा की काउंसिलिंग कराई। इसके अलावा छात्रा का मेडिकल भी कराया गया, फिर छात्रा के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराए गए। छात्रा ने बताया है कि आरोपी 16 अगस्त की रात उसे अपने साथ कार से अंबाला और चंडीगढ़ लेकर गया था, और वहीं से मारपीट करते हुए वापस छोड़ गया था। डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। आरोपी को अदालत में पेश किया जाएगा। किसी दूसरे से बात करने पर हो जाता था नाराज पीजीआई थाना के इंस्पेक्टर रोशनलाल ने बताया कि छात्रा किसी से बात करती, तो आरोपी डॉक्टर नाराज हो जाता था। इससे नाराज डॉक्टर छात्रा को अपने साथ ले गया और फिर जबरन कार में घुमाता रहा। विरोध करने पर मारपीट की। पीड़िता की शिकायत पर अपहरण और मारपीट का मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है। पीजीआईएमएस से निष्कासित हुआ आरोपी पीजीआईएमएस के निदेशक डॉ. एसएस लोहचब ने बताया कि स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, रोहतक प्रत्येक छात्रा, महिला कर्मचारी की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। यूएचएस प्राधिकरण ने एक स्नातक महिला छात्रा के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना का संज्ञान लिया है। पिछली जांच रिपोर्टों एवं हाल की घटनाओं के आधार पर एमडी एनाटॉमी कोर्स के प्रथम वर्ष के रेजिडेंट को पीजीआईएमएस से निष्कासित कर दिया गया है और उसके प्रवेश पर रोक लगा दी है। हरियाणा के रोहतक पीजीआई छात्रा अपहरण मामले में सूबे के हेल्थ मिनिस्टर डॉ कमल गुप्ता ने कहा है कि रोहतक से कल एक मामला सामने आया है। हमने इस मामले में एक्शन शुरू कर दिया है। कल ही मैंने वहां के वाइस चांसलर, डायरेक्टर और SP से बात की थी, डीजीपी से भी इस केस को लेकर चर्चा हुई है। गुप्ता ने बताया कि आरोपी डॉक्टर को मेडिकल कॉलेज से रेस्टिगेट कर दिया गया है। उसके खिलाफ FIR भी दर्ज हो चुकी हैं, कई गंभीर धाराएं भी लगी हैं। वह इस समय जेल के अंदर है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारी हरियाणा की भारतीय जनता पार्टी की सरकार, वेस्ट बंगाल की TMC की सरकार के तरीके की सरकार नहीं है। अगर कोई हमारी बहन बेटी पर आंख उठाकर देखेगा, तो हम उसका करारा जवाब देंगे। मैं आज रोहतक जा रहा हूं, मुख्यमंत्री नायब सैनी ने भी इस पूरे मामले में सख्त करवाई करने के आदेश दिए हैं। मैं प्रदेश की बेटियों से कहना चाहूंगा कि इस तरीके से किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कोलकाता और रोहतक की घटनाओं में समानता कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत के बाद हरियाणा के रोहतक में मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ मारपीट की घटना सामने आई थी। इसमें आरोपी मेडिकल कॉलेज का ही पीजी डॉक्टर बताया जा रहा है। पीड़ित छात्रा का आरोप है कि 16 अगस्त की शाम को आरोपी युवक मेडिकल कैंपस से उसे अगवा करके ले गया था। रात को अंबाला, चंडीगढ़ घुमाता रहा। लगभग 20 घंटे बाद 17 अगस्त की शाम तकरीबन 3.30 बजे वापस लाया। इस दौरान आरोपी ने पीड़िता के साथ मारपीट भी की। आरोपी एनाटॉमी विभाग का पीजी स्टूडेंट है। उसका नाम मनिंदर कौशिक बताया जा रहा है। कोलकाता की तरह यहां भी मामला मेडिकल कॉलेज का ही है, मगर वहां रेप और हत्या की घटना घटी, और यहां पर मारपीट का मामला सामने आया है। एडमिट कार्ड के बहाने बुलाया पीड़ित छात्रा पीजीआईएमएस में मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। वहीं, आरोपी डॉक्टर मनिंदर एमडी एनाटॉमी कोर्स के प्रथम वर्ष का रेजिडेंट है। आरोपी डॉक्टर, छात्रा की कक्षा को कभी-कभी पढ़ाता था। हाल ही में परीक्षाएं होनी है। आरोपी डॉक्टर ने छात्रा को एडमिट कार्ड लेने के लिए बुलाया था। छात्रा जब उसके पास पहुंची, तो आरोपी ने बहाने से कार में बैठा लिया। इसके बाद वह कार घुमाते हुए चंडीगढ़ तक ले गया। आरोप है कि सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर ने छात्रा से शादी और संबंध बनाने का दबाव बनाया। छात्रा ने विरोध किया तो आरोपी ने उसे करीब 20 घंटे तक बंधक बनाकर रखा। इस दौरान छात्रा को बुरी तरह लात-घूसों से पीटा। डॉक्टर की पिटाई से छात्रा के शरीर पर चोट के निशान बन गए। जेल में है आरोपी डॉक्टर शुक्रवार रात ले जाने के बाद आरोपी शनिवार शाम छात्रा को पीजीआईएमएस के गेट पर फेंककर फरार हो गया था। पीड़ित छात्रा ने घटना की सूचना परिजनों को दी। उन्होंने पीजीआईएमएस प्रशासन और पुलिस को मामले से अवगत कराया। पुलिस ने अपहरण और मारपीट का मुकदमा दर्ज कर आरोपी डॉक्टर मनिंदर को गिरफ्तार कर लिया है। मेडिकल के बाद छात्रा के बयान दर्ज रोहतक पीजीआई की मेडिकल छात्रा का अपहरण और बंधक बनाकर मारपीट के मामले में पुलिस ने सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर की गिरफ्तारी के बाद अधिवक्ता और परिजनों के सामने छात्रा की काउंसिलिंग कराई। इसके अलावा छात्रा का मेडिकल भी कराया गया, फिर छात्रा के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराए गए। छात्रा ने बताया है कि आरोपी 16 अगस्त की रात उसे अपने साथ कार से अंबाला और चंडीगढ़ लेकर गया था, और वहीं से मारपीट करते हुए वापस छोड़ गया था। डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। आरोपी को अदालत में पेश किया जाएगा। किसी दूसरे से बात करने पर हो जाता था नाराज पीजीआई थाना के इंस्पेक्टर रोशनलाल ने बताया कि छात्रा किसी से बात करती, तो आरोपी डॉक्टर नाराज हो जाता था। इससे नाराज डॉक्टर छात्रा को अपने साथ ले गया और फिर जबरन कार में घुमाता रहा। विरोध करने पर मारपीट की। पीड़िता की शिकायत पर अपहरण और मारपीट का मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है। पीजीआईएमएस से निष्कासित हुआ आरोपी पीजीआईएमएस के निदेशक डॉ. एसएस लोहचब ने बताया कि स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, रोहतक प्रत्येक छात्रा, महिला कर्मचारी की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। यूएचएस प्राधिकरण ने एक स्नातक महिला छात्रा के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना का संज्ञान लिया है। पिछली जांच रिपोर्टों एवं हाल की घटनाओं के आधार पर एमडी एनाटॉमी कोर्स के प्रथम वर्ष के रेजिडेंट को पीजीआईएमएस से निष्कासित कर दिया गया है और उसके प्रवेश पर रोक लगा दी है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर