चंबा के भरमौर में मलबे में दबने से एक व्यक्ति मौत हो गई। मृतक की पहचान जसवीर के नाम से हुई जो ऊना के दौलतपुर का रहने वाला है। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों का सौंप दिया है। हादसा लाहडू के पास टिकर नमक जगह पर हुआ। जहां मूसलाधार बारिश के दौरान स्कॉर्पियो मलबे में फंस गई। गाड़ी को धक्का लगाने के लिए सब साथी उतर गए। जैसे ही उन्होंने गाड़ी को धक्का लगाया थे, इतने में ऊपर से बहुत सारा मालवा आ गया, जिसमें जसबीर मलबे के साथ ही नीचे नाले में चला गया। बाकी साथी इधर-उधर भाग गए। उनको लगा वह भी किसी न किसी साइड भाग गया होगा। लेकिन जब वह नहीं मिला तो उसे ढूंढने लगे। बाद में देखा कि जसवीर मलबे के साथ ही ना बह गया हो, जब उसे ढूंढने में नाकाम रहे तो उन्होंने चुबाडी पुलिस को इकी सूचना दी। सुबह प्रशासन पुलिस वह प्रशासन ने मलबे को हटाना शुरू किया, तो नीचे खाई में उसका शव मिला। मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए चुबाडी अस्पताल लाया गया । जहां पोस्टमॉर्टम करके शव परिजनों को सौंप दिया गया। उसके साथियों ने बताया कि गाड़ी में सात लोग साथ में थे । जो उन्ना दौलतपुर से मणिमहेश डल झील में स्नान करने के लिए गए थे। वापस घर जा रहे थे। रात में बारिश मूसलाधार बारिश के कारण मारी गाड़ी फस गई। इतने में हमें पता नहीं लगा और पहाड़ी से मालवा आने के कारण जसवीर मलबे में बह गया। चंबा के भरमौर में मलबे में दबने से एक व्यक्ति मौत हो गई। मृतक की पहचान जसवीर के नाम से हुई जो ऊना के दौलतपुर का रहने वाला है। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों का सौंप दिया है। हादसा लाहडू के पास टिकर नमक जगह पर हुआ। जहां मूसलाधार बारिश के दौरान स्कॉर्पियो मलबे में फंस गई। गाड़ी को धक्का लगाने के लिए सब साथी उतर गए। जैसे ही उन्होंने गाड़ी को धक्का लगाया थे, इतने में ऊपर से बहुत सारा मालवा आ गया, जिसमें जसबीर मलबे के साथ ही नीचे नाले में चला गया। बाकी साथी इधर-उधर भाग गए। उनको लगा वह भी किसी न किसी साइड भाग गया होगा। लेकिन जब वह नहीं मिला तो उसे ढूंढने लगे। बाद में देखा कि जसवीर मलबे के साथ ही ना बह गया हो, जब उसे ढूंढने में नाकाम रहे तो उन्होंने चुबाडी पुलिस को इकी सूचना दी। सुबह प्रशासन पुलिस वह प्रशासन ने मलबे को हटाना शुरू किया, तो नीचे खाई में उसका शव मिला। मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए चुबाडी अस्पताल लाया गया । जहां पोस्टमॉर्टम करके शव परिजनों को सौंप दिया गया। उसके साथियों ने बताया कि गाड़ी में सात लोग साथ में थे । जो उन्ना दौलतपुर से मणिमहेश डल झील में स्नान करने के लिए गए थे। वापस घर जा रहे थे। रात में बारिश मूसलाधार बारिश के कारण मारी गाड़ी फस गई। इतने में हमें पता नहीं लगा और पहाड़ी से मालवा आने के कारण जसवीर मलबे में बह गया। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब में 2 भाई समेत 6 लोगों की मौत:सुरजीत व सरूप चंद का एक-एक बेटा पीछे रहा, दोनों के घर पर देहला में लटका ताला
पंजाब में 2 भाई समेत 6 लोगों की मौत:सुरजीत व सरूप चंद का एक-एक बेटा पीछे रहा, दोनों के घर पर देहला में लटका ताला हिमाचल-पंजाब बॉर्डर पर इनोवा गांड़ी खड्ड में बहने से एक ही परिवार के 2 भाई समेत 6 लोगों की मौत हो गई। परिवार में अब सुरजीत कुमार और उसके भाई सरूप चंद का एक-एक बेटा बचा है। हादसे के बाद देहला में सुरजीत कुमार और सरूप चंद के घर पर ताला लटका हुआ है। इस हादसे में सुरजीत कुमार की पत्नी परमजीत कौर, पुत्र गगन कुमार, सरूप चंद की पत्नी बलविंदर कौर, पुत्र नितिश कुमार की मौत हो गई है।
वहीं भटोली निवासी सुरजीत शिन्नो, उनकी 2 बेटी भावना व अमानत तथा बेटे हर्षित की भी मौत हो गई है। सुरजीत कुमार के परिवार में अब अमरीक सिंह रह गए है। बता दें कि आज सुबह हिमाचल के ऊना जिला के देहला से 12 लोग इनोवा गाड़ी सवार होकर पंजाब के नवाशहर शादी समारोह में शामिल होने गए थे। इनमें से 9 की मौत हो गई है, जबकि 2 लोग अभी लापता हैं। एक व्यक्ति को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। क्षेत्र में बीती रात हुई भारी बारिश
क्षेत्र में बीती रात से ही भारी बारिश हो रही थी। इससे क्षेत्र की सभी खड्ड उफान पर है। हादसे के बाद स्थानीय लोगों और प्रशासन ने 9 शव बरामद कर दिए है। दो लापता लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चला हुआ है। इन नामों से हुई मृतकों की पहचान
मृतकों में देहलां गांव के वार्ड तीन निवासी सुरजीत सिंह उम्र (55), उनकी पत्नी परमजीत कौर (50) वर्ष, बेटा गगनदीप (19, उनका भाई रामस्वरूप, पत्नी पलविंदर कौर, बेटा नितिन, सुरजीत की साली भटोली गांव निवासी शीनू देवी पत्नी अमरीक सिंह, उसका बेटा हर्षित, बेटी भावना तथा मन्नत शामिल हैं। वहीं बचाया गया युवक दीपक (22) पुत्र सुरजीत निवासी देहलां अस्पताल में उपचाराधीन है। मुख्यमंत्री ने जेजों हादसे पर दुःख व्यक्त किया
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने पंजाब के जेजों हादसे पर दुख व्यक्त किया। मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस संकट की घड़ी में प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस दुःख की घड़ी में उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी और इस संबंध में ऊना के जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं।
हिमाचल हाईकोर्ट के नए चीफ जस्टिस राजीव शकधर होंगे:सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने की सिफारिश; न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव झारखंड के मुख्य न्यायाधीश बने
हिमाचल हाईकोर्ट के नए चीफ जस्टिस राजीव शकधर होंगे:सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने की सिफारिश; न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव झारखंड के मुख्य न्यायाधीश बने दिल्ली हाईकोर्ट से वरिष्ठ जज जस्टिस राजीव शकधर हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस होंगे। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने राजीव शकधर को हिमाचल का मुख्य न्यायाधीश बनाने की सिफारिश की है। वह, न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव की जगह लेंगे। जस्टिस रामचंद्र राव को हिमाचल से झारखंड हाईकोर्ट ट्रांसफर किया गया है। मई 2023 में हिमाचल के चीफ जस्टिस बने एमएस रामचंद्र राव अब झारखंड हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश बनाए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने हिमाचल सहित 7 हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए जाने की सिफारिश की है। 2008 में अतिरिक्त न्यायाधीश बने राजीव शकधर को 11 अप्रैल, 2008 को दिल्ली हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त किया गया था। 17 अक्टूबर, 2011 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में उनकी पुष्टि की गई। उन्हें 2016 में मद्रास हाईकोर्ट में ट्रांसफर किया गया, जहां उन्होंने 11 अप्रैल, 2016 से सेवा की, उसके बाद 15 जनवरी, 2018 को उन्हें वापस अपने दिल्ली हाईकोर्ट स्थानांतरित किया गया। अब जानते हैं कौन है जस्टिस शकधर… जस्टिस राजीव शकधर ने बीकॉम (ऑनर्स), सीए, एलएलबी की पढ़ाई कर रखी है। उन्होंने दिल्ली के सेंट कोलंबा स्कूल से शिक्षा पूरी की। 1984 में दिल्ली विश्वविद्यालय से बी-कॉम (ऑनर्स) में स्नातक किया। 1987 में दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। 19 नवंबर, 1987 को वकील के रूप में नामित हुए। 1987 में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया से चार्टर्ड अकाउंटेंसी पूरी की। अप्रत्यक्ष करों के साथ-साथ विदेशी मुद्रा और सेवा कानून के विशेषज्ञ 29 जनवरी, 1988 को इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के एसोसिएट सदस्य के रूप में भर्ती हुए। 1994 में यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस लीगल स्टडीज से लॉ का एडवांस कोर्स किया। उन्होंने वकील के तौर पर सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली हाईकोर्ट और देश के अन्य हाईकोर्ट में प्रेक्टिस की। वह अप्रत्यक्ष करों के साथ-साथ विदेशी मुद्रा और सेवा कानून जैसे संबद्ध विषयों के विशेषज्ञ हैं। अब वह हिमाचल हाईकोर्ट में सेवाएं देंगे।
हिमाचल के टैक्सी चालक का अपहरण:पंजाब के दो पर्यटकों पर आरोप; मनाली से शिमला लौटते वक्त बरमाणा से लापता, लुधियाना में गाड़ी बरामद
हिमाचल के टैक्सी चालक का अपहरण:पंजाब के दो पर्यटकों पर आरोप; मनाली से शिमला लौटते वक्त बरमाणा से लापता, लुधियाना में गाड़ी बरामद हिमाचल प्रदेश में एक टैक्सी चालक के अपहरण का मामला सामने आया है। अपहरण के आरोप पंजाब लुधियाना के दो पर्यटकों पर है। लापता ड्राइवर के बेटे देसराज रनोट ने शिमला के सदर थाना में अपने पिता हरि कृष्ण रनोट के लापता होने के बाद अपहरण का मामला दर्ज कराया है। इसमें देसराज ने पिता के अपहरण की शंका जताई है। शिमला पुलिस ने इस बाबत जीरो एफआईआर कर इसे बिलासपुर के बरमाणा थाना के लिए भेज दिया है, क्योंकि हरि कृष्ण रनोट बरमाणा के आसपास की लोकेशन से लापता हैं। बिलासपुर पुलिस ने लापता हरि कृष्ण रनोट की तलाश के लिए SIT गठित कर जांच तेज कर दी है। पुलिस को दी शिकायत के अनुसार, देसराज नोट ने बताया कि बीते 24 जून को उनके पिता पंजाब-लुधियाना के दो पर्यटक गुरमीत सिंह व जसपाल करण सिंह को लेकर शिमला से मनाली गए थे। 25 जून को वह अपनी ऑल्टो गाड़ी नंबर HP-01-A 5150 में दोनों पर्यटकों को लेकर मनाली से वापस लौट रहे थे। 25 जून को बेटे की आखिरी बार हरि कृष्ण से बात हुई रात 8 बजकर 20 मिनट पर बेटे देसराज की अपने पिता से बात हुई तो पिता ने बताया कि वह बरमाणा पहुंच रहे हैं और देर रात में शिमला लौटेंगे। रात सवा 11 बजे के करीब बेटे ने जब दोबारा पिता को फोन किया तो उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा था। बरमाणा में तीन दिन से हरि कृष्ण की तलाश जारी फोन की जिस जगह आखिरी लोकेशन आई, वहां पर तीन दिन से हरि कृष्ण के परिजन और पुलिस तलाश कर रही है। मगर अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। हालांकि उनकी गाड़ी लुधियाना में ट्रेस कर दी गई है। बताया जा रहा है कि गाड़ी में खून के धब्बे भी मिले है। पुलिस टीम लुधियाना पहुंची वहीं बरमाणा पुलिस की टीम दोनों पर्यटकों की धरपकड़ के लिए लुधियाना पहुंच गई है। मगर दोनों अभी फरार है। हरि कृष्ण रनोट शिमला में टैक्सी चलाते है। वह अक्सर शिमला-मनाली रूट पर पर्यटकों को लेकर आते-जाते है।